"केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के वेदव्यास परिसर ने मनाया स्थापना दिवस"
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के वेदव्यास परिसर बलाहर स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जिसमें बतौर मुख्यातिथि परिसर निदेशक प्रो सत्यम कुमारी ने शिरकत की व विशिष्ट अतिथिके रूप में वेदांत विषय के विभागाध्यक्ष प्रो मंजू नाथ भट्ट शामिल हुए।
परिसर की निदेशक प्रो सत्यम कुमारी ने बताया कि वर्ष 1997 में गरली गांव के राजकीय वरिष्ठ कन्या विद्यालय के मात्र ढाई कमरों में यह विश्वविद्यालय केन्द्रीय संस्कृत विद्यापीठ के नाम से प्रारंभ किया गया था।करीब 14 वर्षों के वनवास के पश्चात वर्ष 2012 में बालहर में इस शिक्षण संस्थान को अपना भवन मिला। वर्तमान समय में एक हजार से अधिक छात्र छात्राएं यहां संस्कृत के विभिन्न क्षेत्रों में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
परिसर निदेशक के अनुसार इस संस्था को इस क्षेत्र में लाने का श्रेय तत्कालीन शिक्षा मंत्री नारायण चंद पाराशर को जाता है। उनके अथक प्रयासों से ही आज यह संस्कृत विद्यापीठ वर्तमान में केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय वेदव्यास परिसर के रूप में हिमाचल में ही नहीं अपितु समूचे भारत में अपने संस्कृत ज्ञान की पताका को पहरा रहा है।संस्कृत के विभिन्न विषयों साहित्य,व्याकरण,ज्योतिष,वेदांत व कर्मकांड के साथ साथ यहां आधुनिक विषय जैसे कंप्यूटर साईंस,अंग्रेजी,हिंदी,इतिहास आदि विषय भी यहां पढ़ाए जाते हैं।
परिसर के स्थापना दिवस समारोह के दौरान परिसर के समस्त शिक्षक,कर्मचारी व छात्र छात्राएं मौजूद रहे।