गगरेट : ओवरलोड टिप्परों पर विभाग मौन क्यों, क्यों नहीं हाे रही कोई कारवाई-मनीष शारदा
राजनेता, प्रशासनव माफिया की कथित तिकड़ी के समक्ष सब बेबस
फर्स्ट वर्डिक्ट। गगरेट
गगरेट विधानसभा क्षेत्र के समाजसेवी मनीष शारदा ने दौलतपुर चौक में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि गगरेट को अपना कहने वाले ही गगरेट सुंदरता और गगरेट की प्राकृतिक संपदा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रोज रात्री ओवरलोड टिप्पर सड़कों से बेखोफ गुजर रहे हैं, परंतु प्रशासन आंखे बंद कर कुंभकर्णि नींद सो रहा है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की सख्ती के बाद मॉडीफाई बाडी टिप्परों पर पूर्णतया पाबंदी लगा दी है, लेकिन रात केअंधेरे में ऐसे टिप्पर बेखौफ होकर यहां की सड़कों पर घूम रहे हैं। गगरेट विधानसभा क्षेत्र में लकड़ी माफिया और खनन माफिया जमकर तबाही कर रहा है और साठ-साठ मीट्रिक टन खनन सामग्री लेकर जा रहे टिप्पर नौ मीट्रिक टन के एम-फार्म लेकर सरेआम प्रदेश सरकार के राजस्व को भी चूना लगा रहे हैं, लेकिन शायद इन्हें पूछने वाला कोई नहीं है।
उन्होंने कहा की हाल ही में खनन विभाग ने भी पुलिस विभाग को खनन गतिविधियों पर ही नजर रखने के लिए तीन वाहन खरीद कर दिए हैं, लेकिन राजनेता, प्रशासन व माफिया की कथित तिकड़ी के आगे हर कोई बेबस नजर आ रहा है और क्षेत्र की सुंदरता को बट्टा लग रहा है, जहां एक तरफ प्रदेश सरकार सुशासन की दुहाई दे रही है, तो वहीं दूसरी तरफ खनन माफिया, नशा माफिया, लकड़ी माफिया अपना फन्न फैला रहा है, परंतु प्रशासन को छोड़कर सबको सबकुछ दिख रहा है और यदि यह नहीं रुका, तो आने वाले समय में सड़कों पर प्रदर्शन किए जाएंगे और गगरेट को बचाया जाएगा।