हमीरपुर : जिला परिषद उपाध्यक्ष नरेश कुमार दर्जी ने सुनी जनता की समस्याएं
मीनाक्षी साेनी। हमीरपुर
हमीरपुर का अंधेर नगरी चौपट राजा वाला हिसाब हो चुका है। प्रशासन के द्वारा जनता की काफी अनदेखी की जा रही है। कुछ समय पहले अखबारों में आया था कि नगर परिषद अध्यक्ष मनोज कुमार ने नगर परिषद कार्यालय में ताला लगा दिया था। इस घटना के उपरांत भी प्रशासन के काम करने में कोई गंभीरता नहीं आई, जिससे जनता को काफी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है।काफी दिनों से नगर परिषद में EO का पद रिक्त पड़ा हुआ है। लोगों के कोई काम नहीं हो रहा है। कई लोग दूर से कराया खर्च कर वहां पर अपने काम करवाने आ रहे हैं, जन्म मृत्यु या कोई भी सर्टिफिकेट लेना हो वह नहीं मिल रहे हैं और उन्हें खाली हाथ से निराश होकर वहां से जाना पड़ रहा है।
स्थानीय अस्पताल के भी ऐसी दयनीय हालत है। अगर कोई गर्भवती महिला वहां पर आती है, तो उसको बेड तक नहीं मिल रहा है। डॉक्टर भी काफी लापरवाही से मरीजों का इलाज करते हैं और जो बच्चे वहां पर ट्रेनिंग के लिए रखे हैं, वह भी वहां पर जाकर अपना टाइम पास कर रहे हैं, जो सुविधाएं सरकारी अस्पताल में जनता को मिलनी चाहिए, वह मिल नहीं रही हैं। हर जगह दलाली हो रही है, गरीब जनता का कब तक ऐसे शोषण होता रहेगा? इन्हीं कारणों से गरीब जनता सरकारी अस्पताल को छोड़कर प्राइवेट अस्पताल में अपना इलाज करवा रही है। जिला परिषद उपाध्यक्ष नरेश कुमार दर्जी ने कहा कि प्रशासन सुधर जाए अन्यथा प्रशासन के खिलाफ आवाज उठानी पड़ेगी और जनता के सहयोग से जन आंदोलन किया जाएगा, जिसका जिम्मेदार प्रशासन खुद होगा।
