नहीं रहे सुप्रसिद्ध रंगकर्मी राम लाल पुंडीर

बिलासपुर डिआरा सेक्टर देवभूमि के निवासी, प्रख्यात रंगकर्मी, लेखक, कवि, नाटककार, चित्रकार रामलाल पुण्डीर का निधन हो गया। उन्होंने शुक्रवार शाम अंतिम सांस ली। पुंडीर का निधन होने से साहित्य जगत में शून्य उत्पन्न हो गया है। पुंडीर जहां पेशे से शिक्षक थे वही नाट्य विधा में काफी सुलझे रंगकर्मी भी थे। उनके लिखे और निर्देशित कई नाटकों ने प्रदेश ही नहीं अपितु राष्ट्रीय स्तर पर धूम मचा दी थी।
बिलासपुर डिआरा सेक्टर देवभूमि के निवासी, प्रख्यात रंगकर्मी, लेखक, कवि, नाटककार, चित्रकार रामलाल पुण्डीर का निधन हो गया। उन्होंने शुक्रवार शाम अंतिम सांस ली। पुंडीर का निधन होने से साहित्य जगत में शून्य उत्पन्न हो गया है। पुंडीर जहां पेशे से शिक्षक थे वही नाट्य विधा में काफी सुलझे रंगकर्मी भी थे। उनके लिखे और निर्देशित कई नाटकों ने प्रदेश ही नहीं अपितु राष्ट्रीय स्तर पर धूम मचा दी थी। बिलासपुर की 100 वर्षों से पुरानी रामलीला से भी लगातार वह जुड़े रहे ।इसके अलावा वह बहुत ही नेक दिल इंसान भी थे ।उनके निधन पर बिलासपुर कीी विभिन्न साहित्यिक संस्थाओं में शोक की लहर दौड़ गयी है। सभी ने शोक संतप्त्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना भी जताई है । जिला लेखक संघ, हिम साहित्यकार सभा, अखिल भारतीय साहित्यकार परिषद, बिलासपुर प्रेस क्लब ,श्री राम नाटक समिति व आर्ट ऑफ लिविंंग संस्था के सदस्यों ने कहा है कि उनके जाने से जो क्षति हुई है उसकी भरपाई नहीं की जा सकती ।