पैशंन अदालत आहरण एवं संवितरण अधिकारियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण और लाभकारी : राजेश्वर गोयल

कार्यालय प्रधान महालेखाकार हिमाचल प्रदेश शिमला द्वारा जिला परिषद हाल में दो दिवसीय पेंशन अदालत का आयोजन किया गया पेंशन अदालत का शुभारंभ उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने किया। इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि महालेखाकार कार्यालय द्वारा आयोजित पैशंन अदालत समस्त आहरण एवं संवितरण अधिकारियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण और लाभकारी हैं। उन्होंने अधिकरियों से कहा कि पैंशन अदालत में सभी अधिकारी आवश्यक जानकारियां ग्रहण करें ताकि कार्यालय में अधिकारियों और कर्मचारियों के पैंशन मामले बनाते समय किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े और पैंशनर को सभी लाभ समय पर मिल सके। उन्होंने अधिकारियों से आहवान किया कि इस दो दिवसीय पैंशन अदालत में सभी प्रकार की शंकाओं को अवश्य दूर कर ले। प्रधान महालेखाकार कार्यालय के लेखा अधिकारी ओम प्रकाश ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि पेंशन अदालत में प्रथम दिन स्वारघाट और बिलासपुर के लगभग 120 आहरण एवं वितरण अधिकारियों, जिला कोषाधिकारी एवं पेंशन कल्याण संघ के पदाधिकारियों ने भाग लिया। उन्होंने बताया कि इस अदालत का मुख्य उद्देश्य राज्य सरकार द्वारा पेंशन, परिवारिक पेंशन, सामान्य भविष्य निधि, ऋण संबंधी मामलों से संबंधित समय-समय पर जारी संशोधित नियमों अधिसूचनाओं तथा दिशानिर्देशों के बारे विस्तृत रूप से अवगत करवाना है तथा पेंशन भोगियों, अभिदाताओं द्वारा मौके पर रखी गई समस्याओं एवं विभागों में पूर्ण दस्तावेजों के अभाव के कारण लंबित मामलों का यथासंभव निपटारा किया जाना है। इस अवसर पर इन विषयों से संबंधित जिन अभिदाताओं एवं पेंशन, पारिवारिक पेंशन भोगियों द्वारा मामले प्रस्तुत किए गए उनका मौके पर समाधान भी सुनिश्चित किया गया। प्रधान महालेखाकार कार्यालय द्वारा हेल्प डेस्क लगाकर निर्धारित फार्मों/ नामांकन पत्र, शिकायत निवारण प्रपत्र/ पेंशन मामलों से संबंधित सभी प्रकार के फार्म उपलब्ध कराए गए ताकि पेंशनभोगी एवं सामान्य भविष्य निधि अभिदाता आहरण एवं संवितरण अधिकारी सभी प्रकार की आवश्यक जानकारियां प्राप्त कर लाभान्वित हो सके और नियमों के अंतर्गत देय लाभ समय पर प्राप्त कर सकें। उन्होंने बताया कि भविष्य में भी इस प्रकार के आयोजन प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर किए जाने प्रस्तावित है। इस अवसर पर हंसराज ने जीपीएफ से संबंधित मामलों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। इस मौके पर लेखा अधिकारी हरीश जुल्का भी उपस्थित रहे।