तेंदुए ने चार दुधारू गायों को उतारा मौत के घाट, छह गायों को किया बुरी तरह ज़ख्मी
उपमंडल आनी के अंतर्गत कुठेड़ पंचायत के कुठेड़, कटाहर व लौंण लोट में रविवार रात तेंदुए ने दुधारू गाय को पशुशाला में हमला बोलकर उन्हें बुरी तरह नोचकर मौत के घाट उतार दिया। स्थानीय कुठेड़ पंचायत की प्रधान रोशनी देवी ने इसकी सूचना पुलिस,पशुपालन विभाग व वन विभाग को दी।
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस व पशुपालन विभाग की टीम ने मौके पर पहुँचकर तेंदुए के हमले से मृत व जख्मी हुए गायों का निरीक्षण व छानबीन की। प्रधान रोशनी देवी ने बताया कि उनकी पंचायत के गांव कुठेड़, कटाहर व लौण लोट में तेंदुए ने पिछले तीन दिन में लगातार गांव में धाबा बोलकर 4 दुधारू गायों को नोंचकर उन्हे मौत के घाट उतारा है, जबकि 6 गायों को नोचकर उन्हें बुरी तरह से जख्मी किया है।
जिन लोगों की गायों को तेंदुए ने मारा है उनमें मरने किशोरी लाल कुठेड़ की 2 गाय, दूनी चन्द कुठेड़ की एक गाय और प्रीतम कटाहर की एक गाय शामिल हैं, जबकि सत पाल लौण लोट, यशपाल कटाहर, किशोरीलाल कुठेड़ व प्रीतम कटाहर की एक-एक गाय और दुनी चन्द कुठेड़ की 2 गायों को बुरी तरह जख्मी किया है।
प्रधान रोशनी देवी ने इस बारे में सरकार से प्रभावित लोगों को उचित मुआवजे की मांग की है और वन विभाग से तेंदुए को पकड़ने की मांग की है। उन्होंने कहा कि तेंदुए के लगातार हमलों से ग्रामीण बेहद ख़ौफ़ज़दा है। लोगों को भय है कि तेन्दुआ आने वाले दिनों में ग्रामीणों पर भी हमला बोल सकता है, ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से वन विभाग इस विषय को गम्भीरता से लेकर तेंदुए को पकड़ने के लिए पंचायत क्षेत्र में जल्द पिंजरा लगाए।
उधर इस बारे में वन मण्डलाधिकारी चंद्रभूषण शर्मा ने बताया कि कुठेड़ क्षेत्र में तेंदुए द्वारा गायों पर किये गए हमलों को लेकर संबंधित वन परिक्षेत्र अधिकारी को उचित दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं।