सेवानिवृत टी जी टी का बेटा अमन बना लेफ्टिनेंट, गांव का बढ़ा मान
मिल्ट्री अकादमी देहरादून में हुए पासिंग आउट परेड में देश को मिले 333 सैन्य अधिकारीयों में जिला कांगड़ा के ज्वाली के तिहाल गांव के अमन शर्मा ने भी अपना नाम लिखवा कर माता-पिता के साथ साथ इलाके का नाम भी रोशन किया है। ज्ञात रहे हर वर्ष में दो बार होने वाली इस परेड से देश ही नहीं बल्कि मित्र विदेशी सेना को भी बेहतरीन अफसर मिलते है।
इस वर्ष की प्रथम पासिंग आउट परेड पर भी कोरोना का साया मंडरा गया और सोशल डिस्टेंसिंग नियम के चलते अकादमी के इतिहास में प्रथम बार बिना माता-पिता की मौजूदगी के यह परेड हुई जिसमे 333 भारतीय अधिकारीयों व 90 मित्र देशो के सेनाधिकारियों ने सफलता पूर्वक प्रशिक्षण समाप्त कर, थल सेनाअध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे को सलामी देकर, इन जांबाज़ सैन्य अफसरों ने संविधान को साक्षी मान कर देश सेवा की शपथ ली। इन्ही 333 अधिकारियो में ज्वाली तहसील के अंतर्गत तिहाल गांव के अमन शर्मा ने भी अपनी उपस्तिथि दर्शा कर इलाके का नाम रोशन किया है। कमेंट मेन्सा पब्लिक स्कूल देहरी से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात अमन शर्मा ने राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला से वी एस सी की और फिर सी डी एस की प्रतिष्ठित परीक्षा उतीर्ण कर सेना में कमीशन प्राप्त किया। अमन के पिता राजेश शर्मा पिछले वर्ष ही शिक्षा विभाग से टी जी टी सेवानिवृत हुए है जबकि माता मंजू लता गृहणी है।
अमन के माता पिता को हालाँकि रंज है कि बेटे की इस उपलब्धि को कोरोना के चलते जश्न में तब्दील नहीं कर पा रहे हैं लेकिन उन्हें यह भी भरोसा है कि वह दिन भी दूर नहीं जब उनका आँगन जश्नोगुलजार होगा। वहीं अमन की बहन आकृति शर्मा को बेसब्री से भाई का इन्तजार था, लेकिन हर्षिता का यह इन्तजार लम्बा खिंच गया है क्योकि पुरातन रीतिनुसार इस बार इन सैन्य अधिकारीयों को घर छुट्टी के बजाय सीधे उनकी युनिटो में भेजा जा रहा है। अमन शर्मा देहरादून से सीधे ही जम्मू कश्मीर के द्रास सेक्टर में अर्टलरी रेजिमेंट में अपनी सेवाएं देगा। अमन के पिता राजेश ने बताया कि अच्छा लगता यदि अमन घर आकर ड्यूटी पर जाता लेकिन उन्हें गर्व है कि बिना किसी सैनिक पृष्ठभूमि कर उनके बेटे ने यह मुकाम हासिल किया है ।