किडनी सिकुड़ने के कारण ज़िन्दगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे बच्चे को दी आर्थिक सहायता

देवभूमि व्यासपुर संस्था ने बढ़ाया कदम
मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है और जो इस धर्म पर चलता है वो समाज मे परिवर्तन लाने का भी साहस रखता है...इसी दिशा में देवभूमि व्यासपुर संस्था ने भी कदम बढ़ाया है।झंडूता के गांव गालियां में 17 वर्षीय बच्चा किडनी सिकुड़ने के कारण ज़िन्दगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है, लेकिन परिवार की हालत इतनी खराब की इलाज कराने के लिये पैसे नही है। ऐसे में संस्था ने आगे आते हुए जरूरतमंद परिवार की मदद की है और 15000 की राशि देकर जख्मो पर थोड़ा महरम लगाने की कोशिश की है।
पीड़ित अजय के पिता देवराज ड्राइवर है और जो कमाते है वो घरखर्च में लग जाता है लेकिन आजकल बच्चे की बीमारी की वजह से अपना काम भी छोड़ना पड़ा है और बच्चे की देखभाल करनी पड़ रही है। जाहिर सी बात है इलाज के लिए पैसे की जरूरत है। अजय के पिता अपने बेटे के लिए अपनी किडनी देने को तैयार है। डॉक्टरों ने बच्चे का चेकअप करके एक महीने में परिवार को फ़ाइल तैयार करने और दूसरी औपचारिकताएं पूरी करने को कह दिया है, लेकिन सबसे बड़ी चिंता पैसे की है। ऐसे में परिवार चिंतित है। वही देवभूमि व्यासपुर संस्था ने पीड़ित परिवार से मिलकर हरसम्भव मदद देने का भरोसा दिलाया है। संस्था अध्यक्ष अजय ठाकुर ने संस्था सदस्यों के साथ मिलकर परिवार से मुलाकात की और इस दुख की घड़ी में साथ देने का वादा किया है।