डीएसपी गीताजंलि ठाकुर की बड़ी कार्रवाई, झोलाछाप डॉक्टर गिरफ्तार
करसोग में पुलिस ने झोलाछाप डाक्टरों पर शिकंजा कस दिया है। बीते कल डीएसपी गीताजंलि ठाकुर की अगुवाई में भंथल में एक स्थानीय झोलाछाप डाक्टर के क्लीनिक में छापेमारी की गई। इस दौरान तलाशी करने पर पुलिस के हाथ प्रतिबंधित दवाओं की खेप लगी है। हैरत में डालने वाली बात यह है कि झोलाछाप डाक्टर के पास न तो दवाइयां बेचने का लाइसेंस था और न ही कोई डिग्री थी। ऐसे में लंबे समय से खुद को डाक्टर बता कर बिना किसी डिग्री के लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहा था। पुलिस ने प्रतिबंधित दवाओं को कब्जे में लेकर क्लीनिक को भी सील कर दिया है। करसोग में बढ़ते नशीली दवाईयों के कारोबार को लेकर मिल रही शिकायत पर यह कार्रवाई की है। ऐसे में प्रतिबंधित दवा बेचने और बिना डिग्री के लोगों का इलाज करने के जुर्म में पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को हिरासत में ले लिया है। वहीँ इस संदर्भ में डीएसपी गीताजंलि ठाकुर ने बताया कि लोगों से लगातार मिली रही शिकायतों के आधार पर भंथल में चल रहे क्लीनिक की चेकिंग की गई। इस दौरान पाया गया कि आरोपित के पास न कोई डिग्री है और न ही दवा बेचने का लाइसेंस है। क्लीनिक में चैकिंग के दौरान भारी कंट्रोल ड्रग ट्रामाडाल 7400 टेबलेट, .अल्प्राजोलम के 480 टेबलेट्स,प्रोक्सीमेड सपास पेरासिटामोल , ट्रामडोल हाइड्रोक्लोराइड के 168 कैप्सूल्स भी पाई गई। गीताजंलि ठाकुर ने कहा कि आरोपित का रिमांड लेने पर दवा कहां से आ रही है, इसकी जानकारी भी जुटाई जाएगी।
स्थानीय लोगो ने की पुलिस की सराहना
इस बड़ी कार्यवाही के बाद डीएसपी गीतांजलि ठाकुर और उनकी टीम की हर कोई सराहना कर रहा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि शहर में अवैध कारोबार करने वालों और नशा माफियाओं के खिलाफ लगातार पुलिस कार्रवाई कर रही है यही कारण है कि आज करसोग में असामजिक तत्व गतिविधियों में काफी गिरावट हुई है. वहीं डीएसपी गीतांजलि को "लेडी सिंघम" का भी नाम दिया जा रहा है.