बिलासपुर डीसी ने सब्ज़ी मंडी और मीट मार्केट का किया औचक निरीक्षण

बिलासपुर उपायुक्त राहुल कुमार ने शुक्रवार को सब्ज़ी मंडी और मीट मार्केट का औचक निरीक्षण किया और वहां की गंदगी, अव्यवस्था व अधूरी विकास परियोजनाओं पर सख्त नाराज़गी जाहिर की। निरीक्षण के दौरान डीसी ने नगर परिषद, लोक निर्माण विभाग और जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई और दो टूक शब्दों में कहा कि अब लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उपायुक्त ने अधिकारियों को 15 अगस्त तक पूरे क्षेत्र को पूरी तरह स्वच्छ और व्यवस्थित बनाने की अंतिम समयसीमा दी है। उन्होंने कहा कि डियारा सेक्टर तक सफाई और सीवरेज व्यवस्था को युद्धस्तर पर ठीक किया जाए। इसके बाद यदि किसी भी प्रकार की कोताही सामने आई, तो जिम्मेदारों पर कड़ी प्रशासनिक कार्रवाई होगी।
डीसी ने साफ शब्दों में कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर फैली गंदगी न केवल शहर की छवि खराब करती है, बल्कि संक्रामक बीमारियों को भी न्योता देती है। ऐसे में यदि नगर परिषद समय पर सफाई और व्यवस्था नहीं सुधारती, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई तय मानी जाएगी।
स्थानीय नागरिकों की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने जल शक्ति विभाग को निर्देश दिए कि जिन जल निकासी नालों में पेयजल आपूर्ति की पाइपें डाली गई हैं, उन्हें तुरंत हटाया जाए ताकि बरसात के दौरान जलभराव और सफाई में बाधा न आए।
निरीक्षण के दौरान हिमुडा बोर्ड के निदेशक मंडल सदस्य जितेंद्र चंदेल ने शिकायत की कि कुछ बाहरी लोग खुलेआम इलाके में कूड़ा फेंक रहे हैं। इस पर डीसी ने सहमति जताई और निर्देश दिए कि इन 'हॉटस्पॉट' इलाकों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। उन्होंने चेतावनी दी कि जो भी व्यक्ति सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी फैलाते पकड़ा जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, एपीएमसी अध्यक्ष सतपाल वर्धन ने बताया कि मंडी परिसर में 5 लाख रुपये की लागत से एक हैंडपंप लगाया जा रहा है, जो लगभग पूरा हो चुका है। इसके अलावा सड़क मरम्मत के लिए 3.60 लाख रुपये और एपीएमसी के पुराने भवन की मरम्मत के लिए 37 लाख रुपये का बजट मंजूर किया गया है।
उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि जो भी अधिकारी अपनी जिम्मेदारी निभाने में विफल रहेंगे, उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने जनता से भी अपील की कि वे स्वच्छता बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करें।