झंडूता : प्राथमिक स्कूल में शिक्षक कार्यालय और बीआरसी ऑफिस में लग रही कक्षाएं

राजकीय प्राथमिक पाठशाला झंडूता में 105 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं, लेकिन कक्षाएं केंद्रीय मुख्य शिक्षक के कार्यालय और बीआरसी ऑफिस के बरामदे में लग रही हैं। झंडूता शिक्षा खंड में बच्चों की यह संख्या किसी प्राथमिक स्कूल में सबसे अधिक है, लेकिन कमरों के अभाव में बच्चे और स्टाफ को परेशानियां उठानी पड़ रही हैं। इस स्कूल के मुख्य भवन की छत पांच साल पहले तूफान में उड़ गई थी। उसके बाद स्कूल को पास में ही बने दो कमरों में स्थानांतरित किया गया, लेकिन वह कमरे भी अब जर्जर हो चुके हैं। केंद्रीय मुख्य शिक्षक अपने कार्यालय में बच्चों को बैठाकर पढ़ाई करवा रही हैं।
कुछ कक्षाएं पास ही स्थित बीआरसी ऑफिस के बरामदे में लग रही हैं। स्कूल का पुराना भवन खंडहर बन चुका है। वह कभी भी गिर सकता है। स्कूल प्रबंधन की ओर से पुराने भवन को गिराने और नया बनाने का प्रस्ताव भेजा गया है, लेकिन कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। उनको डर सता रहा है की बच्चे वहां खेलते रहते हैं, जिस कारण कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। सरकार और प्रशासन की बेरुखी का खामियाजा कहीं बच्चों को न भुगतना पड़े। अभिभावक भी रोज चिंतित हो रहे है। बच्चों की पढ़ाई से ज्यादा अब उनकी सुरक्षा एक बड़ी चिंता बन गई है।
केंद्रीय मुख्य शिक्षक सावित्री देवी ने बताया कि नया भवन बनाने और पुराने भवन को गिराने के लिए कई बार प्रशासन और सरकार के साथ पत्राचार किया है, लेकिन अभी तक कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। विकास खंड शिक्षा अधिकारी प्रेमलाल शर्मा ने बताया की स्कूल भवनों की मरम्मत के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है, लेकिन अभी तक स्वीकृति नहीं आई है। स्वीकृति आने के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।