विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को प्रभावी तरीके से कार्यान्वित करने और लोगों को लाभान्वित करने के लिए राज्य सरकार ने ग्राम पंचायतों की तर्ज पर शहरी क्षेत्रों में भी 'परिवार रजिस्टर' बनाने का निर्णय लिया है। इस संबंध में नगर निगमों, नगर परिषदों और नगर पंचायतों के परिवार रजिस्टर के रखरखाव नियम, 2023 के एक प्रारूप को हाल ही में राज्य मंत्रिमंडल द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है। शहरी क्षेत्रों में परिवार रजिस्टर को लागू करने के लिए राज्य सरकार ने हिमाचल प्रदेश नगर निगम अधिनियम की धारा 48 ए धारा 308 ए और हिमाचल प्रदेश नगर निगम अधिनियम की धारा 43 (5) और धारा 393 में संशोधन किया गया है ताकि परिवार रजिस्टर के रखरखाव का प्रावधान किया जा सके। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार का यह नवोन्मेषी कदम शहरी क्षेत्रों के लिए योजनाओं को तैयार करने के दृष्टिगत निर्णय लेने में मील पत्थर साबित होगा। इससे इन क्षेत्रों में रहने वाले परिवारों के बारे में महत्वपूर्ण डॉटा उपलब्ध होगा, जिसके उपयोग से संसाधनों के बेहतर आबंटन सुनिश्चित कर जन कल्याण के लिए स्टीक योजनाएं बना जा सकेंगी। अभी तक केवल ग्राम पंचायतों में ही परिवार रजिस्टर रखे जाते थे। इस पहल के साथ, शहरी आबादी की आपत्तियों और सुझावों के उपरांत अंतिम मंजूरी मिलने के बाद शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोग सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं का प्रभावी ढंग से लाभ प्राप्त कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त प्रत्येक वर्ष 31 जनवरी तक परिवार रजिस्टर को संशोधित किया जा सकता है और सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद आवश्यक संशोधन किए जा सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवार में रहने वाले सदस्यों, उनके व्यवसाय, जाति, शैक्षणिक स्थिति और अन्य आवश्यक विवरणों का रिकार्ड रखना महत्वपूर्ण है। पारिवारिक रिकार्ड सुनिश्चित होने से सरकार द्वारा प्रायोजित कल्याणकारी योजनाओं का स्थानीय निकायों के लोगों को लाभ प्राप्त करने में मदद मिलेगी। संशोधित नियमों के तहत वार्ड समिति के संबंधित सचिव को वार्ड के वास्तविक निवासियों के परिवारों के विवरण के लिए घर-घर जाकर सर्वेक्षण करना आवश्यक होगा। नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी या नगर पंचायत के सचिव या इसके लिए विशेष रूप से नामित सत्यापन अधिकारी द्वारा रजिस्टर सत्यापित किया जाएगा। सभी आवश्यक संशोधन और सत्यापन पूरे होने के उपरांत तैयार किया गया अंतिम परिवार रजिस्टर अनुमोदन के लिए सदन के समक्ष रखा जाएगा और राजपत्र में प्रकाशित किया जाएगा। इसके बाद संबंधित अधिकारी द्वारा यह डाटा ऑनलाइन मोड के माध्यम से आम जनता को उपलब्ध करवाया जाएगा।
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग द्वारा राशन वितरण में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के दृष्टिगत उपभोक्ताओं के राशन कार्डों में उनकी आधार संख्या पंजीकृत की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अभी तक 99.60 प्रतिशत राशनकार्ड लाभार्थियों के राशनकार्ड को आधार संख्या से जोड़ा जा चुका है। प्रदेश में कुल 74,60,584 लाभार्थी हैं, जिनमें से 74,30,737 लाभार्थियों के आधार राशनकार्ड से जोड़ दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जिन लाभार्थियों ने अभी तक अपने राशनकार्ड को आधार से नहीं जोड़ा है वह 15 अगस्त से पूर्व नजदीकी राशन डिपो में जाकर अपना आधार दर्ज करवा सकते हैं। यदि कोई अपना आधार 15 अगस्त तक दर्ज नहीं करवाता है तो इस स्थिति में राशनकार्ड को अस्थाई रूप से बंद कर दिया जाएगा तथा आधार की जानकारी उपलब्ध करवाने के बाद ही राशनकार्ड को फिर से शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राशनकार्ड धारकों की सुविधा के लिए लाभार्थिर्यों के मोबाइल नंबर को भी उनके राशनकार्ड के साथ जोड़ा जा रहा है ताकि उचित मूल्य की दुकानों पर उपलब्ध करवाए जा रहे खाद्यान्नों की सुविधा संबंधित जानकारी उपभोक्ताओं को पंजीकृत मोबाइल पर दी जा सके। उपभोक्ता विभागीय वेबसाइट/पारदर्शिता पोर्टल पर जाकर अपडेट मोबाइल नम्बर विकल्प के अधीन अपने 12 अंकों के आधार नम्बर दर्ज करवाने के उपरांत अपना मोबाइल नम्बर अपडेट कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि विभाग उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से ई-केवाईसी के माध्यम से यह सुनिश्चित कर रहा है कि राशनकार्ड में दर्ज व्यक्ति का नाम, जन्मतिथि तथा लिंग आधार में दर्ज डाटा के अनुरूप ही हो। इस विषय में उपभोक्ता अधिक जानकारी विभागीय वेबसाइट/पारदर्शिता पोर्टल पर प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सभी उचित मूल्य दुकानदारों को समयबद्ध ई-केवाईसी प्रक्रिया पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं।
किन्नौर जिले के छोल्टू-जानी संपर्क मार्ग पर बुधवार देर शाम अनियंत्रित होकर सतलुज नदी में गिरी पिकअप में सवार दंपती समेत तीन लोगों का अभी तक सुराग नहीं लग पाया है। एनडीआएफ और गृहरक्षक की टीम लापता लोगों की तलाश कर रही है। लेकिन उफनती सतलुज तलाशी अभियान में बाधा बन रही है। हादसे में एक महिला घायल है। बता दें पिकअप टापरी से जानी की ओर जा रही थी कि अचानक छोल्टू-जानी संपर्क सड़क पर तेनांग में गाड़ी सतलुज में जा गिरी। गाड़ी में सवार वाहन मालिक एवं चालक जीवन सिंह नेगी (43) उनकी पत्नी चंपा देवी (44) और अनीता (34) तीनों निवासी जानी जिला किन्नौर सतलुज के तेज बहाव में बह गए। अन्य महिला राजकुमारी गाड़ी से गिरकर नदी किनारे जा गिरी और घायल हो गई।
निगम भंडारी बोले- केंद्र ने देश के बॉर्डर में बसे इलाकों के साथ की बेइंसाफी केंद्र सरकार के द्वारा पारित वन संरक्षण (संशोधन) विधेयक, 2023 का युवा कांग्रेस ने विरोध किया है। युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नेगी निगम भंडारी ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पारित वन संरक्षण (संशोधन) विधेयक, 2023 से अंतर्राष्ट्रीय सीमा के 100 किलोमीटर दायरे तक के क्षेत्र को सुरक्षा और वन संरक्षण के नाम पर अपने अधिकार क्षेत्र में लाने का केंद्रीय सरकार का निर्णय किन्नौर समेत देश के बार्डर में बसे इलाकों के साथ बेइंसाफी है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को ऐसा कोई कानून नहीं बनाना चाहिए जहां स्थानीय लोगों की मज़ीर् के बिना उनके क्षेत्र में कोई भी काम करने का अधिकार केंद्र सरकार अपने पास सुरक्षित रखे। नेगी निगम भंडारी ने कहा कि जनजातीय जिला किन्नौर में ग्राम सभाएं अपने अधिकारों की सुरक्षा और लोक कल्याण के लिये वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने किन्नौर के अधिकार क्षेत्र में बिना स्थानीय ग्राम पंचायत की अनुमति या मज़ीर् से अपने निर्णय उन पर थोपने का जो कानून बनाया है हम उसका कड़ा विरोध करते हैं । ये कानून जनजातीय क्षेत्र के नागरिक अधिकारों का भी उल्लंघन है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा । नेगी निगम भंडारी ने कहा कि देश के बॉर्डर पर सुरक्षा को मज़बूत करने के लिये किन्नौर वासी सरकार और फौज को हर मदद के लिये हमेशा तत्पर रहे हैं, लेकिन वन संरक्षण के नाम पर हमारे अधिकारों से छेड़छाड़ को हम सहन नहीं करेंगे ढ्ढ केंद्र सरकार की मनमानी और आधुनिकीकरण की मार को किन्नौर बाढ़, भू-स्खलन, नदियों के रूख मोड़ने और बादल फटने जैसी आपदाओं के रूप में भुगत रहा।
जिला आयुर्वेदिक अधिकारी किन्नौर डॉ. इंदु शर्मा ने आज यहां बताया कि 26 जुलाई, 2023 को जिला की मूरंग तहसील की ग्राम पंचायत मूरंग के भवन में एक दिवसीय नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाएगा जिसमें विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा आम जनता का नि:शुल्क ईलाज किया जाएगा। उन्होंने बताया कि नि:शुल्क चिकित्सा शिविर में नेत्र रोग, आमवात, बावासीर, जटिल, जीर्ण व असाध्य रोगों का ईलाज किया जाएगा व साथ ही नि:शुल्क आयुर्वैदिक औषधियां भी रोगियों को प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि चिकित्सा शिविर में डॉ. मीना कुमारी, डॉ. गगन दीप व डॉ. कुलदीप विशेषज्ञ चिकित्सक लोगों का नि:शुल्क उपचार करेंगे तथा धर्म प्रेमी, मान सिंह व मोहन सिंह विशेषज्ञ औषधि विक्रेता नि:शुल्क दवाईयां प्रदान करेंगे।
हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि निगम अपने होटलों में कमरों की बुकिंग पर 50 प्रतिशत तक छूट प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह छूट तुरंत प्रभाव से लागू कर दी गई है और 15 सितंबर, 2023 तक जारी रहेगी। प्रवक्ता ने कहा कि यह निर्णय प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से जारी भारी बारिश के दृष्टिगत प्रदेश में पर्यटकों को सुलभ आवासीय सुविधा उपलब्ध करवाने तथा निगम के होटलों में आमद दर (अक्युपेंसी) बढ़ाने के दृष्टिगत लिया गया है।
उप निदेशक पशु स्वास्थ्य/प्रजन्न किन्नौर अशोक सैणी ने आज यहां जानकारी देते हुए बताया कि जिला के कारा में भारी वर्षा व खराब मौसम के कारण फंसे हुए पर्वतीय चारागाह तथा स्थानीय भेड़ पालकों व भेड़ प्रजन्न प्रक्षेत्र काकस्थल की भेड़ों की देखभाल व उपचार के लिए जिला प्रशासन किन्नौर के दिशा-निदेशानुसार विभाग द्वारा डॉ. आशीष शर्मा के नेतृत्व में एक दल जिसमें एक पशु चिकित्सा अधिकारी, एक पशु औषधीयोजक व अन्य को भेड़ों के उपचार व देखभाल के लिए भेजा गया। उन्होंने बताया कि चिकित्सक दल द्वारा 51 भेड़ पालकों (जिसमें अधिकतम जिला शिमला व जिला किन्नौर से हैं) की 6469 भेड़ों की जांच की गई तथा 615 बीमार भेड़ों का इलाज किया गया। भेड़ प्रजन्न प्रक्षेत्र की 187 भेड़ों में 176 भेड़े स्वस्थ हैं। उन्होंने बताया कि चिकित्सीय दल द्वारा चारागाहों को उनकी भेड़ों की देख-भाल के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी प्रदान किए गए तथा साथ ही उन्हें आश्यक दवाईयां भी प्रदान की गई।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार आज उपायुक्त कार्यालय में मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों के साथ जिला निर्वाचन आयुक्त तोरूल एस रवीश की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया जिसमें उन्होंने बताया कि 21/07/2023 से 21/08/2023 की अवधि के दौरान बी.एल.ओ घर-घर जाकर मतदान सूचियों में विद्यमान प्रविष्टयों का सत्यापन कर त्रुटि पाए जाने की दशा में उसे शुद्ध करने हेतु प्रपत्र-8 के माध्यम से कार्यवाही करेंगे। दिनांक 01 अक्तूबर को 18 वर्ष या उससे अधिक की आयु पूर्ण कर चुके छूटे हुए पात्र मतदाताओं की पहचान कर उनका नाम मतदाता सूची में दर्ज करने हेतु आवश्यक दस्तावेज प्राप्त करेंगे। दिनांक 21 अक्तूबर, 2024 को 18 वर्ष आयु पूर्ण करने वाले भावी मतदाताओं की पहचान कर उनकी सूची तैयार करेंगे। दिव्यांग मतदाताओं की पहचान, मतदान केंद्र के भवन की फोटो व जानकारी अपलोड तथा मतदान केंद्र की जनसंख्या की जानकारी प्राप्त करेंगे। मतदाता सूची में विद्यमान मतदाताओं की खराब व धूंधली फोटो को डिलिट कर रंगीन फोटो में परिवर्तित करेंगे। जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा दिनांक 11/09/2023 व 12/09/2023 को समस्त राजनीतिक दलों से विचार-विमर्श किया जाएगा तथा भारत निर्वाचन आयोग की अनुमति के पश्चात् दिनांक 25/09/2023 को मतदान केंद्रो की सूचियों को अंतिम रूप से प्रकाशित किया जाएगा। इस अवसर पर उपमण्डलाधिकारी कल्पा डॉ. मेजर शशांक गुप्ता, तहसीलदार निर्वाचन जी.एस.राणा, इंडियन नैश्नल कांग्रेस से भागरथ नेगी, बी.एस.पी से अनिल कपूर तथा बी.जे.पी से कृष्ण गोपाल सहित निर्वाचन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
किन्नौर जिला के कई स्थानों में एक बार फिर बदल फटने की घटनाएं सामने आई हंै। आज सुबह करीब साढ़े पांच बजे किन्नौर जिला के कामरू पंचायत क्षेत्र में गोटांग खालंग नामक नाले में बाढ़ आने से जहां एक दर्जन से भी अधिक निजी वाहनों को क्षति पहुंची है, वहीं कई ग्रामीणों के सैकड़ों सेब के पौधों सहित खेतों को भारी नुकसान पहुंचा है। कामरु गांव के साथ नाले में आया बाढ़ का मलबा प्राइमरी स्कूल सहित कई ग्रामीणों के मकानों में भी घुस गया है। घटना के बाद से ग्रामीणों सहित पुलिस व होमगार्ड के जवान राहत व बचाव कार्यों में जुट गए हैं। इसी तरह मीरू पंचायत क्षेत्र के पहाडिय़ों पर भी बदल फटने से रूनंग नाला में आई बाढ़ से राष्ट्रीय उच्च मार्ग 5 बंद हो गया है। किन्नौर जिला के कई क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश के कारण करछम सांगला संपर्क मार्ग भी कई स्थानों पर बंद है, जिसे बहाल करने का कार्य जारी है।
केंद्रीय अंतर मंत्रालय दल द्वारा 21 जुलाइ को किन्नौर जिला में भारी वर्षा के कारण प्रभावित क्षेत्र सांगला का दौरा प्रस्तावित है, जिस दौरान दल द्वारा सांगला में हुए नुकसान का आकलन किया जाएगा। यह जानकारी आज यहां उपायुक्त किन्नौर तोरूल रवीश ने दी। उपायुक्त तोरूल रवीश ने कहा कि केंद्रीय अंतर मंत्रालय दल 21 जुलाई को प्रात: 8:15 बजे जिला के सांगला स्थित कूपा में वर्षा प्रभावित क्षेत्रों में हुए नुकसान का आकलन करने के लिए पहुंचेगा। तोरूल रवीश ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा केंद्रीय दल के समक्ष जिला में भारी वर्षा से हुए नुकसान के संबंध में विस्तृत प्रस्तुति दी जाएगी। दल द्वारा सांगला के केएससी सड़क का ब्लोकेड प्वांइट, रूतुरंग, बू्रआ नाला तथा केएससी सड़क में अन्य भू-स्खलन प्वांइटों का निरीक्षण किया जाएगा। इसके उपरान्त दल द्वारा सांगला बाजार में हुए नुकसान, जल शक्ति विभाग की विभिन्न पेजयल तथा मल निकासी योजनाओं को हुए नुकसान का निरीक्षण किया जाएगा। इसके उपरांत दल द्वारा सांगला के रूगती खड्ड में आई बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा तथा आजाद कश्मीर में पुल को हुए नुकसान का निरीक्षण भी किया जाएगा। उन्होंने इस संबंध में जिला स्तरीय सभी अधिकारियों को केंद्रीय अंतर मंत्रालय दल के दौरे में उपस्थित रहने के भी निर्देश दिए
व्यवस्था परिवर्तन की ओर एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने राज्य में फील्ड दौरों के दौरान सामान्य तौर पर विभिन्न माननीयों को पुलिस द्वारा दिए जाने वाले 'गार्ड ऑफ ऑनरÓ (सलामी) को 15 सितंबर तक स्थगित कर दिया है। हालांकि 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर इन आदेशों में छूट रहेगी। यह निर्णय प्रदेश में हाल ही में आई आपदा से वृहद स्तर पर जारी राहत व बचाव कार्यों के दृष्टिगत लिया गया है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में संचालित किए जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों में पुलिस बल की तैनाती में वृद्धि पर बल देते हुए इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों को गार्ड ऑफ ऑनर जैसे कार्यों में संलग्न करने के बजाए इस संकट के समय में प्रभावित लोगों को सहायता उपलब्ध करवाने के लिए प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि यह निर्णय आपदा के प्रभावों से निपटने के लिए प्रदेश के संसाधनों के सही उपयोग के उद्देश्य से लिया गया है। बचाव कार्यों के दृष्टिगत पुलिस बल द्वारा प्रभावित लोगों को तुरंत सहायता सुनिश्चित करना बेहद महत्वपूर्ण है। सीएम सुक्खू ने कहा कि गार्ड ऑफ ऑनर स्थागित करने से सरकार प्रदेश में आपदा से प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए राज्य के संसाधनों तथा श्रम शक्ति का और बेहतर उपयोग करेगी। इस निर्णय से सरकार की आपदा प्रभावित क्षेत्रों को तुरंत राहत पहुंचाने तथा इस कठिन समय में प्रभावी प्रशासन की प्रतिबद्धता भी प्रदर्शित होती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में राहत तथा बचाव कार्य जारी है और प्रदेश सरकार इस आपदा से प्रभावित लोगों को आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए मज़बूती से कार्य कर रही है। यह निर्णय प्रदेश के लोगों की सुरक्षा को सर्वोच्च अधिमान देने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश के प्रदेश मंत्री आकाश नेगी ने एक ब्यान जारी करते हुए कहा है कि देवभूमि हिमाचल को शर्मसार करने वाली घटनाएं दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। कोटखाई में हैवान चाचा द्वारा अपनी चार साल की भतीजी के साथ दुष्कर्म करने के बाद उस मासूम बच्ची की हत्या कर दी जाती है। ऐसे आपराधिक मामले हिमाचल प्रदेश में वर्तमान सरकार में बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वर्तमान सरकार के राज में ऐसी घटनाएं दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है। उन्होंने कहा कि हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए उस मासूम बच्ची से उसके चाचा ने पहले दुष्कर्म किया, फिर उसकी हत्या कर उसका शव बगीचे में छुपा कर रख दिया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ऐसी निंदनीय घटना का कड़ा विरोध करती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ऐसी अपराधिक घटनाओं पर मौन धारण करके बैठी हुई है। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मांग करती है कि उस आरोपी को जल्द से जल्द कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था को भी सुदृढ़ किया जाए।ताकि भविष्य में कोई ऐसी हरकत करने के बारे में सोच भी ना सके। अन्यथा विद्यार्थी परिषद उग्र से उग्र आंदोलन करेगी।
राजस्व, बागवानी व जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज जिला किन्नौर के भाबा घाटी में गत दिनों हुई मूसलाधार बारिश व बादल फटने के कारण हुई क्षति का निरीक्षण किया। इस दौरान भाबा घाटी में जिन तीन मकानों को पूर्ण क्षति हुई है उन्हें 10-10 हजार रुपये की फौरी राहत राशि प्रदान की गई। इसके अलावा पांच परिवारों के सामान का नुकसान हुआ है, जिन्हें 5-5 हजार रुपए की फौरी राहत राशि प्रदान दी गई तथा 17 परिवारों को आंशिक क्षति हुई है जिन्हें 5-5 हजार रुपये की राहत राशि प्रदान की गई। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने अधिकारियों को भाबा घाटी में बारिश के कारण असुरक्षित हुए मकानों को तुरंत सुरक्षित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के मकानों को नुकसान होने का खतरा है उन्हें विश्राम गृह में टहराने के प्रबंध किए जाएं। उन्होंने शांगो गांव के 7 बेघर हुए लोगों को स्थानांतरित करने को कहा। उन्होंने होमत्ते गांव में बाड़ से हुए नुकसान का जायजा भी लिया। उन्होंने राजस्व विभाग को भावा घाटी में नुकसान का आंकलन तैयार कर रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत करने को कहा। बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि भाबा घाटी की पंचायतों को भविष्य में इस प्रकार की आपदा से बचाने के लिए यांगपा, काफनू, कटगावं आदि पंचायतों में भूमि कटाव को रोकने के लिए आपदा शमन के तहत क्षेत्र के ततीकरण का कार्य किया जाएगा जिसके लिए संबंधित विभाग को विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। उपायुक्त किन्नौर तोरूल रवीश ने भी इस दौरान मंत्री महोदय के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया तथा प्रभावित परिवारों का कुशलक्षेम जानकर उनके प्रति सहानुभूति प्रकट की। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक विवेक चाहल, उपमंडलाधिकारी निचार बिमला वर्मा, अधिशाषी अभियन्ता विद्युत टाशी नेगी, अधिशाषी अभियन्ता लोक निर्माण प्रमोद ओपरेती व अधिशाषी अभियन्ता जल शक्ति अभिषेक शर्मा सहित अन्य उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में भारी बारिश से बाढ़ एवं भूस्खलन के बाद राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाई गई है। सबसे अधिक प्रभावित कुल्लू जिला तथा लाहौल-स्पिति में फंसे पर्यटकों एवं अन्य लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए पिछले लगभग 60 घंटे से निरंतर बचाव अभियान चलाया गया। मुख्यमंत्री ने कुल्लू एवं मंडी में मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि वह गत तीन दिनों से कुल्लू, लाहौल-स्पिति तथा मंडी में प्रभावित क्षेत्रों का दौरे पर हैं। उन्होंने कहा कि कुल्लू एवं लाहौल-स्पिति जिला के विभिन्न स्थानों पर लगभग 70 हजार पर्यटक एवं अन्य लोग फंसे हुए थे, इनमें से 60 हजार लोगों की सुरक्षित वापसी की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि इस बचाव अभियान में एक हजार कर्मचारी एवं अधिकारियों ने चौबीसों घंटे युद्धस्तर पर कार्य करते हुए इसे संभव बनाया। उन्होंने कहा कि इस विपदा में सबसे चुनौतिपूर्ण बचाव अभियान के तहत लाहौल-स्पिति के चंद्रताल में फंसे पर्यटकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की गई है। लैंडिंग स्थल उपलब्ध न होने के कारण यहां वायुसेना के लिए हैलीकाप्टर उतारना संभव नहीं था। प्रदेश सरकार की ओर से राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी तथा मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी बचाव अभियान की निगरानी के लिए भारी बर्फबारी के बीच शून्य से नीचे तापमान में तीन जेसीबी मशीनों के साथ तड़के सुबह दो बजे ग्राउंड जीरो (चंद्रताल) पर पहुंचे। इसके उपरान्त 57 वाहनों के माध्यम से लगभग 250 पर्यटकों को वहां से सुरक्षित काजा लाने के साथ ही यह अभियान पूरा हुआ। उन्होंने अभियान से जुड़े सभी लोगों का उनके सक्रिय सहयोग एवं अथक प्रयासों के लिए आभार भी व्यक्त किया। अपनी गाड़ियां छोड़कर जाने को तैयार नहीं कई पर्यटक मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी भी तीर्थन तथा कसोल क्षेत्र में काफी संख्या में पर्यटक हैं और उनमें से अधिकांश ने अपनी गाड़ियों सहित ही घर वापसी की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि चूंकि भारी बारिश से सड़कों को व्यापक नुकसान पहुंचना है और ऐसे में इन पर यातायात सामान्य करने में समय लग सकता है। प्रदेश सरकार ने उन्हें गाड़ियां वहीं छोड़कर सार्वजनिक परिवहन सेवा के माध्यम से घर वापसी का विकल्प दिया है। पर्यटकों को उनकी गाड़ियों से संबंधित एक पावती भी जिला व पुलिस प्रशासन के माध्यम से दी जाएगी तथा इसी के आधार पर सड़क मार्ग बहाल होने पर उन्हें यह गाड़ियां वापस उपलब्ध करवाई जाएंगी। इन पर्यटकों से संवाद के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रैंक के अधिकारी को भी कसोल भेजने के निर्देश दिए गए हैं। घाटी में सभी विदेशी पर्यटक सुरक्षित एक सवाल के जवाब में सुक्खू ने कहा कि तीर्थन तथा कसोल क्षेत्र में कुछेक इजरायली पर्यटक भी हैं और इजरायली दूतावास की ओर से उन्हें अपने स्तर पर हेलिकाप्टर के माध्यम से सुरक्षित निकालने का आग्रह किया गया है। उन्होंने कहा कि इस पर प्रदेश सरकार को कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि घाटी में सभी विदेशी पर्यटक सुरक्षित हैं और उन्हें भोजन सहित सभी मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करवाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुल्लू में इतनी बड़ी विपदा के बावजूद प्रदेश सरकार ने जनजीवन सामान्य बनाने के लिए पूरी तत्परता से कार्य किया है। क्षेत्र में 48 घण्टों में बिजली तथा पानी की आपूर्ति आंशिक तौर पर बहाल करने के साथ ही मोबाइल सेवा पुन: सुचारू करने में भी सफलता हासिल की है। इसके लिए उन्होंने जिला व पुलिस प्रशासन सहित सभी संबंधित विभागों के प्रयासों की सराहना भी की। बाढ़ प्रभावित परिवारों को 50 लाख की राहत राशि जारी मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अभी तक बाढ़ प्रभावित परिवारों को 50 लाख रुपये की राहत राशि जारी की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा राहत राशि में बढ़ौत्तरी करते हुए सभी प्रभावितों को एक-एक लाख रुपये प्रदान किए जाएंगे। किन्नौर के कड़छम, कुप्पा और सांगला में लिया नुकसान का जायजा मुख्यमंत्री ने किन्नौर जिला के कड़छम, कुप्पा और सांगला घाटी का दौरा भी किया और वहां हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने टापरी उप-तहसील के चोलिंग में स्थित सेना के राहत शिविर में सांगला से सुरक्षित निकाले गए लोगों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि किन्नौर जिला में बादल फटने की घटना के बाद वहां फंसे पर्यटकों को सुरक्षित निकालने के लिए बचाव दल ने बेहतरीन कार्य करते हुए 118 लोगों को हेलिकाप्टर की छह उड़ानों में सांगला से चोलिंग (कड़छम) सुरक्षित पहुंचाया गया है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए उन्होंने जिला प्रशासन और भारतीय सेना की सराहना भी की। इस अवसर पर मंडी में मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर, एपीएमसी मंडी के अध्यक्ष संजीव गुलेरिया तथा किन्नौर में उपायुक्त तोरुल रवीश सहित सेना एवं विभिन्न प्रशासनिक व विभागीय अधिकारी भी उपस्थित थे।
किन्नौर जिला के जवाहर नवोदय विद्यालय रिकांगपिओ की प्राचार्या शशि कांता कुमारी ने आज यहां बताया कि जिला किन्नौर में सत्र 2023-24 में कक्षा 11वीं की पार्श्व परीक्षा 22 जुलाई को प्रात: 11 बजे से दोपहर 01:30 बजे तक जवाहर नवोदय विद्यालय रिकांग पिओ में आयोजित की जाएगी। उन्होंने बताया कि परीक्षा के लिए प्रवेश-पत्र जारी कर दिए गए हैं जो नवोदय विद्यालय समिति की वैबसाईट ूूूण्दंअवकलंण्हवअण्पद पर उपलब्ध हैं तथा अभ्यर्थि वैबसाईट से प्रवेश-पत्र डाउनलोड कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त जिन अभ्यर्थियों को ऑनलाईन प्रवेश-पत्र निकालने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है वह जवाहर नवोदय विद्यालय रिकांग पिओ में किसी भी कार्य दिवस आकर प्रवेश-पत्र प्राप्त कर सकते हैं।
उपायुक्त किन्नौर तोरूल रवीश ने आज यहां जानकारी दी कि जिला प्रशासन किन्नौर द्वारा सांगला घाटी से 118 पर्यटकों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से जिला के चोलिंग में भारतीय सेना के शिविर में स्थापित किए गए बाड़ राहत कैम्प में सुरक्षित पहुंचाया गया। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने भारतीय सेना, आईटीबीपी, जिला पुलिस व गृह रक्षा के सहयोग से इस बचाव अभियान को सफलतापूर्वक पूर्ण किया। उन्होंने बताया की हेलीकॉप्टर की 6 सोर्टिस के माध्यम से 118 व्यक्तियों को सांगला से निकाला गया, जिसमें 6 विदेशी पर्यटक और 112 भारतीय पर्यटक शामिल हैं। सुरक्षित निकाले गए पर्यटकों में से पश्चिम बंगाल की शोनाली चेटरजी ने कहा की वह 34 लोगों का समूह है जो हिमाचल प्रदेश के भ्रमण पर आए थे जिसमें किन्नौर जिला का सांगला भी शामिल था, परंतु भारी बारिश के कारण वह गत पांच दिनों से सांगला में हीं फंसे हुए थे। शोनाली चेटर्जी कहती हैं कि प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन को संपर्क करने के उपरांत उन्हे सांगला से सफलतापूर्वक हेलीकॉप्टर के माध्यम से निकाला गया और चोलिंग पहुंचाया गया। इसके उपरांत, उन्हें बस के मध्यम से चंडीगढ़ तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के सहयोग से उन्हें चिकित्सीय सेवा के साथ-साथ मानसिक व भावनात्मक सहयोग भी प्रदान किया गया। जिला किन्नौर के बारंग गांव की दारा नेगी बताती हैं कि वह सांगला अपने रिश्तेदारों से अपने तीन रिश्तेदारों और दो अन्य व्यक्तियों के साथ मिलने गए थे, परंतु भारी बारिश के कारण रविवार से ही सांगला में फंसे हुए थे। उन्हें सूचना प्राप्त हुई की जिला प्रशासन द्वारा भारतीय सेना के हेलीकॉप्टर के माध्यम से लोगों को निकाला जा रहा है तथा जैसे ही उन्होंने प्रशासन से सम्पर्क साधा उन्हें त्वरित सहायता प्रदान की गई। उन्होंने प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन के प्रयासों की सराहना की और उनका आभार व्यक्त किया। इजरायल की ताली बोलीं- थैंैक्यू हिमाचल सरकार इजरायल की ताली ने इस आपदा की स्थिति में तत्परता एवं सत्यनिष्ठा से बचाव एवं राहत कार्य करने के लिए प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया। वहीं, जिला किन्नौर के रकच्छम गांव के निवासी पंकज नेगी गुजरात में काम करते हंै और अवकाश पर घर आए थे। उनका कहना है कि उनकी छुट्टियां खत्म हो रही थीं तथा उनका कार्य स्थल पर पहुंचना आवश्यक था, जिसके चलते उन्होंने जिला प्रशासन को संपर्क किया और जिला प्रशासन व भारतीय सेना की मदद से वह अब अपने कार्य स्थल समय पर पहुंच पाएंगे।
उपायुक्त किन्नौर तोरूल रवीश ने जानकारी दी कि जिला किन्नौर के भावा वैली के कारा क्षेत्र में लगभग 28 व्यक्तियों के फंसे होने की जानकारी प्राप्त हुई थी, जिसके उपरांत पुलिस, एनडीआरएफ, आईटीबीपी व होमगार्ड के बचाव दलों को शीघ्र भेजा गया। उन्होंने कहा कि कारा में 28 व्यक्ति मवेशियों सहित फंसे हुए थे, जिनमें से 8 व्यक्ति ज्यूरी प्रजनन केंद्र, 4 ककस्थल फॉर्म, 3 नाथपा के निवासी और 10 भावा घाटी के निवासी थे, जिन्हें सुरक्षित मूलिंग गांव पहुंचाया गया है तथा 3 व्यक्ति कारा में मवेशियों की देख-रेख के लिए रुके हैं, जिन्हें पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री उपलब्ध करवा दी गई है। इसके अतिरक्ति इंडिया हाईक्स की ट्रैकर टीम के 18 व्यक्तियों को भी काफनू बेस में सुरक्षित पहुंचाया जा चुका है।
जिला प्रशासन किन्नौर के एक प्रवक्ता ने आज यहां जानकारी देते हुए बताया कि गत दिनों से जिला में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण जिले में संपर्क मार्गों तथा बाधित बिजली व पानी की समस्या को बहाल करने के लिए जल शक्ति, विद्युत व लोक निर्माण विभाग सहित पुलिस, होम-गार्ड व एनडीआरएफ के जवानों द्वारा युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मूसलाधार बारिश के कारण पेयजल आपूर्ति योजनाएं बाधित हो गई हैं जिन्हें खोलने के लिए जल शक्ति विभाग द्वारा त्वरित व ठोस कदम उठाए जा रहे हैं जिसके तहत जिला के कल्पा तथा निचार उपमण्डल में 31 बाधित पेयजल आपूर्ति योजनाओं में से 17 योजनाएं तथ पूह उपमंडल में 24 बाधित पेयजल आपूर्ति योजनाओं में से 21 पेयजल योजनाओं को बहाल कर दिया गया है। प्रवक्ता ने बताया कि जिला में बिजली की समस्या को बहाल करने के दृष्टिगत जिला में अब तक 436 ट्रांसर्फोमर है जिनमें से 308 ट्रांसर्फोमर को बहाल कर दिया गया है तथा 128 बाधित ट्रांसर्फोमर को बहाल करने का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि जिला के कल्पा, निचार तथा पूह उपमंडल में कुल 36 संपर्क मार्ग बाधित हैं, जिन्हें लोक निर्माण विभाग द्वारा खोलन के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश में अत्याधिक बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन ने राज्य पर विनाशकारी प्रभाव डाला है और कृषि विभाग के प्रारंभिक अनुमान में फसलों को 83 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। कृषि एवं पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार ने कहा कि राज्य भर में हुई तबाही अभूतपूर्व है, इसलिए केंद्र को हिमाचल में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित कर बचाव एवं राहत कार्यों के लिए विशेष आर्थिक पैकेज जारी करना चाहिए। आज आयोजित एक बैठक में चंद्र कुमार ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार राज्य में प्रभावित कुल 28,495 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में से 6,978 हेक्टेयर में सब्जी उत्पादन को लगभग 40 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। मक्का, धान, रागी, बाजरा और खरीफ दलहन को लगभग 21,517 हेक्टेयर पर करीब 17 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। मंत्री ने कहा कि इसके अलावा, खेती की जमीन बह जाने और खेतों में आई गाद के कारण फसलों को लगभग 26 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा नुकसान मंडी जिले में हुआ जोकि 23.38 करोड़ रुपये आंका गया है। इसके बाद शिमला में 17.63 करोड़ रुपये, सिरमौर में 13.29 करोड़ रुपये, सोलन में 8.16 करोड़ रुपये, लाहौल स्पिति में 5.74 करोड़ रुपये, कुल्लू में 4.38 करोड़ रुपये, कांगड़ा में 3.99 करोड़ रुपये, ऊना में 2.99 करोड़ रुपये, चंबा में 1.53 करोड़ रुपये, बिलासपुर में 1.01 करोड़ रुपये, किन्नौर में 59 लाख रुपये और हमीरपुर में 29 लाख रुपये का नुकसान हुआ। भविष्य में ऐसी प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए मृदा संरक्षण पर बल देते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि पूरे राज्य में मृदा संरक्षण की तकनीकों और तरीकों को बढ़ावा दिया जाएगा। मंत्री ने कहा कि कांगड़ा जिले के शाहपुर निर्वाचन क्षेत्र में गज खड्ड के उचित तटीकरण और राजोल, अवाड़ी, अनसुई और डेग गांवों के निवासियों द्वारा मिट्टी संरक्षण को अपनाने के कारण हाल ही में हुई भारी बारिश से न्यूनतम नुकसान दर्ज किया गया हैै। चंद्र कुमार ने कहा कि कृषि और पशुधन के नुकसान के संबंध में उप निदेशकों को अंतिम रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया है और शीघ्र ही इससे संबंधित बैठक की जाएगी। बैठक में शाहपुर के विधायक केवल सिंह पठानिया, निदेशक कृषि डॉ. राजेश कौशिक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
प्रदेश में भारी बारिश, अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से सड़कों और अन्य बुनियादी ढांचा को भारी नुकसान हुआ है। इन सभी विपरीत एवं कठिन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए व विद्यार्थियों और कर्मचारियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए वर्तमान सत्र के लिए हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड से संबद्ध सरकारी, निजी स्कूलों में मानसून अवकाश को पुनर्निर्धारित और समय से पहले/समायोजित करने का निर्णय लिया है। छुट्टियों के दिनों की कुल संख्या समान रखने के लिए हरसंभव सावधानी बरती गई है, ताकि शिक्षण दिवस यथावत रहे। सरकार के आदेशों के अनुसार स्कूलों में मानसून ब्रेक 10 जुलाई से शुरू हो गया है। इस संबंध में उच्च शिक्षा निदेशालय की ओर से कार्यालय आदेश जारी किए गए हैं। स्कूलों में अब यह रहेगा मानसून ब्रेक का शेड्यूल कुल्लू जिले के स्कूलों में अब मानसून अवकाश 10 जुलाई से 1 अगस्त तक 23 दिन का रहेगा। पहले यह 23 जुलाई से 14 अगस्त तक होना था। इसी तरह लाहौल-स्पीति जिले के स्कूलों में समर अवकाश 10 जुलाई से 20 अगस्त तक 42 दिन का रहेगा। पहले ये छुट्टियां 17 जुलाई से 20 अगस्त तक होनी थीं। जनजातीय क्षेत्र किन्नौर, पांगी व भरमौर में मानसून अवकाश 10 से 15 अगस्त तक छह दिन का रहेगा। मौजूदा शेड्यूल के मुताबिक यह ब्रेक 22 से 27 अगस्त तक होना था। प्रदेश के अन्य शीतकालीन अवकाश वाले स्कूलों में मानसून ब्रेक अब 10 से 15 जुलाई तक छह दिन का रहेगा। मौजूदा शेड्यूल के तहत मानसून ब्रेक 22 से 27 जुलाई तक होना था।
भारी बारिश से सड़कें बंद होने से प्रदेश भर में एचआरटीसी के 1007 रूट बंद हो गए हैं। वहीं, अलग-अलग क्षेत्रों में निगम की 452 बसें फंसी हुई हैं। इसके अलावा हिमाचल से बाहर भी कई बसें फंसी हुई हंै। एचआरटीसी प्रबंधन की ओर से जारी जानकारी के अनुसार प्रदेश में नाहन यूनिट की एक बस देहरादून पांवटा सड़क पर फंसी हुई है। वहीं एक बस सुंदरनगर यूनिट की सहारनपुर अंबाला के बीच फंस गई है। एचआरटीसी के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि मंडी का धर्मपुर डिपो सुरक्षित है। सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहा है, वीडिया 2015 का है। उन्होंने बताया कि रामपुर-रिकांगपिओ बस रूट बंद है। इसके कारण रिकांगपिओ में स्थानीय बसों का संचालन बंद हो गया है। रामपुर से रोहड़ू के रूट भी भूस्खलन के कारण बंद है। शिमला शहर के अंदर एचआरटीसी बसों की आवाजाही जारी है, लेकिन शहर के साथ लगते कई क्षेत्रों में बसों की आवाजाही बंद है। नाहन में मुख्य सडक़े अलावा सभी लिंक रूट बंद है। इसी तरह सोलन में भी मुख्य सडक़ के अलावा लिंक रूट बंद है। चंबा में एचआरटीसी की सभी बस सेवाएं प्रभावित है। कुल्लू जिला के भी सभी रूट बंद है। धर्मशाला डिपो के लोकल रूट बंद है। हमीरपुर में मुख्य रूट बहाल हैं, लेकिन लिंक रूट बंद है।
हिमाचल में तीन दिन से जारी बारिश प्रदेश को गहरे जख्म दे रही है। अब तक करीब 15 लोगों को यह बेरहम बरसात लील गई है। बरसात के कारण कई जगह लोगों के घर और अन्य भवन जमींदोज हो गए हैं तो कहीं पानी अपने साथ लोगों के आशियाने बहाकर ले गया है। मूसलाधार बारिश के चलते भूस्खलन, बादल फटने, घर ध्वस्त होने, पेड़ और बिजली गिरने से करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। 6 नेशनल हाईवे समेत 828 सड़कें यातायात के लिए अवरुद्ध हैं। 4686 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हैं। सबसे ज्यादा नुकसान कुल्लू और मंडी जिले में हुआ है। मनाली में चार लोग बहने से लापता हैं। वहीं, दो-तीन वोल्वो बसों के बहने की सूचना है। अखाड़ा बाजार में बैली ब्रिज को भारी नुकसान हुआ है। आवाजाही बंद कर दी गई है। मंडी में ब्यास नदी के उफान में 40 साल पुराना पुल बह गया है। जिला ऊना के उपमंडल बंगाणा क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में रविवार देर रात तथा सोमवार सुबह को लगातार हो रही बारिश से यातायात प्रभावित है। वहीं कुछ स्थानों पर रिहायशी मकान तथा गोशालाएं गिर गई हैं। रौद्र रूप दिखा रही ब्यास बारिश से ब्यास नदी का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। नदी के तटीय इलाकों में भारी नुकसान हुआ है। ब्यास किनारे कई घर व होटल बह गए हैं। वहीं पार्वती व तीर्थन नदी व अन्य नदी नालों में बाढ़ जैसे हालात हैं। नदी किनारे बसें गांवों व घरों में पानी घुस गया है। लाहौल के तेलिंग नाला में तीन दिन से फंसे हैं 50 लोग जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में बारिश ने तबाही मचा दी है। मनाली-लेह मार्ग के बीच आने वाले तेलिंग व पागलनाला में बाढ़ आने से सड़क मार्ग बंद है। यहां एचआरटीसी की चार बसों के साथ कुछ छोटे वाहन भी फंसे हैं। बसों में सवार करीब 50 लोग तीन दिनों से भूखे प्यासे हैं। इसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। स्थानीय प्रशासन ने कोई भी मदद नहीं की है। किन्नौर की भावा खड्ड में तीन मकान बहे किन्नौर जिले की भावा खड्ड में रविवार रात बाढ़ आने से तीन मकान बह गए हैं, जबकि दो मकानों को आंशिक रूप से नुकसान हुआ है। एक टिप्पर, एक पिकअप और एक कार बाढ़ मे बह गई है। कई सेब के बागीचों को भी नुकसान पहुंचा है। वहीं भावा खड्ड पर बने पैदल पुल भी बाढ़ की चपेट में आने से बह गए हैं। जबकि कई मकान खतरे की जद में हैं। ऊना आने वाली सभी ट्रेनें रद्द ऊना आने वाली सभी ट्रेनें आज भी रद्द रहेंगी। बारिश की वजह से रेल सेवा पर सबसे बुरा असर पड़ा है। वंदे भारत, जनशताब्दी, हिमाचल एक्सप्रेस सहित पेसेंजर ट्रेने भी नहीं चलेंगी। ऊना, अंब, अंदौरा व दौलतपुर चौक रेलवे स्टेशन भी खाली पड़ हैं। ऊना में कुल नौ ट्रेने अवगमन करतीं हैं। सीएम ने की राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बारिश से हुई तबाही को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है। सीएम सुक्खू रात भर मंडी, कुल्लू, सोलन जिलों में हो रही तबाही की जानकारी लेते रहे। फंसे हुए लोगों को सकुशल निकालने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं।
भारी बारिश से हिमाचल प्रदेश में सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है। बीते 24 घंटे के दौरान मूसलाधार बारिश के चलते भूस्खलन, बादल फटने, घर ध्वस्त होने, पेड़ और बिजली गिरने से 11 लोगों की मौत हुई है।किन्नौर जिले के भावा खड्ड में रविवार रात भयंकर बाढ़ आने से तबाही मच गई। जानकारी के अनुसार, बाढ़ की चपेट में आने से तीन मकान पूरी बह गए हैं। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में भारी बरसात को लेकर रेड व ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, उपायुक्त किन्नौर ने आमजन से एतिहात बरतने और अनावश्यक यात्रा नहीं करने की अपील की है स्त होने, पेड़ और बिजली गिरने से 11 लोगों की मौत हुई है।किन्नौर जिले के भावा खड्ड में रविवार रात भयंकर बाढ़ आने से तबाही मच गई।
प्रदेश में लगातार जारी भारी बारिश के चलते प्रदेश उच्च न्यायालय व जिला न्यायपालिका के सभी न्यायालय में सोमवार को अवकाश घोषित किया गया है। इस संबंध में प्रदेश उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल ने आदेश जारी किए हैं। आदेशों में कहा गया है कि अवकाश के स्थान पर भविष्य में किसी अन्य गैर कार्य दिवस को प्रदेश उच्च न्यायालय में कार्य दिवस घोषित किया जाएगा। जिला एवं सत्र न्यायाधीश इसे हिमाचल प्रदेश राज्य के बार एसोसिएशन के माध्यम से आम जनता, वादिकरियों और अधिवक्ताओं के ध्यान में लाएंगे। लगातार हो रही बारिश के कारण वकीलों, कर्मचारियों और न्यायिक अधिकारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इसके बाद ही ये आदेश जारी किए गए हैं।
हिमाचल प्रदेश में बीते दिन से बारिश का कहर जारी है। रविवार को प्रउेश में पांच लोगों की मौत हो गई। बारिश की वजह से शिमला में एक मकान गिर गया। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। कुल्लू में एक महिला और रामपुर में एक व्यक्ति की मौत हुई है। कुल्लू जिले के बाहंग में एक दुकान ढह गई। कुल्लू में ब्यास के साथ पार्वती और तीर्थन नदी भी उफान पर हैं। इसके अलावा, मंडी शहर में ब्यास नदी उफान पर है। भूस्खलन की वजह से कई हाईवे बंद हैं। मौसम की मार से वंदे भारत, अम्बाला से ऊना आने वाली ट्रेन प्रभावित हैं। लाहौल में ताजा बर्फबारी और मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। रामशिमला से मनाली मार्ग यातायात के लिए बंद है। सांगरी बैग से बायां तट होते हुए नग्गर मनाली तक भी यातायात के लिए बंद है। कुल्लू के ब्यासा मोड़ में कार फंस गई।
प्रदेश में भारी बारिश के कारण कई जगहों पर नुकसान की खबर है। नदी नाले उफान पर है। पहाड़ों,चट्टानों और पेड़ों के गिरने का डर है। यह क्रम अभी दो दिन तक और जारी रहेगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लोगों से अपील की है कि ज्यादा जरूरी काम न हो तो घर से बाहर न जाएं। जनता की सुविधा के लिए प्रशासन को हर संभव सहायता प्रदान करने और सतर्क रहने के आदेश दे दिए गए हैं। सरकार हर वक्त आपके साथ खड़ी है। अपना ख्याल रखें और सावधान रहें।
हिमाचल प्रदेश में जारी मूसलाधार बारिश के बीच मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से हिमाचल प्रदेश में 9 जुलाई के लिए बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश में 10 जुलाई के लिए यलो अलर्ट जारी हुआ है। पूरे प्रदेश में 14 जुलाई तक बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने हिमाचल के लाहौल-स्पीति में अचानक बाढ़, हिमस्खलन की चेतावनी भी दी है। रेड अलर्ट को देखते हुए मौसम विभाग ने स्थानीय लोगों व पर्यटकों को संबंधित विभागों की ओर से जारी एडवाइजरी और दिशा-निर्देशों का पालन करने को कहा है। विभाग के अनुसार मौसम के संबंध में जारी की गई किसी भी यातायात सलाह का पालन करें। -इन जिलों के लिए जारी हुआ रेड अलर्ट प्रदेश के ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिले के लिए बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी हुआ है। वहीं, शिमला, सोलन, सिरमौर व लाहौल-स्पीति के लिए येलो-ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। उधर, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से भी लोगों को एसएमएस के जरिये सचेत रहने की सलाह दी जा रही है।
हिमाचल प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान कई क्षेत्रों में भारी बारिश हुई। इससे प्रदेश में 160 से ज्यादा सड़कें बंद हो गई हैं। मौसम विभाग ने आगे दो दिन तक हाईअलर्ट जारी किया गया है। शिमला और सोलन जिले में धुंध के कारण विजिबिलिटी 50 मीटर तक गिर सकती है। मौसम विभाग की मानें तो ऊना, कांगड़ा, चंबा, बिलासपुर, मंडी, शिमला, सोलन, सिरमौर और हमीरपुर जिले में कुछ स्थानों पर भारी से भी भारी बारिश हो सकती है। इसलिए इन जिलों में मौसम विभाग की ओर से ऑरेंज अलर्ट दिया गया है। मौसम विभाग की मानें तो बारिश होने से मौसम में गिरावट आई है। अगले 2-3 दिन में भी तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरवाट आएगी। प्रदेश का अधिकतम तापमान औसत से 2.4 डिग्री नीचे लुढ़क चुका है। शिमला का अधिकतम पारा 22.8 डिग्री, ऊना का 33.2 डिग्री, नाहन 26.7 डिग्री, सोलन 27.4 डिग्री, मनाली 22.8 डिग्री, कांगड़ा 31.3 डिग्री, बिलासपुर 32 डिग्री और हमीरपुर 32.4 डिग्री दर्ज किया गया।
राजस्व, बागवानी व जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह ने गत सांय ग्राम पंचायत जंगी में जनसमस्याएं सुनी और जनसभा को संबंधित करते हुए कहा की जंगी में लिप्पा व आसरंग के साथ पानी के विवाद खत्म होने से जंगी में लंबे समय से चली आ रही पानी की समस्या से निदान मिलेगा। उन्होंने जंगी में लोगों को पानी उपलब्ध करवाने के लिए लिप्पा और आसरंग के लोगों का भी आभार व्यक्त किया। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि किन्नौर जिला के हर गांव में सभी आवश्यक व मूलभूत सुविधा उपलब्ध करवाना प्रमुख प्राथमिकता है जिसके लिए वह निरंतर प्रयत्नशील है। उन्होंने कहा कि जिला में बागवानी, शिक्षा, सड़क, बिजली व पानी इत्यादि जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों के विकास के लिए अनेक अहम कदम उठाए गए हैं। जिला के अधिकतर कण्डों को मुख्य सम्पर्क सड़कों से जोड़ने का कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है। जिला के सभी गांवों में बिजली की सुविधा है तथा अब कण्डों तक बिजली की व्यवस्था पहुंचाने का कार्य भी किया जा रहा है। इसके अलावा जिला के जिन स्थानों में पानी की समस्या है उनका निवारण प्राथमिकता के आधार पर करने के लिए जल शक्ति विभाग को निर्देश दिए गए हैं। इस अवसर पर जिला परिषद उपाध्यक्ष प्रिया नेगी ने मुख्यातिथि तथा अन्य अतिथिगणों के जंगी पचायत आगमन पर स्वागत संबोधन दिया। कांग्रेस ग्राम कमेटी द्वारा मंत्री महोदय को पारम्परिक ढंग से सम्मानित किया गया तथा सदस्य जंगी कांग्रेस कमेटी रोशन लाल ने धन्यावाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इस दौरान महिला मण्डल जंगी द्वारा रंगा-रंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया जिन्हें राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने 15 हजार रुपये की राशि प्रदान करने की घोषणा की।
* डॉ राजीव बिंदल की नई टीम से जल्द उठ सकता है पर्दा * जिला और ब्लॉक स्तर पर भी चरणबद्ध तरीके से बदलाव तय हिमाचल में लगातार चुनाव हार रही भाजपा अब प्रदेश संगठन में बड़े स्तर पर बदलाव की तैयारी में है। डॉ राजीव बिंदल के तौर पर नए प्रदेश अध्यक्ष की तैनाती पहले ही हो चुकी है और अब संगठन की सर्जरी की तयारी है। बताया जा रहा है पूरी कार्यकारिणी बदलने की तैयारी है और नए प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल ने संभावित कार्यकारिणी की लिस्ट तैयार कर मंजूरी के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेज भी दी है। नड्डा की सहमति मिलते ही कई बड़े चेहरों की छुट्टी हो सकती है और हाशिए पर चल रहे कई निष्ठावानों को तवज्जो मिलेगी। निष्क्रिय पदाधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखया जायेगा। ऐसे कई पदाधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है जिनके क्षेत्र में बीते विधानसभा चुनाव में खुलकर बगावत हुई हैं और पार्टी का ग्राफ गिरा है। हालांकि मौजूदा कार्यकारिणी के कुछ पदाधिकारियों को बड़ी जिम्मेदारी भी मिल सकती है। माना जा रहा है कि ये बदलाव सिर्फ राज कार्यकारिणी तक सिमित नहीं रहेगा। पार्टी संगठन में टॉप टू बॉटम बदलाव कर सकती है। राज्य कार्यकारिणी में आवश्यक बदलाव के बाद जिला और ब्लाक कि कार्यकारिणी में भी बदलाव होगा। अन्य मोर्चों में भी जरूरी बदलाव की तैयारी है। वहीँ विधानसभा चुनाव में बगावत का बिगुल फूंकने वाले नेताओं कि घरवापसी को लेकर अभी संभवतः पार्टी कोई निर्णय न ले लेकिन आवश्यकता पड़ने पर इस पर भी विचार हो सकता है। दुनिया के सबसे बड़े राजनैतिक दल, यानी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नडडा का डंका आज पुरे सियासी जगत में बजता है। पर उनके अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश में नड्डा की चमक लगातार फीकी पड़ी है। अपने ही राज्य में नड्डा अपनी पार्टी को हारते हुए देख रहे है, निश्चित तौर पर ये बात उन्हें खलती तो होगी। जाहिर है नड्डा सियासत के माहिर खिलाड़ी है और अब कोई चांस लेने के मूड में नहीं होंगे। लाजमी है 2024 के लिए नड्डा अब नरम नहीं बल्कि गरम रुख अपनाये। ऐसे में संगठन में व्यापक बदलाव देखने को मिल सकता है। क्या नए चेहरों पर दांव खेलगी भाजपा ? 2024 लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा एक्शन मोड में है। 2014 और 2019 में भाजपा ने प्रदेश में क्लीन स्वीप किया है और अब पार्टी इस प्रदर्शन को दोहराना चाहती है। मंडी लोकसभा उपचुनाव में हार के बाद पार्टी के तीन सांसद है और माहिर मान रहे है कि पार्टी सीटिंग सांसदों के टिकट काटने या बदलने से भी गुरेज नहीं करेगी। ग्राउंड फीडबैक के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जायेगा। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के अलावा अन्य डॉ सांसदों को टिकट मिलेगा या नहीं, ये कहना मुश्किल है। अनुराग की सीट बदलने को लेकर भी अटकलें तेज है। वहीँ मंडी से पार्टी उम्मीदवार के तौर पर जयराम ठाकुर और अनिल शर्मा के नाम चर्चा में है।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज जिंदल सिविल अस्पताल शोल्टू में चार दिवसीय बहु-उद्देशीय स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश सरकार गरीब व जरूरतमंद लोगों की सरकार है। इसी के दृष्टिगत जनजातीय जिला किन्नौर के लोगों को उनके घर-द्वार के निकट बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए इस चार दिवसीय बहु-उद्देशीय स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला व सुपर स्पेशलिटी हस्पताल शिमला से विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा जिला के लोगों का नि:शुल्क उपचार किया जा रहा है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग किन्नौर, जेएसडब्ल्यू व अभ्युदय परिवार को इस शिविर के सफल रूप से आयोजन करने के लिए बधाई देते हुए कहा कि किन्नौर जिला के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं जमीनी स्तर पर उपलब्ध करवाने के लिए सभी का एक साथ मिलकर कार्य करना आवश्यक है। उन्होंने भविष्य में भी इस प्रकार के स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने के लिए कहा। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश सरकार जनजातीय जिला के लोगों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध करवाने के प्रति वचनबद्ध है। इसी के अंतर्गत किन्नौर जिला के लोगों को चिकित्सा संबंधी सभी सुविधा उनके घर-द्वार के निकट उपलब्ध करवाने की दिशा में यह प्रदेश सरकार की पहल है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा अपने पहले ही बजट भाषण में राज्य के प्रत्येक विधानसभा के एक स्वास्थ्य संगंठन को आदर्श स्वास्थ्य संस्थान के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया। इसके अतिरिक्त प्रदेश के स्वास्थ्य संस्थानों में उचित मूल्य पर गुणवत्ता पूर्ण दवाईंया, मशीन व उपकरण की खरीद के लिए हिमाचल प्रदेश चिकित्सा सेवा निगम की स्थापना जैसे जन-हित निर्णय लिए गए हैं। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी किन्नौर डॉ. सोनम नेगी ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि जेएसडब्ल्यू, हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य विभाग एवं अभ्युदय परिवार के संयुक्त तत्वाधान में इस शिविर का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 27 से 30 जून, 2023 तक इस शिविर का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शिविर के प्रथम दिन जिला के लगभग 1300 लोगों ने नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाया।
हिमाचल प्रदेश में मानसून की पहली बारिश आफत बना कर बरसी है। भारी बारिश के चलते प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ आने से काफी नुक्सान हुआ है। कुल्लू-मंडी-रामपुर में बाढ़ से कई जगह जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। हमीरपुर में सुजानपुर के खैरी में रविवार को बादल फटने से पांच घरों में मलबा घुस गया। कांगड़ा के नगरोटा बगवां के उपरली मझेटली में बिजली गिरने से मां और डेढ़ साल का बच्चा झुलस गया। मंडी के सराज की तुंगधार और कुल्लू की मौहल खड्ड में बाढ़ से एक दर्जन वाहन बह गए और कई घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। मंडी के शिकारी देवी में शनिवार रात 200 लोग फंस गए, जिन्हें छह घंटे बाद निकाला गया। प्रदेशभर में 85 सड़कें बंद हो गईं हैं। 55 बिजली के ट्रांसफार्मरों को नुकसान पहुंचा है। उधर, कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर जगह-जगह पहाड़ियों से पत्थर, मलबा और पेड़ गिरने से दूसरे दिन भी सभी ट्रेनें रद्द हो गईं। नाहन-कुमारहट्टी और पांवटा-शिलाई नेशनल हाईवे भी कुछ समय के लिए बंद रहा। शिलाई के गंगटोली में खड़ी गाड़ी पर पत्थर गिरे। सतौन और पुरुवाला में खड्ड का पानी दुकानों में घुस गया। जलस्तर बढ़ने से गिरि नदी पर बने जटोन डैम का एक गेट खोलना पड़ा। प्रदेश में मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने सोमवार को ऑरेंज और मंगलवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
अंतर्राष्ट्रीय नशा-निवारण दिवस के अवसर पर जिला किन्नौर में नशा-निवारण जागरूकता अभियान के तहत आयोजित की जा रही विभिन्न गतिविधियों की श्रृखंला में आज जिला के विभिन्न विद्यालयों में नशे से दूर रहने विषय पर विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। यह जानकारी एक सरकारी प्रवक्ता ने देते हुए बताया कि आज जिला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला तांगलिग, राजकीय उच्च पाठशाला बड़ा-कम्बा, राजकीय उच्च पाठशाला पानवी, राजकीय उच्च पाठशाला कंगोस व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रिकांग पिओ तथा सापनी में विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गई जिसमें नारा-लेखन, प्रश्नोत्तरी व भाषण प्रतियोगिता शामिल रही। इस दौरान विद्यार्थियों ने नशे से होने वाले दुष्प्रभावों पर अपने विचार विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से प्रकट किए। विद्यालय के विद्यार्थियों ने नशे पर अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि नशा मनुष्य को मानसिक व शारीरिक रूप से कमजोर बनाता है।
जवाहर नवोदय विद्यालय रिकांगपिओ जिला किन्नौर के प्राचार्य ने जानकारी देते हुए बताया कि जवाहर नवोदय विद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए छठी कक्षा में दाखिले हेतु ऑनलाइन आवेदन 10 अगस्त, 2023 तक कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि जिला किन्नौर में कक्षा पांचवी में अध्ययनरत समस्त पात्र एवं इच्छुक अभ्यर्थी प्रवेश परीक्षा के लिये आवेदन पत्र भर सकते हैं। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन आवेदन नवोदय विद्यालय समिति की वेबसाइट www.navodaya.gov.in के माध्यम से कर सकते हैं। आवेदनकर्ता की जन्म तिथि 01 मई 2012 से 31 जुलाई 2014 के बीच में होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त अभ्यर्थी जिला किन्नौर का वास्तविक निवासी हो तथा जिला के सरकारी विद्यालय अथवा सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विद्यालय में सत्र 2023-24 में पांचवी कक्षा में अध्ययनरत हो। प्रभारी प्राचार्य ने बताया कि अधिक जानकारी एवं सहायता हेतु प्राचार्य के दूरभाष नंबर 7988461117 या 01786-222232/222752 या व्यक्तिगत रूप से संपर्क कर सकते हैं।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज जिला किन्नौर के भावानगर स्थित नागरिक अस्पताल द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम की अध्यक्षता की। राजस्व मंत्री ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम तथा प्रदेश सरकार द्वारा बेटियों के लिए चलाई जा रही नीतियों के कारण आज देश व प्रदेश के कई भागों में लैंगिक अनुपात में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा जीवन में बेटियों का स्थान कितना बड़ा है, यह इस अभियान से प्रकट होता है। उन्होंने कहा की केवल अपने माता-पिता का गौरव ही नहीं बल्कि समाज और देश का गौरव बेटियां होती है तथा किन्नौर जिला की बेटियों ने तो विभिन्न क्षेत्रों में देश व विदेश भर में नाम कमाया है। उन्होंने बेटियों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान कर सशक्त बनाने पर बल देते हुए कहा कि जिला की बेटियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। ऐसे में यह आवश्यक है कि उन्हें गुणात्मक व सुविधापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाई जाए जिसके दृष्टिगत जिला में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाने पर बल दिया जा रहा है। जगत सिंह नेगी ने कहा कि महिलाओं को मुख्य धारा से जोड़ना आवश्यक है। बेटियों को सशक्त करने के लिए कई प्रयास किए गए । जिला किन्नौर की संस्कृति बहुत समृद्ध है और बेटियों की साक्षरता पर बल दिया जाता है। नारियों के बारे में हमारे कवियों ने भी कई कविताएं लिखी हैं। उन्होंने इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए गए कार्यों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि जनवरी से मई माह तक जिले में लगभग 400 ऑपरेशन किए गए हैं, जो की एक रिकॉर्ड है और जिला के लिए गर्व का विषय भी है। उन्होंने स्वास्थ्य के साथ-साथ शिक्षा के सुदृढ़ीकरण पर भी बल दिया। एंजल ने जीती भाषण प्रतियोगिता इस दौरान बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ विषय पर एक भाषण प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें प्रोजेक्ट सीनियर सेकेंड्री स्कूल की एंजल प्रथम, एकलव्य मॉडल स्कूल के अर्पित दूसरे तथा हिम मॉडर्न पब्लिक स्कूल पोंडा की जिया ठाकुर तीसरे स्थान पर रही जिन्हें मुख्य अतिथि ने स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र भेंट कर समानित किया तथा सभी प्रतिभागियों को पुरूस्कृत किया। इस अवसर पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ पर एक लघु नाटिका तथा रंगा-रंग सांसकृतिक प्रस्तुतियां भी प्रस्तुत की गई। राजस्व मंत्री ने भाषण प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को 5-5 हजार रुपये तथा लघु नाटिका और संस्कृतिक प्रस्तुति प्रस्तुत करने वालों को 10-10 हजार रूपए अपने ऐच्छिक निधि से देने की घोषणा की। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सोनम नेगी ने मुख्य अतिथि तथा अन्य अतिथिगणों का पारम्परिक ढंग से स्वागत किया।
नशे के समाज पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के दृष्टिगत प्रदेश सरकार द्वारा अंतरराष्ट्रीय नशा निवारण दिवस की पूर्व गतिविधियों के तहत 19 से 25 जून तक प्रदेश सहित जिला किन्नौर में नशा मुक्त अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में आज जिला किन्नौर में जिला कल्याण विभाग द्वारा भांग उखाड़ो अभियान चलाया गया जिसके तहत जिला के विभिन्न स्थानों में भांग उखाड़ कर लोगों को नशेे से दूर रहने के लिए जागरूक किया गया। भांग उखाड़ो अभियान के तहत आज जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान रिकांगपिओ के परिसर व आस-पास के क्षेत्र में विद्यार्थियों व अध्यापकों द्वारा भांग उखाड़ी गई व साथ ही आम लोगों को नशे से दूर रहने तथा नशे से होने वाले दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया गया। इसी प्रकार जिला की ग्राम पंचायत बारंग व ग्राम पंचायत पोण्डा में महिला मंडल, युवक मंडल व स्वयं सहायता समूहों द्वारा अपनी-अपनी पंचायतों में भांग उखाड़ो अभियान चला कर पंचायत को भांग रहित किया गया। इस अवसर पर महिला मंडल की महिलाओं द्वारा पंचायतवासियों को नशे से होने वाले दुष्प्रभावों बारे बताया गया तथा सभी से आग्रह किया कि वे अपने परिवार के सदस्यों विषेशकर युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए आगे आएं।
किन्नौर जिला स्थित जेएसडब्लयू परियोजना द्वारा आज जिंदल संजीवनी अस्पताल शोल्टू में नि:शुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में परियोजना प्रभावित क्षेत्र के लोगों को परियोजना द्वारा जिंदल संजीवनी हस्पताल शोल्टू में नि:शुल्क नेत्र जांच प्रदान की गई। शिविर में परियोजना प्रभावित क्षेत्र के लगभग 500 लोगों ने अपनी आंखों की जांच करवाई। शिविर में 113 वरिष्ठ नागरिकों ने भी भाग लिया। जांच टीम में चंडीगढ़ कॉर्नीया केंद्र के नेत्र विशेषज्ञ डॉ. अशोक शर्मा, डॉ. राजन शर्मा व अन्य सदस्य उपस्थित रहे। इस दौरान नेत्र जांच के साथ-साथ अन्य दवाइयां भी नि:शुल्क वितरित की गई। जांच टीम ने लोगों को आंखों की सुरक्षा के लिए जरूरी सुझाव भी दिए। इस शिविर का शुभारंभ परियोजना प्रमुख कौशिक मलिक ने जिंदल संजीवनी हस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुमन धर, सीएसआर प्रमुख दीपक डेविड एवं विभाग के अन्य सदस्यों की उपस्थिति में किया गया। लोगों ने अपनी आंखों की जांच करवाई व जाँच टीम में चंडीगढ़ कॉर्नीया केंद्र के नेत्र विशेषज्ञ डॉ. अशोक शर्मा, डॉ राजन शर्मा व अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
किन्नौर जिला के निचार स्थित जेएसडब्लयू अस्पताल शोल्टू में 27 से 30 जून तक बहु-विशेषज्ञ चिकित्सा शिविर आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी आज यहां मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. सोनम नेगी ने दी। उन्होंने बताया कि इंदिरा गांधी मेडिकल काॅलेज शिमला के 30 विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा बहु-विशेषज्ञ चिकित्सा शिविर में लोगों की स्वास्थ्य जांच तथा मरीजों का उपचार व आॅप्रेशन इत्यादि संबंधी चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि इस चिकित्सा शिविर में सभी प्रकार की सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने जिला के सभी लोगों से इस निःशुल्क बहु-विशेषज्ञ चिकित्सा शिविर में बढ़-चढ़कर भाग लेने का आग्रह किया। उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार जनजातीय जिला के लोगों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध करवाने के प्रति वचनबद्ध है। इसी के अंतर्गत किन्नौर जिला के लोगों को चिकित्सा संबंधी सभी सुविधा उनके घर-द्वार के निकट उपलब्ध करवाने की दिशा में यह प्रदेश सरकार की पहल है। प्रदेश सरकार द्वारा अपने पहले ही बजट भाषण में राज्य के प्रत्येक विधानसभा के एक स्वास्थ्य संगंठन को आदर्श स्वास्थ्य संस्थान के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया। इसके अतिरिक्त प्रदेश के स्वास्थ्य संस्थानों में उचित मूल्य पर गुणवत्ता पूर्ण दवाईंया, मशीन व उपकरण की खरीद के लिए हिमाचल प्रदेश चिकित्सा सेवा निगम की स्थापना जैसे जन-हित निर्णय लिए गए हैं।
नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के विरूद्ध 26 जून को मनाए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय दिवस के तहत राष्ट्रीय तथा राज्य स्तर पर नशा-निवारण जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएगें जिसके अंतर्गत जिला किन्नौर में 19 जून से 25 जून तक सात दिवसीय नशा-निवारण व अवैध तस्करी से संबंधित जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। किन्नौर जिला के उपायुक्त सभागार में उपायुक्त तोरूल एस रवीश की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में जिला कल्याण अधिकारी द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि जिला के सभी शैक्षिणक संस्थानों को नशा-मुक्त हिमाचल के तहत लाया जाएगा व नशे से दूर रहने संबंधित विभिन्न प्रचार कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जिला के तीनों विकास खण्डों में स्वास्थ्य वार्ता नशीली दवाओं के दुरुपयोग संबंधी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस अभियान के तहत जिला के सभी विद्यालयों व अन्य शैक्ष्णिक संस्थानों को तम्बाकू उत्पादों रहित बनाने पर विशेष बल दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि 21 जून, 2023 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर होने वाले जिला स्तरीय विशेष योग शिविर में नशा-निवारण व अवैध तस्करी को समाप्त करने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसके अतिरिक्त 19 जून से पंचायत स्तर पर सात दिवसीय व्यापक भांग उन्मूलन गतिविधियां आयोजित कर भांग उखाड़ो कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
जिला किन्नौर में 1 जून से अंतरराष्ट्रीय योग माह मनाया जा रहा है, जिसके तहत अब तक विभिन्न योग शिविरों के माध्यम से जिला के 5484 लोगों को योग के प्रति जागरूक किया जा चुका है। यह जानकारी आज यहां जिला आयुष अधिकारी डॉ. इंदु शर्मा ने दी। उन्होंने बताया कि जिला किन्नौर के विभिन्न स्थानों व संस्थानों में योग शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। जिला के विभिन्न अस्पतालों, विद्यालयों, सरकारी व गैर-सरकारी संस्थानों, महिला मण्डलों व युवक मंडलों में योग शिविरों का आयोजन कर आम लोगों को योग के माध्यम से स्वस्थ शरीर के साथ-साथ तनाव मुक्त जीवन के प्रति जागरूक किया जा रहा है। डॉ. इंदु शर्मा ने बताया कि अब तक जिला के 205 गांव में योग शिविरों का आयोजन किया गया जिसमें लगभग 1100 लोगों ने भाग लिया। इसके अलावा जिला के 135 विद्यालयों में विशेष योग शिविर आयोजित कर 3843 विद्यार्थियों को प्रतिदिन योग करने के प्रति जागरूक किया गया। इसी प्रकार जिला के 37 विभिन्न संस्थानों जिनमें महिला मण्डलों, बैंकों, प्रशासनिक कार्यालयों, पुलिस अधीक्षक कार्यालय इत्यादि शामिल हैं, में योग शिविर आयोजित किए गए जिसके माध्यम से 561 लोगों को योग के प्रति जागरूक किया गया।
देश में कई मौके ऐसे आएं है जब सरकारों ने अपने पक्ष में माहौल देखकर समय से पहले चुनाव करवा दिए। क्या आगामी लोकसभा चुनाव भी अपने तय वक्त से पहले हो सकते हैं, ये सवाल इन दिनों सियासी गलियारों में खूब गूंज रहा है। दरअसल, इसी साल के अंत में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने है। क्या मोदी सरकार इन्हीं के साथ लोकसभा चुनाव करवाने पर विचार कर रही है? क्या सरकार का नौ साल की उपलब्धियों के प्रचार में ताकत झोंकना इसका संकेत है? ये अहम सवाल है। 'सेवा सुशासन और गरीब कल्याण' के नारे के साथ भाजपा आक्रामक तरीके से मैदान में उतर चुकी है, मानो चुनाव की घोषणा हो चुकी हो। संभवतः सरकार और पार्टी के शीर्ष स्तर पर लोकसभा चुनावों को लेकर गंभीर मंथन हो रहा है। बीते 6 महीनो में हिमाचल प्रदेश और कर्णाटक में सत्ता से बेदखल हुई भाजपा निश्चित तौर पर आत्ममंथन जरूर कर रही होगी। हालांकि पूर्वोत्तर के नतीजों ने भाजपा को कुछ उत्साहित जरूर किया है। पर पार्टी को इस बात का भी इल्म है कि बीते कुछ समय में कांग्रेस पहले से ज्यादा नियोजित दिख रही है और एंटी इंकम्बैंसी को पूरी तरह खारिज करना भी गलत होगा। ये कहना गलत नहीं होगा कि भाजपा कुछ असहज है। ऐसे में भाजपा के रणनीतिकारों को सोचने की जरुरत है। बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव इसी साल नवंबर-दिसंबर में होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के साथ कराने का विचार हो रहा है। इसके पीछे एक तर्क ये हो सकता हैं कि विपक्ष अपनी तैयारी अगले साल मार्च-अप्रैल के हिसाब से कर रहा है और उसे समय नहीं मिलेगा। एक तर्क ये भी हैं कि अगर विधानसभा चुनावों में भाजपा को अनुकूल नतीजे नहीं मिले तो कार्यकर्ताओं का मनोबल कमजोर नहीं होगा, बल्कि अगर दोनों चुनाव साथ हो जाते हैं, तो पीएम मोदी की लोकप्रियता का लाभ राज्यों के चुनावों में भी होगा। मुद्दे भांप रही हैं भाजपा ! कांग्रेस और भाजपा, दोनों तरफ सियासी पैंतरेबाजी तेज हो चुकी है। अगला लोकसभा चुनाव अमीर बनाम गरीब, हिंदुत्व बनाम सामाजिक न्याय और बेतहाशा बढ़ी अमीरी के मुकाबले गरीबी रेखा के नीचे की आबादी में बढ़ोत्तरी जैसे मुद्दों के बीच देखने को मिल सकता हैं। जातीय जनगणना भी बड़ा मुद्दा बन सकती हैं। शायद भाजपा इसे समझ रही हैं और ऐसे में जल्द चुनाव से इंकार नहीं किया जा सकता। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ का फीडबैक भी कारण ! मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ से मिलने वाले फीड बैक भाजपा के लिए अच्छा नहीं बताया जा रहा है। राजस्थान में जरूर पार्टी अशोक गहलोत बनाम सचिन पायलट के झगड़े में लाभ तलश रही हैं लेकिन वसुंधरा राजे अगर नहीं साधी गई, तो मुश्किलें शायद भाजपा के लिए अधिक हो। उधर गहलोत सरकार की लोकलुभावन योजनाओं को भी खारिज नहीं किया जा सकता। इसी तरह बिहार, प. बंगाल और महाराष्ट्र में पिछले लोकसभा चुनावों के प्रदर्शन को न दोहरा पाने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को आज किन्नौर जिले के रिकांगपिओ में स्थानीय लोगों द्वारा गर्मजोशी के साथ विदाई दी। केंद्रीय मंत्री एवं मुख्यमंत्री किन्नौर के दो दिवसीय दौरे पर थे। मंत्री ने जनजातीय क्षेत्र की जनता द्वारा स्नेहपूर्ण आतिथ्य-सत्कार के लिए लोगों का आभार जताया। इससे पहले, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने किन्नौर जिले के कल्पा में भी लोगों की समस्याएं सुनीं तथा मीडिया कर्मियों से अनौपचारिक बातचीत की। उन्होंने केंद्रीय ऊर्जा मंत्री का समृद्ध परम्पराओं एवं सांस्कृतिक धरोहर के लिए विख्यात किन्नौर जिले के दौरे तथा केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम के माध्यम से वाइब्रेंट ग्राम छितकुल को गोद लेने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने राज्य के जनजातीय क्षेत्रों के लोगों की विभिन्न मांगों पर भी विचार करने के लिए केंद्रीय ऊर्जा मंत्री का आभार व्यक्त किया। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा संयुक्त रूप से कल्पा स्टेडियम का विकास किया जाएगा।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरकेसिंह और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वीरवार सायं सेना और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस 17वीं आईटीबीपी बटालियन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जिला किन्नौर के रिकांगपिओ में बैठक की अध्यक्षता की। इस अवसर पर सेना और आईटीबीपी के अधिकारियों ने केंद्रीय मंत्री एवं मुख्यमंत्री को उत्तरी सीमावर्ती क्षेत्रों से संबंधित प्रस्तुति दी। उपायुक्त, किन्नौर, तोरुल एस. रवीश ने जिला किन्नौर और लाहौल-स्पीति में सरकार द्वारा चलाए जा रहे वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम पर विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने दोनों जिलों में विभिन्न अवसरों और चुनौतियों से भी अवगत भी करवाया। बैठक में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार राम सुभग सिंह, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा, सेना और आईटीबीपी और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री और मुख्यमंत्री ने 450 मेगावाट की शांगटांग कड़छम हाइड्रो विद्युत परियोजना में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की। इसके पश्चात, स्थानीय ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों ने कल्पा विश्राम गृह में केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह और प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज किन्नौर जिला के छितकुल गांव में वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत आयोजित संवाद कार्यक्रम में भाग लिया। इस कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय ऊर्जा मंत्री और मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों से संवाद किया और जन शिकायतें सुनीं। उन्होंने क्षेत्र के लोगों को उनकी सभी जायज मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने इस अवसर पर लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम उत्तरी सीमा में बुनियादी सुविधाओं को मजबूत करने और शहरों के समान सभी सुविधाएं प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार की एक पहल है। उन्होंने कहा कि वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत किन्नौर जिला के छितकुल, पूह, नाको, लियो और चांगो गांवों को विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने छितकुल से मण्डी के लिए बस सेवा आरम्भ करने की घोषणा भी की। वहीं आरके सिंह ने कहा कि केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का एक उपक्रम (सीपीएसयू) छितकुल गांव को गोद लेगा और इसके विकास के लिए राज्य सरकार को सहयोग प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि छितकुल में एक मेगावाट का विद्युत संयंत्र स्थापित किया जाएगा तथा क्षेत्र के छोटे नालों पर सूक्ष्म जल विद्युत परियोजनाएं स्थापित करने की सम्भावनाओं की तलाश की जाएगी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने और पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए छितकुल में सांस्कृतिक और पर्यटन केंद्र स्थापित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों से संवाद के दौरान कहा कि प्रदेश सरकार ग्रामीण क्षेत्र के लोगों विशेषकर जनजातीय क्षेत्रों के लोगों के विकास के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है। प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों की सांस्कृतिक विरासत की अपनी विशिष्ट पहचान है, जो दुनिया भर के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है। उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रदेश सरकार द्वारा हरसम्भव प्रयास किए जा रहे हैं।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर किन्नौर जिला के वन विश्राम गृह रिकांगपिओ के परिसर में पौधरोपण कर जिला के अधिकारियों व कर्मचारियों सहित आम जनता को वृक्ष लगाओ-पर्यावरण बचाओ का संदेश दिया। बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने इस अवसर पर देवदार वृक्ष का पौधा लगाया तथा उपस्थित लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि पर्यावरण को स्वच्छ, सुंदर व संरक्षित रखने के दृष्टिगत हर वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। ऐसे में हम सभी का यह दायित्व बनता है कि हम पर्यावरण संरक्षण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित बनाएं। उन्होंने कहा कि हमे समय-समय पर वृक्ष लगाते रहने चाहिए। इसके अतिरिक्त अपने आस-पास के क्षेत्रों में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस अवसर पर उपायुक्त किन्नौर तोरूल एस रवीश, पुलिस अधीक्षक विवेक चाहल, जिला परिषद सदस्य हितेष नेगी, वन मंडलाधिकारी अरविंद सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर किन्नौर जिला मेें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला किल्बा द्वारा पौधरोपण व विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक किया गया। कार्यक्रम का आयोजन जेएसडब्ल्यू हाइड्रो एनर्जी लिमिटेड शोल्टू के कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी एवं कॉरपोरेट एनवायरमेंटल रिस्पांसिबिलिटी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में पाठशाला के विद्यार्थियों सहित स्थानीय ग्राम पंचायत किल्बा के लोगों व महिला मंडल किल्बा की महिलाओं ने भाग लिया। इस अवसर पर पौधरोपण कर लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति सजग किया गया। इसके अतिरिक्त चित्रकला प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता तथा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं तथा उप विजेताओं को मुख्य अतिथि प्रधान किल्बा पंचायत शंकर भगत नेगी द्वारा पुरस्कृत किया गया। इस दौरान जे.एस.डब्लयू के अधिकारियों तथा ग्राम पंचायत किल्बा के प्रधान ने पर्यावरण के प्रति अपने-अपने विचार रखे तथा बच्चों सहित अन्य को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज जिला किन्नौर के रिकांगपिओ में एकीकृत जनजातीय विकास परियोजना के तहत विभिन्न विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। मंत्री ने कहा की मूलभूत अधोसंरचना का सुदृढ़ीकरण प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा की प्रदेश सरकार का विशेष बल गुणात्मक और समयबद्ध रूप से राज्य की जनता को मूलभूत अधोसंरचना तैयार कर उसका उचित लाभ प्रदान करना है। जगत सिंह नेगी ने आईटीडीपी के तहत लोक निर्माण विभाग, विद्युत विभाग, शिक्षा विभाग, कृषि, भूमि संरक्षण, पशुपालन विभाग, इत्यादि द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने आईटीडीपी के तहत जल से कृषि को बल, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, हिम-कुकुट पालन योजना, मुख्यमंत्री कृषि उत्पादन संरक्षण योजना, मुख्यमंत्री कृषि संवर्धन योजना, इत्यादि योजनाओं की समीक्षा भी की। मंत्री ने जिले में निर्माणाधीन पशु चिकित्सालयों तथा स्कूल भवनों को शीघ्र तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने रिकांगपिओ में निर्माणाधीन खेल स्टेडियम, यूथ हॉस्टल कल्पा, स्वास्थ्य उपकेंद्र कुन्नू-चारंग, आयुर्वेदिक चिकित्सालय नमज्ञया, ओद्यौगिक प्रशिक्षण संस्थान रिकांग पिओ में कार्यशाला, शिपकिला के निकट सामुदायिक ट्रेड मार्ट भवन सहित अन्य कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को थोपन के गर्म झरने को शीघ्र आरंभ करने को कहाए ताकि लोग इसका लाभ उठा सकें। राजस्व मंत्री ने जिले में विभिन्न विभागों के अधिकारियों को भवन निर्माण के लिए पूर्वनिर्मित संरचनाओं को स्थापित करने की संभावनाओं को खोजने के निर्देश भी दिए। उन्होंने जल शक्ति विभाग को जिले में चल रहे लंबित कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने जल शक्ति विभाग को पानी की पाइपों को जमीन के नीचे अच्छे से दबाने को कहा तथा जल स्त्रोतों के संवर्धन कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को लक्ष्य निर्धारित कर समयबद्ध रूप से कार्य पूर्ण करने को कहा। उन्होंने जिले में प्रस्तावित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट को प्राथमिकता के आधार पर तयार करने को कहा।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने अपने 11 दिवसीय किन्नौर जिला के प्रवास के दौरान आज जिला के कल्पा उपमण्डल के राष्ट्रीय राजमार्ग-5 चोलिंग में 1 करोड़ 10 लाख रुपये की राशि से निर्मित होने वाले सम्पर्क सड़क मार्ग चोलिंग से रांगले का शिलान्यास किया। उन्होंने इस अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार जनजातीय जिलों के चहुंमुखी विकास के प्रति वचनबद्ध है तथा अपने चुनावी वादों को चरणबद्ध तरीके से पूर्ण कर रही है। इस दौरान उन्होंने आम लोगों की समस्याओं को भी सुना तथा सभी उचित मांगों को चरणबद्ध तरीके से पूर्ण करने का आश्वासन दिया। जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि पूरे प्रदेश सहित जनजातीय जिला किन्नौर को विकास के क्षेत्र में अग्रणी जिला बनाने के लिए वह दिन-रात कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनजातीय जिला किन्नौर अपने नैसंगिक सौंदर्य व आतिथ्य सत्कार के लिए देश सहित विदेश भर में प्रसिद्ध है। ऐसे में यह आवश्यक है कि यहां आने वाले अतिथिगण व पर्यटक हर प्रकार की सुविधा प्राप्त कर सकें जिसका मूल उद्धारण होता है दूर-दराज गांव व पर्यटक स्थलों तक सम्पर्क सड़क मार्गों की उपलब्धता। इसी के दृष्टिगत प्रदेश सरकार द्वारा जनजातीय जिलों के समग्र विकास के प्रति कार्य किया जा रहा है। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज किन्नौर जिला के टापरी बस-स्टैंड से हिमाचल पथ परिवहन निगम की टापरी से चण्डिगढ़ के लिए वाॅल्वो बस सेवा का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि यह जिला के लोगों के लिए हर्ष का विषय है क्योंकि जिला में पहली बार वाॅल्वो बस सेवा आरंभ की जा रही है जो जिलावासियों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध करवाने की दिशा में प्रदेश सरकार की पहल है।
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जिला किन्नौर में सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए वित्तीय साक्षरता अभियान के तहत आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कल्पा में जिला स्तरीय प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें कल्पा, निचार व पूह विकास खण्ड के विभिन्न विद्यालयों के छात्र व छात्राओं ने भाग लिया। जानकारी देते हुए अग्रणी जिला प्रबंधक पंजाब नेश्नल बैंक रिकांग पिओ के तिलक राज डोगरा ने बताया कि पंजाब नेश्नल बैंक द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक के दिशा-निर्देशानुसार वित्तीय साक्षरता के तहत इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कल्पा की काव्य कुमारी व शिखा ने प्रथम स्थान जबकि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रारंग के दिनेश कुमार व ईशिता ने दूसरा स्थान तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सुंगरा से मिश्रा व इश्मू ने तृतीय स्थान हासिल किया। उन्होंने बताया कि बैंक की तरफ से प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को 10 हजार रुपये, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को 7500 रुपये तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को 5 हजार रुपये की राशि पुरस्कार स्वरूप उनके बचत खातों में अन्तरित कर दी गई है। इसके अतिरिक्त प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को जिला प्रबंधक द्वारा प्रमाण-पत्र भी प्रदान किए गए। इस अवसर पर आरबीआई के भरत राज, विद्यालय के अध्यापकों व विद्यार्थियों सहित अन्य उपस्थित थे।
जिला किन्नौर में पर्यावरण सरंक्षण व स्वच्छता के दृष्टिगत लाइफ-स्टाईल फाॅर एनवाॅयरनमेंट कार्यक्रम (मिशन लाइफ) 15 मई से 5 जून तक चलाया जा रहा है। मिशन लाईफ के अंतर्गत जिला किन्नौर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में आज जिला के रिकांग पिओ में युवा सेवा एवं खेल विभाग द्वारा स्वच्छता के प्रति एक जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। इस दौरान राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रिकांग पिओ के विद्यार्थियों द्वारा नारों व रैली के माध्यम से लोगों को साफ-सफाई के प्रति जागरूक किया गया। इसके अलावा जिला की ग्राम पंचायत शुदारंग, चारंग, रिस्पा, चांगो व अकपा में स्थानीय महिला मण्डलों, स्वयं सहायता समूहों व युवक मण्डलों द्वारा विशेष सफाई अभियान आयोजित किया गया। इस अवसर पर लोगों को गांव की ऐतहासिक धरोहरों, सामुदायिक केद्रों, स्कूली भवनों, महिला मण्डल भवनों, पंचायत भवनों के सौंदर्यीकरण व रख-रखाव के बारे लोगों को जागरूक किया गया। इसके अतिरिक्त पारम्परिक जल-स्त्रोतों की साफ-सफाई भी की गई।