महिला सशक्तिकरण की दिशा में कार्य करते हुए जेएसडब्ल्यू द्वारा सीएसआर के तहत शोल्टू स्थित चरखा स्वयं सहायता समूह की 136 महिलाओं को हैंडलूम का परीक्षण प्रदान कर उन्हें बुनकर कार्ड उपलब्ध करवाए गए हैं। चरखा स्वयं सहायता समूह की प्रधान आशा नेगी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें यह कार्ड जेएसडब्ल्यू कंपनी के परियोजना प्रमुख कौशिक मौलिक ने शोल्टू स्थित वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में वितरित किए l आशा कुमारी ने बताया की सभी महिलाओं को हैंडलूम का परीक्षण जेएसडब्ल्यू कंपनी द्वारा सीएसआर के अंतर्गत दिया गया था तथा प्रशिक्षण पूर्ण होने के उपरांत उन्हें बुनकर कार्ड भी उपलब्ध करवाए गए हैं। उन्होंने बताया कि बुनकर कार्ड बनने के उपरांत अब सभी महिलाएं सरकार की ओर से बुनकरों के लिए चलाई जा रही सभी योजनाओं का पूर्ण लाभ ले सकेंगी। उन्होंने जेएसडब्ल्यू कंपनी का महिला सशक्तिकरण के दिशा में किये जा रहे विभिन्न कार्यों के लिए धन्यवाद किया।
आगामी अग्निवीर भर्ती रैली के लिए ऑनलाइन वेबसाइट ज्वाइन इंडियन आर्मी डाट एन आई सी डांट आइ एन पर पंजीकरण करना अनिवार्य है। पंजीकरण की प्रक्रिया 6 फरवरी 2023 से शुरू हो गयी है। यह आवेदन 15 मार्च 2023 तक स्वीकार किए जाएंगे। उम्मीदवारों की सुविधा के लिए वेबसाइट में वीडियों लिंक है जिन्हे उम्मीदवार बदली हुई प्रक्रिया पंजीकरण कैसे करे और ऑनलाइन परीक्षा में कैसे उपस्थित हों समझने के लिए देख सकते है। अग्निवीर जनरल ड्यूटी, क्लर्क, स्टोरकीपर, टैक्नीकल, ट्रेड्समैन और टैक्नीकल के लिए ऑनलाइन परीक्षा 27 अप्रैल 2023 से 04 मई 2023 के बीच विभिन्न केन्द्रों पर आयोजित की जाएगी। उम्मीदवार आवेदन करते समय अपनी पसंद का केन्द्र चुन सकते है। सेना भर्ती कार्यालय शिमला के भर्ती निदेशक कर्नल शलव सनवाल ने जानकारी सी है कि भर्ती प्रक्रिया में एक बड़ा बदलाव किया गया है। अब पहले चरण में ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी व दूसरे चरण में ऑनलाइन परीक्षा में मेरिट में चयनित अभ्यर्थियों को भर्ती रैली में शामिल होने के लिए बुलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि उम्मीदवारों का जन्म 01 अक्टूबर 2002 से 01 अप्रैल 2006 के बीच हुआ है वह भर्ती के लिए आवेदन कर सकते है। भर्ती निदेशक शिमला कर्नल शलव सनवाल ने यह भी बताया कि ऑनलाइन परीक्षा के लिए शुल्क के रूप में उम्मीदवारों को 250 रूपए का ऑनलाइन भुगतान करना होगा। उन्होने कहा कि पंजीकरण के लिए साइबर कैफे की सेवाओं का उपयोग करने वाले उम्मीदवार अपने व्यक्तिगत और वित्तीय डाटा की सुरक्षा के लिए आवश्यक सावधानी बरतें। एन. सी. सी. सी सर्टीफिकेट धारकों को देनी होगी परीक्षा इस बार एन. सी. सी. सर्टीफिकेट धारकों को भी ऑनलाइन परीक्षा देनी होगी और उन्हे परीक्षा में बोनस अंक दिए जाएगे। उम्मीदवारों को उन्होने सलाह देते हुए कहा कि वे आवेदन करने से पूर्व यह सुनिश्चित कर लें कि उनका आधार डाटा उनके मैट्रिक प्रमाण - पत्र के डाटा के साथ मेल खाता हो जिसके बिना उन्हे पंजीकरण प्रक्रिया में समस्याओ का सामना करना पड़ सकता है।
हिमाचल की राजधानी शिमला आए हर व्यक्ति ने ये नाम तो सुना ही होगा, इस पॉइंट से गुज़रे भी होंगे लेकिन इस जगह पर ऐसा क्या स्कैंडल हुआ, जिससे इसका नाम स्कैंडल पॉइंट रख दिया गया, ये सवाल भी बहुचर्चित है। बात बहुत पुरानी है तो कहानियां भी बहुत सी बन गईं है। कुछ कहते कि इस जगह पर हिंदुस्तान का पहला लव स्कैंडल हुआ था तो कुछ इस तथ्य को मानने से इंकार करते है। स्कैंडल पॉइंट से जुड़ी कहानियों में से एक कहानी है पाटियाला के महाराजा भूपेंदर सिंह की। बात 1892 की है, ब्रिटिश शासन में शिमला के वाईस रॉय और पाटियाला के महाराजा भूपेंदर सिंह अच्छे दोस्त हुआ करते थे और अक्सर वाईसरॉय के घर पर आया जाया करते थे। उसी समय पटियाला के राजा को वाईसरॉय की बेटी से महब्बत हो गई और दोनों ने शादी करने का फैसला किया लेकिन वाईसरॉय को ये रिश्ता मंज़ूर नहीं था और उन्होंने इसका विरोध भी किया। लेकिन दोनों प्रेमी अपना मन मना चुके थे। ब्रिटिश काल में शिमला के मालरोड पर शाम के समय ब्रिटिश अधिकारी अपने परिवार के साथ टहलने आया करते थे मगर यहां हिन्दुस्तानियों को आने की अनुमति नहीं थी। एक दिन शाम जब सब मॉलरोड पर टहल रही थे तो पटियाला के महाराजा ने अंग्रेज वाइसराय की बेटी को उठा लिया था। इसे पहला लव स्कैंडल कहा जाता है और जिस जगह पर यह कथित वारदात हुई उसे आज स्कैंडल प्वाइंट के नाम से जाना जाता है। महाराजा भूपिंद्र सिंह ने वाइसराय लार्ड कर्जन की बेटी को उठाया था। कहा जाता है कि महाराजा भूपिंद्र सिंह घोड़े पर सवार होकर आए और मालरोड पर टहल रही लार्ड कर्जन की बेटी को उठा ले गए। गुस्से में वायसराय ने उनका शिमला आने पर प्रतिबंध लगा दिया। महाराजा ने भी अपनी आन-बान और शान के लिए शिमला से भी ऊंचा नगर बसाने की ठान ली और चायल का निर्माण कर डाला। पटियाला के महाराजा भूपिंद्र सिंह का जन्म 12 अक्टूबर 1891 में हुआ। वर्ष 1900 में उन्होंने राजगद्दी संभाली और 38 साल तक राजपाट किया। उन्होंने ऑनरेरी लेफ्टीनेंट कर्नल के तौर पर प्रथम विश्व युद्ध में भाग लिया था। लीग ऑफ नेशंज में 1925 में भूपिंद्र सिंह ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। महाराजा क्रिकेट के शौकीन थे। वर्ष 1911 में इंग्लैंड दौरे पर भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान भी वही थे। यहां हुआ था हिंदुस्तान का पहला लव स्कैंडल हालांकि कुछ इतिहासकार इस बात से इत्तफाक नहीं रखते। उनका दावा है कि लार्ड कर्जन साल 1905 तक वाइसराय रहे। उनकी तीन बेटियां थीं। देखा जाए तो 1905 में महाराजा की आयु 14 साल की थी। लार्ड कर्जन की बड़ी बेटी आइरिन की उम्र उस समय महज 9 साल थी। पंजाब यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी की प्रोफेसर रह चुकी मंजू जैदका अपनी किताब स्कैंडल पॉइंट में लिखती है कि इस जगह से उनकी बहुत सी यादें जुडी है, उन्होंने इस पर काफी शोध भी किया है लेकिन महाराजा भूपेंदर सिंह की उम्र का तकाज़ा रखते हुए ये कहानी सच नहीं हो सकती। लेखिका का मानना है कि इस कहानी में भूपेंदर सिंह के पिता राजेंदर सिंह को होना चाहिए क्यूंकि उनकी एक अँगरेज़ बीवी और बेटा था। हालाँकि सच क्या है ये तो एक रहस्य ही रहेगा, जो इतिहास में दफ़न हो चुका है।
नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के लिए एक अच्छी खबर आई है। हिमाचल प्रदेश बेरोजगार चयन सेवाएं संगठन आउटसोर्सिंग एजेंसी (एचपीयूएसएसए) मुख्य कार्यालय शिमला ने विभिन्न श्रेणियों के (687) पदों को भरने के लिए अधिसूचना जारी की है। इन पदो के लिए आवेदन एजेंसी के व्हाट्सएप पर नंबर पर ऑनलाइन ही लिए जाएंगे। प्रदेश के इच्छुक उम्मीदवार आवेदन करने के लिए अपना बायोडाटा फोन नंबर सहित, पदनाम सहित, साधारण एप्लीकेशन लिखकर ,अपनी शैक्षणिक योग्यता के मूल प्रमाण पत्रों की छाया प्रति, आधार कार्ड, हिमाचली बोनाफाइड , पुलिस चरित्र प्रमाण पत्र, रोजगार कार्यालय कार्ड, पीडीएफ फाइल/ स्कैनड बनाकर एजेंसी के व्हाट्सएप नंबर 89881-14000 पर अपना आवेदन निर्धारित तिथि तक भेज सकते है। आवेदन की अंतिम तारीख 12 फरवरी 2023 निर्धारित की गई है। संघ के निदेशक विनीत शर्मा ने बताया कि विभिन्न श्रेणियों में क्लर्क ऑफिस एग्जीक्यूटिव, एचआर कोऑर्डिनेटर, बैंक सेल्स ऑफिसर , बैंक डिलीवरी एसोसिएट्स , फोन बैंकिंग ऑफीसर, सिक्योरिटी गार्ड, आईटीआई ऑल ट्रेड पासआउट, कंपनी भर्ती अधिकारी , एक्स सर्विसमैन सिक्योरिटी सुपरवाइजर , बस कंडक्टर, कार्यालय सहायक, अकाउंट्स एग्जीक्यूटिव , ऑफिस कोऑर्डिनेटर, बैंक कैश हैंडलिंग एग्जीक्यूटिव, ब्रांच सेल्स ऑफिसर, स्टोरकीपर, कंप्यूटर ऑपरेटर ,बिजनेस प्रमोशन एग्जीक्यूटिव , एक्स सर्विसमैन जेसीओ, प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर, जनरल वर्कर हेल्पर, ड्राइवर, लैब असिस्टेंट , आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट , स्टाफ नर्स एएनएम, स्टाफ नर्स जीएनएम , एमआई रिकवरी मैनेजर, फ्लाइंग ऑफिसर, इलेक्ट्रीशियन, फिटर, मैकेनिकल, वेल्डर, पंप ऑपरेटर, एक्स सर्विसमैन गनमैन पीएसओ, जेसीबी ऑपरेटर, बैंक रिलेशनशिप मैनेजर , पेपर सैटर , फॉर्म सेल्स एग्जीक्यूटिव, पीएन कम चौकीदार के पदों को भरने के लिए अधिसूचना जारी की गई है। इन पदों के लिए उम्मीदवार की आयु सीमा 18 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए। अधिकतम आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट का प्रावधान है. उम्मीदवार शैक्षणिक योग्यता वांछनीय योग्यता संबंधी जानकारी के लिए एजेंसी की आधिकारिक/ ऑफिशल वेबसाइट www.hpussa.in से जानकारी ले सकते हैं। एजेंसी द्वारा उम्मीदवारों का चयन छटनी/ लिखित परीक्षा एवं इंटरव्यू द्वारा ही चयन किया जाएगा. लिखित परीक्षा (150) क्रमांक एवं इंटरव्यू (30) क्रमांक का होगा. लिखित परीक्षा में हिमाचल सामान्य ज्ञान, एवरीडे साइंस ,भूगोल, गणित, इतिहास, जनरल हिंदी, इंग्लिश, कंप्यूटर न्यूमेरिकल एटीट्यूट से बहुविकल्पीय ऑब्जेक्टिव टाइप एमसीक्यू प्रश्न पूछे जाएंगे. एजेंसी द्वारा लिखित परीक्षा 19 फरवरी 2023 को ऑनलाइन ही आयोजित की जाएगी। उम्मीदवारों को इनरोलमेंट नंबर ऑनलाइन ही जारी किए जाएंगे। लिखित परीक्षा का परिणाम 17 मार्च 2023 को संघ की आधिकारिक ऑफिशियल वेबसाइट www.hpussa.in पर देख सकते है। इन पदों के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता आठवीं, दसवीं, 12वीं , ग्रेजुएट, बीएससी बीएड, एमकॉम, बीकॉम, डीसीए, पीजीडीसीए, डिप्लोमा/ डिग्री होल्डर होनी चाहिए. संघ द्वारा नियुक्त किए गए उम्मीदवारों का मासिक वेतनमान 10750/- ग्रेड पे- से लेकर 40870/- सीटीसी ग्रेड पे- तक दिया जाएगा। इसके अलावा जनरल प्रोविडेंट फंड, पीएफ, ईएसआई, मेडिकल इंश्योरेंस , प्रमोशन , बोनस ओवरटाइम की सुविधा भी मिलेगी. यह सभी पद 2 वर्ष के अनुबंध आधार पर भरे जाएंगे, जिन्हें बाद में पॉलिसी एक्ट के तहत रेगुलर किया जाएगा। नियुक्त किए गए उम्मीदवार प्रदेश की एमएनसी कंपनियों, सिपला, गोदरेज, कैडबरी , चेकमेट , डाबर, मारुति ,हीरो होंडा, विभिन्न बैंकिंग, मेडिकल कॉलेज , हिमाचल स्टेट रूरल कॉरपोरेशन, स्टेट पावर कॉरपोरेशन, पीएचसी हॉस्पिटल, हिमाचल स्टेट पावर प्रोजेक्ट, फाइनेंस सेक्टर, एलआईसी, स्टेट कोऑपरेटिव सोसायटी, मॉल, एनजीओ, सरकार के पंजीकृत औद्योगिक क्षेत्रों में अपनी सेवाएं देंगे। नियुक्त किए गए उम्मीदवारों को हिमाचल प्रदेश में कुल्लू, मंडी, सोलन, कांगड़ा, हमीरपुर, सिरमौर ,उना ,मोहाली ,चंडीगढ़, जीरकपुर , दिल्ली, नोएडा, जालंधर क्षेत्रों में कहीं भी तैनाती दी जा सकती है। यह तमाम भर्ती प्रक्रिया मार्च माह के अंत में पूरी कर ली जाएगी। चुने गए उम्मीदवारों की सूची अधिकारिक वेबसाइट में भी प्रेषित कर दी जाएगी। उम्मीदवार अधिकतर जानकारी के लिए कार्यालय के हेल्पलाइन नंबर 94181-39918 94184-17434 62305-90985 पर संपर्क कर सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश की बागवानों के बगीचों में अब यूएसए के गुठलीदार फलों के पौधे उग सकेंगे। हिमाचल उद्यान विभाग पहली बार यूएसए से प्लम आडू, खुमानी व बादाम के 56,000 पौधे आयात करने जा रहा है। इन पौधों की खेप इसी माह हिमाचल पहुंच जाएगी। शिमला जिले के ठियाेग, कोटखाई, रामपुर, कुमारसैन और रोहड़ू सहित कुल्लू, मंडी, कांगड़ा जैसे अन्य क्षेत्रों में गुठलीदार फलों का उत्पादन होता है। वहीं इस बारे में जानकारी देते हुए बागवानी मंत्री जगत नेगी ने बताया कि पौधों को एक साल के लिए क्वारंटाइन में रखा जाएगा ताकि, यह सुनिश्चित हो सके की पौधों में कोई बीमारी तो नहीं है। अगले साल उद्यान विभाग बागवानों को यूएसए से आयातित पौधे का आवंटन करेगा। पौधों के आयात से पहले उद्यान विभाग के अधिकारी आपूर्ति पूर्व निरीक्षण भी कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि एक साल क्वारंटीन अवधि के बाद अगले साल बागवानों को यह पौधे उपलब्ध करवाए जाएंगे, ताकि इसमें कोई समस्या न आए। अभी हार के गम में है जयराम-जगत सिंह नेगी जगत नेगी ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा किए गए ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अभी गम में हैं। इसलिए इस तरह की बयानबाजी करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार कर्ज लेते रही और संसाधन जुटाने में नाकामयाब रही। नेगी ने कहा कि कांग्रेस का काम करने का तरीका अलग है हम संसाधन जुटाएंगे, कर्ज भी लेंगे, लेकिन सभी काम एक दायरे में करेंगे। विपक्ष द्वारा विधायक निधि न दिए जाने के आरोप पर जगत नेगी ने कहा' "विधायक निधि दें कहाँ से, पिछली सरकार ने कुछ नहीं छोड़ा, कर्ज तले दबा दिया है। प्रदेश की आर्थिकी डगमगा गई है।"
और बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के परियोजना प्रबंधन को दिए निर्देश फर्स्ट वर्डिक्ट। रिकांगपिओ उपमण्डल दण्डाधिकारी कल्पा डाॅ. मेजर शशांक गुप्ता ने आज श्रम अधिकारी तथा हिमाचल प्रदेश उर्जा निगम लिमेटिड के अधिकारियों के साथ शोगटोंग-करच्छम में चल रही जल विद्युत परियोजना कार्य में लगे कामगारों के लिए उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं का जायजा लिया तथा परियोजना प्रबंधन को और बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कहा। उन्होंने शोंगटोंग तथा रली में कामागारों के लिए बनाए गए अस्थाई आवासों का निरीक्षण किया तथा वहां उपस्थित कामगारों से सुविधाओं से संबंधित समस्याओं बारे जानकारी हासिल की। इस दौरान कुछ कामगारों ने मेहनताना देरी से मिलने की समस्या से उपमण्डल दंडाधिकारी को अवगत करवाया, जिस पर उन्होंने परियोजना प्रबंधन को तुरंत कार्यवाही करने के निर्देश दिए। परियोजना प्रबंधन के अधिकारियों ने डाॅ. मेजर शशांक गुप्ता को बताया कि शोंग-टोंग में कामगारों के लिए चार खंड में आवासीय सुविधा प्रदान की गई है, जिसमें लगभग 200 कामगार रह रहे हैं। इसी प्रकार रली में भी दो खण्ड में आवासीय सुविधा कामगारों को उपलब्ध करवाई गई है। उन्होंने बताया कि कामगारों को बिजली, पानी, मैस तथा शौचालय की उचित व्यवस्था उपलब्ध करवाई जा रही है। उपमण्डल दण्डाधिकारी ने कहा कि कामगारों के हितों की सुरक्षा तथा उन्हें हर मूलभूत सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए जिला प्रशासन प्रयासरत है। इसी दिशा में उन्होंने परियोजना प्रबंधन को कामगारों के लिए और बेहतर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए।
02 से 06 फरवरी, 2023 तक सेना भर्ती कार्यालय शिमला में होगा दस्तावेजीकरण फर्स्ट वर्डिक्ट। रिकांगपिओ कर्नल शाहवाल सनवाल ने आज यहां जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 15 जनवरी, 2023 को राजकीय छात्रा वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पोर्टमोर शिमला में आयोजित भारतीय थल सेना भर्ती के अग्निवीरों की लिखित परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि परीक्षा में उत्त्तीर्ण उम्मदीवारों का उनके रोल नम्बर के आगे दर्शायी गई तिथियों के अनुसार 02 फरवरी से 06 फरवरी, 2023 तक सेना भर्ती कार्यालय शिमला में दस्तावेजिकरण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अग्निवीर जीडी ट्रेड के रोल नंबर 140002 से 140304 के कुल 100 अभ्यर्थियों का 02 फरवरी, 140306 से 140614 के कुल 100 अभ्यर्थियों का 03 फरवरी, 140615 से 141009 के कुल 100 अभ्यर्थियों का 04 फरवरी तथा 141014 से 141277 के कुल 60 अभ्यर्थियों, अग्निवीर टेक ट्रेड के रोल नंबर 175001 से 175011 कुल 8 अभ्यर्थियों, अग्निवीर ट्रेडसमेन (दसवीं) ट्रेड के रोल नंबर 225002 से 225008 कुल 5 अभ्यर्थी, अग्निवीर ट्रेडसमेन (आठवीं) ट्रेड के रोल नंबर 250012 तथा अग्निवीर लिपिक/एस.के.टी ट्रेड के रोल नंबर 200003 से 200024 कुल 9 अभ्यर्थियों का 06 फरवरी, 2023 को सेना भर्ती कार्यालय शिमला में दस्तावेजिकरण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सभी उत्तीर्ण अभ्यर्थी उनके रोल नम्बर के आगे दर्शायी गई तिथि को सेना भर्ती कार्यालय शिमला में प्रातः 9 बजे अपने मूल दस्तावेज (दसवीं एवं बारहवी पास की अंकतालिका, मूल निवास स्थाई प्रमाण पत्र और डोगरा जाति प्रमाण पत्र केवल नायब तहसीलदार/तहसीलदार व एसडीएम (सी) द्वारा हस्ताक्षर, जाति प्रमाण पत्र, चरित्र पत्र जो कि समूह के अंदर का देना चाहिये, 12 रंगीन पासपोर्ट साइज फोटो 21 वर्ष से कम उम्मीदवार अपने अविवाहित प्रमाण पत्र, एनसीसी/खेलकूद प्रमाण पत्र यदि हो तो तक पहुंचना सुनिश्चित करें।
प्रदेश की सुक्खू सरकार ने छः मुख्य संसदीय सचिवों की नियुक्ति की है। कुल्लू सदर से विधायक सुंदर सिंह ठाकुर, रोहड़ू से विधायक मोहन लाल ब्राक्टा, दून से विधायक राम कुमार चौधरी, पालमपुर से विधायक आशीष बुटेल, बैजनाथ से विधायक किशोरी लाल और अर्की से विधायक संजय अवस्थी को सरकार ने मुख्य संसदीय सचिव बनाया है। इनमें से सूंदर सिंह ठाकुर, आशीष बुटेल और राम कुमार चौधरी को मंत्री पद की दौड़ में भी माना जा रहा था, लेकिन इन्हें सरकार ने मुख्य संसदीय सचिव बनाया है। रविवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सभी 6 विधायकों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। सुंदर सिंह ठाकुर : दूसरी बार बने है विधायक 57 वर्षीय सुंदर सिंह ठाकुर लगातार दूसरी बार कुल्लू सदर सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे है। सुंदर सिंह ने पंजाब विश्वविद्यालय से बीएससी (मेडिकल) और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से विधि स्नातक (एलएलबी) की उपाधि प्राप्त की। ठाकुर बागवानी एवं होटल व्यवसाय से जुड़े हैं। सूंदर सिंह ठाकुर ने वर्ष 1985-86 में हिमसा चंडीगढ़ के संगठन सचिव के रूप में कार्य किया। इसके उपरांत वर्ष 1989-91 तक हिमाचल प्रदेश एनएसयूआई के उपाध्यक्ष, 1991 में पंचायत समिति सदस्य, वर्ष 1991-94 तक पंचायत समिति कुल्लू के अध्यक्ष, वर्ष 1994-99 तक जिला परिषद कुल्लू के उपाध्यक्ष रहे। वर्ष 2009-2012 तक हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के राज्य प्रतिनिधि तथा वर्ष 2012 से हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव पद पर रहे। ठाकुर ने 2003-08 तक राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तथा वर्ष 2013 से 2017 तक हिमाचल प्रदेश खेल परिषद के सदस्य के रूप में कार्य किया। सुंदर सिंह दिसंबर 2017 में 13वीं विधानसभा के लिए बतौर विधायक चुने गए और जनरल डेवलपमेंट एंड सबोर्डिनेट लेजिस्लेशन कमेटी के सदस्य रहे। दिसंबर 2022 में यह 14वीं विधानसभा के लिए पुनः विधायक के रूप में चुने गए। मोहन लाल ब्राक्टा : लगातार तीसरी बार बने विधायक 57 वर्षीय मोहन लाल ब्राक्टा ने विधि स्नातक की शिक्षा ग्रहण की है और एक अधिवक्ता के तौर पर सक्रिय रहे हैं। ब्राक्टा वर्ष 2012 में पहली बार राज्य विधानसभा के लिए चुने गए। वर्ष 2013 से 2017 तक इन्होंने प्राक्कलन, ग्राम नियोजन, सार्वजनिक उपक्रम, कल्याण, विशेषाधिकार एवं नीति समितियों के सदस्य के रूप में कार्य किया। इसके बाद 2017 में 13वीं विधानसभा के लिए यह पुनः निर्वाचित हुए और कल्याण, नियम एवं ई-गवर्नेंस व सामान्य मामले समितियों के सदस्य रहे। दिसंबर 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए यह पुनः बतौर विधायक चुने गए है। मोहन लाल ब्राक्टा को होली लॉज खेमे का माना जाता है। राम कुमार चौधरी : मंत्री पद की दौड़ में थे शामिल राम कुमार चौधरी को सियासत विरासत में मिली है। उनके पिता लज्जा राम कई बार विधायक और मुख्य संसदीय सचिव रहे है। राम कुमार चौधरी ने लोक प्रशासन में स्नातकोत्तर की शिक्षा प्राप्त की है और रियल एस्टेट व्यवसाय से जुड़े हैं। राम कुमार चौधरी हरिपुर संदोली ग्राम सुधार सभा के अध्यक्ष रहे हैं। इसके अतिरिक्त चौधरी वर्ष 1993-95 में प्रदेश एनएसयूआई के महासचिव, वर्ष 2003 में राज्य युवा कांग्रेस के महासचिव तथा हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के वर्तमान में महासचिव हैं। वर्ष 2006 से 2011 तक यह जिला परिषद सोलन के अध्यक्ष रहे। यह दिसंबर 2012 में पहली बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए बतौर विधायक चुने गए। दिसंबर 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः विधायक चुने गए है। आशीष बुटेल : शांता कुमार के गृह क्षेत्र में कांग्रेस को मजबूत किया पूर्व विधानसभा अध्यक्ष तथा पूर्व कैबिनेट मंत्री बृज बिहारी लाल बुटेल के सुुपुत्र आशीष बुटेल दूसरी बार पालमपुर से विधायक बने है। पालमपुर भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार का गृह क्षेत्र है और यहाँ से बुटेल ने दोनों मर्तबा भाजपा के दिग्गज नेताओं को हराया है। 2017 में उन्होंने इंदु गोस्वामी को हराया था और इस बार भाजपा के प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर को हराया है। बुटेल ने सिम्बोयसिस कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय पुणे से वाणिज्य स्नातक की उपाधि प्राप्त की है। आशीष बुटेल को वर्ष 2011 से 2013 तक लोकसभा युवा कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे हैं। वह वर्ष 2014 से हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव हैं। वह वर्ष 2017 में पहली बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए तथा प्राक्कलन एवं ग्रामीण योजना समितियों के सदस्य रहे। वह दिसम्बर, 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए। आशीष बुटेल जिला कांगड़ा बॉस्केटबाल संघ के भी अध्यक्ष हैं। उनकी सामाजिक कार्यों तथा अध्ययन में विशेष रूचि है। किशोरी लाल : बैजनाथ से दूसरी बार बने है विधायक किशोरी लाल जिला कांगड़ा के बैजनाथ से दूसरी बार विधायक बने है। वह पांच बार पंचायत प्रधान तथा उप-प्रधान रहे हैं। वह ब्लॉक एवं जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव, जिला कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य भी रहे हैं। किशोरी लाल दिसम्बर, 2012 में प्रथम बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए तथा दिसम्बर, 2022 में पुनः विधायक के रूप में चुने गए हैं। बैजनाथ पंडित संत राम की कर्मभूमि रही है और इसी सीट से उनके पुत्र सुधीर शर्मा भी दो बार विधायक बने है। ये सीट आरक्षित होने बाद यहाँ से कांग्रेस ने किशोरी लाल को चेहरा बनाया और वे तीन में से दो चुनाव जीतने में सफल रहे। संजय अवस्थी : क्रिकेट के मैदान से सियासी मैदान तक पहुंचे अवस्थी 57 वर्षीय संजय अवस्थी अर्की से दूसरी बार विधायक बने है। अवस्थी को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का करीबी माना जाता है। संजय अवस्थी वर्ष 1996 से 2006 तक जिला क्रिकेट संघ सोलन के अध्यक्ष तथा वर्ष 2000 से 2005 तक नगर परिषद सोलन के पार्षद रहे। वह वर्तमान में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव तथा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य है। संजय अवस्थी 30 अक्टूबर, 2021 को विधानसभा उप-चुनाव में प्रथम बार विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए तथा दिसम्बर, 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए। संजय अवस्थी ने रणजी ट्रॉफी राष्ट्रीय क्रिकेट चैम्पियनशिप में हिमाचल का प्रतिनिधित्व किया है।
विक्रमादित्य सिंह हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के बेटे है। महज 28 साल की उम्र में विक्रमादित्य सिंह 2017 में पहली बार शिमला ग्रामीण सीट से विधायक बने थे। इस बार विक्रमादित्य सिंह दूसरी बार विधायक बने है और अब 33 साल की उम्र में मंत्री भी बन गए है। अलबत्ता विक्रमादित्य सिंह को सियासत विरासत में मिली है लेकिन वे हिमाचल प्रदेश के सबसे लोकप्रिय नेताओं में से है। अमूमन प्रदेश के हर निर्वाचन क्षेत्र में उनके समर्थक है और वे बीते चुनाव में कोंग्रस के स्टार प्रचारक भी थे। विक्रमादित्य ने इतिहास में स्नातक उपाधि सेंट स्टीफनज महाविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय से प्राप्त की। विक्रमादित्य 2013 से 2018 तक हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे हैं। विक्रमादित्य सिंह के मंत्री बनने के बाद उनके समर्थकों में ख़ासा उत्साह है और होली लॉज में एक बार फिर दिवाली सा माहौल है। गौरतलब है कि उनकी माता और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी सीएम पद की दौड़ में थी लेकिन पार्टी ने सुखविंदर सिंह सुक्खू को सीएम बनाया। इसके बाद होली लॉज समर्थकों में निराशा थी लेकिन अब विक्रमादित्य सिंह के मंत्री बनने से फिर नए उत्साह का संचार हुआ है।
जगत सिंह नेगी किन्नौर से पांचवी बार विधायक बने है और कांग्रेस के तेजतर्रार नेता है। उन्होंने बी.ए.एल.एल.बी. की शिक्षा डी.ए.वी. महाविद्यालय चण्डीगढ़ और पंजाब विश्वविद्यालय चण्डीगढ़ से ग्रहण की है। जगत सिंह नेगी 1980 से 1995 तक जिला सेब एवं सब्जी उत्पादक संघ किन्नौर के संस्थापक अध्यक्ष रहे हैं। इसके साथ ही जगत सिंह 1980 से 1995 तक जिला बार संघ किन्नौर के अध्यक्ष तथा जिला युवा कांग्रेस कमेटी किन्नौर के अध्यक्ष भी रहे हैं। 1996 से 2011 तक जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे। 1996 और 2005 से 2009 तक हिमाचल प्रदेश फुटबाल संघ के उपाध्यक्ष एवं अध्यक्ष रहे। जगत सिंह नेगी ने पहली बार 1995 के उपचुनाव में जीत दर्ज की थी। फिर 2003 में भी किन्नौर सीट पर जगत सिंह नेगी ने ही जीत हासिल की। 2007 का चुनाव वे हार गए लेकिन उसके बाद 2012 , 2017 और इस बार के चुनाव में लगातार तीन दफा जीत कर नेगी ने जीत की हैट्रिक लगाई है। जगत सिंह नेगी इससे पहले विधानसभा उपाध्यक्ष भी रह चुके है और विपक्ष में रहते हुए अक्सर आक्रामक रहे है। संभवतः नेगी किन्नौर से पहले ऐसे विधायक है जो पुरे पांच वर्ष मंत्री रहेंगे।
जिला किन्नौर में इस बार भी विधानसभा चुनाव में भरपूर रोमांच देखने को मिला। पहले दिन से ही कांग्रेस और भाजपा दोनों तरफ जमकर खींचतान दिखी। कांग्रेस में जहाँ सीटिंग विधायक और वरिष्ठ नेता जगत सिंह नेगी का टिकट अंतिम समय तक लटका रहा, तो भाजपा ने पूर्व विधायक तेजवंत नेगी का टिकट काटकर युवा सूरत नेगी को मैदान में उतारा। खफा होकर तेजवंत भी चुनावी समर में कूद गए और इस मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया। नतीजन, भाजपा के बगावत का फायदा कांग्रेस प्रत्याशी जगत सिंह नेगी को मिला और जगत नेगी हैट्रिक लगाने में कामयाब रहे। जगत सिंह नेगी को 20696 मत मिले और भाजपा प्रत्याशी सूरत नेगी को 13732 वोट प्राप्त हुए जबकि भाजपा के बागी तेजवंत नेगी ने 8574 मत लेकर भाजपा को डैमेज किया। किन्नौर के चुनावी इतिहास पर नज़र डाले तो अब तक सिर्फ ठाकुर सेन नेगी (तेते जी) ही जीत की हैट्रिक लगा सके है। ठाकुर सेन नेगी 1967 से 1982 तक लगातार चार चुनाव जीते। दिलचस्प बात ये है कि वे तीन बार निर्दलीय और एक बार लोकराज पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते। फिर वे भाजपा में शामिल हो गए और एक बार 1990 में भाजपा टिकट से भी जीतने में कामयाब हुए। ठाकुर सेन नेगी के अलावा जगत सिंह नेगी ही इकलौते ऐसे नेता है जो हैट्रिक लगाने में सफल हुए है।
फतेहपुर भाजपा के टिकट आवंटन के बाद सबसे चर्चित सीटों में से एक है। दरअसल ये वो सीट है जहाँ भाजपा ने नजदीकी निर्वाचन क्षेत्र से प्रत्याशी इम्पोर्ट किया है। नूरपुर से विधायक और कैबिनेट मंत्री राकेश पठानिया को भाजपा ने इस मर्तबा फतेहपुर फ़तेह करने का जिम्मा सौपा है। वैसे भी डॉ राजन सुशांत के पार्टी छोड़ने के बाद से इस क्षेत्र में भाजपा कभी कांग्रेस को जोरदार टक्कर नहीं दे पाई है। बगावत मानो यहाँ भाजपा की नियति बन चुकी है। यहाँ पार्टी दो उपचुनाव सहित लगातार चार चुनाव हार चुकी है। ऐसे में पार्टी ने इस बार राकेश पठानिया को उतार कर बड़ा गैम्बल खेला है। दरअसल इस क्षेत्र में पार्टी टिकट के दो मुख्य दावेदार थे, बलदेव ठाकुर और कृपाल परमार। पिछले चुनावों को देखे तो पार्टी अगर एक को टिकट देती है, तो दूसरा नाराज हो जाता है। संभवतः पार्टी को लगा हो किसी तीसरे को लेकर पार्टी को एकजुट किया जा सकता है। पर दाव उलटा पड़ गया। कृपाल ने बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा है। दिलचस्प बात तो ये है कि कृपाल को मनाने के लिए खुद पीएम मोदी का फोन आया था, जो काफी वायरल भी हुआ। पर पीएम के मनाने पर भी कृपाल माने नहीं। अब कृपाल पर मतदाताओं की कितनी कृपा रही, ये देखना रोचक होगा। तो वहीं कभी भाजपा के नेता रहे पूर्व सांसद राजन सुशांत इस बार आम आदमी पार्टी से मैदान में है। पर डॉ राजन सुशांत का प्रचार प्रसार इस बार ज्यादा आक्रामक नहीं दिखा है। पर इस क्षेत्र से वो चार बार विधायक रहे है और उनका एक सेट वोट बैंक है जिसके चलते उन्हें हल्के में नहीं लिया जा सकता। उधर कांग्रेस ने एक बार फिर भवानी सिंह पठानिया को मैदान में उतारा है। कांग्रेस में भवानी के नाम को लेकर कोई विरोध नहीं दिखा। भवानी सिंह पठानिया कॉर्पोरेट जगत की नौकरी छोड़कर अपने पिता स्व सुजान सिंह पठानिया की राजनैतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए फतेहपुर लौटे है। पर पिछले चुनाव को जीत कर भवानी ने ये साबित कर दिया था की वे राजनीति के लिए नए नहीं है। बहरहाल कांग्रेस में 'जय भवानी' का नारा बुलंद है और समर्थक तो उन्हें भावी मंत्री भी बताने लगे है। जानकारों का मानना है कि यदि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती है और भवानी भी ये चुनाव जीतते है तो उन्हें मंत्री पद या कोई अहम ज़िम्मेदारी मिल सकती है। बहरहाल, भवानी और विधानसभा के बीच भाजपा के बड़े नेता और मंत्री राकेश पठानिया, कृपाल परमार और राजन सुशांत जैसे दिग्गज है। अब फतेहपुर में युवा जोश की जीत होती है या अनुभव की, ये तो नतीजे ही तय करेंगे।
** मुश्किल हो सकती है भाजपा और आप की राह 'प्रदेश का मुख्यमंत्री कैसा हो, सुक्खू भाई जैसा हो' ,चुनाव प्रचार के दौरान नादौन विधानसभा क्षेत्र में ये नारा खूब बुलंद रहा। इस बार सुखविंद्र सिंह सुक्खू के समर्थक उन्हें भावी मुख्यमंत्री के तौर पर देख रहे है। नादौन में जहाँ भी सुक्खू प्रचार के लिए पहुंचे, समर्थक ये ही नारा दोहराते दिखे। इस बार कांग्रेस ने बेशक सामूहिक नेतृत्व में और बगैर सीएम फेस के चुनाव लड़ा है ,लेकिन इसमें कोई संशय नहीं है कि यदि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती है और नादौन विधानसभा सीट से सुखविंद्र सिंह सुक्खू चुनाव जीत कर आते है तो मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में सुक्खू का दावा बेहद मजबूत है। नादौन की सियासी फ़िज़ाओं में सुगबुगाहट तेज़ है कि मुमकिन है इस बार नादौन विधानसभा क्षेत्र को मुख्यमंत्री मिल जाएँ। ऐसे में जाहिर है इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि भावी सीएम फैक्टर का लाभ इस चुनाव में सुक्खू को मिला हो। नादौन के इतिहास की बात करें तो नादौन विधाभसभा सीट यूँ तो कांग्रेस का गढ़ रही है। यहां से नारायण चंद पराशर तीन बार विधायक रहे। नारायण चंद पराशर के बाद सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने इस सीट पर राज किया है। 2003 से अब तक सुखविंद्र सिंह सुक्खू नादौन सीट पर तीन बार जीत चुके है, हालांकि 2012 के विधानसभा चुनाव में सुक्खू को 6750 मतों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। पर फिर 2017 में सुक्खू ने जीत हासिल की। कांग्रेस में सुक्खू के अलावा कभी कोई अन्य चेहरा विकल्प के तौर पर नहीं उभरा। इस बीच भाजपा की बात करे तो एक बार फिर विजय अग्निहोत्री मैदान में है। अग्निहोत्री एक दफा सुक्खू को पटकनी भी दे चुके है और इस बार फिर मैदान में डटे हुए है। नादौन में भाजपा के लिए ऐसा भी कहा जाता है कि अगर यहां भाजपा एकजुट हो जाए तो शायद कांग्रेस की राह इतनी आसान न हो। अब भाजपा एकजुट है या नहीं ये तो आने वाला समय ही बताएगा। वहीँ इस बार आम आदमी पार्टी ने नादौन के सियासी समीकरण ज़रूर बदले है। दरअसल इस बार आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी शैंकी ठुकराल ने पुरे दमखम के साथ चुनाव लड़ा है। अब देखना ये होगा कि शैंकी किसके वोट बैंक में कितनी सेंध लगाते है। नादौन में फिलवक्त सुक्खू जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त है। सुक्खू ने भावी सीएम के टैग के साथ चुनाव लड़ा है। ऐसे में जाहिर है इसका लाभ भी उन्हें मिलता दिख रहा है। बहरहाल, जनादेश ईवीएम में कैद है और सभी अपनी -अपनी जीत का दावा कर रहे है।
'प्रदेश का मुख्यमंत्री कैसा हो, सुक्खू भाई जैसा हो' ,चुनाव प्रचार के दौरान नादौन विधानसभा क्षेत्र में ये नारा खूब बुलंद रहा। इस बार सुखविंद्र सिंह सुक्खू के समर्थक उन्हें भावी मुख्यमंत्री के तौर पर देख रहे है। नादौन में जहाँ भी सुक्खू प्रचार के लिए पहुंचे, समर्थक ये ही नारा दोहराते दिखे। इस बार कांग्रेस ने बेशक सामूहिक नेतृत्व में और बगैर सीएम फेस के चुनाव लड़ा है ,लेकिन इसमें कोई संशय नहीं है कि यदि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती है और नादौन विधानसभा सीट से सुखविंद्र सिंह सुक्खू चुनाव जीत कर आते है तो मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में सुक्खू का दावा बेहद मजबूत है। नादौन की सियासी फ़िज़ाओं में सुगबुगाहट तेज़ है कि मुमकिन है इस बार नादौन विधानसभा क्षेत्र को मुख्यमंत्री मिल जाएँ। ऐसे में जाहिर है इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि भावी सीएम फैक्टर का लाभ इस चुनाव में सुक्खू को मिला हो। नादौन के इतिहास की बात करें तो नादौन विधाभसभा सीट यूँ तो कांग्रेस का गढ़ रही है। यहां से नारायण चंद पराशर तीन बार विधायक रहे। नारायण चंद पराशर के बाद सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने इस सीट पर राज किया है। 2003 से अब तक सुखविंद्र सिंह सुक्खू नादौन सीट पर तीन बार जीत चुके है, हालांकि 2012 के विधानसभा चुनाव में सुक्खू को 6750 मतों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। पर फिर 2017 में सुक्खू ने जीत हासिल की। कांग्रेस में सुक्खू के अलावा कभी कोई अन्य चेहरा विकल्प के तौर पर नहीं उभरा। इस बीच भाजपा की बात करे तो एक बार फिर विजय अग्निहोत्री मैदान में है। अग्निहोत्री एक दफा सुक्खू को पटकनी भी दे चुके है और इस बार फिर मैदान में डटे हुए है। नादौन में भाजपा के लिए ऐसा भी कहा जाता है कि अगर यहां भाजपा एकजुट हो जाए तो शायद कांग्रेस की राह इतनी आसान न हो। अब भाजपा एकजुट है या नहीं ये तो आने वाला समय ही बताएगा। वहीँ इस बार आम आदमी पार्टी ने नादौन के सियासी समीकरण ज़रूर बदले है। दरअसल इस बार आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी शैंकी ठुकराल ने पुरे दमखम के साथ चुनाव लड़ा है। अब देखना ये होगा कि शैंकी किसके वोट बैंक में कितनी सेंध लगाते है। नादौन में फिलवक्त सुक्खू जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त है। सुक्खू ने भावी सीएम के टैग के साथ चुनाव लड़ा है। ऐसे में जाहिर है इसका लाभ भी उन्हें मिलता दिख रहा है। बहरहाल, जनादेश ईवीएम में कैद है और सभी अपनी -अपनी जीत का दावा कर रहे है।
फर्स्ट वर्डिक्ट। किन्नाैर आज मुख्मंत्री जयराम ठाकुर ज़िला किन्नौर के कल्पा मेें श्याम सरण नेगी के परिजनों से मिले, जिनका देहांत 105 वर्ष की आयु में पिछले शनिवार 05 नवंबर 2022 को हुआ। श्याम सरन नेगी को भारत के पहले मतदाता होने का गौरव प्राप्त था। श्याम सरन नेगी, जिनका जन्म पहली जुलाई 1917 को हुआ था, वह आज़ाद भारत के पहले मतदाता थे। वह हिमाचल प्रदेश के कल्पा जिला किन्नौर में जन्मे और एक सेवानिवृत स्कूल शिक्षक थे। उन्होंने 1951 के आम उपचुनाव में पहला वोट डाला था। स्व. नेगी ने स्वतंत्र भारत का अपना पहला वोट 25 अक्तूबर, 1951 को डाला। उन्हें चुनाव आयोग ने अपने सिस्टमेटिक वोटर एजुकेशन एंड इलेक्टोरल पार्टिसिपेशन अभियान के लिए ब्रांड एंबेसडर के रूप में नामित किया था। उन्होंने अपने जीवन को वोटर अवेयरनेस के लिए समर्पित किया और जागरूकता के लिए बहुत अभियान चलाए, जो भारत के लोकतंत्र को मजबूत करने की लिए अहम साबित हुए। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने श्याम सरन नेगी के घर जाकर उनके परिजनों से नेगी के निधन पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की और उनके निधन पर दुःख जताया और मुख्यमंत्री ने श्रद्धासुमन अर्पित किए।
देश के पहले मतदाता श्याम शरण नेगी का जन्म 1917 को किन्नौर जिला के कल्पा गांव में हुआ। 106 साल के श्याम शरण अपने पुश्तैनी गांव में रहते हैं। 1940 से 1946 तक वन विभाग में गार्ड की नौकरी की। उसके बाद शिक्षा विभाग में चले गए और कल्पा लोअर मिडिल स्कूल में अध्यापक बने। देश में 1952 में पहला लोकसभा चुनाव हुआ। लेकिन किन्नौर में भारी हिमपात के चलते 6 महीने पहले अक्टूबर 1951 में ही चुनाव हो गए। पहले चुनाव के समय श्याम शरण किन्नौर के मूरंग स्कूल में अध्यापक थे। चुनाव करवाने में उनकी ड्यूटी लगी थी, लेकिन वोट डालने का इतना शौक था और ड्यूटी शोंगठोंग के मुरंग में थी और वोट कल्पा में डालना था तो उन्होंने सुबह-सुबह वोट देकर ड्यूटी पर जाने की इजाजत मांगी। सुबह-सुबह ही वह अपने मतदान स्थल पर पहुंच गए। 6:15 बजे मतदान पार्टी पहुंची। नेगी ने जल्दी मतदान करवाने का निवेदन किया। मतदान पार्टी ने रजिस्टर खोल कर उन्हें पर्ची दी। मतदान करते ही इतिहास बन गया और श्याम शरण नेगी आजाद भारत के पहले मतदाता बन गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके नेगी के निधन पर शोक जताया। उन्होंने श्याम सरन नेगी की सराहना की और उन्हें देश के लोकतंत्र को मजबूत करने की एक अहम कड़ी बताया। उन्होंने लिखा कि नेगी का वोट डालने के प्रति उत्साह हमारे युवा मतदाताओं को प्रोत्साहित करता है। वहीं सुंदरनगर में अपने सम्बोधन के दौरान भी पीएम मोदी ने श्याम सरन नेगी को याद किया। वहीं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी भारत के पहले मतदाता श्याम सरन नेगी को श्रद्धांजलि दी।
भारत के पहले वोटर रहे श्याम सरन नेगी अपने अंतिम सफर पर निकल गए हैं। उनके पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर शोंगठोंग स्थित सतलुज किनारे श्यमशान घाट तक ले जाया गया। जहां पर होमगार्ड बैंड बजाकर राजकीय सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि की गई। इस दौरान किन्नौर पुलिस ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। नेगी के अंतिम संस्कार में भारी संख्या में लोग शामिल हुए। वहीं, चुनाव ऑब्जर्वर, उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक, SP विवेक चहल, SDM कल्पा शशांक गुप्ता सहित प्रशासन की टीम यात्रा में शामिल हुई और उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। वहीं श्याम सरन नेगी के परिवार को सांत्वना देने के लिए केंद्रीय मुख्य चुनाव आयुक्त करीब 4 बजे किन्नौर पहुंचेंगे। बता दें कि हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के निवासी 106 वर्षीय वयोवृद्ध श्याम सरन नेगी ने शुक्रवार देर रात करीब 2 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली।
भारत के पहले वोटर रहे श्याम सरन नेगी दुनिया को अलविदा कह दिया। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के निवासी 106 वर्षीय श्याम सरन नेगी ने शनिवार को अंतिम साँस ली। आजादी के बाद भारत में 1951-52 में जब पहले आम चुनाव हुए थे तो श्याम सरन नेगी ने ही उसमें सबसे पहले मतदान किया था। वहीं इस बार भी वह दुनिया से जाने से पहले भी अपना फर्ज अदा करके गए। जिला निर्वाचन अधिकारी आबिद हुसैन ने कहा कि हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 के लिए नेगी ने पोलिंग बूथ पर जाकर वोट डालने की इच्छा जताई थी, लेकिन तबियत खराब होने के कारण उनके घर पर ही पोस्टल बैलट पेपर से मतदान करवाया गया। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि पुलिस बैंड और पूरे राजकीय सम्मान के साथ नेगी को अंतिम विदाई दी जाएगी।
हिमाचल प्रदेश में के ऊपरी क्षेत्रों में हुए ताजा हिमपात से तापमान में और गिरावट दर्ज की गई है। प्रदेश के मैदानी क्षेत्र में धूप खिलने के बावजूद अधिकतम तापमान में गिरावट आई है, जबकि न्यूनतम तापमान में विशेष कोई बदलाव नहीं आया है। अधिकतम तापमान में सबसे अधिक गिरावट नारकंडा में 2.7, पालमपुर में 1.8 डिग्री सेल्सियस तक आई है। मौसम विभाग के अनुसार कुछ दिन मौसम साफ रहेगा। धूप खिलने से अधिकतम तापमान में वृद्धि होगी। हालांकि, सुबह और शाम ठंड बढ़ेगी। वहीं सोमवार को रोहतांग, कुंजम, शिंकुला व बारालाचा सहित ऊंची चोटियों में बर्फ के फाहे गिरने का क्रम शुरु हो गया है। हल्की बर्फ़बारी के बीच मनाली लेह, ग्रांफू काजा, दारचा पददुम व तांदी संसारी मार्ग में वाहनों की आवाजाही सुचारू है। पुलिस अधीक्षक लाहुल स्पीति मानव वर्मा ने वाहन चालकों व पर्यटकों से आग्रह किया कि मौसम की परिस्थितियों को देखकर ही सफर करें। हिमपात होने की सूरत में सफर से बचें।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज ‘प्रगतिशील हिमाचल स्थापना के 75 वर्ष’ कार्यक्रमों की श्रृंखला में किन्नौर जिला के टापरी के समीप छोल्टू में आयोजित समारोह के दौरान किन्नौर विधानसभा क्षेत्र के लिए लगभग 62 करोड़ रुपये लागत की 23 विकासात्मक परियोजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास किए। मुख्यमंत्री ने छोल्टू में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर देश की स्वतंत्रता में अतुलनीय योगदान देने वाले सेनानियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए हर घर तिरंगा अभियान चलाया जिसे देश सहित हिमाचल में भी अपार समर्थन मिला। उन्होंने कहा कि हिमाचल भी अपने गठन के 75वें वर्ष में प्रवेश कर चुका है और राज्य की उन्नति व समृद्धि में योगदान देने वाले यहां की मेहनतकश व ईमानदार जनता तथा नेतृत्व का आभार व्यक्त करने के लिए ‘प्रगतिशील हिमाचलः स्थापना के 75 वर्ष’ कार्यक्रम राज्य सरकार द्वारा आयोजित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने 19.84 करोड़ रुपये की पांच विकासात्मक परियोजनाओं के शिलान्यास भी किए। इनमें तहसील कल्पा में रिकांगपिओ और समीप के क्षेत्रों के लिए 15.54 करोड़ रुपये के जलापूर्ति योजना के स्रोत सुदृढ़ीकरण का कार्य, ग्राम पंचायत निचार में ईएमआरएस स्कूल निचार के लिए 1.13 करोड़ रुपये लागत का मल निकासी संयंत्र, ग्राम पंचायत असरंग में स्टेजिंग हट का 1.30 करोड़ रुपये का पुनः निर्माण कार्य, ग्राम पंचायत पूह में 98 लाख रुपये की लोअर पूह कुहल सिंचाई योजना तथा ग्राम पंचायत पूह में सिंचाई योजना पूह कुलह के 89 लाख रुपये की लागत से कमान्द एरिया विकास कार्य का शिलान्यास शामिल है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 42.15 करोड़ रुपये की 18 विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण किए, जिनमें तहसील सांगला की ग्राम पंचायत रिशवाल में 56 लाख रुपये की जलापूर्ति योजना सांगला कण्डा, होलदो नाला से रिस्पा गांव के लिए सिंचाई योजना का 1.42 करोड़ रुपये का जीर्णोंद्धार कार्य, तहसील मुरंग की ग्राम पंचायत जंग्गी में जंग्गी विश्राम गृह से खारोडो ऑर्चड के लिए 1.25 करोड़ रुपये की सिंचाई योजना, तहसील मुरंग के अकपा उपमण्डल में 70 लाख रुपये लागत के सहायक अभियन्ता कार्यालय व आवास, रूकटी (सांगला) में 1.66 करोड़ रुपये का 22 केवी नियंत्रण प्वांइट, डुमटी में सीमावर्ती क्षेत्रों के विद्युतीकरण के लिए 3 करोड़ रुपये की 22 केवी एचटी लाइन, ऋषि डोगरी में सीमावर्ती क्षेत्रों के विद्युतीकरण के लिए 2.47 करोड़ रुपये की 22 केवी एचटी लाइन, लुकमा-1 में सीमावर्ती क्षेत्रों के विद्युतीकरण के लिए 56 लाख रुपये की 22 केवी एचटी लाइन, लुकमा-2 में सीमावर्ती क्षेत्रों के विद्युतीकरण के लिए 98 लाख रुपये की 22 केवी एचटी लाइन, सांगला में 93 लाख रुपये की मल्टीपर्पज पार्किंग, एक करोड़ रुपये लागत की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला न्यूगलसेरी, निचार में 3.56 करोड़ रुपये के एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय में छात्रा छात्रावास, 11 करोड़ रुपये लागत की चौड़ा मजगांव (रूपी) सड़क, काठी में 4.12 करोड़ रुपये लागत की देवी चण्डीका राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, रारंग में 4 करोड़ रुपये लागत का राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला का भवन, असरंग में 2.33 करोड़ रुपये का राजकीय उच्च विद्यालय, पूह में 1.42 करोड़ रुपये लागत का बस अड्डा तथा रिकांगपिओ में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के लिए 1.20 करोड़ रुपये लागत के टाइप-2 आवास शामिल हैं।
हिमाचल प्रदेश वन निगम उपाध्यक्ष सूरत नेगी ने कल्पा तहसील के अंतर्गत पड़ते गांव बारंग का दौरा किया। इस दौरान उनका ग्रामीणों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। ग्रामीणों को नगदी फसल को सड़क तक पहुंचाने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था, लोगों की मांग थी कि चुलदारंग से पुल तक राजजुमार्ग स्पेन शुरू किया जाए। इसी कड़ी में सूरत नेगी नेबारंग पुल से चुलदारंग (डोरगानदेन) तक 52 लाख रुपए की लागत से निर्मित होने वाली 1800 मीटर लम्बी सपैन परियोजना का शिलान्यास किया। इस परियोजना से लगभग आधा गांव लाभान्वित होगा। इस दौरान ग्रामीणों ने इनका धन्यवाद किया और अन्य समस्याओं के बारे में भी अवगत करवाया। सूरत नेगी ने विभिन्न मांगों को जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया है।
राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने लाहौल-स्पीति जिला के ताबो स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र में ‘सेब दिवस एवं किसान मेले में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की तथा किसानों के साथ सीधा संवाद किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यहां के किसानों ने परम्परागत कृषि पद्धति को अभी भी संरक्षित रखा है जो हम सभी के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि कुल्लू दशहरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनसे प्रदेश में प्राकृतिक खेती के बारे में जानकारी ली है। राज्यपाल ने बताया कि प्रधानमंत्री ने उनसे इस दिशा में विशेष प्रयास करने को कहा ताकि हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक खेती में देश के अग्रणी राज्य के रूप में उभर सके। उन्होंने किसानों से इस दिशा में आगे आने और आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करने का आह्वान किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने 40 लाख रुपये की लागत से निर्मित आदर्श खाद्य प्रसंस्करण इकाई का लोकार्पण भी किया। इस इकाई में सेब और अन्य स्थानीय फसलों के उत्पाद तैयार किए जाएंगे। इस इकाई के माध्यम से किसानों और स्वयं सहायता समूहों को काफी लाभ मिलेगा। इससे किसान बेहतर उत्पाद बनाने और इन्हें कम से कम समय में बाजार तक पहुंचाने में सक्षम होंगे। राज्यपाल ने केंद्र के परिसर का भी निरीक्षण किया और सेब की फसल की जानकारी हासिल की। उन्होंने ‘पिति शिंगपा’ पुस्तक का विमोचन भी किया।
हिमाचल प्रदेश को देवो की भूमि कहा जाता है। हिमाचल के प्राचीन मन्दिरों में से एक प्राकृतिक सौंदर्य से भरा हुआ किनौर जिला के प्रसिद्ध यूला कुंडा झील ,जोकि किन्नौर के रोरा घाटी की गहराई के बीच स्थित यूला कुंडा झील के बीच भगवान श्रीकृष्ण का मंदिर है। समुद्र तल से 12000 फ़ीट की ऊंचाई होने के कारण इस मंदिर को दुनिया के सबसे ऊँचे कृष्ण मंदिरो में से एक माना गया है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यूला कंडा झील का निर्माण पांडवो ने वनवास के दौरान किया था। यहाँ हर साल कृष्ण जन्माष्टमी के दिन बड़ी धूमधाम से उत्सव मनाया जाता है जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेते है। लोगों की मान्यता है,अगर श्रद्धालु अपनी किनौरी टोपी उलटी करके झील में फैंकते और यदि उसकी टोपी बिना डूबे तैरते हुए एक छोर से दूसरे छोर तक पहुंच जाती है तो उसकी सारी मनोकामना जरूर पूरी होती है और अगर उसकी टोपी डूब जाये तो आने वाला साल उसके लिए अच्छा नहीं होता। मान्यता यह भी है कि बुशहर रियासत के राजा केहरि सिंह के समय इस उत्सव को मानाने की प्रथा शुरू हुई थी। तब से यह परम्परा आज भी मनाई जा रही है। छोटे स्तर पर मनाये जाने वाले इस मेले को अब जिलास्तरीय मेले का दर्जा प्राप्त हो चुका है। यहाँ किन्नौर ही नहीं बल्कि प्रदेश भर से लोग कृष्ण मंदिर के दर्शन करने आते है। इसके आलावा श्रद्धालु पवित्र झील के चारों ओर परिकर्मा करते है। कहते है ऐसा करने से उनको उनके कष्टों से मुक्ति मिल जाती है और झील का पानी औषधीयगुणों से भरा हुआ होने के कारण लोग झील में डुबकी भी लगाते है। श्रद्धालु दुर्गम रास्तों से हो कर पैदल सफर करते हुए मंदिर तक पहुंचते हैं। भारत-चीन की सीमा पर गूजेंगे श्री कृष्ण भजन ,इस बार जिला प्रशासन 19 अगस्त को यूला कंडा में जिलास्तरीय जन्माष्टमी पर्व बड़ी धूमधाम से मनाएगा । मसाबा मयूल यूला एसोसिएशन सचिव रंजीत सिंह ने बताया कि इस बार जन्माष्टमी पर्व का शुभारभ प्रदेश वन विकास निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी करेंगे। एक दिन पूर्व स्थानीय लोग ,बौद्ध लम्हा और , श्रद्धालुओ के साथ रीतिरिवाजों, लोकगीतो और मंत्रो का उच्चारण करते हुए 12 किलोमीटर पैदल चल कर 6 बजे तक सराये भवन तक पहुँचेगे। वही सारी रात भजन कीर्तन करते हुए सुबह 4 बजे पूजा का प्रसाद बनेगा और साथ ही 18 प्रकार के फूलों से भगवान श्री कृष्ण की पूजा अर्चना भी की जाएगी।
समर नेगी। रिकांगपिओ जिला किन्नौर के आसरंग संपर्क सड़क मार्ग पर रविवार देर शाम लापो नामक स्थान पर एक ट्रैक्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से चालक की मौत हो गई है, जबकि इस हादसे में एक व्यक्ति गंभीर रूप से व एक आंशिक रूप से घायल हुआ है। मृतक की पहचान टॉप बहादुर गिरी (चालक) पुत्र शेर बहादुर निवासी नेपाल के रूप में हुई है, जबकि इस हादसे में रमेश कुमार निवासी नेपाल गंभीर रूप से व सुभाष निवासी नेपाल आंशिक रूप से घायल हुआ है। जानकारी के अनुसार चालक टॉप बहादुर गिरी अन्य दो साथियों रमेश व सुभाष के साथ ट्रैक्टर (एचपी 67- 3942) में लापो की तरफ जा रहे थे कि लापो के पास ही चालक ट्रैक्टर से नियंत्रण खो बैठा, जिससे ट्रैक्टर सड़क मार्ग से लगभग 200 फीट नीचे गहरी खाई में गिरकर बुरी तरह दुर्घटना ग्रस्त हो गया तथा चालक टॉप बहादुर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि ट्रैक्टर को खाई में गिरते हुए देखकर रमेश व सुभाष ने छलांग लगा दी, जिससे रमेश गंभीर रूप से व सुभाष आंशिक रूप से घायल हो गया। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस स्टेशन मूरंग से आईओ राजीव पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे व स्थानीय लोगों की सहायता से शव को गहरी खाई से निकालकर अपने कब्जे में लिया तथा घायलों को उपचार के लिए क्षेत्रीय चिकित्सालय रिकांगपिओ लाया गया, जहां गंभीर रूप से घायल रमेश को प्राथमिक उपचार के बाद रामपुर रैफर कर दिया गया है। वहीं, एसपी किन्नौर अशोक रतन ने बताया कि पुलिस ने पीएचसी लिप्पा में शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव को परिजनों को सौंप दिया है तथा पुलिस ने आईपीसी धारा 279, 337 व 304 ए के तहत मामला दर्ज कर लिया है तथा पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
समर नेगी। रिकांगपिओ 05 जुलाई से चेन्नई में आयोजित राष्ट्रीय बॉक्सींग प्रतियोगिता में किन्नौर जिला की कशिश ने 50 किलोग्राम भार वर्ग में रजत पदक तथा 48 किलो ग्राम भार वर्ग में प्रिया ने कांस्य पदक हासिल किया हैं। उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने कशिश व प्रिया को राष्ट्रीय बॉक्सींग प्रतियोगिता में रजत व कांस्य पदक जीतने पर बधाई दी हैं। उन्होंने कहा कि किन्नौर जिला की लड़कियां बॉक्सींग क्षेत्र में राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर प्रदेश व जिला का नाम रोशन कर रही हैं। उल्लेखनीय है कि जिले से राष्ट्रीय बॉक्सींग प्रतियोगिता के लिए चार युवतियों का चयन हुआ था। ये सभी लड़कियां जेएसडब्ल्यू द्वारा सीएसआर के तहत संचालित बॉक्सींग प्रशिक्षण केंद्र सांगला के तहत प्रशिक्षण ले रही हैं।
समर नेगी। रिकांगपिओ प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों द्वारा किन्नौर जिला के मुख्यालय में अब निर्धारित मापदंडाें के विरूद्ध व प्रतिबंधित प्लास्टिक वस्तुओं को बेचने वाले व्यवसाइयों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया गया है तथा विभाग द्वारा औचक निरीक्षण किया जा रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के रामपुर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय के अधिकारियों द्वारा गत दिवस रिकांगपिओ में विभिन्न दुकानों का औचक निरीक्षण किया गया तथा हिमाचल प्रदेश बायोडिग्रेडेबल गाॅरबेज (कंट्रोल अधिनियम-1995) के तहत चालान किया गया। इस दौरान अधिकारियों द्वारा व्यवसायिों को एसयूपी के तहत चिन्हित वस्तुएं न बेचने के लिए भी जागरूक किया गया।
समर नेगी। रिकांगपिओ उपमण्डलाधिकारी किन्नौर एवं निर्वाचक रजीस्ट्रीकरण अधिकारी किन्नौर-68 अनुसूचित जनजाति विधानसभा डाॅ. मेजर शशांक गुप्ता ने आज विधानसभा के तहत आने वाले सुपरवाईजर की बैठक की अध्यक्षता करते हुए निर्देश दिए कि 15 दिन के भीतर 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके सभी मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में पंजीकृत करना सुनिश्चित बनाएं। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि किन्नौर-68 अनुसूचित जनजाति विधानसभा क्षेत्र के ऐसे सभी मतदाता जिनकी आयु 18 से 19 वर्ष के बीच है तथा इनके नाम मतदाता सूची में दर्ज नहीं हैं के नाम बी.एल.ओ के माध्यम से दर्ज किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय तथा वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं में गठित मतदाता साक्षरता कल्बों में भी युवाओं को मतदाता सूचि में नाम दर्ज करने के लिए प्रेरित व जागरूक किया जाएगा ताकि कोई भी युवा मतदाता जिसकी आयु 18 वर्ष से अधिक है वह अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज करने से वंचित न रह पाए। उन्होंने कहा कि मतदाता साक्षरता कल्बों में बी.एल.ओ को बुलाकर मौके पर ही ऐसे युवा जिनके नाम मतदाता सूची में दर्ज नहीं है के नाम मौके पर ही दर्ज किए जाएंगे। इस अवसर पर तहसीलदार निर्वाचन व विभिन्न सुपरवाईजर उपस्थित थे।
जिला किन्नौर में सुबह से हो रही लगातार बारिश के बाद ठंगी नाले मे बाढ आ गई। हालांकि अभी तक इस घटना में जानमाल के नुकसान की सुचना प्राप्त नहीं हुई है। वही जिला किन्नौर के निचार खण्ड में भारी बारिश का दौर जारी है तो कल्पा व पूह खण्ड में रुक रुक कर बारिश का सिलसिला जारी है। बारिश के चलते जिले के कई नालों में पानी का जल स्तर बढ़ने से बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। किन्नौर में बहने वाली सतलुज नदी का जल स्तर भी बढ़ा हुआ है। गौरतलब है कि किन्नौर में बरसात के दौरान भुसखलन, नदी नालो मे बाढ़, चट्टानों के खिसकने के मामले भी लगातार सामने आते है। वही दूसरी ओर मौसम विभाग ने भी आज जिला किन्नौर के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक द्वारा स्थानीय लोगों व पर्यटकों से आह्वान किया गया है कि अनावश्यक यात्रा ना करे व जिले में 8 जुलाई तक बारिश होने की संभावना है।
किन्नौर जिला को वर्ष 2025 तक पूर्ण रूप से क्षय रोग मुक्त कर दिया जाएगा। यह जानकारी आज यहां उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने जिला क्षय रोग निवारण समिति व जिला क्षय रोग फोरम की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उपायुक्त ने बताया कि जिले में क्षय रोग निवारण के लिए 6 माहवार लक्ष्य रखा जाना चाहिए तथा इसकी समय-समय पर समीक्षा की जानी चाहिए तभी हम जिले को वर्ष 2025 तक क्षय रोग मुक्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए विभाग को एक सघन जागरूकता अभियान चलाना चाहिए, जिसमें पंचायती राज संस्थाओं, गैर-सरकारी संस्थाओं व अन्य का भी सहयोग लिया जाना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि पंचायत स्तर पर होने वाली ग्राम सभाओं में लोगों को जागरूक करने के लिए विशेषज्ञ भेजे जाने चाहिए, साथ ही इस दौरान रैंडम आधार पर क्षय रोग से संबंधित सैंपल भी लिए जाने चाहिए। इस अवसर पर क्षय रोग विशेषज्ञ डॉ. सुधीर ने पॉवर प्वॉइंट प्रेसेन्टेशन के माध्यम से जिले में क्षय रोग उन्मूलन के लिए विभाग द्वारा तैयार की गई योजना की जानकारी दी। वर्ष 2022 तक जिला में पाए गए 116 टीबी रोगी वर्ष 2022 में किन्नौर जिला में अब तक 116 टीबी रोगी पाए गए, जिनमें सांगला खंड के तहत 51, पूह के तहत 25 व निचार खंड के तहत 40 रोगी शामिल थे। उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 तक जिले में 2818 रोगियों की क्षय रोग जांच का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें से 31 मई, 2022 तक 2363 व्यक्तियों की क्षय रोग जांच की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि क्षय रोग को रोकने के लिए सामुदायिक स्क्रीनिंग व संस्थागत स्क्रीनिंग पर भी जोर दिया जा रहा है। साथ ही ऐसे क्षेत्र जहां गत वर्षों में इस रोग के अधिक मामले सामने आए हैं वहां पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
4 असम रेजिमेंट के जवानों ने घायल पर्वतारोही महिला को लामखागा दर्रा से निकाला सुरक्षित। ट्रांस हिमालय की गगनचुंबी चोटियों व दर्रो को फतह करने निकला 11 सदस्य महिला पर्वतारोही दल की एक महिला विमला देवी दिवासक गत दिवस लामखागा दर्रे पर फिसलने के कारण घायल हो गई थी। जैसे ही इसकी सूचना ट्राई पीक हिमालय की इकाई 4 असम रेजीमेंट को मिली तो तुरंत सेना के जवानों के एक दल ने रेस्क्यू अभियान आरम्भ किया और बुजुर्ग पर्वतारोही महिला को सुरक्षित निकाल कर नजदीकी सेना के अस्पताल मे प्राथमिक उपचार करवाया गया तथा उसके उपरान्त उन्हें क्षेत्रीय अस्पताल रिकांगपिओ में दाखिल किया गया। जिला मुख्यालय में सेना से प्राप्त सूचना के अनुसार महिला पर्वतारोहियों का एक दल माउंट एवरेस्ट फतेह करने वाली देश की प्रथम महिला पद्म श्री बिछेंद्री पाल के नेतृत्व में गत दिनों उत्तराकाशी के हर्षल से लामखागा दर्रे को पार करते हुए किन्नौर जिले के लिए रवाना हुआ था जिसने हिमाचल प्रदेश में स्थित लामखागा दर्रे में 5 जुलाई, 2022 को प्रवेश किया। इस दौरान एक पर्वतारोही महिला विमला देवी दिवासक लामखागा दर्रे के पास चोटिल हो गई। इसकी सूचना मिलते ही 4 असम रेजीमेंट के जवानों ने विपरीत मौसम व दुर्गम भोगौलिक परिस्थितियों के वावजूद समझदारी व सूझभूज के साथ घायल पर्वतारोही महिला को सुरक्षित निकाला। उलेखनीय है कि 12 मार्च 2022 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के फिट इंडिया मिशन के तहत 50 वर्ष की उम्र पार कर चुकी 11 पर्वतारोही महिलाओं का एक दल भारत-म्यामांर सीमा पर स्थित पांगसायु से टाईगर हिल तक पर्वतारोहण के लिए पद्म श्री बिछेंद्री पाल के नेतृत्व में रवाना हुआ था। यह दल अरुणाचल, असम, पश्चिमी बंगाल, सिक्कम, उतराखण्ड व हिमाचल होते हुए लगभग 5,000 किलोमीटर की दूरी व 37 पर्वती दर्रों को पार करते हुए 5 माह में टाईगर हिल पहुंचेगा।
समर नेगी। रिकांगपिओ जनजातीय क्षेत्र जिला के रारंग में मंगलवार को पांच दिवसीय राज्य स्तरीय गुरू संज्ञास मेला का आगाज हुआ । मेले का शुभारंभ किन्नौर विधायक जगत सिंह द्वारा मेले का झंडा फहराकर किया गया। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी पूह विनोद कुमार द्वारा विधायक जगत सिंह नेगी को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। मइस अवसर पर जगत सिंह नेगी ने मेले के आयोजन के लिए सभी क्षेत्रवासियों को बधाई देते हुए कहा कि इस तरह के मेलों के आयोजन से किन्नौर की संस्कृति को और अधिक बढ़ावा मिलता है तथा किन्नौर की संस्कृति की प्रदेश व देश में अलग ही पहचान है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आगाज स्कूली छात्राओं द्वारा गुरुवंदना व स्वागतम गीत के साथ किया गया तथा उसके बाद स्थानीय सांस्कृतिक दल द्वारा लोक नृत्य व स्कूली बच्चों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत करने के साथ-साथ रारंग के स्कूली बच्चों द्वारा नेपाली नृत्य भी प्रस्तुत किया गया। पांच दिवसीय इस मेले में जहां एक ओर स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुतियां दी जाएंगी। वहीं, दूसरी ओर मेले में स्कूली बच्चों की फैंसी ड्रैंस प्रतियोगिता, सांस्कृतिक कार्यक्रम व अन्य प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी। इसके अतिरिक्त उपमंडल के महिला मंडलों द्वारा भी रंगा-रंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। इस पांच दिवसीय मेले के मुख्य आकर्षण जहां स्थानीय कलाकार, महिला मंडलों व स्कूली बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम रहेंगे। वहीं, मेले के अंतिम दिन स्थानीय बौद्ध सभा रारंग द्वारा पारंपरिक छम व लाॅयन नृत्य रहेगा। वहीं, मेले का समापन 9 जुलाई को प्रदेश वन विकास निगम उपाध्यक्ष सूरत नेगी द्वारा किया जाएगा।
हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के द्वारा किनौर विधानसभा क्षेत्र के पूह गांव के युवा नेता छेरिंग नेगी को हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस का महासचिव नियुक्त किया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि वह अपने कर्तव्य और इस पद का सही इस्तेमाल करेंगे और संगठन को मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा की आगामी चुनाव में कांग्रेस की ही जीत होगी, उसके लिए जमीनी स्तर पर युवाओं को युवा कांग्रेस के साथ जोड़ेंगे। उन्होंने हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष नेगी निगम भंडारी का धन्यवाद किया, जिनके विश्वास से यह उन्हें यह जिम्मेदारी मिली है।
समर नेगी। रिकांगपिओ जिला किन्नौर में पुलिस आरक्षी भर्ती की लिखित परीक्षा आज रविवार को दोपहर 12 बजे टीएस नेगी, राजकीय महाविद्यालय, किन्नौर स्थित रिकॉगपिओ में कड़ी सुरक्षा के बीच आयोजित की गई। इस लिखित परीक्षा के लिए कुल 330 महिला व पुरूष अभ्यर्थी उपस्थित हुए, जबकि कुल 352 अभ्यथियों ने यह परीक्षा देना था। हालांकि इस लिखित परीक्षा में 15 पुरुष व 7 महिला अभ्यर्थियों ने भाग नही लिया। यह परीक्षा पूरी तरह सीसीटीवी कैमरे की देखरेख में हुई तथा सभी 11 कमरों में जैमर लगाए गए थे, ताकि लिखित परीक्षा में किसी भी तरह की चूक न न हो। यह परीक्षा पुलिस अधीक्षक किन्नौर अशोक रतन, डीएसपी हेडक्वार्टर नवीन झालटा, एसडीपीओ भावानगर राजू व डीएसपी विजलेंस राजीव मेहता की देखरेख में संपन्न हुई। गौरतलब है कि इन सभी अभ्यर्थियों ने 9 नवंबर से 11 नवंबर, 2021 तक हुई पुलिस आरक्षी भर्ती की शारीरिक परीक्षा (PET) उत्तीर्ण की थी।
समर नेगी । रिकांगपिओ हिमाचल राजकीय संस्कृत शिक्षक परिषद जिला किन्नौर ईकाई की बैठक रविवार को रिकांगपिओ में राज्य उपाध्यक्ष डॉ. जंगछुप नेगी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में परिषद के त्रिवार्षिक चुनाव संपन्न हुए। इसमें सर्वसहमति से फुन्चोक नेगी को परिषद का अध्यक्ष नियुक्त किया गया, जबकि ममता नेगी को उपाध्यक्ष, संज्ञे नेगी को सचिव, कमला नेगी को सहसचिव, रत्न नेगी को कोषाध्यक्ष व विद्यालता, वंगचेन नेगी व दौलत नेगी को राज्य प्रतिनिधि चुना गया। इस अवसर पर राज्य उपाध्यक्ष डॉ. जंगछुप नेगी परिषद के सब सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों को बधाई दी तथा परिषद में इमानदारी पर निष्ठा पूर्वक कार्य करने का आह्वान किया। बैठक में परिषद की समस्याओं के बारे में विस्तार से चर्चा करने के साथ-साथ प्रदेश मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से मांग की गई कि शास्त्री और भाषा अध्यापकों के टीजीटी पदनाम की अधिसूचना शीघ्र जारी की जाए, जिससे प्रदेश में लगभग 8 हजार अध्यापकों को इसका लाभ मिल सके।
5 जुलाई 2022 से चेन्नई में होने वाली अंडर-19 यूथ नेशनल बॉक्सींग चेम्पियनशिप के लिये चयनित किन्नौर जिले की 4 बेटियों को हिमाचल प्रदेश वन विकास निगम के उपाध्यक्ष सुरत नेगी ने बधाई व शुभकामनाएं दीं है। किन्नौर जिले की 4 बेटियों का 5 जुलाई, 2022 से चेन्नई में होने वाली राष्ट्रीय बॉक्सींग प्रतियोगिता के लिये चयन हुआ है जो 3 जुलाई को कौच टेक चंद के साथ शिमला से चेन्नई के लिए रवाना होंगे तथा इस प्रतियोगिता में किन्नौर की चारों बेटियां अपने पंच का दम दिखाएगी। इनमे मुस्कान (70 किलोग्राम भार वर्ग) कशिश(50 किलोग्राम भार वर्ग) और प्रिया (48 किलोग्राम भार वर्ग) तथा सुनिधी (57 किलोग्राम भार वर्ग) में शामिल हैं। मुस्कान (खुशी) निचार से सम्बंध रखती है तथा लॉकडाउन के दौरान 2020 में वही के स्थानीय कौच अमित नेगी से बॉक्सिंग का प्रशिक्षण प्राप्त किया तथा उंसके बाद 2021-22 में श्रीखंड बॉक्सिंग अकादमी रामपुर में कोच विनोद कुमार से अपनी ट्रेनिंग जारी रखी। मुस्कान नेगी ने 26 जून को शिमला खेल परिसर में अंडर-19 यूथ नेशनल बॉक्सींग चेम्पियनशिप के लिए ट्रायल दी तथा खुशी का चयन यूथ नेशनल बॉक्सींग चेम्पियनशिप के लिए हुआ है। वही 27 जून को हुए ट्रायल में मुस्कान का चयन खेलों इंडिया के लिए भी हुआ। वही खेलों इंडिया एवं अंडर-19 यूथ नेशनल बॉक्सींग चेम्पियनशिप के लिए चयनित होने पर पंचायत समिति सदस्य सुनील नेगी सहित ग्रामीणों ने मुस्कान को बधाई के साथ उज्जवल भविष्य के लिए भी शुभकामनाएं दी। वही, माता प्रोमिला व दादी हीरा कली को अपने खुशी पर नाज है। 19 वर्षीय मुस्कान की प्रारंभिक शिक्षा निचार से तथा जमा दो की पढ़ाई दोफदा रामपुर से हुई है। पिता के स्वर्गवास के बाद माता प्रोमिला व दादी हीरा कली ने अन्य दो बहन ख्वाइश व कशिश की परवरिश की। वही अन्य 3 लड़कियां प्रिया, कशिश व सुनिधि जे.एस.डब्ल्यू जल विद्युत परियोजना द्वारा जिले मे संचलित शिखर बॉक्सींग प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण ले रही है, जो कि चारों बॉक्सर कल चेन्नई के लिए रवाना हों रहे है।
निर्वाचन विभाग किन्नौर द्वारा आज मतदान केंद्रों के भौतिक सत्यापन हेतु नोडल अधिकारियों के लिए एक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी-68 किन्नौर डाॅ. मेजर शशांक गुप्ता ने की। उन्होंने नोडल अधिकारियों से कहा कि वे विभाग द्वारा निर्धारित प्रपत्र पर 6 जुलाई, 2022 तक मतदान केंद्रों के भौतिक सत्यापन संबंधी जानकारी उपलब्ध करवाएं। उन्होंने कहा कि इस दौरान मतदान केंद्रों में रैम्प, बिजली, पानी व अन्य सुविधाओं की जानकारी भी देनी होगी। बैठक में जिला के तहसीलदार, नायब तहसीलदार व कानूनगो शामिल थे।
जिला मुख्यालय रिकांगपिओ 22 जून से 24 जून तक आयोजित राज्य स्तरीय जनजातीय नृत्य एवं शिल्प महोत्सव की अंतिम सांस्कृतिक संध्या में प्रस्तुति दे रहे स्थानीय गायक केदार नेगी के हाथ से एक पुलिस कर्मचारी द्वारा माइक छीनने को लेकर अब किन्नौर के कलाकार व सांस्कृतिक दल केदार नेगी के समर्थन में आगे आए हैं। इसी के चलते शनिवार को जिला के कलाकारों व अन्य लोगों ने केदार नेगी के समर्थन में सम्मान रैली निकाली। रैली में लोगों ने पुलिस कर्मी द्वारा केदार नेगी के साथ किए गए इस व्यवहार की कड़ी निंदा की तथा यह मांग की गई कि जिस पुलिस कर्मी द्वारा केदार नेगी से माइक छीना गया था उसी पुलिस कर्मी से सार्वजनिक माफी मंगवाई जाए। रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस आईटी सेल के प्रभारी आनंद नेगी, इंटक के प्रदेश सचिव कुलवंत नेगी, सोशल मीडिया एक्टिविस्ट राम भगत आदि ने कहा कि महोत्सव के दौरान चलते प्रोग्राम में पुलिस कर्मी द्वारा जिस तरह कलाकार से माइक छीना गया। यह केदार नेगी का ही अपमान नहीं बल्कि किन्नौर की संस्कृति का भी अपमान है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा किन्नौर की संस्कृति को बचाने व आगे बढ़ाने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जो कि सराहनीय है, परन्तु कार्यक्रमों में कलाकार के साथ इस तरह का व्यवहार करना निदनीय है। रैली के बाद जिला लोक संस्कृतिक धरोहर मंच द्वारा उपायुक्त किन्नौर के माध्यम से प्रदेश मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा गया जिसमें इस मामले पर गम्भीरता से कार्यवाही करने की मांग की गई। ज्ञापन में बताया गया कि कलाकार के साथ पुलिस कर्मी द्वारा किए गए इस व्यवहार से कलाकार के आत्म सम्मान को ठेस पहुंची है। इसलिए उक्त पुलिसकर्मी के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए। इसके उपरांत कलाकार एस पी किन्नौर से भी मिले तथा एक ज्ञापन भी सौंपा। वहीं एस पी किन्नौर अशोक रत्न ने बताया कि इस मामले को कलाकारों के साथ मिलकर सुलझा लिया गया है तथा पुलिस द्वारा भी मामले की जांच की जा रही है जिससे कलाकार भी सन्तुष्ट हैं तथा कलाकारों ने भी पुलिस प्रशासन को भविष्य में इस तरह की कोई भी रैली न करने का आश्वासन दिया है।
मौसम विज्ञान केन्द्र शिमला द्वारा 8 जुलाई तक प्रदेश के ऊपरी इलाकों में यलो अलर्ट जारी किया है । जिला किन्नौर प्रशासन द्वारा भी जिला किन्नौर में बारिश होने की संभावना जताई है। वहीं, जिला किन्नौर में भी आज सुबह से ही मौसम खराब रहा व दोपहर तक आसमान में काले बादल छाए जबकि शाम होते होते जिला में जमकर बारिश हुई । बारिश का दौर जारी देखते हुए बागवानों व किसानों के चेहरे खिल गए है व अच्छी फसल की उम्मीद जताई है। आगामी दिनों में खराब मौसम की सम्भावना को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा भी एडवाइजरी जारी की गई है । प्रशासन द्वारा स्थानीय लोगों व बाहरी क्षेत्रों से आने वाले पर्यटकों को मौसम की स्थिति के अनुसार ही यात्रा करने के लिए आह्वान किया। गत वर्ष भी जिले में कई हादसे हुए हैं। जिला किन्नौर प्रशासन द्वारा जिले के अति सवेदनशील भूस्खलन स्थलों पर अर्ली वार्निग सिस्टम व लैंड मोनिटरिंग प्रणाली स्थापित किया गया है। जिले में 6 संवेदनशील स्थान निगुलसरी, बटसेरी, पागल नाला, उरनी ढांक, कुप्पा व पुरबनी झूला पर आई आई टी मंडी के विशेषज्ञ द्वारा यह प्रणाली स्थापित किया गया है। वही जिले में आज से 8 जुलाई तक बारिश होने की संभावना है।
समर नेगी। रिकांगपिओ उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने जिला कि 3 बेटियों को नेशनल बॉक्सिंग प्रतियोगिता के लिए चयनित होने पर दी बधाई। किन्नौर जिला की तीन बेटियों का 5 जुलाई से चेन्नई में होने वाली राष्ट्रीय बॉक्सिंग प्रतियोगिता के लिए चयनित किया गया है। जिनमें कशिश (50 किलोग्राम भार वर्ग) और प्रिया (48 किलोग्राम भार वर्ग) तथा सुनिधी (57 किलोग्राम भार वर्ग) शामिल हैं। ये सभी लड़कियां जेएसडब्ल्यू जल विद्युत परियोजना द्वारा जिला में संचलित शिखर बॉक्सिंग प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण ले रही हैं। उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने सभी लड़कियों को राष्ट्रीय बॉक्सींग प्रतियोगिता में चयनित होने पर बधाई दी तथा आशा व्यक्त की कि जिला की ये बेटियां राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर जिला सहित प्रदेश का नाम रोशन करेगी।
समर नेगी। रिकांगपिओ आजादी के अमृत महोत्सव पर आयोजित राज्य स्तरीय जनजातीय नृत्य एवं शिल्प महोत्सव के समापन समारोह के अवसर पर हिमाचल प्रदेश वन विकास निगम के उपाध्यक्ष ने जिला किन्नौर रैड क्राॅस सोसाईटी द्वारा निकाले गए लक्की ड्राॅ के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। लक्की ड्राॅ में प्रथम पुरस्कार (1 सैमसंग एल.ई.डी 32’’) टिकट नम्बर 52078 ने प्राप्त किया, द्वितीय पुरस्कार (1 सैमसंग वाॅशिंग मशीन) टिकट नम्बर 51163 व तृतीय पुरस्कार (5 इलैक्ट्रीक आयरन) टिकट नम्बर 36709, 36917, 14008, 2747 व 2722 ने प्राप्त किया। इसके अलावा लक्की ड्राॅ में चैथा पुरस्कार (10 होट-केस) टिकट नम्बर 44482, 50609, 50610, 24300, 44906, 51019, 44949, 48572, 51076, 15972, 45256 ने हासिल किया। पांचवा पुरस्कार ( 20 टी-सैट) टिकट नंबर 22051, 72506, 14706, 44416, 15622, 15623, 14175, 44286, 14693, 14692, 20598, 51520, 51607, 15335, 15639, 36797, 15871, 36968, 36964 व 36967 ने हासिल किया। अंतिम व छठा पुरस्कार (30 वाॅल क्लाॅक) टिकट नम्बर 50566, 44599, 25196, 44766, 44153, 15367, 52250, 50833, 44781, 15881, 44823, 70200, 36959, 44341, 42133, 52179, 72156, 45561, 70132, 45017, 70058, 70413, 20929, 72789, 14136, 23043, 3090, 20066, 14268, 36771 ने प्राप्त किया। इस अवसर पर उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक, उपमण्डलाधिकारी कल्पा शशांक गुप्ता, मेला अधिकारी एवं उपमण्डलाधिकारी निचार बिमला वर्मा सहित अन्य उपस्थित थे।
जनता का समर्थन देख कांग्रेस बौखलाहट में कर रही अनाप-शनाप बयानबाजी कहा, भाजपा सरकार झूठे वादे नहीं करती, बल्कि अपने कार्य को पूरा करने में रखती है विश्वास समर नेगी। रिकांगपिओ प्रदेश मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का किन्नौर दौरा ऐतिहासिक रहा। वहीं, जिला में करोड़ों रूपए के विकासात्मक कार्य भी पहली बार भाजपा सरकार में हुए है। यह बात आज रिकांगपिओ में प्रेस वार्ता के दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष संजीव हारा ने कही। वहीं, उन्होंने कहा कि प्रदेश मुख्यमंत्री ने किन्नौर जिला में 53.78 करोड़ रुपए की 19 विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास भी ऐतिहासिक रहा। भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव हारा ने कहा कि जिला किन्नौर कांग्रेस के पदाधिकारी शिलान्यास व उद्घाटन पट्टिकाओं पर अंकित प्रदेश वन विकास निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी के नाम पर जो आपत्ति जता रहे हैं तथा भाजपा संगठन में अनैतिकता की बात कर रहे हैं, तो मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि कांग्रेस शासनकाल में विधायक जगत सिंह नेगी वर्ष 2015 में जब विधानसभा उपाध्यक्ष थे, तो सांगला में बैरिंग नाग सामुदायिक भवन की उद्घाटन पट्टिका में कांग्रेस जिला अध्यक्ष का नाम अंकित किया गया है, जबकि वन विकास निगम उपाध्यक्ष सूरत नेगी को तो सरकार ने राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया है। इसलिए सरकार द्वारा नियमो को देखकर ही नाम अंकित किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि किन्नौर में भाजपा द्वारा करवाए जा रहे विकास को देखकर व जनता का समर्थन देख कांग्रेसी नेता बौखला गए हैं। इसलिए अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं, जबकि संगठन चाहे कोई भी हो उन्हें शब्दों को ध्यान रखकर ब्यानबाजी करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस कार्यकाल में कड़छम -शीलती के आधे अधूरे सड़क मार्ग का उद्घाटन विधायक जगत सिंह नेगी द्वारा किया गया था तथा उसके बाद उक्त सड़क मार्ग का कोई भी कार्य नहीं हुआ, जबकि अब भाजपा सरकार के कार्यकाल में उक्त सड़क मार्ग के लिए 14 करोड़ का बजट आया है तथा वर्तमान में सड़क का कार्य चला हुआ है। इसके साथ ही दूनी कोठी कंडे सड़क मार्ग के आधे अधूरे कार्य का उद्घाटन करने से भी पीछे नहीं हटे, वहां भी भाजपा सरकार आते ही कल्पा-दूनी कंडे के लिए निर्मित सड़क के अपग्रेडेशन के लिए 20 लाख रुपए की राशि का प्रावधान कर कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि इसी तरह 14 अगस्त 2007 में परियोजना वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भावानगर का लोकार्पण तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र व सांसद प्रतिभा सिंह एवं विधायक जगत सिंह नेगी ने लोकार्पण किया था तथा उस समय इस स्कूल को सरकार के अधीन करने का आश्वासन भी दिया था, परंतु इतने वर्ष बीतने के बाद भी इसे सरकार के अधीन नहीं किया गया, जिसका खामियाजा आज तक स्कूल के विद्यार्थियों को सरकार द्वारा दी जा रही प्रत्येक सुविधाओं से महरूम रहना पड़ा था। वहीं, पिछले कल रिकांगपिओ में प्रदेश वन विकास निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी की मांग को प्राथमिकता देते हुए इसे तुरंत सरकार के अधीन करने की घोषणा की। अध्यक्ष ने कहा कि हमारी भाजपा सरकार झूठे वादे नहीं करती है, बल्कि भाजपा सरकार अपने कार्य को पूरा करने में विश्वास रखती है, जबकि कांग्रेस ने हमेशा ही आधे-अधूरे कार्यों का उद्घाटन किया है या फिर केवल शिलान्यास कर पट्टे लगाने का काम किया है।
प्रदेश भर में आठवां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। विश्व योग दिवस पर सरकारी स्तर पर और राजनीतिक दलों ने भी कई कार्यक्रम आयोजित किए। मौसम के बदले मिजाज और बारिश की फुहारों ने भी आयोजन को फीका नहीं होने दिया। लोग बड़ी संख्या में विभिन्न आयोजन स्थलों पर पहुंचे और इस खास दिन की अहमियत जताई। विभिन्न योगासनों से प्रदेश को फिट रहने का संदेश दिया। सभी संसदीय क्षेत्रों कांगड़ा, हमीरपुर, शिमला और मंडी के शक्ति केंद्र और बूथ स्तर पर विश्व योग दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किये गए। शिमला विश्व योग दिवस पर राजधानी शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने स्कूली बच्चों के साथ योग आसन किए। इस दौरान शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज भी मौजूद रहे। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सुबह सात से आठ बजे तक योग सत्र में योग किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सभी को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की बधाई दी और जीवन में निरोग रहने के लिए योग को रोज करने का संदेश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि योग शारीरिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि हमारे ऋषि-मुनियों ने योग के माध्यम से भारत की संस्कृति को दुनिया तक पहुंचाया है। आज के समय में जीवन काम में उलझ कर रह गया हैं। 8 वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री मोदी ने प्रयास किया कि भारत से जुड़े योग को विश्व जाने। जिसमें सफलता मिली और आज 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा हैं। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का वास होता है। उन्होंने प्रदेश वासियों से आग्रह किया कि बेहतर स्वास्थ्य के लिए योग को जीवन में शामिल करें। मंडी जिला मंडी के पराशर में अंतरराष्ट्रीय दिवस पर योग शिविर आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने विशेष रूप से शिरकत की। इस दौरान द्रंग के विधायक जवाहर ठाकुर भी रहे मौजूद। गौरतलब है कि पराशर ऋषि की तपोस्थली को आजादी के अमृत महोत्सव पर देश के 75 आइकॉनिक स्थानों में शामिल किया गया था। हमीरपुर हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के टिहरा सुजानपुर कटोच पैलेस में केंद्रीय सूचना और प्रसारण एवं युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर तथा प्रदेश से खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले मंत्री राजेंद्र गर्ग ने शिरकत की। इस दौरान केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि वर्ष 2014 में देश की बागडोर संभालते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को भारत की प्राचीन पद्धति योग का महत्व समझाया और दुनिया से इसे अपनाने की अपील की। उनके आह्वान पर दुनिया के सभी देशों ने इसे अपनाया और 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का संकल्प लिया। भारत के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि इस बार 8वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, आजादी का अमृत महोत्सव के तहत देश भर के 75 प्रसिद्ध ऐतिहासिक धरोहर स्थलों पर ”योग फॉर ह्यूमैनिटी” यानि मानवता के लिए योग थीम के साथ मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में सुजानपुर के कटोच पैलेस के परिसर में योगाभ्यास सत्र में भाग लेना प्रत्येक प्रतिभागी के लिए गौरव की बात है। रोहतांग अटल टनल रोहतांग में भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग कार्यक्रम आयोजित किया गया। सैकड़ों लोगों ने 10,000 फीट की ऊंचाई पर एक साथ योग किया। अटल टनल योग कार्यक्रम में केंद्रीय गृह, युवा मामले एवं खेल राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक, कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर और प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री रामलाल मारकंडा शामिल हुए। वहीं, 13050 फीट ऊंचे रोहतांग दर्रा में बर्फ के बीच आईटीबीपी के जवानों ने योग की विभिन्न क्रियाओं का प्रदर्शन किया। अटल टनल रोहतांग के नॉर्थ पोर्टल पर आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर हो रहे इस कार्यक्रम में सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, अटल बिहारी पर्वतारोहण संस्थान और सीमा सड़क संगठन के जवान भी शामिल हुए।
समर नेगी। रिकांगपिओ जिला किन्नौर के छितुकुल के पास लामखागा नामक स्थान पर पेट्रोलिंग पर गई आईटीबीपी व एसआरपी टीम ने शनिवार शाम को एक पश्चिम बंगाल के पर्यटक का शव बरामद किया है। आईटीबीपी ने शव को किन्नौर पुलिस के सपुर्द कर दिया है तथा पुलिस द्वारा शव को पोस्टमार्टम के लिए सीएचसी सांगला में रखा गया है। मृतक की पहचान सुखेन मांझी गांब रघापुर डाकघर नेपाल गंज जिला साउथ 24 प्रागना पश्चिम बंगाल के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार डिप्टी कमांडेंट आईटीबीपी विनय शर्मा ने 17 जून को सांगला थाना में सूचना दी थी कि लामखागा नामक स्थान पर जब उनके जवान गश्त पर थे, तो उन्हें वहां पर किसी व्यक्ति का शव पड़ा हुआ मिला है, जिस पर आईटीबीपी के जवानों द्वारा शनिवार शाम को शव व उसके पास से बरामद सामान को चैक पोस्ट खन्ना दुमती लाया गया। शव बरामद होने की सूचना मिलते ही थाना सांगला से थाना प्रभारी पुलिस टीम के साथ चैक पोस्ट खन्ना दुमती पहुंचे तथा मामले की छानबीन की तथा छानबीन से पुलिस को शक हुआ कि यह शव पश्चिम बंगाल के उस पर्यटक का है, जो कि अक्तूबर 2021 में अपने दल के साथ ट्रेकिंग के लिए आया था, जो कि अभी तक लापता था। शव की पहचान के लिए पुलिस ने मृतक के परिजनों से संपर्क किया तथा शव व उसके पास से बरामद सामान के फोटो परिजनों को भेजे जिस पर मृतक के भाई सुभेंद्रू मांझी व पत्नी लोभनी मांझी ने शव की पहचान की। विदित है कि अक्तूबर 2021 में जिला किन्नौर के छितकुल क्षेत्र के निथ्थल ताच नामक स्थान के पास ट्रेकिंग के लिए 11 पर्यटकों का एक दल ट्रैकिंग के लिए निकला था, जिसमें 7 पर्यटकों की मौत हो गई थी, जबकि 2 को रेस्क्यू कर लिया गया था तथा इनमें से दो पर्यटक सुखेन मांझी व ज्ञान चंद लापता थे, जिसमें से सुखेन मांझी का शव बरामद कर लिया गया है, जबकि ज्ञान चंद अभी भी लापता है। एसपी किन्नौर अशोक रतन ने शव की पुष्टि की गई है तथा सीएचसी सांगला में शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। वहीं, मृतक के परिजनों को भी सूचित कर लिया गया है।
लामा बॉयज क्रिकेट क्लब द्वारा मांग दुर्गा युवक मंडल निगुलसरी के सौजन्य से आयोजित सुपर 6 क्रिकेट और लोक सांस्कृतिक प्रतियोगिता का समापन बुधवार को हुआ। कार्यक्रम के समापन अवसर पर प्रदेश वन निगम उपाध्यक्ष सूरत नेगी ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। मां दुर्गा युवक मंडल के मुख्य सहलाकार मुनीश नेगी ने बताया की उनका युवक मंडल सांस्कृतिक और खेलो को बढ़ावा देने के लिए हर वर्ष इस तरह के आयोजन करती रहेगी। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता विभिन्न पंचायतों की लगभग 70 टीमों ने भाग लिया जिसमें लामा बॉयज निगुलसरी ने ट्रॉफी पर कब्जा किया। क्रिकेट प्रतियोगिता में फाइनल मैच लामा बॉयज निगुलसरी व चौरा की टीम के बीच हुआ जिसमें चौरा की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 ओवरों में 87 रन बनाए तथा लामा बॉयज निगुलसरी टीम ने 88 रनों का लक्ष्य छठे ओवर की अंतिम गेंद पर छक्का लगाकर प्रतियोगिता में जीत हासिल की। सांस्कृतिक प्रतियोगिता में 11 दलों ने भाग लिया जिसमें महिला मंडल छोटा कम्बा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि महिला मंडल चौरा ने दूसरा और व महिला मंडल तरांडा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर वन विकास निगम उपाध्यक्ष सूरत नेगी ने क्लब के पदाधिकारियों को इस प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए बधाई दी।
जिला की ग्राम पंचायत पांगी में शनिवार रात को शरारती तत्त्वों द्वारा चार गाड़ियों के शीशे तोड़ने का मामला सामने आया है, जिससे क्षेत्र के लोगों में भय का माहौल बना हुआ है। वहीं इसकी शिकायत ग्रामीणों ने पुलिस चौकी पांगी में भी की है, तथा शीघ्र अज्ञात शरारती तत्वों को पकड़ कर उचित कार्यवाही करने की मांग की है। पांगी निवासी योगराज, भूमि सिंह, जितेंद्र व रतनवीर आदि ने बताया कि शनिवार शाम को उन्होंने अपनी ऑल्टो गाड़िया एच पी 25 ए 2013, एच पी 25 सी 0966, एच पी 01 ए ए 0187 व एच पी 25 5754 पांगी बस स्टैंड, सोसायटी व चौक के पास खड़ी की थीं तथा रविवार सुबह जब गाड़ियां देखीं तो पता चला कि रात को किन्ही अज्ञात शरारती तत्वों द्वारा उनकी चार गाड़ियों के आगे व पीछे के शीशे तोड़ दिए गए हैं, जिससे उन्हें जहां एक ओर आर्थिक नुकसान हुआ है, वहीं दूसरी ओर इस घटना से अब लोगों के वाहन भी सुरक्षित नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि अधिकतर लोगों के वाहन घरों तक नहीं पहुंच पाते हैं, जिससे लोगों को वाहन पांगी बस स्टैंड के पास व अन्य स्थानों पर सड़क किनारे खड़े करने पड़ते हैं, परन्तु अब शरारती तत्वों द्वारा इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने के बाद लोग अपने आप व वाहनों को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि यहीं नहीं क्षेत्र में आय दिन ऐसी घटनाएं होती रहती हैं, तथा शरारती तत्व बेखोफ लोगों के वाहनों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिससे लोगों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। क्षेत्र के लोगों ने पुलिस प्रशासन से पांगी में गश्त बढ़ाने की मांग की है, ताकि भविष्य में शरारती तत्व इस तरह की घटनाओं को अंजाम न दे सकें। वहीं इस बारे में पांगी चौकी प्रभारी कुलदीप ने बताया कि पांगी के पास चार गाड़ियों के शीशे तोड़ने की शिकायत आई है, तथा पुलिस द्वारा इस बारे में लोगों से भी पूछताछ की जा रही है, परन्तु अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है तथा पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
किन्नौर जिला के रिकांगपिओ में बुधवार को डीपोज़िट मोबेलाईजेशन ऐजेंट (डीएमए) के तहत सहकारी सभाओं को बढ़ावा देने के लिए हिमाचल प्रदेश सहकारिता विभाग व सहकारी बैंक के सयुंक्त तत्वाधान में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता हिमाचल प्रदेश सहकारी बैंक के अध्यक्ष खुशी राम बालनाटा ने की। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में सहकारी बैंकों की अहम भूमिका रहती है ऐसे में सहकारी सभाओं को और अधिक सुदृढ़ करने की आवश्यकता है ताकि आर्थिक विकास के साथ साथ समाज की भी उन्नति हो सके। उन्होंने कहा कि पहले सहकारी सभाओं के माध्यम से कारोबार के लिए कुछ चुनिंदा विषयों पर ही कार्य किया जाता था परंतु वर्तमान में आर्थिकी को बढ़ावा देने के लिए सहकारी सभाओं द्वारा किसी भी क्षेत्र में कारोबार किया जा सकता है जिसके लिए सहकारी बैंक के माध्यम से ऋण व अन्य लाभ प्रदान किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य सहकारी बैंक व सहकारी सभाओं को जोड़कर सहकारी क्षेत्र में विविधता लाना है ताकि रोजगार व स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध हो सके।
डबल इंजन की सरकार में जनजातीय क्षेत्रों में विकास की रफ्तार दौड़ रही है तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के विकासात्मक सोच से आज जिला किन्नौर, लाहौल-स्पीति समेत पांगी और भरमौर क्षेत्रों का अभूतपूर्व विकास हो रहा है। यह बात भारतीय जनता पार्टी एसटी मोर्चा के प्रदेश महामंत्री एंंव सदस्य जनजातीय सलाहकार परिषद संतोष राज नेगी ने जारी प्रेस ब्यान में कही। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के अथक प्रयासों से आज किन्नौर को एफआरए यानी वन अधिकार कानून 2006 लागू हो पाया तथा प्रदेश की जयराम सरकार जनजातीय क्षेत्रों के समान एवं संतुलित विकास सुनिश्चित कर रही है। इसके परिणामस्वरूप इन क्षेत्रों का तेजी के साथ विकास हो रहा है। उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्र विकास कार्यक्रम का आकार वर्ष 2018-19 में 567 करोड़ रुपये था जबकि वर्ष 2021-22 के लिए सरकार ने 846.49 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। इसके अतिरिक्त सीमा क्षेत्र विकास योजना के अंतर्गत वर्ष 2018-19 में 25.95 करोड़ रुपये केन्द्रीय हिस्से व 2.88 करोड़ रुपये राज्य के हिस्से के रूप में जबकि वर्ष 2021-22 के लिए 25 करोड़ रुपये केन्द्रीय हिस्से और 2.78 करोड़ रुपये का राज्य के अंश के रूप में प्रावधान किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि जनजातीय क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत परिवहन, सड़कों एवं पुलों और भवन निर्माण पर वर्ष 2018-19 के दौरान 127.69 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान था जबकि वर्ष 2021-22 के लिए 244.06 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया गया है जिसके लिए पीएम मोदी, सीएम जयराम ठाकुर और वन विकास निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी का आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह 20 सूत्रीय कार्यक्रम में भी जनजातीय क्षेत्रों का ख्याल रखा गया है जिसमे 2006 के प्रावधानों के अन्तर्गत वर्ष 2018-19 में निर्धारित 7095 लक्ष्यों के विरुद्ध 8669 जबकि वर्ष 2020-21 के लिए निर्धारित 6829 लक्ष्यों के मुकाबले 7509 लक्ष्यों की प्राप्ति हुई। वर्ष 2018-19 के दौरान जनजातीय क्षेत्र पांगी व भरमौर में टैलीमेडिसन की सुविधा प्रदान करने का निर्णय लिया गया जिसके अन्तर्गत वर्ष 2018-19 में 200 लाख रुपये, 2019-20 में 174 लाख रुपये और 2020-21 में 193 लाख रुपये का प्रावधान किया गया। वर्ष 2021-22 में 84 लाख रुपये प्रस्तावित किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी बतया कि केंद्र सरकार ने 2018-19 के दौरान तीन नए एकलव्य आदर्श आवासीय स्कूल भरमौर, पांगी ओर लाहौल में खोलने की स्वीकृति प्रदान की, जिन्हें शैक्षणिक सत्र 2019-20 से आरम्भ कर किया दिया है। केंद्र सरकार से इन आवासीय विद्यालयों के भवन निर्माण के लिए अब तक 32 करोड़ रुपये की धनराशि प्राप्त हुई है।
जिला किन्नौर आउटसोर्स कर्मचारी महासंघ जिला का प्रतिनिधिमंडल महासंघ अध्यक्ष कमल किशोर की अध्यक्षता में सांसद प्रतिभा सिंह से मिला तथा अपनी मांगों को लेकर एक मांग पत्र सौंपा। महासंघ ने मांग पत्र में बताया कि जिला किन्नौर में विभिन्न विभागों में आउटसोर्स कर्मचारी अपनी सेवाएं दे रहे हैं तथा जनजातीय क्षेत्र होने के कारण कर्मचारियों को 25 प्रतिशत जनजातीय वेतन वृद्धि भत्ता दिया जाता है, परन्तु जनजातीय क्षेत्रों के कुछ विभागों में आउटसोर्स कर्मचारियों को जनजातीय वेतन वृद्धि भत्ता नहीं दिया जा रहा है जिससे आउटसोर्स कर्मचारियों के साथ भेदभाव हो रहा है । उन्होंने यह भी बताया कि इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत कर्मचारियों को भी समय पर वेतन नहीं दिया जाता है उन्हें वेतन के लिए दो-तीन माह का इंतजार करना पड़ता है जिससे कर्मचारियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। महासंघ के पदाधिकारियों ने सांसद प्रतिभा सिंह से कर्मचारियों को जनजातीय वेतन वृद्धि भत्ता दिए जाने के नियम को लागू करने व स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारियों को समय पर वेतन दिए जाने की मांग की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शिमला आगमन के दौरान जिला किन्नौर में आयोजित कार्यक्रम को लेकर सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। यह जानकारी उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने दी। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 31 मई को हिमाचल प्रदेश आगमन पर शिमला के ऐततिहासिक रिज मैदान से केंद्र सरकार द्वारा आरंभ की गई विभिन्न महतवकांक्षी योजनाओं के कुछ लाभार्थियों के साथ वर्चुअल माध्यम से संवाद स्थापित किया जाएगा। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण लाभार्थियों तथा अन्य तक पहुंचाने के लिए रिकांगपिओ स्थित बचत भवन में एक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा जिसके लिए एक बड़ी एल.ई.डी स्क्रीन लगाई गई है। कार्यक्रम की अध्यक्षता हिमाचल प्रदेश वन विकास निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी करेंगे। इसके अलावा कार्यक्रम का सीधा प्रसारण कृषि विज्ञान केंद्र रिकांगपिओ में भी एक बड़ी स्क्रीन के माध्यम से किया जाएगा। यहां पर भी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लाभार्थी कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देख सकेंगे। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में केंद्र सरकार द्वारा आरंभ की गई विभिन्न योजनाओं जिनमें प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण व शहरी), प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधी योजना, प्रधानमंत्री उज्जवला योजना, पोषण अभियान, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण व शहरी), जल जीवन मिशन, प्रधानमंत्री स्वानिधी योजना व एक राष्ट्र-एक राशन कार्ड योजना, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, आयुष्मान भारत हैल्थ एवं वैलनेस सैंटर व प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के जिले से संबंधित लाभार्थी शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में सासंद, स्थानीय विधायक, जिला परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष, पंचायत समितियों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व पंचायती राज संस्थाओं के सदस्यों सहित अन्य को भी आमंत्रित किया गया है।