कुल्लू : कोठी वंनोगी क्षेत्र में 12 वर्षों बाद मां दुर्गा की भव्य फेरा यात्रा का हुआ आयोजन

विश्व शांति, आपदाओं की टालना और शक्तियों की अर्जन की कामना के साथ कोठी वंनोगी क्षेत्र में मां जगतजननी आदि शक्ति महामाई देवी भगवती नवदुर्गा की पारंपरिक फेरा यात्रा पर्व का आयोजन 12-13 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद धूमधाम से शुरू हुआ है। यह देव यात्रा क्षेत्र की आस्था, परंपरा और लोक संस्कृति की जीवंत मिसाल है।
फेरा यात्रा का शुभारंभ श्रावण मास की द्वादशी तिथि को हुआ, जब पटाहरा गांव से माता दुर्गा व देवता पुंडरीक की पूजा-अर्चना के पश्चात सुहागिन महिलाओं द्वारा पारंपरिक रीति से यात्रा को देहुरी की ओर रवाना किया गया। देहुरी पहुंचने पर देव मिलन और विशाल देव कचहरी का आयोजन हुआ, जिसमें मां दुर्गा के गूर डोला सिंह द्वारा भविष्यवाणी की गई।
इस देव यात्रा का आयोजन कारदार लोतम राम, किशन चंद, अनंत राम, डोला सिंह, गूर सेस राम तथा समस्त हारियांनों द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह पर्व न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करता है, बल्कि समुदाय की एकता, संस्कृति और परंपरा को भी मजबूत करता है।