लोकसभा चुनाव 2024 : हिमाचल में कम से कम एक -एक महिला को टिकट !
क्या आरक्षण लागू होने से पहले ही दोनों दलों में महिलाओं को मिलेगी टिकट में तवज्जो ?
कांग्रेस के पास प्रतिभा, भाजपा से रीना कश्यप, कंगना के नाम चर्चा में
महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण देने का बिल दोनों सदनों में पास हो गया है। भाजपा -कांग्रेस दोनों में इसका श्रेय लेने की होड़ लगी है और इस पर सियासत भी जमकर हो रही है। दरअसल लोकसभा और विधानसभा चुनाव में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण की व्यवस्था लागू होने में अभी कुछ साल का वक्त लगेगा। पहले जनगणना होगी, फिर परिसीमन होगा और फिर मिलेगा महिलाओं को आरक्षण। बहरहाल कांग्रेस कह रही है कि तुरंत आरक्षण मिले और भाजपा तकनीकी तर्क दे रही है। इस बीच संभव है की आगामी लोकसभा चुनाव में दोनों दलों से ज्यादा महिला उम्मीदवार मैदान में दिखे। जाहिर है श्रेय की इस जंग में कानून लागू होने से पहले कौन कितनी महिलाओं को टिकट देता है, ये चुनावी मुद्दा निश्चित तौर पर बनेगा।
अगर हिमाचल प्रदेश की बात करें तो यहाँ भी चार में से कम से कम एक -एक सीट पर महिला उम्मीवार दिख सकती है। जाहिर है कांग्रेस के पास प्रतिभा सिंह के रूप में एक मजबूत चेहरा है जो सीटिंग सांसद भी है। वहीँ भाजपा में अभी से कयासबाजी का सिलसिला शुरू हो चूका है। माना जा रहा है कि हिमाचल प्रदेश में पार्टी कम से कम एक महिला को तो टिकट देगी। बहरहाल फिलवक्त शिमला संसदीय क्षेत्र से पच्छाद विधायक रीना कश्यप का नाम चर्चा में है। शिमला संसदीय क्षेत्र में पार्टी को विधानसभा चुनाव में बुरी तरह शिकस्त मिली जिसके चलते भी सीटिंग सांसद सुरेश कश्यप का टिकट काटे जाने की अटकलें है। यदि यहाँ टिकट बदला जाता है तो रीना कश्यप एक मजबूत विकल्प हो सकती है।
दोनों ही दलों से अन्य महिला दावेदारों की बात करें तो जिला कांगड़ा में यदि भाजपा किसी ओबीसी पर दांव खेलती है तो पूर्व मंत्री सरवीन भी चौधरी एक विकल्प हो सकती है।
इसी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के पास भी आशा कुमारी के रूप में एक विकल्प जरूर है लेकिन आशा जातीय समीकरणों की कसौटी पर शायद फिट न बैठे। वहीँ मंडी संसदीय क्षेत्र में भाजपा सेअभिनेत्री कंगना रनौत का नाम फिर चर्चा में है। बहरहाल चुनाव नजदीक आते -आते इस फेहरिस्त में कई और नाम जुड़ सकते है।