मीड-डे-मील वर्करज ने उठाई 8250 रुपये मासिक वेतन की मांग
रोहड़ू। सीटू से संबंधित मिड डे मील वर्करज यूनियन क्षेत्रिय कमेटी रोहड़ू अपनी मांगों को लेकर वीरवार को तहसीलदार रोहड़ू डॉ. वरूण गुलाटी से मिला। उन्होंने तहसीलदार के माध्यम से निदेशक प्रारंभिक शिक्षा विभाग को मांग पत्र भी भेजा। यूनियन ने मांग उठाई है कि मिड डे मील वर्करज को 8250 रुपये मासिक वेतन दिया जाए। 31 अक्तूबर 2019 के उच्च न्यायालय के 12 माह का वेतन देने के लिए फैसले को लागू किया जाए। मिड डे मील वर्करज को नौकरी से संबंधित 25 बच्चों की शर्त को हटाया जाए। सभी स्कूलों में दो मिड डे मील वर्करज को भरती किया जाए। मिड डे मील वर्करज को सरकारी कर्मचारी घोषित किया तथा उन्हें नियमित किया जाए।
45वें श्रम सम्मेलन की सिफारिशों के मुताबिक मिड डे मील वर्करज के लिए पैंशन व ग्रेच्यूटी की सुविधा शुरू की जाए। प्रदेश सरकार द्धारा बजट में एक अप्रैल 2020 से मिड डे मील वर्करज की तीन सौ रुपये की वेतन बढोतरी को लागू किया जाए। सभी वर्करज के परिवार को प्रति व्यक्ति दस किलो राशन दिया जाए। कोराना महामारी के दौरान वर्करज को प्रति माह 7500 रुपये दिए जाए। प्रसुति अवस्था में महिला वर्कर को छह माह के वेतन सहित अवकाश देने की मांग उठाई है। इस मौके पर मिड डे मील वर्करज यूनियन रोहड़ू की महासचिव रमा चौहान, सुलक्षणा ठाकुर, गीता राज्टा, गीता कोटवी, चंपा, रीना भी उपस्थित रही ।