कुनिहार :पुलिस पेंशनर एसोसिएशन ने सरकार व पुलिस महानिदेशक से मुख्य मांगो पर विचार करने का किया आग्रह
कुनिहार :मंगलवार को पुलिस पेंशनर वेलफेयर एसोसिएशन कुनिहार ने त्रैमासिक वर्चुअल मीटिंग प्रधान धनीराम तंनवर की अध्यक्षता में कार्यकारणी पदाधिकारी गुरदयाल चौधरी ,जगदीश चौहान ,पुष्पा सूद ,आशा राणा ,संतराम चंदेल, केदार ठाकुर, श्यामलाल ठाकुर ,लेख राम काईथ, राजेंद्र शर्मा ,मुनि लाल चौहान ,दीप राम ठाकुर ,श्यामलाल भाटिया ,पतराम पंवर, रुप राम ठाकुर, रती राम शर्मा इत्यादि ने अपनी मुख्य मांगों पर सरकार व पुलिस महानिदेशक से गंभीरता से विचार करने का आग्रह किया। मुख्य मांगों में पुलिस कैंटीन को फौजी तर्ज पर मोबाइल कैंटीन के तौर पर हर थाना क्षेत्र में तारीख फिक्स करके सस्ता सामान उपलब्ध करवाना क्योंकि बहुत से पेंशनर इस हालत में नहीं है कि वह जिला की पुलिस लाइन से सामान प्राप्त करें। पुलिस पेंशनर व कर्मचारियों के बच्चों के लिए फौजी तर्ज पर पुलिस भर्ती में कुछ स्थान आरक्षित करना। पुलिस विभाग में काफी समय से हवलदार के पद पर 14,15 साल रहना पड़ता है तब कहीं जाकर उसको अगले पद के कोर्स करने के लिए भेजा जाता है जिसके कारण उसे उचित समय पर प्रमोशन नहीं मिलती क्योंकि इस समस्या से अपने कार्यकाल के दौरान हम में से भी बहुत से लोगों ने इसे झेला है। क्योंकि विभाग ने सीधी भर्ती बहुत ज्यादा शुरू कर रखी है। कुछ महीने पहले एसोसिएशन ने मीडिया के सहयोग से आशा रानी की शिकायत पर पुलिस के उच्च अधिकारियों से आग्रह किया था कि बहुत ही दुख की बात है कि इनके पति स्वर्गीय राजकुमार जो पुलिस कार्यालय सोलन में कार्यरत थे उनकी बीमारी के कारण डेढ़ साल पहले निधन हुआ मगर आज तक इस विधवा गरीब महिला को अपने पति के आर्थिक लाभ नहीं मिले किसी भी प्रकार की पेंशन जीपीएफ ग्रेचटी एक पैसा नहीं मिला जिसकी फाइल सोलन और शिमला के दफ्तरों में अब भी चक्कर काट रही है। यह अपने पति के पूरे अधिकारों से वंचित है। इसके 2 बच्चे हैं जिनकी पढ़ाई भी बंद हो चुकी है व इसे सरकारी क्वार्टर से भी निकाल दिया गया। अब यह महिला अपने बच्चों के साथ दर-दर भटक रही है मगर पुलिस विभाग इसके केस को गंभीरता से नहीं सुलझा रहा है। बैठक में कहा गया कि अगर इसके केस का फैसला 15 दिन के अंदर नहीं होता है तो एसोसिएशन मजबूर होकर मुख्य न्यायालय में याचिका दायर करेगी।