व्यवस्था परिवर्तन की ओर एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने राज्य में फील्ड दौरों के दौरान सामान्य तौर पर विभिन्न माननीयों को पुलिस द्वारा दिए जाने वाले 'गार्ड ऑफ ऑनरÓ (सलामी) को 15 सितंबर तक स्थगित कर दिया है। हालांकि 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर इन आदेशों में छूट रहेगी। यह निर्णय प्रदेश में हाल ही में आई आपदा से वृहद स्तर पर जारी राहत व बचाव कार्यों के दृष्टिगत लिया गया है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में संचालित किए जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों में पुलिस बल की तैनाती में वृद्धि पर बल देते हुए इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों को गार्ड ऑफ ऑनर जैसे कार्यों में संलग्न करने के बजाए इस संकट के समय में प्रभावित लोगों को सहायता उपलब्ध करवाने के लिए प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि यह निर्णय आपदा के प्रभावों से निपटने के लिए प्रदेश के संसाधनों के सही उपयोग के उद्देश्य से लिया गया है। बचाव कार्यों के दृष्टिगत पुलिस बल द्वारा प्रभावित लोगों को तुरंत सहायता सुनिश्चित करना बेहद महत्वपूर्ण है। सीएम सुक्खू ने कहा कि गार्ड ऑफ ऑनर स्थागित करने से सरकार प्रदेश में आपदा से प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए राज्य के संसाधनों तथा श्रम शक्ति का और बेहतर उपयोग करेगी। इस निर्णय से सरकार की आपदा प्रभावित क्षेत्रों को तुरंत राहत पहुंचाने तथा इस कठिन समय में प्रभावी प्रशासन की प्रतिबद्धता भी प्रदर्शित होती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में राहत तथा बचाव कार्य जारी है और प्रदेश सरकार इस आपदा से प्रभावित लोगों को आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए मज़बूती से कार्य कर रही है। यह निर्णय प्रदेश के लोगों की सुरक्षा को सर्वोच्च अधिमान देने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
हमीरपुर संसद क्षेत्र के सांसद व केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने ऊना के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचकर बारिश से हुए नुकसान का जायजा लिया। अनुराग ने घालूवाल पुल का निरीक्षण किया ,जो कि क्षतिग्रस्त इस बारिश के दौरान हुआ है। जिसे यातायात के लिए रोका गया है और वर्तमान में रिपेयर का काम चल रहा है।सोमवार सुबह अनुराग ठाकुर सुबह घालूवाल पुल पर पहुंचे । इस दौरान उनके साथ पुन: सदर के विधायक सतपाल सिंह सत्ती, पूर्व केंद्रीय पूर्व कैबिनेट मंत्री वीरेंद्र कंवर, भाजपा प्रवक्ता प्रोफेसर रामकुमार, जिला भाजपा महामंत्री राजकुमार पठानिया ,जिला प्रशासन के अधिकारी सहित अन्य नेता प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। इस दौरान रिपेयर का कार्य कर रहे ठेकेदार सतीश शर्मा ने कैबिनेट मंत्री को पूल के रिपेयर कार्य की प्रगति के बारे में जानकारी दी और बताया कि आने वाले कुछ समय में पुल को यातायात के लिए खोला जा सकता है । इस समय राजनीति नहीं करनी चाहिए अनुराग ने कहा कि इस समय सरकार को राजनीति नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पूरी तरह से मदद के लिए तत्पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह व भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने स्वयं मुख्यमंत्री से बात की है। भारतीय जनता पार्टी का नेतृत्व फील्ड में राहत के लिए है। हम सब जनता के बीच जाकर निरीक्षण कर रहे हैं,अनुराग ने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से फाइनल रिपोर्ट नुकसान की जो बनेगी, उसके बाद केंद्रीय टीम आ रही है, वह निरीक्षण करेगी और आंकलन करने के बाद केंद्र सरकार को और अधिक मदद करेगा ।उन्होंने कहा कि यह नुकसान बहुत दुखदाई है, इसलिए हम सबको मिलकर के इसकी भरपाई करते हुए जनजीवन को सामान्य करना है और जो कमियां हैं उनको ठीक करना है। उन्होंने कहा कि तेजी से राहत कार्य जो उन लोगों को राहत मिले जो प्रभावित हुए है यह सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए। इस अवसर पर उन्होंने जिला प्रशासन को भी जल्द राहत कार्य करने ,लोगों को राहत देने के निर्देश दिए। अनुराग ठाकुर ने पंजाब के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि भगवंत मान मुख्यमंत्री तो बन गए लेकिन अपनी पुरानी हरकतें नहीं छोड़ पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें जिम्मेदारी के साथ बात करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल न कोरोना में कुछ कर पाए, न बारिश में, न अपने पास कोई भी विभाग रखा है और जब विफल होते हैं तो उसका ठीकरा दूसरों पर ठीकरा फोड़ने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि वास्तव में अरविंद केजरीवाल केवल बातों की बातें करते हैं, काम करने की आदत उन्हें है ही है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि इस विपदा के समय में सबको मिलकर के काम करना है ,राज्यों को भी आपसी सहयोग करना चाहिए ।उन्होंने कहा कि हम सबके साथ हैं और चाहते हैं कि सामान्य जनजीवन हो। अनुराग ठाकुर ने इसके बाद चढ़तगढ़ में पहुंचकर वहां नुकसान का जायजा लिया और लोगों से बात की और जल्द उन्हें राहत देने का आश्वासन दिया।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर पिछले 4 दिनों से हिमाचल के दौरे पर हैं। भारी वर्षा से उत्पन्न आपदा के आकलन व राहत व पुनर्वास कार्यक्रमों के निरीक्षण हेतु अनुराग ठाकुर पूरे क्षेत्र में सघन दौरे कर रहे हैं। अनुराग ठाकुर ने हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के ज़िला ऊना में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति दिशा कमेटी की बैठक के दौरान वर्षा व बाढ़ से उपजे हालातों व ज़िले में चल रहे विकास कार्यों पर अधिकारियों से विस्तृत चर्चा की व इसके समुचित क्रियान्वयन के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। अपने दौरे के दौरान ऊना में स्वां नदी के पास संवाददाताओं से वार्तालाप करते हुए श्री ठाकुर ने कहा कि स्वां नदी को कभी रिवर ऑफ सॉरो कहा जाता था। यहां बाढ़ के कारण करोड़ों रुपए का नुकसान होता था। 1988 में पुल बह गए थे। आज हम उसी जगह पर खड़े हैं। पुल भी ठीक है। इसका कारण भारतीय जनता पार्टी की सरकार (केंद्र व राज्य दोनो में) में शुरू हुआ स्वां चैनलाइजेशन है, अन्यथा स्वां नदी का भयावह रूप हिमाचल देख चुका है। ये नदी बारिश और बाढ़ आने पर दोनों ओर कई किलोमीटर तक फैली जाती थी। चैनलाइजेशन के कारण जान-माल की भी बचत हुई और जमीनों के दाम भी बढ़े। इस बार नुकसान की तीव्रता काफी कम देखने को मिली व ऊना का बेहद बड़े नुकसान से बचाव हुआ है। हिमाचल में भारी वर्षा से हुए नुकसान व केंद्र द्वारा मदद नहीं दिए जाने के आरोपों का खंडन करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करना चाहते मगर मैं बताना चाहूंगा कि केंद्र ने हिमाचल प्रदेश में राहत व बचाव कार्य हेतु एनडीआरएफ की 13 टीमें तैनात कर रखी हैं। अनुराग ठाकुर ने कहा कि पिछले चार दिनों से आपदा प्रभावित क्षेत्र में लोगों से मिल रहा हूँ। आपदा से प्रभावित विभिन्न ज़िलों में जगह-जगह पर जाकर नुकसान का जायजा ले रहा हूं। लोगों का दर्द मेरा अपना दर्द है और मेरी पूरी संवेदनाएं आपदा प्रभावित लोगों के साथ हैं। विभिन्न विभागों को जरूरी दिशा निर्देश दिए जा चुके हैं। अधिकारियों को लोगों को त्वरित राहत देने हेतु प्राथमिकता पर कार्य करने को कहा गया है। भारी वर्षा के कारण हिमाचल में आपदा आई है पर राज्य सरकार लोगों पर रहम करने की बजाय वैट में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। आपदा के समय लोग पहले से कष्ट में हैं। इससे उन पर और बोझ बढ़ेगा। वैट के बढ़ने से केवल पेट्रोल और डीजल के दाम नहीं बढ़ते बल्कि महंगाई का एक पूरा चक्र शुरू हो जाता है। यह राज्य सरकार द्वारा उठाया गया बिल्कुल गलत कदम है। इसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए। केंद्र सरकार एक नहीं बल्कि दो बार टैक्स कम कर चुकी है पर गैर भाजपा शासित राज्यों में वहां की सरकार टैक्सों में बेतहाशा वृद्धि कर रही हैं। कांग्रेस जनता के लिए सोचे, हिमाचल के हित के लिए सोचे, यह बढ़ी वृद्धि वापस लेकर देवभूमि को राहत देने का काम करे। आज केंद्र सरकार के प्रयासों के कारण होलसेल प्राइस इंडेक्स काफी कम है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश के प्रदेश मंत्री आकाश नेगी ने एक ब्यान जारी करते हुए कहा है कि देवभूमि हिमाचल को शर्मसार करने वाली घटनाएं दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। कोटखाई में हैवान चाचा द्वारा अपनी चार साल की भतीजी के साथ दुष्कर्म करने के बाद उस मासूम बच्ची की हत्या कर दी जाती है। ऐसे आपराधिक मामले हिमाचल प्रदेश में वर्तमान सरकार में बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वर्तमान सरकार के राज में ऐसी घटनाएं दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है। उन्होंने कहा कि हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए उस मासूम बच्ची से उसके चाचा ने पहले दुष्कर्म किया, फिर उसकी हत्या कर उसका शव बगीचे में छुपा कर रख दिया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ऐसी निंदनीय घटना का कड़ा विरोध करती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ऐसी अपराधिक घटनाओं पर मौन धारण करके बैठी हुई है। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मांग करती है कि उस आरोपी को जल्द से जल्द कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था को भी सुदृढ़ किया जाए।ताकि भविष्य में कोई ऐसी हरकत करने के बारे में सोच भी ना सके। अन्यथा विद्यार्थी परिषद उग्र से उग्र आंदोलन करेगी।
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जल शक्ति विभाग के कर्मचारियों जान जोखिम में डालकर जनता को पानी उपलब्ध करवाने में जुटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि दिन-रात उफनती नदियों पर बनी पेयजल योजनाओं को चालू करने के प्रयास हो रहे हैं आज 72 घंटों में जल शक्ति विभाग के हजारों कर्मचारियों ने दिन रात मेहनत कर 4630 योजनाओं को चालू करने में कामयाबी हासिल की है। यह कर्मचारियों के जनूनी एवं फौलादी हौसलों की बदौलत हम बहाल कर पाए हैं, उन्होंने कहा कि मैं इस समय विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों द्वारा की जा रही कठिन परिस्थितियों में पेयजल व सीवरेज की योजनाओं की बहाली के कार्यों की सराहना करता हूं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से नदी नालों के बीच जाकर कठिन काम जान जोखिम में डाल कर्मचारी फील्ड में कर रहे हैं उससे भावुक हूं। उन्होंने कहा कि हिमाचल इन कर्मचारियों का ऋणी हैं, जो जान जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं।
प्रदेश में लगातार हुई बारिश से हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। ऐसे में आपदा की इस घड़ी में सभी लोग अपनी क्षमता के अनुसार सरकार एवं प्रशासन के माध्यम से लोगों की सहायता करने के लिए आगे आ रहे हैं, ताकि प्रभावित लोगों की अधिक से अधिक सहायता की जा सके। इसी कड़ी में रोटरी चैक ऊना के वार्ड नंबर एक के छठी कक्षा में पढ़ रहे प्रणव शर्मा ने अपने पिगी बैंक में 51 सौ रुपये की जमा राशि को उपायुक्त ऊना के माध्यम से मुख्यमंत्री राहत कोष में दान किया। उपायुक्त ने इस छोटी उम्र में पनव शर्मा के मन में पैदा हुई जनसेवा करने की भावना की सराहना की। जिलाधीश ने कहा कि निश्चित रूप से ऐसी छोटी-छोटी मदद से प्रेरणा मिलती है और सरकार प्रशासन अपनी ओर से हर मदद करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन इस बारिश ने बहुत अधिक नुकसान किया है, इसलिए बतौर नागरिक सबका फर्ज है कि हम अपने अपने संसाधनों से जो हो सकता है उसकी मदद करें। बता दें कि प्रणव शर्मा ऊना प्रेस क्लब के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा व राजस्व विभाग में अधिकारी रेखा शर्मा के छोटे पुत्र हैं। प्रतिभाशाली हैं और लगातार सामाजिक विषयों पर प्रश्न भी उठाते रहते हैं। प्रणव ने कहा कि उसने ऐसी तेज बारिश देखी और सुन रहे हैं कि बहुत नुकसान हुआ इसलिए मन में आया कि मदद की जाए और इसके लिए पिता व माता से चर्चा की और उन्होंने मार्गदर्शन दिया जिसके चलते या मदद कर पाया हूं।
हिमाचल प्रदेश में अत्याधिक बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन ने राज्य पर विनाशकारी प्रभाव डाला है और कृषि विभाग के प्रारंभिक अनुमान में फसलों को 83 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। कृषि एवं पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार ने कहा कि राज्य भर में हुई तबाही अभूतपूर्व है, इसलिए केंद्र को हिमाचल में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित कर बचाव एवं राहत कार्यों के लिए विशेष आर्थिक पैकेज जारी करना चाहिए। आज आयोजित एक बैठक में चंद्र कुमार ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार राज्य में प्रभावित कुल 28,495 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में से 6,978 हेक्टेयर में सब्जी उत्पादन को लगभग 40 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। मक्का, धान, रागी, बाजरा और खरीफ दलहन को लगभग 21,517 हेक्टेयर पर करीब 17 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। मंत्री ने कहा कि इसके अलावा, खेती की जमीन बह जाने और खेतों में आई गाद के कारण फसलों को लगभग 26 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा नुकसान मंडी जिले में हुआ जोकि 23.38 करोड़ रुपये आंका गया है। इसके बाद शिमला में 17.63 करोड़ रुपये, सिरमौर में 13.29 करोड़ रुपये, सोलन में 8.16 करोड़ रुपये, लाहौल स्पिति में 5.74 करोड़ रुपये, कुल्लू में 4.38 करोड़ रुपये, कांगड़ा में 3.99 करोड़ रुपये, ऊना में 2.99 करोड़ रुपये, चंबा में 1.53 करोड़ रुपये, बिलासपुर में 1.01 करोड़ रुपये, किन्नौर में 59 लाख रुपये और हमीरपुर में 29 लाख रुपये का नुकसान हुआ। भविष्य में ऐसी प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए मृदा संरक्षण पर बल देते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि पूरे राज्य में मृदा संरक्षण की तकनीकों और तरीकों को बढ़ावा दिया जाएगा। मंत्री ने कहा कि कांगड़ा जिले के शाहपुर निर्वाचन क्षेत्र में गज खड्ड के उचित तटीकरण और राजोल, अवाड़ी, अनसुई और डेग गांवों के निवासियों द्वारा मिट्टी संरक्षण को अपनाने के कारण हाल ही में हुई भारी बारिश से न्यूनतम नुकसान दर्ज किया गया हैै। चंद्र कुमार ने कहा कि कृषि और पशुधन के नुकसान के संबंध में उप निदेशकों को अंतिम रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया है और शीघ्र ही इससे संबंधित बैठक की जाएगी। बैठक में शाहपुर के विधायक केवल सिंह पठानिया, निदेशक कृषि डॉ. राजेश कौशिक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल में सभी पर्यटक सुरक्षित हैं, सरकार सबका परिवार की तरह ख्याल रख रही है। उन्होंने मंगलवार को मंडी में अधिकारियों के साथ बैठक कर जिले के विभिन्न हिस्सों में अत्यधिक बारिश से पैदा हुई स्थिति की समीक्षा के बाद मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में यह बात कही। उन्होंने मीडिया के माध्यम से पर्यटकों के परिजनों को भरोसा देते हुए किसी प्रकार की चिंता न करने की अपील की। उन्होंने कहा कि हम अतिथि देवो भव की नीति पर चलने वाले लोग हैं। प्रदेश में आया हर सैलानी हमारा मेहमान है। हम सभी का उसी प्रकार ध्यान रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि बारिश और बाढ़ से रास्ते बंद होने के कारण पर्यटक अलग अलग जगहों पर होटल और रिसॉर्ट में रुके हैं । बिजली सप्लाई बाधित होने और मोबाइल नेटवर्क डाउन होने के कारण उनसे बात न हो पाने के कारण परिवार जनों का चिंतित होना स्वाभाविक है। पर सभी धैर्य रखें, रास्ते बहाल करने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। रास्ते खुलते ही सभी को सुरक्षित उनके घरों को रवाना किया जाएगा। सभी होटल, रिसॉर्ट मालिकों को भी स्थिति सामान्य होने तक सहयोग को कहा गया है। 24 घंटे में बहाल कर ली जाएंगी पेयजल परियोजनाएं मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में अगले 24 घंटे में पेयजल की 4 हज़ार परियोजनाएं बहाल कर ली जाएंगी। उन्होंने बताया कि बारिश और बाढ़ से प्रदेश में पानी की 5 हज़ार छोटी- बड़ी परियोजनाओं को नुकसान पहुंचा है। इनमें से 4 हज़ार को अगले 24 घंटे में रिस्टोर कर लिया जाएगा। इसके लिए जल शक्ति विभाग के तमाम अधिकारी पूरी मशीनरी के साथ फील्ड में डटे हैं। मंडी में जल्द सुचारू होगी पेयजलापूर्ति उन्होंने कहा कि मंडी शहर में भी अगले 24 से 48 घन्टों के भीतर पेयजल आपूर्ति को पूरी तरह बहाल कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि बाढ़ के कारण गाद भरने से मंडी शहर की दोनों बड़ी पेयजल परियोजनाएं फ़िलहाल बंद हैं। शहर में अन्य छोटी परियोजनाओं से पेयजल आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था की गयी है। जल्द ही पेयजल आपूर्ति सुचारू हो जाएगी। उन्होंने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को पेयजल योजनाओं के साथ साथ सीवरेज परियोजनाओं को भी यथाशीघ्र दुरुस्त करने के निर्देश दिए। बाढ़ पीड़ितों से मिले उप मुख्यमंत्री इस दौरान उपमुख्यमंत्री ने मंडी में बारिश और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर हालात का जायजा लिया। वे मंडी के ब्यास सदन और गुरुद्वारे में बनाए राहत शिविरों में रह रहे लोगों से भी मिले और उनका दुख दर्द जाना। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को सरकारी की ओर से हर सम्भव सहायता का भरोसा दिलाया और प्रशासन को सभी हर तरह से ख्याल रखने के निर्देश दिए। बता दें, प्रशासन ने बाढ़ के खतरे के चलते 200 के करीब लोगों को राहत शिविर बना कर ठहराया है। उनके ठहरने, भोजन,पानी, दवाओं की पूरी व्यवस्था की गयी है।
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज यहां जल शक्ति विभाग को सभी क्षतिग्रस्त जलापूर्ति योजनाओं को तुरंत बहाल करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि योजनाओं को बहाल करने की जानकारी नियमित रूप से दिन में दो बार सुबह १० बजे और शाम ४ बजे मुख्यालय को भेजी जाए। उन्होंने राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की आधिकारिक वैबसाइट पर समय पर सूचनाएं अपलोड करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने पेयजल की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए सभी जलापूर्ति योजनाओं में स्रोत स्तर के साथ-साथ आपूर्ति स्थलों पर व्यापक जल परीक्षण करने के निर्देश दिए। उप-मुख्यमंत्री ने सभी जलापूर्ति योजनाओं का क्लोरीनीकरण सुनिश्चित करने एवं आपूर्ति स्थलों पर न्यूनतम निर्धारित अवशिष्ट क्लोरीन भी सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने विभाग को निर्देश दिए कि सभी कनिष्ठ अभियंता विभिन्न टैंकों और वितरण स्थलों पर जांचे गए अवशिष्ट क्लोरीन का रिकॉर्ड रखना सुनिश्चित करें। उन्होंने जल जनित बीमारियों के प्रकोप से बचने के लिए पानी के नमूनों के परीक्षण के लिए जल स्रोतों और उपभोग्य सामग्रियों के क्लोरीनीकरण के लिए मण्डलीय और उप-मंडल स्तर पर ब्लीचिंग पाउडर, फिटकरी और अन्य रसायनों का पर्याप्त भंडार बनाए रखने के भी निर्देश दिए। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सभी नकारात्मक रिपोर्टिंग पर तत्काल प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। राज्य में लगातार हो रही भारी बारिश को देखते हुए जल शक्ति विभाग ने एक एडवाइजरी भी जारी की है ताकि लाभार्थियों को पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। फील्ड अधिकारियों और कर्मचारियों की सभी तरह की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वह सभी फील्ड अधिकारियों एवं कर्मचारियों की संबंधित मुख्यालय एवं फील्ड में उपस्थिति सुनिश्चित करें।
प्रदेश में लगातार हो रहे भारी बारिश के चलते हिमाचल प्रदेश राज्य को करोड़ों रूपयों का नुक्सान हुआ है। इस बारे जानकारी देते हुए उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि भारी बारिश के चलते हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों के 1007 रूटों पर चलने वाली बसों के रूटों को सस्पेंड किया गया है। जबकि राज्य तथा राज्य से बाहर चलने वाली परिवहन निगम की 452 बसें विभिन्न स्थानों पर बारिश के कारण रूकी हुई हैं। उन्होंने परिवहन निगम के स्टाफ को निर्देश दिए हैं कि जहां पर भी जोखिम हो वहां पर बसों को न चलाएं तथा बस चालक पूर्णत: एहतियात बरतें ताकि किसी प्रकार का नुक्सान न हो। उप मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में अब तक भारी बारिश के कारण जल शक्ति विभाग की 4833 स्कीमें प्रभावित हो चुकी हैं जिससे 350.15 करोड़ रूपये के नुक्सान का आंकलन किया गया है। उन्होंने बताया कि ज्यादातर पेयजल स्कीमें नदी, नालों व खड्डो के किनारे होने के चलते प्रभावित हुई हैं। इसके अतिरिक्त सिंचाई, सीवरेंज व बाढ़ नियंत्रण की योजनाओं को भी भारी नुक्सान हुआ है। उन्होंने बताया प्रदेश में कुल 10067 वाटर सप्लाई स्कीमें हैं जिसमें 223.63 करोड़ की 3737 पेयजल आपूर्ति योजनाएं, 85.13 करोड़ रूपये की 983 सिंचाई योजनाएं, 30.70 करोड़ रूपये की सीवरेज़ तथा 10 करोड़ रूपये की 53 बाढ़ नियंत्रण योजनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। उन्होंने बताया कि भारी बारिश व बाढ़ में राज्य के लोगों का जानमाल के नुक्सान से बचाव करना प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके साथ ही बिजली, पेयजल व अन्य जरूरी सेवाओं को सुचारू रूप से बहाल करने के संबंधित विभागों को निर्देश जारी किए गए हैं। उप मुख्यंत्री ने बताया कि प्रदेश में लोक निर्माण विभाग को लगभग 250 करोड़ रूपये की क्षति हुई है जिसमें सड़कों व पुलों को भारी नुक्सान पहुंचा है। उन्होंने बताया कि नदियों में जल का बहाव अत्याधिक होने के कारण पानी सड़कों के ऊपर से होकर बह रहा है।
भारी बारिश से सड़कें बंद होने से प्रदेश भर में एचआरटीसी के 1007 रूट बंद हो गए हैं। वहीं, अलग-अलग क्षेत्रों में निगम की 452 बसें फंसी हुई हैं। इसके अलावा हिमाचल से बाहर भी कई बसें फंसी हुई हंै। एचआरटीसी प्रबंधन की ओर से जारी जानकारी के अनुसार प्रदेश में नाहन यूनिट की एक बस देहरादून पांवटा सड़क पर फंसी हुई है। वहीं एक बस सुंदरनगर यूनिट की सहारनपुर अंबाला के बीच फंस गई है। एचआरटीसी के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि मंडी का धर्मपुर डिपो सुरक्षित है। सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहा है, वीडिया 2015 का है। उन्होंने बताया कि रामपुर-रिकांगपिओ बस रूट बंद है। इसके कारण रिकांगपिओ में स्थानीय बसों का संचालन बंद हो गया है। रामपुर से रोहड़ू के रूट भी भूस्खलन के कारण बंद है। शिमला शहर के अंदर एचआरटीसी बसों की आवाजाही जारी है, लेकिन शहर के साथ लगते कई क्षेत्रों में बसों की आवाजाही बंद है। नाहन में मुख्य सडक़े अलावा सभी लिंक रूट बंद है। इसी तरह सोलन में भी मुख्य सडक़ के अलावा लिंक रूट बंद है। चंबा में एचआरटीसी की सभी बस सेवाएं प्रभावित है। कुल्लू जिला के भी सभी रूट बंद है। धर्मशाला डिपो के लोकल रूट बंद है। हमीरपुर में मुख्य रूट बहाल हैं, लेकिन लिंक रूट बंद है।
हिमाचल में तीन दिन से जारी बारिश प्रदेश को गहरे जख्म दे रही है। अब तक करीब 15 लोगों को यह बेरहम बरसात लील गई है। बरसात के कारण कई जगह लोगों के घर और अन्य भवन जमींदोज हो गए हैं तो कहीं पानी अपने साथ लोगों के आशियाने बहाकर ले गया है। मूसलाधार बारिश के चलते भूस्खलन, बादल फटने, घर ध्वस्त होने, पेड़ और बिजली गिरने से करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। 6 नेशनल हाईवे समेत 828 सड़कें यातायात के लिए अवरुद्ध हैं। 4686 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हैं। सबसे ज्यादा नुकसान कुल्लू और मंडी जिले में हुआ है। मनाली में चार लोग बहने से लापता हैं। वहीं, दो-तीन वोल्वो बसों के बहने की सूचना है। अखाड़ा बाजार में बैली ब्रिज को भारी नुकसान हुआ है। आवाजाही बंद कर दी गई है। मंडी में ब्यास नदी के उफान में 40 साल पुराना पुल बह गया है। जिला ऊना के उपमंडल बंगाणा क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में रविवार देर रात तथा सोमवार सुबह को लगातार हो रही बारिश से यातायात प्रभावित है। वहीं कुछ स्थानों पर रिहायशी मकान तथा गोशालाएं गिर गई हैं। रौद्र रूप दिखा रही ब्यास बारिश से ब्यास नदी का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। नदी के तटीय इलाकों में भारी नुकसान हुआ है। ब्यास किनारे कई घर व होटल बह गए हैं। वहीं पार्वती व तीर्थन नदी व अन्य नदी नालों में बाढ़ जैसे हालात हैं। नदी किनारे बसें गांवों व घरों में पानी घुस गया है। लाहौल के तेलिंग नाला में तीन दिन से फंसे हैं 50 लोग जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में बारिश ने तबाही मचा दी है। मनाली-लेह मार्ग के बीच आने वाले तेलिंग व पागलनाला में बाढ़ आने से सड़क मार्ग बंद है। यहां एचआरटीसी की चार बसों के साथ कुछ छोटे वाहन भी फंसे हैं। बसों में सवार करीब 50 लोग तीन दिनों से भूखे प्यासे हैं। इसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। स्थानीय प्रशासन ने कोई भी मदद नहीं की है। किन्नौर की भावा खड्ड में तीन मकान बहे किन्नौर जिले की भावा खड्ड में रविवार रात बाढ़ आने से तीन मकान बह गए हैं, जबकि दो मकानों को आंशिक रूप से नुकसान हुआ है। एक टिप्पर, एक पिकअप और एक कार बाढ़ मे बह गई है। कई सेब के बागीचों को भी नुकसान पहुंचा है। वहीं भावा खड्ड पर बने पैदल पुल भी बाढ़ की चपेट में आने से बह गए हैं। जबकि कई मकान खतरे की जद में हैं। ऊना आने वाली सभी ट्रेनें रद्द ऊना आने वाली सभी ट्रेनें आज भी रद्द रहेंगी। बारिश की वजह से रेल सेवा पर सबसे बुरा असर पड़ा है। वंदे भारत, जनशताब्दी, हिमाचल एक्सप्रेस सहित पेसेंजर ट्रेने भी नहीं चलेंगी। ऊना, अंब, अंदौरा व दौलतपुर चौक रेलवे स्टेशन भी खाली पड़ हैं। ऊना में कुल नौ ट्रेने अवगमन करतीं हैं। सीएम ने की राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बारिश से हुई तबाही को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है। सीएम सुक्खू रात भर मंडी, कुल्लू, सोलन जिलों में हो रही तबाही की जानकारी लेते रहे। फंसे हुए लोगों को सकुशल निकालने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं।
प्रदेश में लगातार जारी भारी बारिश के चलते प्रदेश उच्च न्यायालय व जिला न्यायपालिका के सभी न्यायालय में सोमवार को अवकाश घोषित किया गया है। इस संबंध में प्रदेश उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल ने आदेश जारी किए हैं। आदेशों में कहा गया है कि अवकाश के स्थान पर भविष्य में किसी अन्य गैर कार्य दिवस को प्रदेश उच्च न्यायालय में कार्य दिवस घोषित किया जाएगा। जिला एवं सत्र न्यायाधीश इसे हिमाचल प्रदेश राज्य के बार एसोसिएशन के माध्यम से आम जनता, वादिकरियों और अधिवक्ताओं के ध्यान में लाएंगे। लगातार हो रही बारिश के कारण वकीलों, कर्मचारियों और न्यायिक अधिकारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इसके बाद ही ये आदेश जारी किए गए हैं।
हिमाचल प्रदेश में बीते दिन से बारिश का कहर जारी है। रविवार को प्रउेश में पांच लोगों की मौत हो गई। बारिश की वजह से शिमला में एक मकान गिर गया। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। कुल्लू में एक महिला और रामपुर में एक व्यक्ति की मौत हुई है। कुल्लू जिले के बाहंग में एक दुकान ढह गई। कुल्लू में ब्यास के साथ पार्वती और तीर्थन नदी भी उफान पर हैं। इसके अलावा, मंडी शहर में ब्यास नदी उफान पर है। भूस्खलन की वजह से कई हाईवे बंद हैं। मौसम की मार से वंदे भारत, अम्बाला से ऊना आने वाली ट्रेन प्रभावित हैं। लाहौल में ताजा बर्फबारी और मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। रामशिमला से मनाली मार्ग यातायात के लिए बंद है। सांगरी बैग से बायां तट होते हुए नग्गर मनाली तक भी यातायात के लिए बंद है। कुल्लू के ब्यासा मोड़ में कार फंस गई।
प्रदेश में भारी बारिश के कारण कई जगहों पर नुकसान की खबर है। नदी नाले उफान पर है। पहाड़ों,चट्टानों और पेड़ों के गिरने का डर है। यह क्रम अभी दो दिन तक और जारी रहेगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लोगों से अपील की है कि ज्यादा जरूरी काम न हो तो घर से बाहर न जाएं। जनता की सुविधा के लिए प्रशासन को हर संभव सहायता प्रदान करने और सतर्क रहने के आदेश दे दिए गए हैं। सरकार हर वक्त आपके साथ खड़ी है। अपना ख्याल रखें और सावधान रहें।
हिमाचल प्रदेश में जारी मूसलाधार बारिश के बीच मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से हिमाचल प्रदेश में 9 जुलाई के लिए बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश में 10 जुलाई के लिए यलो अलर्ट जारी हुआ है। पूरे प्रदेश में 14 जुलाई तक बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने हिमाचल के लाहौल-स्पीति में अचानक बाढ़, हिमस्खलन की चेतावनी भी दी है। रेड अलर्ट को देखते हुए मौसम विभाग ने स्थानीय लोगों व पर्यटकों को संबंधित विभागों की ओर से जारी एडवाइजरी और दिशा-निर्देशों का पालन करने को कहा है। विभाग के अनुसार मौसम के संबंध में जारी की गई किसी भी यातायात सलाह का पालन करें। -इन जिलों के लिए जारी हुआ रेड अलर्ट प्रदेश के ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिले के लिए बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी हुआ है। वहीं, शिमला, सोलन, सिरमौर व लाहौल-स्पीति के लिए येलो-ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। उधर, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से भी लोगों को एसएमएस के जरिये सचेत रहने की सलाह दी जा रही है।
हिमाचल प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान कई क्षेत्रों में भारी बारिश हुई। इससे प्रदेश में 160 से ज्यादा सड़कें बंद हो गई हैं। मौसम विभाग ने आगे दो दिन तक हाईअलर्ट जारी किया गया है। शिमला और सोलन जिले में धुंध के कारण विजिबिलिटी 50 मीटर तक गिर सकती है। मौसम विभाग की मानें तो ऊना, कांगड़ा, चंबा, बिलासपुर, मंडी, शिमला, सोलन, सिरमौर और हमीरपुर जिले में कुछ स्थानों पर भारी से भी भारी बारिश हो सकती है। इसलिए इन जिलों में मौसम विभाग की ओर से ऑरेंज अलर्ट दिया गया है। मौसम विभाग की मानें तो बारिश होने से मौसम में गिरावट आई है। अगले 2-3 दिन में भी तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरवाट आएगी। प्रदेश का अधिकतम तापमान औसत से 2.4 डिग्री नीचे लुढ़क चुका है। शिमला का अधिकतम पारा 22.8 डिग्री, ऊना का 33.2 डिग्री, नाहन 26.7 डिग्री, सोलन 27.4 डिग्री, मनाली 22.8 डिग्री, कांगड़ा 31.3 डिग्री, बिलासपुर 32 डिग्री और हमीरपुर 32.4 डिग्री दर्ज किया गया।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज परिवार सहित माता चिन्तपूर्णी मंदिर में पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना की। चिंतपूर्णी में पत्रकारों से अनौपचारिक संवाद में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल के पवित्र स्थलों एवं शक्तिपीठों की यात्रा को सुगम बनाने एवं यात्रियों को विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए सक्रियता से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि भंग किए जा चुके हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के छ: पोस्टकोड के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त सतर्कता जांच से बाहर अन्य परिणाम घोषित करने के लिए प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा कि जूनियर ऑफिसर असिस्टेंट (आईटी) की भर्ती प्रक्रिया पूर्व भाजपा सरकार के कारण कानूनी पेचिदगियों में फंसी है और वर्तमान प्रदेश सरकार ने अभ्यर्थियों को राहत पहुंचाने के दृष्टिगत सर्वोच्च न्यायालय से इसकी शीघ्र सुनवाई के लिए आग्रह किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर में प्रश्नपत्रों की बिक्री का मामला वर्तमान सरकार के गठन के उपरान्त सामने आया और इस मामले में कई आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि शानन जल विद्युत परियोजना की पट्टे की अवधि वर्ष 2024 में पूरी हो रही है और कानून के अनुसार पंजाब को यह परियोजना हिमाचल प्रदेश को वापिस कर देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों की सुविधा के दृष्टिगत वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा वर्तमान में विभिन्न गैर जरूरी कानूनों को निरस्त अथवा संशोधित करने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के समग्र विकास की प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। एक अन्य प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के वनों में सूखे पेड़ों को निकालने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए वन विभाग और हिमाचल प्रदेश वन विकास निगम को निर्देश दिए गए हैं। राज्य सरकार शीघ्र ही बैठक आयोजित कर इसके लिए रूपरेखा तैयार करेगी।
मैहतपुर स्थित ईशान आई अस्पताल को शुक्रवार महिला कर्मचारियों द्वारा खोलने की कोशिश गई। हालांकि यह मामला अभी भी प्रदेश हाई कोर्ट में विचारधीन है। बावजूद इसके डॉ. नदीम अख्तर के कर्मियों द्वारा विवादित भवन में चल रहे आंखों के अस्पताल को खोलने का प्रयास किया, जिसे हिंदू एकता मंच के सदस्यों में खासा आक्रोश व्याप्त है। आज सुबह करीब 11 बजे तीन महिलाओं ने अस्पताल खोला गया। इसके बाद हिंदू एकता मंच के सदस्य मौका पर पहुंचे। इसके मालिक डॉ. नदीम अख्तर ने भगवान शिव पर अश्लीश टिप्पणियां की थीं, जिसके बाद पूरे ऊना में विरोध प्रदर्शन हुए थे। हिंदू समाज का कहना है कि अब चोरी से अस्पताल खोलकर डॉ. नदीम अख्तर ने हिंदुओं की सहनशीलता को परखने का कार्य किया है। हिंदू एकता मंच के चंदन शर्मा, साहिल ठाकुर, विनय सहोड़, विक्रम ठाकुर, दिनेश ठाकुर, राहुल ऐरी, सुरिंद्र चौधरी छिंदा, रजनीश राणा, दीपक जोशी, पुलकित द्विवेदी और गोल्डी कौंडल सहित अन्य मौजूद थे। उधर, मैहतपुर पुलिस थाना के एसएचओ मनोज कौंडल ने बताया कि आज पुलिस का कोई कर्मी नहीं था, जबकि सुरक्षा के मद्देनजर एक टुकड़ी लगाई हुई थी। पुलिस का तर्क की आज सीएम के दौरे के कारण ड्यूटी लगी हुई थी। एकता मंच ने अस्पताल खोलने वाली महिलाओं के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है।
जिला ऊना के हरोली क्षेत्र में निर्मित होने वाले बल्क ड्रग पार्क से पूरे क्षेत्र में प्रगति और समृद्धि के एक नए युग की शुरुआत होगी। यह पार्क हिमाचल को देश के फार्मा हब के रूप में स्थापित करने में भी सहायक सिद्ध होगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राष्ट्रीय महत्व की यह परियोजना प्रदेश के मौजूदा फार्मा पारिस्थितिकीय तंत्र को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। राज्य सरकार इस महत्वाकांक्षी परियोजना को समयबद्ध पूरा करने के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हिमाचल को निवेश अनुकूल राज्य के रूप में विकसित करने की दिशा में कार्य कर रही है। संभावित निवेशकों को सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं इससे स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि 8000 से 10,000 करोड़ रुपये की निवेश क्षमता वाला यह बल्क ड्रग पार्क 15,000 से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाएगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना की अधोसंरचना निर्मित करने के लिए 225 करोड़ रुपये की अनुदान सहायता की पहली किस्त प्राप्त हो चुकी है। केंद्र सरकार के औषध (फार्मास्यूटिकल्स) विभाग द्वारा बल्क ड्रग पार्क प्रोत्साहन योजना के दिशानिर्देशों के तहत यह अनुदान राशि प्रदान की गई है। इस परियोजना को समयबद्ध पूरा करने के लिए राज्य सरकार ने हिमाचल प्रदेश बल्क ड्रग पार्क इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के साथ राज्य कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में पंजीकृत किया है। यह एजेंसी इस परियोजना के कार्यान्वयन में आने वाली सभी बाधाओं का शीघ्र निवारण सुनिश्चित करेगी। पार्क के निर्माण के लिए 120 मेगावाट बिजली की आपूर्ति पूरी करने के लिए ऊना और टाहलीवाल से निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए दो ट्रांसमिशन लाइनों की योजना बनाई गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने सभी संबंधित विभागों को बल्क ड्रग पार्क को मूर्त रूप देने तथा इसे समयबद्ध पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने विभागों को प्राथमिकता के आधार पर और समयबद्ध तरीके से बल्क ड्रग पार्क से संबंधित कार्यों में तेजी लाने के लिए कहा है। इस पार्क के लिए पानी, बिजली, सड़क जैसी बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। राज्य में जलशक्ति विभाग को पानी से संबंधित कार्यों के शीघ्र निष्पादन के निर्देश दिए गए हैं। क्षेत्र के भूमिगत जलस्तर के सुधार एवं रखरखाव के लिए जलशक्ति विभाग को 11.75 करोड़ रुपये उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि भाखड़ा-ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) से पार्क को स्थायी बिजली आपूर्ति की संभावनाएं भी तलाशी जा रही हैं। एचपी ट्रांसमिशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीटीसीएल) और हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड को बल्क ड्रग पार्क के लिए बाहरी विद्युत बुनियादी ढांचे का निर्माण शुरू करने के लिए कहा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके अलावा, राज्य सरकार ने वर्तमान वित्त वर्ष में विनिर्माण, पर्यटन, ऊर्जा, निर्माण, आवास इत्यादि क्षेत्रों में लगभग 20,000 करोड़ रुपये का निजी निवेश लाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इससे 40,000 लोगों को प्रत्यक्ष और लगभग 50,000 लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
ऊना जिला में बीजेपी सदर मंडल की टिफिन बैठक में बीजेपी के विधायक सतपाल सत्ती ने मुख्य रूप से शिरकत की। मीडिया से रूबरू होते हुए सतपाल सत्ती ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार सुपर फ्लॉप हो रही है। यह सरकार कभी आर्थिक संकट का रोना, कभी गारंटी पूरा न करने का रोना, कभी नोटिफिकेशन बदलने का रोना, कभी तबादलों का रोना तो कभी केंद्र से पैसा न मिलने का रोना रो रही है। उन्होंने बताया कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा 30 मई से लेकर 6 जून तक राष्ट्रीय स्तर पर महा संपर्क अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के 9 साल संपूर्ण होने पर चलाया गया था, उसी कड़ी में के तहत टिफिन बैठक का भी आयोजन किया गया है। यहां सभी लोग अपने-अपने घर से टिफिन लेकर पहुंचे हैं और एक साथ इक_े होकर भेदभाव को दूर कर भोजन करेंगे, ताकि कोई जात-पात और छोटे-बड़े का भेदभाव न हो सके। सत्ती ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनता हक प्रदेशों को देते हैं, जहां-जहां बीजेपी की सरकार नहीं है, उन प्रदेशों को भी प्रोजेक्ट केंद्र सरकार की तरफ से दिए जा रहे हैं। कांग्रेस हमेशा राजनीतिक दृष्टि से भेदभाव करती थी, लेकिन नरेंद्र मोदी इस प्रकार की राजनीति नहीं करते। मोदी सरकार के 9 साल की उपलब्धियां बेमिसाल हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री बिक्रम ठाकुर और पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के दिए बयान पर कांग्रेस के मंत्रियों द्वारा दिए गए बयान निंदनीय, तथ्यों से परे और झूठ का पुलिंदा हैं। भाजपा ने कहा कि 2022 के आम चुनावों में कांग्रेस ने सत्ता में आने के लिए हिमाचल प्रदेश के बेरोजगारों के साथ धोखा किया, चिटिंग की। उन्हें झूठी गारंटियां दीं और कहा कि 5 लाख बेरोजगारों को नौकरियां दी जाएंगी और एक लाख नौकरियां प्रतिवर्ष देते हुए 5 सालों में पूरा किया जाएगा। एक साल होने का हो आया, एक भी व्यक्ति को हिमाचल प्रदेश में नौकरी नहीं मिली है। यदि सरकार के मंत्रियों को जवाब देना है तो इस बात का जवाब दें कि 9 महीने बीत गए नौकरियां देने की प्रक्रिया क्यों बंद की? भाजपा ने सीधा-सीधा आरोप लगाया कि आउटसोर्स कर्मियों को सरकार निकालने में जुट गई है। वो बेरोजगार जिन्होंने अपनी जान हथेली पर रखकर कोविड की महामारी में अस्पतालों में सेवाएं दीं, उनकी नौकरियां समाप्त की जा रही हैं और अब बैकडोर एंट्री करने के लिए कांग्रेस सरकार नए तरीके खोज रही है और बेरोजगार ठगा सा महसूस कर रहा है। भाजपा ने कहा कि झूठी गारंटियां देकर सत्ता में आए मुख्यमंत्री, मंत्री व कांग्रेस के नेता सीधा उत्तर दें न कि पूर्व सरकार पर दोषारोपण करके अपनी गारंटियों से भागे।
प्रदेश के ऊना जिले में बुधवार सुबह हुई भारी बारिश के बाद स्वां नदी के साथ लगती सभी खड्डें उफान पर हैं। खड्डों में एकाएक जलस्तर बढ़ गया। गांवों में लोगों के घरों में बारिश का पानी जा घुसा। सड़कें लबालब हो गईं। हरोली थाने के साथ लगती खड्ड में एक स्कॉर्पियो गाड़ी पानी के तेज बहाव की चपेट में आ गई। गाड़ी काफी दूर तक बहती चली गई। गनीमत रही कि कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। गाड़ी के चालक ने छलांग लगाकर अपनी जान बचाई। हरीश निवासी सेंसोवाल अपने पिता को हरोली तहसील के पास छोड़कर घर वापस जा रहा था। इस दौरान खड्ड को पार करते समय अचानक जलस्तर बढ़ गया। हरीश ने सूझबूझ का परिचय देते हुए गाड़ी के बोनट पर आकर छलांग लगा अपनी जान बचाई। गाड़ी काफी दूर तक बहती चली गई। बता दें कि ऊना के विभिन्न क्षेत्रों में बुधवार को तेज बारिश हुई है। इससे हरोली के साथ अंब, गगरेट, दौलतपुर चौक और अन्य क्षेत्रों में भारी नुकसान हुआ है।
उप मुख्यमंत्राी मुकेश अग्निहोत्री ने कहा है कि प्रदेश की महत्वकांक्षी सिंचाई योजनाओं की स्वीकृति का मामला केंद्र से उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि फिना सिंह परियोजना, सुखाहार परियोजना एंव वीत एरिया सिंचाई योजनाओं पर प्रदेश के खेतों की सिंचाई निर्भर कर रही है। प्रदेश इस समय सिंचाई में राष्ट्रीय औसत से नीचे चल रहा है। इसलिए केंद्र से सिंचाई योजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर मंजूरी का आग्रह किया जाएगा। यह बात मुकेश अग्निहोत्री ने कृषि मंाी चंद्र कुमार से मुलाकात के बाद कही। चंद्र कुमार ने उप मुख्यमंत्री से आठ सालों से लटकी सुखाहार योजना को विशेष तरजीह देने की वकालत की। सिंचाई योजनाओं परचंद्र कुमार ने अपने तर्क देते हुए निचले इलाकों में खेतों तक पानी पहुंचाने के मास्टर प्लान पर काम करने की वकालत की। उधर, मुकेश अग्निहोत्री ने दलील दी की केंद्र सभी योजनाएं नब्बे-दस के अनुपात में मंजूर करे। उन्होंने कहा कि बीबीएनबी से पानी उठाने की केन्द्र द्वारा शर्त हटाने का फायदा तभी होगा जब बडी योजनाओं को केन्द्र मंजूर करेगा। दलील दी कि सुखाहार योजना की पुरानी कीमत 153 करोड़ थी जबकि संषोधित मूल्य 220 करोड़ के आसपास पहुंच गया है। उन्होंने चंद्र कुमार को भरोसा दिया कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में निवेश मंजूरी समिति की बैठक 17 जुलाई को होगी। उसके एजेंडे में इस योजना को भी रखा जाएगा। इसी तरह फीना सिंह परियोजना अधर में लटकी हुई है। इसकी प्रस्तावित कीमत 643 करोड़ है जिस पर 300 करोड़ रूपए राज्य खर्च चुका है। केंद्र के प्रोजेक्ट मंजूर करने की कमेटी की बैठक 10 जुलाई को है। उन्होंने कहा कि यह एजेण्डे में शामिल है और केंद्र को इसमें हिमाचल की मद्द करनी चाहिए। वैसे भी केन्द्र के नियमों में भी शामिल है कि जिस योजना पर 50 फीसद राज्य खर्च कर लेगा उसमें बकाया राशि केंद्र देगा इसलिए केंद्र को 313 करोड रूपए जारी करने चाहिए। उन्होंने कहा कि ऊना जिला की वीत क्षेत्र 75 करोड़ सिंचाई योजना एंव कुटलैहड़ के भरमौती से 46 करोड़ रूपए सिंचाई उपलब्ध करवाने की योजना मंजूर करने के लिए भी केंद्र से पत्राचार किया जा रहा है।
केंद्रीय सूचना प्रसारण एवं खेल व युवा कार्यक्रम मंत्री अनुराग ठाकुर एक दिवसीय दौरे पर ऊना पहुंचे। अनुराग गगरेट स्थित पांवढ़ा में कंदवाड़ी के स्वामी अमरज्योति के गौशाला पहुंचे व 108 फुट लंबे राष्ट्रीय ध्वज का ध्वजारोहण व निर्माणाधीन शूटिंग रेंज का अवलोकन किया। अनुराग ने कहा कि विकास ही हमारी प्राथमिकता है और मोदी सरकार ने ऊना को सौग़ातें देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। प्रधानमंत्री ने देश की चौथी वंदे भारत ट्रेन की सौगात हिमाचल को दी, जिसके शुभारंभ के लिए ख़ुद वे ऊना आए थे। हिमाचल में अब हिंदुस्तान की सबसे आधुनिक ट्रेन भाजपा के कारण ही चल पड़ी है। हिमाचल प्रदेश में रेल सेवाओं का विस्तार हो, हिमाचल को कनेक्टिविटी से जुड़ी कोई समस्या ना हो इसके लिए मोदी सरकार नई ट्रेनें चलाने से लेकर ज़रूरी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट इत्यादि पर पूरी गंभीरता से काम कर रही है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वित्त वर्ष 2023 - 24 के लिए हिमाचल प्रदेश में रेलवे विस्तार के लिए 1838 करोड़ रुपये मंज़ूर किए हैं। सामरिक महत्व की भानुपल्ली-बिलासपुर-बेरी रेल लाइन के लिए 1000 करोड़ ,चंडीगढ़-बद्दी रेललाइन को 450 करोड़ रुपये , नंगल- तलवाड़ा रेल लाइन के लिए 452 करोड़ रुपए वर्ष 2023-24 के बजट में मंज़ूर किए गये हैं। रेल विस्तार के लिए 1838 करोड़ की यह मंज़ूरी यूपीए शासन काल के वर्ष 2009 - 2014 से 17 गुना ज्यादा है । वर्तमान में प्रदेश में 19556 करोड़ से 258 किलोमीटर की 4 परियोजनाओं पर काम जारी है। अनुराग ने कहा कि गौ संरक्षण व संवर्धन व विभिन्न सामाजिक कार्यों के लिए विख्यात श्रद्धेय गुरु योगीराज अमर ज्योति के गौशाला का अवलोकन गौसेवा कर अभिभूत हूं। यहां वर्तमान में 125 से अधिक गायों का संरक्षण और संवर्धन किया जा रहा है। देश विदेश में इस स्तर का संस्थान, खास तौर पर गायों के संरक्षण और संवर्धन का कार्य अत्यंत सराहनीय है। हिमाचल प्रदेश व देश भर में आने वाली पीढ़ियां सदैव गुरुदेव की आभारी रहेंगी और इससे प्रेरणा ले जीवन को बड़े स्तर पर जीने का तरीका सीखेंगी। अनुराग ने कहा कि मेरे संसदीय क्षेत्र के ऊना ज़िले के गगरेट विधानसभा में वर्षों से मांग थी कि यहां के लोहारली खड्ड पर 500 मीटर लंबे डबल लेन की मंजूरी, दौलतपुर चौक रेलवे स्टेशन का लोकार्पण, अम्ब रेलवे स्टेशन तक रेल लाइन का विधुतीकरण व फुटओवर ब्रिज का विस्तार, उना रेलवे स्टेशन पर दूसरे प्लेटफ़ॉर्म एवं फुटओवर ब्रिज की मंज़ूरी, पुराने का का विस्तार, नई रेलगड़ियां की मंज़ूरी व चुरारू तकराला अंबाला कैंट-दौलतपुर चौक पैसेंजर स्पेशल ट्रेन व रायमेहतपुर सहारनपुर-ऊना हिमाचल पैसेंजर एक्सप्रेस का ट्रेन समेत प्रमुख गाड़ियों का स्टापेज 500 करोड़ से जिला उना में पीजीआई सेंटर, 200 करोड़ से सलोह में ट्रिपल आईटी का निर्माण कर क्लासेज कराना, जीतपुर बेहड़ी में एथनॉल प्लांट की स्वीकृति कराना ऊना समेत पूरे हिमाचल के लिए मोदी सरकार की ओर से बड़ा तोहफ़ा है। इस अवसर पर पूर्व विधायक का राजेश ठाकुर, जिला परिषद सदस्य सुशील कालिया सहित अन्य भाजपा के नेता उपस्थित रहे।
विदेश से वकालत की पढ़ाई कर लौटी आस्था अग्निहोत्री ने सीधे हरोली क्षेत्र में अपने जनसंपर्क को बढ़ाया और पिता मुकेश अग्निहोत्री के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ी। इसी बीच एडवोकेट आस्था अग्निहोत्री में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कानून विभाग में पीएचडी के लिए दाखिला लिया और पढ़ाई शुरू की। आस्था अग्निहोत्री ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सुनील देषटा के मार्गदर्शन में लगातार मेहनत की और अपने विषय इंटरनेशनल हुमेटेरियन लॉ एंड द चैलेंजिस ऑफ न्यू टेक्नोलॉजी इन आर्म्ड कनफ्लिक्ट ए क्रिटिकल एनालिसिस पर लगातार रीसर्च की और बेहतरीन खोज कर तर्कसंगत थीसिस लिखने का काम किया आस्था अग्निहोत्री ने चुनौतीपूर्ण विषय चुना और कर्मठता के साथ इस विषय पर काम करते हुए उन्होंने अपनी पढ़ाई को पूरा किया। आस्था ने डॉक्टर इन फिलासफी इन लॉ विभाग में मार्गदर्शक गाइड डॉक्टर सुनील देष्टा जोकि वरिष्ठ प्रोफेसर है हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के लॉ विभाग में के उनके सफल मार्गदर्शन में अपने थीसिस को पूरा किया और पढ़ाई को पूरा करने के उपरांत अपने थिसज विश्वविद्यालय में सीमिट करवाएं और विधिवत रूप से अब आस्था अग्निहोत्री एडवोकेट डॉक्टर आस्था अग्निहोत्री बन गई है, उनके नाम के साथ अब डॉक्टर जोड़ दिया गया है ,उनकी पढ़ाई पूरी हो गई है। अब केवल विश्वविद्यालय की ओर से उनके पीएचडी होने की नोटिफिकेशन होनी है ।बता दें कि डॉक्टर सुनील देषटा के मार्गदर्शन में आस्था अग्निहोत्री ने कड़ी मेहनत करते हुए 302 पेज का थिसीज लिखा है ,जिसमें 7 चैप्टर है और इसमें आधुनिक हथियार ,साइबर, आर्म्ड कनफ्लिक्ट्स इन सब विषयों पर तर्कसंगत विचार रखे गए हैं ,जहां इनकी बेहतरीन बातों को रखा गया है वही क्या कमियां है क्या सुधार हो सकता है इन विषयों को भी रखा गया है । डॉ. आस्था अग्निहोत्री ने कहा कि उन्हें खुशी है कि उनके मार्गदर्शक सुनील देष्टा ने बेहतरीन गाइड किया और कठिन विषय पर मैं अच्छा प्रदर्शन उम्मीदों के अनुसार कर पाई हूं। उन्होंने कहा कि सफलता का श्रेय माता-पिता को है ।उन्होंने कहा कि पिता मुकेश अग्निहोत्री राजनीति में रहते हुए भी उन्हें प्रेरित करते हैं और माता सिमी अग्निहोत्री प्रोफेसर है तो बेहतर गाइड करने का काम करती हैं । वही हिमाचल विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सुनील देषटा ने कहा कि आस्था अग्निहोत्री ने बेहतरीन काम किया है ,मन लगाकर के पढ़ाई की है और 7 चैप्टर में बहुत अच्छा लिखा है, बेहतर खोज की है । उन्होंने आस्था अग्निहोत्री को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश का गठन जिस समय हुआ, उसी समय यह बात तय हुई थी कि केंद्र सरकार हिमाचल को लगातार लिबर्टी दिखाते हुए, उदारता दिखाते हुए मदद करेगी। उन्होंने कहा कि हमारी केंद्र सरकार से मांग है कि केंद्र हिमाचल की देवभूमि को पहाड़ी राज्य को उदारता से मदद करे। उन्होंने कहा कि हम हिमाचल को आर्थिक रूप से निर्भर बनाने के लिए वचनबद्ध हैं, इसके लिए हम काम भी कर रहे हैं, लेकिन केंद्र को हिमाचल की उदारता से मदद करनी चाहिए। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हम लगातार केंद्र के समक्ष अपने मुद्दे उठा रहे हैं, योजनाओं क उठा रहे हैं। हिमाचल के विकास के लिए लगातार संपर्क कर रहे हैं और कांग्रेस की सरकार हिमाचल के विकास के लिए वचनबद्ध है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल के जो पड़ोसी राज्यों के साथ मसले हैं उनको प्रदेश की सरकार उठा रही है,क्योंकि हम गंभीरता से उन मसलों को हल करना चाहते हैं। यह मसले वर्षों से हल नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ पर 7.19 प्रतिशत हिमाचल प्रदेश का हिस्सा है, इसलिए यह हिस्सा हिमाचल को मिलना चाहिए, यह हमारा अधिकार है। उन्होंने कहा कि पंजाब अपना अधिकार बताएं हमें आपत्ति नहीं है लेकिन जब चंडीगढ़ बना तभी से इस बात को कहा गया कि 7.19 प्रतिशत हिस्सा हिमाचल प्रदेश का है। हमारा बिजली में भी है, पानी में भी है और हमारा हिस्सा चंडीगढ़ में भी है। उन्होंने कहा कि अभी शानन प्रोजेक्ट की लीज खत्म हो रही है तो हिमाचल में यह प्रोजेक्ट हिमाचल को शिफ्ट होना है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल का जो अधिकार है वह लेकर रहेंगे, उसके लिए आवाज उठाएंगे। हर संभव लड़ाई लड़नी पड़ी तो लड़ाई लड़ेंगे, लेकिन हिमाचल का हक लेकर रहेंगे। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि इसके लिए हमारे वरिष्ठ मंत्री चंद्र कुमार के नेतृत्व में कैबिनेट की कमेटी बनी है वह पूरे मसले पर अपनी रिपोर्ट देगी उसके बाद हम आगे की कार्रवाई करेंगे। कहा कि हम अपने आर्थिक संसाधन बढ़ाना चाहते हैं ,इसलिए वाटर सैस लगाया है बहुत सी कंपनियां देने के लिए तैयार हैं, हम कम्पनियों से वार्ता करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र ने बीबीएमबी में पानी उठाने को लेकर एनओसी की शर्त हिमाचल के लिए खत्म की है अच्छा निर्णय, सराहनीय निर्णय, हम अपना पानी प्रयोग कर सकते हैं ,हमारी अनेक योजनाएं बननी है पानी की। मुकेश ने कहा कि पोंग डैम से ऊना के लिए पानी उठाना है।बीत एरिया की योजना बननी है, अनेक अन्य योजनाएं हैं जिनको हम सफलता के साथ आगे बढ़ाएंगे और जल शक्ति तो हिमाचल में प्रथम हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में बरसात से नुकसान हो रहा है यह हर बरसात में होता है,प्रयास रहता है कि कम से कम हो लेकिन बरसात से सबसे ज्यादा पानी व सिंचाई की योजनाओं को नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि विभाग के अधिकारियों को फील्ड में जुटने को कहा गया है ताकि बिना देरी जो नुकसान हुआ है उसको ठीक भी किया जा सके। नुकसान जो हुआ है इसकी पूरी रिपोर्ट बनाकर केंद्र को भी भेज दी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार मुस्तैद है और जनता को राहत देने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जहां जहां पानी की दिक्कत बरसात के कारण आ रही है योजनाओं को नुकसान हुआ है सिल्ट आई है, उस सब को ठीक करने का काम प्राथमिकता पर किया जा रहा है। सेब पर आयात शुल्क कम करने से बागवानों को नुकसान उप मुख्यमंत्री ने कहा कि कहा तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यह कहते थे कि हिमाचल के फलों का,सेब का रस हर जूस के उत्पाद में प्रयोग होना चाहिए, इसके रस को आगे बढ़ाने की बात करते थे,कहां अब विदेश गए तो वाशिंगटन सेब कर आयात शुल्क कम कर दिया है कि हिमाचल प्रदेश में बहुत बड़ी आर्थिकी सेब है,बागवान इस पर मेहनत करते हैं। ऐसे में बागवानों को नुकसान होगा। प्रदेश की सरकार यह मसला केंद्र के समक्ष उठा रही है और हम इस मसले को पुरज़ोर ढंग से उठाएंगे। बागवान को नुकसान नहीं होना चाहिए।
शक्तिपीठ मां चिंतपूर्णी के दरबार में शनिवार को बॉलीवुड स्टार गोविंदा पत्नी सुनीता के साथ मां की पावन पिंडी के दर्शन करने और उनका आशीर्वाद लेने पहुंचे। चिंतपूर्णी मंदिर के बारीदार सभा के प्रधान रविंद्र शिंदा ने विधिवत रूप से वैदिक मंत्रों का उच्चारण करके पूजा-अर्चना करवाई। वहीं उनको माता की चुनरी और चित्र भेंट स्वरुप दिया। इस दौरान गोविंदा ने पत्नी सुनीता के साथ मिलकर मंदिर परिसर में स्थित पावन वटवृक्ष को मौली का धागा बांधा और हवन कुंड में आहुतियां डालकर सुख समृद्धि की कामना की। इस दौरान गोविंदा ने अपने फैंस के साथ सेल्फी भी खिंचवाई। गोविंदा इससे पहले भी हर साल मां के दरबार में हाजिरी भरने के लिए आते रहे हैं।
आस्था अग्निहोत्री ने चिलचिलाती धूप में स्कूली छात्रों के बीच चिलचितलाती धूप में बैठकर कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने स्थानीय लोगों से अपील करते हुए कहा कि उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के नशा मुक्त समाज के सपने को पूरा करने के लिए लोग भरपूर सहयोग दें। उन्होंने राज्यपाल शिव प्रताप सिंह शुक्ल का भी कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि पधारने पर आभार जताया। उन्होंने कार्यकारी पुलिस महानिदेशक सतवंत अटवाल का कार्यक्रम में शिरकत करने को लेकर भी धन्यवाद किया। स्थानीय लोगों और प्रदेशवासियों से नशा मुक्त समाज बनाने की भी अपील की। अपने संबोधन में आशा अग्निहोत्री ने भारत माता की जय के उद्घोष लगाए। उन्होंने कहा कि विकास में हरोली आगे निकल रहा है और हम लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं। आस्था ने कहा कि वर्तमान समय में नशा एक ऐसी बुराई है, जिसे कोई एक व्यक्ति ठीक नहीं कर सकता ,बल्कि पूरे समाज को साथ मिलकर इसके विरुद्ध चोट करनी होगी। आस्था अग्निहोत्री ने कहा कि सब नौजवान और बच्चे संकल्प लें कि ना तो नशा करेंगे और ना किसी को नशा करने देंगे। उन्होंने कहा कि आज सबसे बड़ी सेवा यह है पुण्य का कार्य है कि हम नौजवान को नशे से दूर कर दें और परिवारों को खुशहाल कर दें।उन्होंने कहा कि मेरे पिता उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने एक सराहनीय पहल शुरू की है और इसमें सभी सहयोग करें। उन्होंने कहा कि मां चिंतपूर्णी के आशीर्वाद से हम नौजवानों को नशा मुक्त करेंगे। सिम्मी अग्निहोत्री ने किया शंखनाद नशे के विरुद्ध रैली में ज्योति प्रज्वलित मशाल प्रज्वलित करने के साथ ही सिमी अग्निहोत्री ने शंख से जोरदार ध्वनि निकाली शंखनाद किया कि नशे से समाज को मुक्त करेंगे। सिमी अग्निहोत्री ने पूरे कार्यक्रम की व्यवस्थाओं को भी देखा, स्वयं पैदल चली, नाटी भी डाली। मंच से नशे के विरुद्ध नारे भी लगाए। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने सिमी अग्निहोत्री के प्रयासों को भी सराहा।
* डॉ राजीव बिंदल की नई टीम से जल्द उठ सकता है पर्दा * जिला और ब्लॉक स्तर पर भी चरणबद्ध तरीके से बदलाव तय हिमाचल में लगातार चुनाव हार रही भाजपा अब प्रदेश संगठन में बड़े स्तर पर बदलाव की तैयारी में है। डॉ राजीव बिंदल के तौर पर नए प्रदेश अध्यक्ष की तैनाती पहले ही हो चुकी है और अब संगठन की सर्जरी की तयारी है। बताया जा रहा है पूरी कार्यकारिणी बदलने की तैयारी है और नए प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल ने संभावित कार्यकारिणी की लिस्ट तैयार कर मंजूरी के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेज भी दी है। नड्डा की सहमति मिलते ही कई बड़े चेहरों की छुट्टी हो सकती है और हाशिए पर चल रहे कई निष्ठावानों को तवज्जो मिलेगी। निष्क्रिय पदाधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखया जायेगा। ऐसे कई पदाधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है जिनके क्षेत्र में बीते विधानसभा चुनाव में खुलकर बगावत हुई हैं और पार्टी का ग्राफ गिरा है। हालांकि मौजूदा कार्यकारिणी के कुछ पदाधिकारियों को बड़ी जिम्मेदारी भी मिल सकती है। माना जा रहा है कि ये बदलाव सिर्फ राज कार्यकारिणी तक सिमित नहीं रहेगा। पार्टी संगठन में टॉप टू बॉटम बदलाव कर सकती है। राज्य कार्यकारिणी में आवश्यक बदलाव के बाद जिला और ब्लाक कि कार्यकारिणी में भी बदलाव होगा। अन्य मोर्चों में भी जरूरी बदलाव की तैयारी है। वहीँ विधानसभा चुनाव में बगावत का बिगुल फूंकने वाले नेताओं कि घरवापसी को लेकर अभी संभवतः पार्टी कोई निर्णय न ले लेकिन आवश्यकता पड़ने पर इस पर भी विचार हो सकता है। दुनिया के सबसे बड़े राजनैतिक दल, यानी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नडडा का डंका आज पुरे सियासी जगत में बजता है। पर उनके अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश में नड्डा की चमक लगातार फीकी पड़ी है। अपने ही राज्य में नड्डा अपनी पार्टी को हारते हुए देख रहे है, निश्चित तौर पर ये बात उन्हें खलती तो होगी। जाहिर है नड्डा सियासत के माहिर खिलाड़ी है और अब कोई चांस लेने के मूड में नहीं होंगे। लाजमी है 2024 के लिए नड्डा अब नरम नहीं बल्कि गरम रुख अपनाये। ऐसे में संगठन में व्यापक बदलाव देखने को मिल सकता है। क्या नए चेहरों पर दांव खेलगी भाजपा ? 2024 लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा एक्शन मोड में है। 2014 और 2019 में भाजपा ने प्रदेश में क्लीन स्वीप किया है और अब पार्टी इस प्रदर्शन को दोहराना चाहती है। मंडी लोकसभा उपचुनाव में हार के बाद पार्टी के तीन सांसद है और माहिर मान रहे है कि पार्टी सीटिंग सांसदों के टिकट काटने या बदलने से भी गुरेज नहीं करेगी। ग्राउंड फीडबैक के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जायेगा। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के अलावा अन्य डॉ सांसदों को टिकट मिलेगा या नहीं, ये कहना मुश्किल है। अनुराग की सीट बदलने को लेकर भी अटकलें तेज है। वहीँ मंडी से पार्टी उम्मीदवार के तौर पर जयराम ठाकुर और अनिल शर्मा के नाम चर्चा में है।
उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि राज्य के ऊना जिले में प्रस्तावित बल्क ड्रग पार्क को मूर्त रूप प्रदान करने के लिए सभी संबंधित विभाग कड़ी मेहनत करें। हर्षवर्धन चौहान आज इस कार्य के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति की दूसरी बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को बल्क ड्रग पार्क के कार्यों को प्राथमिकता प्रदान करते हुए इन्हें समयबद्ध पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पानी, बिजली, आंतरिक सड़क आधारभूत ढांचे जैसी बुनियादी आवश्यकताओं का तुरंत विकास किया जाना चाहिए। उन्होंने पार्क में निरंतर जल आपूर्ति बनाए रखने के लिए दीर्घकालिक समाधान पर भी बल दिया। बैठक में जलशक्ति विभाग को भी जलापूर्ति से संबंधित कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि बल्क ड्रग पार्क में सतत् जल उपलब्धता के लिए क्षेत्र के भूमिगत जल स्तर के पुनर्भरण और रखरखाव के लिए जलशक्ति विभाग को 11.75 करोड़ रुपये प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) से पार्क में स्थायी विद्युत आपूर्ति की संभावनाएं तलाशने के भी निर्देश दिए और कहा यह मामला पहले ही बोर्ड के अधिकारियों के समक्ष उठाया जा चुका है। उन्होंने हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड और हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड को बल्क ड्रग पार्क के लिए बाह्य विद्युत बुनियादी ढांचे का निर्माण शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने पार्क के भीतर आवश्यक मशीनरी के परिवहन के दृष्टिगत आंतरिक सड़क निर्माण को समयबद्ध पूर्ण करने तथा पार्क के प्रशासनिक ब्लॉक के निर्माण के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू करने को भी कहा। उद्योग मंत्री ने जिला हमीरपुर की भोरंज तहसील के जाहू और बिलासपुर जिले की घुमारवीं तहसील के भदरोग में लगभग 40 बीघा भूमि पर दो नए औद्योगिक क्षेत्रों की घोषणा की। इससे पूर्व निदेशक उद्योग एवं बल्क ड्रग पार्क की राज्य संचालन एजेंसी के प्रबन्ध निदेशक सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी राकेश प्रजापति ने बल्क ड्रग पार्क के संबंध में वर्तमान कार्यों को इंगित करती एक विस्तृत प्रस्तुति दी।
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज हरोली विधानसभा के तहत हरोली से कांगड़ तक ब्रिस्क वॉक वॉक फार लाइफ-नशे के विरुद्ध एक पहल कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में कहा कि हरोली विधानसभा के तहत आज नशे के खिलाफ शंखनाद हुआ है। उन्होंने कहा कि इशकी गूंज प्रदेश और देश के विभिन्न भागों तक पहुंचेगी। करीब तीन किलोमीटर लंबी ब्रिस्क वॉक के पश्चात हरोली के कांगड़ मैदान में विशाल जनसभा को संबोधित कहते हुए उन्होंने कहा कि हर घर को नशे के खिलाफ जोड़ा जाएगा और जन सहयोग से नशे को जड़ से मिटाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हरोली विधानसभा में आयोजित इस मेगा इवेंट से आम लोगों ने जुड़कर संकेत दिया है कि समाज नशे के खिलाफ एकजुट है। नशा माफिया, तस्करों और दलालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। हरोली विधानसभा पंजाब की सीमा के साथ सटा हुआ क्षेत्र होने के चलते नशा तस्करी आदि के लिए संवेदनशील है। इसलिए विधानसभा क्षेत्र में ब्रिस्क वॉक जैसा मैगा इवेंट आयोजित कर देश-प्रदेश को संदेश दिया गया है कि हरोली विधानसभा क्षेत्र के लोग नशे को किसी भी सूरत में बर्दाशत नहीं करेंगे। इस मौके पर उन्होंने प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से अपील की कि कानून में सख्त से सख्त प्रावधानों का मामला वह केंद्र सरकार के समक्ष उठाने की कृपा करें ताकि चिट्टा आदि सिनथेटिक ड्ग्स से निपटने के लिए सहायता मिल सके।
जिला ऊना के हरोली विधानसभा क्षेत्र में डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री के नेतृत्व में हजारों लोग नशे के खिलाफ सड़कों पर उतर आए। नशे के खिलाफ आयोजित की गई बड़ी ब्रिस्क वॉक में केवल मात्र इस विधानसभा क्षेत्र से ही नहीं अपितु जिला भर से हजारों लोगों ने भाग लेकर नशे के खिलाफ आवाज बुलंद की है। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल बतौर मुख्य अतिथि इस ब्रिस्क वॉक में शामिल हुए। मां भगवती की विधिवत पूजा अर्चना मंत्रोच्चारण और शंखनाद के साथ साथ मशाल प्रज्ज्वलित करने के बाद राज्यपाल ने ब्रिस्क वॉक को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। हरोली के मुख्य चौक से कांगड़ मैदान तक निकाली रैली नशे के खिलाफ आयोजित की गई इस ब्रिस्क वॉक ने एक ऐसी रैली का रूप ले लिया जिसमें हर वर्ग के लोगों ने आवाज बुलंद करते हुए इस बुराई को जड़ से खत्म करने का प्रण लिया। हजारों लोगों ने हरोली के मुख्य चौक से कांगड़ मैदान तक करीब साढे 3 किलोमीटर लंबी इस ब्रिस्क वॉक को लेकर नशा कारोबार में जुटे लोगों को चेतावनी दी है। राज्यपाल शुक्ल ने इस आयोजन के लिए डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की सभा स्थल पर सबके सामने पीठ थपथपाई। उन्होंने कहा कि इस आयोजन का हिस्सा बनकर उन्हें व्यक्तिगत रूप से बल मिला है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भाजपा के 30 मई से 30 जून तक चल रहे जनसंपर्क से जनसमर्थन अभियान के तहत सोमवार को जिला के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल डेरा बाबा रुद्रानंद आश्रम और प्राचीन महादेव मंदिर कोटला कलां भी पहुंचे। डेरा बाबा रुद्रानंद आश्रम में केंद्रीय मंत्री ने स्वामी शिवानंद महाराज से मुलाकात की इसके अतिरिक्त उन्होंने श्रद्धालुओं से भी संवाद स्थापित करते हुए केंद्र की मोदी सरकार के 9 वर्षों के कार्यकाल का लेखा जोखा प्रस्तुत किया। इसके अतिरिक्त अनुराग ठाकुर ने कोटला कला के प्राचीन महादेव मंदिर पहुंचकर आश्रम अधिष्ठाता स्वामी मंगलानंद महाराज से भी आशीर्वाद लिया और पार्टी के इस अभियान को लेकर चर्चा की। इस मौके पर अनुराग ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार पर संत समाज का सदैव आशीर्वाद रहा है और इसी आशीर्वाद के बलबूते सरकार ने देश को आगे ले जाने के लिए ना केवल अहम फैसले लिए अपितु उनको सिद्ध भी किया है। उन्होंने भाजपा के इस अभियान के तहत वर्ष 2024 के चुनाव को लेकर संत समाज से समर्थन भी मांगा।
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज जारी प्रेस बयान में कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल पथ परिवहन निगम की लंबित देनदारियों को समयबद्ध तरीके से निपटाने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी। उन्होंने निगम की वित्तीय हालात को सुधारने की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि समय समय पर कर्मचारियों-पेंशनरों के देय लाभ जारी करने के लिए भी सरकार कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में आज पथ परिवहन निगम के कर्मचारियों और पेंशनरों को 3 फीसदी महंगाई भत्ता (डीए) जारी करने के निगम के निदेशक मंडल के फैसले को आज अधिसूचित किया गया है। इससे निगम के करीब 15 हजार कर्मचारी और पेंशनरों को लाभ मिलेगा। इस निर्णय से अब निगम के कर्मचारियों को 31 फीसदी से बजाए 34 फीसदी महंगाई भत्ता मिलेगा। भत्ता 1 अप्रैल 2023 से लागू होगा। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि निदेशक मंडल के एक्स ग्रेशिया लाभ में बढ़ौतरी किए जाने के फैसले पर भी आज आदेश जारी किया गया है। इसके तहत पूर्व में निगम के नियमित कर्मचारी की ड्यूटी के दौरान मृत्यु पर न्यूनतम लाभ 35 हजार से बढ़ाकर 55 हजार रुपए और अधिकतम 1 लाख रुपए से बढ़ाकर 1.50 लाख रुपए किया गया है। इसी तरह अनुबंध कर्मचारी के लिए यह लाभ न्यूनतम 20 हजार से बढ़ाकर 35 हजार रुपए और अधिकतम लाभ 75 हजार रुपए से बढ़ाकर 1 लाख रुपए करने के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में गठित पथ परिवहन निगम के निदेशक मंडल के निर्णयों को सिरे चढ़ाने के लिए निगम प्रयासरत है। निदेशक मंडल के निर्णयों के अनुसार पथ परिवहन निगम आय के साधन जुटाने और विभिन्न निर्णयों को अमलीजामा पहनाने के लिए कार्रवाई कर रहा है।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने महा जनसंपर्क अभियान के तहत हिमाचल प्रदेश के ऊना स्थित समूर कलां में विशाल जनसभा को संबोधित किया। कार्यक्रम में दो दर्जन से ज़्यादा पूर्व सैनिकों ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की जिस पर अनुराग ने कहा कि देश के सैनिक देश की पार्टी भारतीय जनता पार्टी के साथ हैं। अनुराग ने हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, कि हमने इतने काम करके दिए, मगर इनसे कुछ भी पूछो तो यह बोलते हैं पैसे नहीं हैं। हमने ऊना में 25 करोड़ का जच्चा बच्चा अस्पताल बनाया। इनसे सड़क या अस्पताल की बात करो तो बोलेंगे पैसे नहीं है। भाजपा सरकार के जाने से हिमाचल का विकास थम गया है। हम सेवा करने आए थे, यह मेवा खाने आए हैं। ठाकुर ने कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी कान खोलकर सुन लें, आज स्वयं इटली की प्रधानमंत्री मोदी को विश्व का सबसे लोकप्रिय नेता बताती हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति कहते हैं कि मोदी मैं आपका इंतजार कर रहा हूं। आपके कार्यक्रम हेतु मेरे पास टिकट खत्म हो गए हैं। पूरे विश्व ने देखा कि जब मोदी जी अमेरिकी संसद में भाषण देने गए तो कैसे वहां के सांसदों ने उनका ऑटोग्राफ लिया। आज अगर अमेरिकी संसद में मोदी-मोदी हुआ तो यह 140 करोड़ देशवासियों के लिए सम्मान की बात है। अनुराग ने कहा कि पीएम मोदी ने ऊना को 400 करोड़ का पीजीआई अस्पताल दिया। 200 करोड़ का बनकर आईआईआईटी तैयार है। 30 करोड़ का केंद्रीय विद्यालय बनकर तैयार हो जाएगा। बंगाना में 28 करोड का केंद्रीय विद्यालय बन रहा है। देश की चौथी वंदे भारत ट्रेन भी ऊना से ही चली। अगर मैं ऊना, बिलासपुर और हमीरपुर तीनों जिलों की बात करूं तो मैंने इसी बार इन तीनों जिलों के लिए 620 करोड रुपए की सड़कें मंजूर कराई हैं। पार्लिमेंट के अन्य जिलों को मिला लिया जाए तो 710 करोड मंजूर हुए हैं। यह तो केवल 1 वर्ष में हमीरपुर संसदीय क्षेत्र की बात कर रहा हूं।
हिमाचल प्रदेश में मानसून की पहली बारिश आफत बना कर बरसी है। भारी बारिश के चलते प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ आने से काफी नुक्सान हुआ है। कुल्लू-मंडी-रामपुर में बाढ़ से कई जगह जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। हमीरपुर में सुजानपुर के खैरी में रविवार को बादल फटने से पांच घरों में मलबा घुस गया। कांगड़ा के नगरोटा बगवां के उपरली मझेटली में बिजली गिरने से मां और डेढ़ साल का बच्चा झुलस गया। मंडी के सराज की तुंगधार और कुल्लू की मौहल खड्ड में बाढ़ से एक दर्जन वाहन बह गए और कई घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। मंडी के शिकारी देवी में शनिवार रात 200 लोग फंस गए, जिन्हें छह घंटे बाद निकाला गया। प्रदेशभर में 85 सड़कें बंद हो गईं हैं। 55 बिजली के ट्रांसफार्मरों को नुकसान पहुंचा है। उधर, कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर जगह-जगह पहाड़ियों से पत्थर, मलबा और पेड़ गिरने से दूसरे दिन भी सभी ट्रेनें रद्द हो गईं। नाहन-कुमारहट्टी और पांवटा-शिलाई नेशनल हाईवे भी कुछ समय के लिए बंद रहा। शिलाई के गंगटोली में खड़ी गाड़ी पर पत्थर गिरे। सतौन और पुरुवाला में खड्ड का पानी दुकानों में घुस गया। जलस्तर बढ़ने से गिरि नदी पर बने जटोन डैम का एक गेट खोलना पड़ा। प्रदेश में मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने सोमवार को ऑरेंज और मंगलवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
ऊना के विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री द्वारा चंबा के मनोहर की हत्या करके आठ टुकड़े करने को लेकर की जा रही भाजपा विरोधी बयानबाजी पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि हत्या आरोपी के घर को जलाने के लिए मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भाजपा को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, लेकिन पूरा प्रदेश जानता है कि चंबा में हत्या आरोपी के घर को उग्र हुई भीड़ ने आग के हवाले किया था। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं को अन्याय पूर्ण बताने के लिए कांग्रेस भाजपा पर आरोप लगा रही है लेकिन मुख्यमंत्री या उप मुख्यमंत्री समेत कांग्रेस का कोई भी मंत्री और विधायक मृतक मनोहर के परिवार से मिलने तक नहीं पहुंचा। यहां तक कि कांग्रेस सरकार के सत्ता मद में चूर मंत्रियों को कई दिन बाद तक भी इस हत्याकांड के बारे में कोई जानकारी ही नहीं थी। सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि मनोहर की हत्या करने के बाद उसके शव के 8 टुकड़े किए जाने की घटना पर कांग्रेस की संवेदनहीनता से क्षुब्ध हुई भीड़ ने हत्यारोपी के घर को जलाने जैसी बड़ी घटना को अंजाम दिया, लेकिन ऐसे समय में भी कांग्रेस के नेता समाज के साथ खड़े होने की बजाय भाजपा को कोसने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि चाहे भगवान शिव के खिलाफ अश्लील टिप्पणी का मामला हो या फिर मनोहर के हत्या कर उसके शव को 8 टुकड़ों में काटने का मामला हिमाचल प्रदेश में चल रहे आंदोलनों में हर राजनीतिक दल के लोग बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं और इस वक्त सभी लोगों के लिए राजनीतिक दल से पहले अपने धर्म का संरक्षण करने की भावना है। उन्होंने कहा कि सरकार चलाने में नाकाम साबित हो रहे मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भाजपा के सिर इस प्रकार के ठीकरा फोड़कर अपनी नाकामियों को छुपा नहीं सकते। उन्होंने उप मुख्यमंत्री द्वारा भाजपा पर लाशों पर राजनीति करने के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि चुनाव के समय एक सड़क हादसे में 5 युवाओं की मौत मामले को मुकेश अग्निहोत्री ने राजनीतिक मुद्दा बनाया था, इस सड़क हादसे को उन्होंने भाजपा की साजिश करार देने में देरी तक नहीं लगाई, उन्होंने कहा कि जिन चार घरों के चिराग उस हादसे में बुझ गए भाजपा को उनके प्रति पूरी सहानुभूति है, लेकिन उपमुख्यमंत्री इस वक्त सत्ता में है, वह चाहे तो उस हादसे की जिस तरह मर्जी से जांच करवा लें, हादसे से पहले वह सभी युवा कहां से निकले थे, किसके होटल में थे, किस नेता के साथ क्या कर रहे थे उन तमाम चीजों से अब उपमुख्यमंत्री ही पर्दा उठाएं।
हिमाचल कांग्रेस के फायर ब्रांड नेता प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने चंबा जिला में युवक के हत्या मामले पर विपक्ष द्वारा की जा रही राजनीति पर कड़ा प्रहार किया है। रविवार को जारी बयान में मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जिला चंबा के इस जघन्य मनोहर हत्या मामले में भाजपा अपनी खिसकी हुई सियासी जमीन तलाशने के लिए विफल विसात बिछाने का प्रेयास कर रही है। उन्होंने कहा कि आरोपी 11 लोग हिरासत में हंै, कानून अपना काम कर रहा है,सख्ती से कर रहा है, बावजूद इसके भाजपा की राजनीति समझ आ रही है कि वह इस हत्याकांड में किसकी जमीन तलाशने की उम्मीद देख रही है। लगातार हार से भाजपा हताशा व निराशा में है और भाजपा का पहले भी सांप्रदायिकता फैलाने का इतिहास रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार अपना काम कर रही है, हर जांच की जा रही है ,केंद्र भी इस मामले में कोई जांच करना चाहे तो हमें कोई आपत्ति नहीं है। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मुकेश अग्निहोत्री ने कहा की मनोहर का हत्याकांड दर्दनाक है, दुखद है, इसकी जितनी निंदा की जाए कम है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार के पास दबाने व छुपाने के लिए कुछ नहीं है ।हमने मनोहर के परिवार को न्याय देना है यही प्राथमिकता है और न्याय मिलकर रहेगा दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी. कानून अपना काम करेगा । मुकेश ने कहा कि विपक्ष के घड़ियाली आंसू है ,केवल राजनीति के आंसू है ,केवल सस्ती लोकप्रियता के आंसू हैं, केवल उन्माद फैलाने के आंसू हैं ,विपक्ष को मनोहर के परिवार से हमदर्दी नहीं है बल्कि राजनीतिक एजेंडा सामने रखकर काम किया जा रहा है जो भारतीय जनता पार्टी के लिए शर्मनाक है। ऐसा ही कार्य भारतीय जनता पार्टी ने गुड़िया मामले में किया और 5 साल भारतीय जनता पार्टी की सरकार रही गुड़िया के पिता जांच की दुहाई ही देते रहें न्याय के लिए। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि इस पूरे मामले में सरकार ने जिला प्रशासन व पुलिस को कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए, हर जांच करने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि मनोहर हत्या मामले में दोषी 11 लोग पुलिस की हिरासत में है ,जिनसे पूछताछ चल रही है। पुलिस रिमांड पर दोषी हैं। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पुलिस जहां हत्या करने के मामले की पूरी तरह तक जांच कर रही है ।वही जो जानकारियां स्थानीय लोगों ने दी उनके अनुसार भी पुलिस द्वारा कार्रवाई की जा रही है ।मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश की पुलिस अपने स्तर पर हत्या मामले में शामिल लोगों कि हर जांच कर रही है ।जम्मू से भी जानकारी मांगी गई है।उन्होंने कहा कि विपक्ष एनआईए सहित अन्य जांच की मांग कर रहा है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार खुले मन से है केंद्र सरकार कोई भी जांच करवा ले हर जांच में सहयोग किया जाएगा।
हिमाचल अकादमी से पुरस्कृत जाने माने साहित्यकार गुरमीत बेदी ने आज हिमाचल प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री को ज्योतिष पर लिखी अपनी शोध पुस्तक " एस्ट्रोलॉजी एक विज्ञान " की प्रति भेंट की। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने ज्योतिष विषय पर गुरमीत बेदी द्वारा गुरमीत बेदी द्वारा साढ़े तीन दशक तक व्यापक शोध के बाद लिखी गई अपनी पुस्तक में इसे एक साइंस साबित करने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा ज्योतिष एक प्राचीन विज्ञान है , जिसमें ग्रह, नक्षत्र और खगोलीय पिंडों के बारे में बहुत सटीक गणनाएं करके प्रामाणिक जानकारियां दी गई हैं। उन्होंने कहा वेदों को ज्योतिष की छठी आंख कहा गया है और भारतीय ऋषि-मुनियों व मनीषियों ने ज्योतिष पर कई महत्वपूर्ण ग्रंथ लिख कर इस विधा को और समृद्ध किया है।
प्रदेश के पूर्व कर्मचारी नेता व भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हरिओम भनोट ने यहां जारी एक प्रेस बयान में कहा कि प्रदेश की सरकार को चंबा व ऊना की घटनाओं को लेकर के हिंदुओं पर रोष को समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिंदू किसी धर्म के विरुद्ध नहीं है, हिंदू सबका सम्मान करता है। ऐसे में अपने आराध्य देव के प्रति टिप्पणियों को कैसे सहन किया जा सकता है? उन्होंने कहा कि मामला कुछ भी रहा हो लेकिन एक हिंदू युवक के टुकड़े कर दिए जाएं, ये कैसे सहन किया जा सकता है और जिस परिवार पर आरोप उसको लेकर के पैसों के साथ-साथ और कई अनेक जानकारियां सामने आ रही हैं इसलिए उन सब की जांच होनी चाहिए। इसके अलावा जो प्रवासी आते हैं, कुछ समय के लिए आते हैं, उन सब का पंजीकरण करने का काम किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा है कि कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की है इसलिए हिंदुओं का रोष सही है वह अपनी बात रख रहे हैं और सरकार को खोले मन के साथ कार्रवाई करनी चाहिए, सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज ने भी ऐसे परिवार का बहिष्कार करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से अच्छी बात है। उन्होंने कहा कि अनेक लोग धरने प्रदर्शनों में मुस्लिम शामिल हो रहे हैं। चंबा में हत्या मामले में भी मुस्लिम कई रोष प्रदर्शन में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले सब भारतीय हैं, हिंदू हैं, उसके बाद हम सबके धर्म हैं। इसलिए किसी भी धर्म का अपमान नहीं होना चाहिए और जो करें उसे अपनी गलती भी माननी चाहिए और कड़ी कार्रवाई भी होनी चाहिए।
जिला चंबा के सलूणी उपमंडल के तहत आते सलूणी क्षेत्र में हुयी हत्या व ऊना के मैहतपुर के एक चिकित्सक (मुस्लिम) द्वारा भगवान शिव व शिवलिंग को लेकर की गई अभद्र टिप्पणी के विरोध में शुक्रवार को जिला ऊना भाजपा के कार्यकर्ताओं ने रोष मार्च निकाला और कार्यकारी उपायुक्त के माध्यम से ज्ञापन सौप राज्यपाल को भेजा। यह प्रदर्शन भाजपा ने पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर, भाजपा नेता पूर्व विधायक राजेश ठाकुर , भाजपा नेता प्रो. राम कुमार व जिला अध्यक्ष मनोहर लाल की अध्यक्षता में किया गया। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई को लेकर नारेबाजी की, साथ ही प्रदेश सरकार के विरुद्ध भी नारेबाजी की। भाजपा ने सलूणी हत्याकांड की उच्च स्तरीय जांच की मांग उठाई, फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने की मांग उठाई, ताकि इस घटना में न्याय मिल सके। वही, जिला ऊना में भगवान शिव व शिवलिंग पर अभद्र टिप्पणी को लेकर के भी उचित कार्रवाई उठाने का आग्रह किया। वीरेंद्र कंवर ने कहा कि इस प्रकार के हत्याकांड ने कहीं न कहीं हिमाचल की छवि को धूमिल किया है कहा कि जब से सत्ता में कांग्रेस आई है, तब से प्रदेश में रोज कुछ न कुछ हो रहा है। कहीं भगवान भोले नाथ पर अश्लील टिप्पणी हो रही है तो कही हिन्दू युवक का खून बहाया जा रहा है। ऐसी मानसिकता के लोगों को उचित से उचित सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों एक मुस्लिम समुदाय से संबंध रखने वाले डॉ. ने भी ऊना में हमारे आराध्य देव भोलेनाथ जी के बारे में गलत टिप्पणी सोशल मीडिया पर की थी, जिस के चलते आज भी लोगों में उस डॉक्टर के खिलाफ रोष है और रोज प्रदर्शन हो रहे है, लेकिन अभी भी उसकी गिरफ्तारी नहीं हुयी है। उन्होंने कहा कि उक्त सारे मामले को लेकर भी आज कार्यकारी जिलाधीश के समक्ष ज्ञापन दिया गया है।
हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने भाजपा नेताओं को आड़े हाथों लिया है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है, यह बात 6 माह बाद भी भाजपा के नेता हजम नहीं कर पा रहे हैं। मुकेश ने कहा कि लगातार भाजपा के नेताओं को बुरी तरह पराजय का सामना करना पड़ रहा है। आगे आने वाले चुनावों में भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ेगा, बावजूद इसके जमीन पर पैर भाजपा के नेता रख नहीं पा रहे हैं, हवाई बातें कर रहे हैं। अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल को आर्थिक मोर्चे पर मजबूत बनाएंगे, न विकास रुकेगा,न वेतन रुकेगा। उन्होंने कहा कि हर वर्ग के कल्याण के लिए नीतियां भी बनेगी। उन्होंने कहा कि बजट में ही हिमाचल प्रदेश की सरकार ने अपना विजन स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी गारंटी ओपीएस को पूरा कर दिया है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि भाजपा के नेता तो 6 महीने में ही उछल कूद करने लग पड़े हैं । उन्होंने कहा कि अभी तो 5 वर्ष का समय पड़ा है, सब्र करें ।मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि यह भाजपा के वह नेता हैं जिनके खाने के और दिखाने के दांत अलग-अलग हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र में जाकर हिमाचल का विकास रोकने, आर्थिक मदद रोकने का षड्यंत्र करते हैं और हिमाचल में अपने आपको हिमाचल का हमदर्द बनाने की बात करते हैं । उन्होंने कहा कि जनता इनकी असलियत जान गई है, मुकेश ने कहा कि हिमाचल के हित की एक भी भाजपा के नेता आवाज उठा नहीं पाए हैं। उन्होंने कहा कि विकास का विरोध करते हैं, वाटर सेस का विरोध करते है जहां से प्रदेश को आमदर होगी ।हिमाचल की नीतियों का विरोध करते हैं ।उन्होंने कहा कि भाजपा के विरोध का कोई फर्क प्रदेश की सरकार को नहीं पड़ता है। प्रदेश की सरकार मजबूत है। कानून व्यवस्था पुख्ता, कानून करेगा अपना काम प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि कानून व्यवस्था प्रदेश में पुख्ता रहेगी। पुलिस को फ्री हैंड है। उन्होंने कहा कि चाहे माफिया हो,चाहे आरोपी हो किसी भी हालत में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि कानून अपना काम करेगा, कोई किसी प्रकार का दबाव नहीं होगा। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सौहार्द कायम रहे ,शांति बनी रहे ,देवभूमि का सम्मान बना रहे ,इसके लिए सब मिलकर के काम करें। उन्होंने कहा कि जो भी घटनाएं हुई हैं उनकी कड़ी निंदा है। हम हर घटना पर नजर बनाए हुए हैं और पुलिस पूरी तरह से कार्रवाई निष्पक्षता से कर रही है, हर वर्ग को इसका विश्वास दिलाते हैं कि निष्पक्षता से कार्रवाई होगी।
भगवान शिव पर डॉक्टर द्वारा की गई अश्लील व अभद्र टिप्पणी के विरोध में वीरवार को हिंदू संगठनों व लोगों के भारी हजूम ने जमकर नारेबाजी करते हुए मुख्य बाजार मैहतपुर में रोष प्रदर्शन किया। सैकड़ों की संख्या में पहुंचे लोगों ने जमकर नारेबाजी की और डॉक्टर के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग सरकार व प्रशासन से उठाई, यहां तक की हिंदू संगठनों ने कार्रवाई ना होने के चलते उग्र प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी। इस प्रदर्शन को हिमाचल व्यापार मंडल का भी समर्थन मिला। व्यापार मंडल ने जिला ऊना में सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक दुकानें बंद करने का आवाहन किया था, जिसका व्यापक असर देखने को मिला ऊना शहर में काफी संख्या में दुकानें बंद रख व्यापारी रोष प्रदर्शन में शामिल हुए। वहीं, मैंहतपुर में पूर्ण रुप से बंद हुआ हालांकि जिला के अन्य भागों में बंद का असर न मात्र रहा। इस प्रदर्शन में हिंदू एकता मंच के बैनर तले संगठन के पदाधिकारी, व्यापार मंडल, संत समाज के प्रतिनिधि, शिव के जंगम, स्थानीय दुकानदारों व ग्रामीणों द्वारा भारी संख्या में इक_े होकर प्रवेश द्वार से लेकर आरोपी डॉक्टर कें अस्पताल तक भारी रोष प्रदर्शन करते हुए, डॉक्टर का पुतला फूंका गया। सनातनी नारों हर हर महादेव, जय श्री राम के जयघोष के साथ डॉक्टर के खिलाफ मुर्दाबाद-मुर्दाबाद के नारे लगाए गए। हिमाचल व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुमेश शर्मा ने कहा कि कुछ समय से लगातार प्रदर्शन हो रहे थे, एक डॉक्टर द्वारा जिस प्रकार से अभद्र टिप्पणी भगवान शिव को ले करके की गई है ,उससे भावनाएं आहत हुई हैं इसलिए व्यापार मंडल ने फैसला किया कि इस रोष प्रदर्शन में शामिल होंगे, व्यापारिक प्रतिष्ठान भी बंद रखेंगे ।उन्होंने सभी व्यापारियों का आभार व्यक्त किया कि वे इससे प्रदर्शन में शामिल हुए हैं ,बंद को भी समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार को इस पर उचित कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम किसी भी धर्म के विरुद्ध नहीं लेकिन कोई भी दूसरा व्यक्ति हमारे धर्म के विरुद्ध आपत्तिजनक बात करें उसे भी सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि डॉ की जमानत रद्द होनी चाहिए ,गिरफ्तारी होनी चाहिए और जो सख्त कार्रवाई होती है उसे किया जाना चाहिए। हिंदू चेतना मंच नेता चंदन शर्माव पदाधिकारियों ने लोगों से हिंदुओं की भावनाओं के साथ हुए खिलवाड़ व वज्रपात के विरोध में जिला प्रशासन को चेताया कि आरोपी डॉक्टर को जमानत मिलने के बाद भी उसके खिलाफ ऐसे रोष प्रदर्शन होते रहेंगे। जब तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाती है। उन्होंने प्रशासन से डॉक्टर के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की बात करते हुए गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने मुस्लिम समुदाय के लोगों से किसी भी प्रकार की कोई खरीददारी ना करने की बात कही है। उन्होंने डॉक्टर को यह भी चेतावनी दी कि हिंदू चेतना मंच डॉक्टर के ऊना जिला में आने का पूर्णतय विरोध करेगा। जिस संदर्भ में जिला व प्रदेश स्तर तक डॉक्टर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन होते रहेंगे।
पंजाब के सीएम भगवंत मान द्वारा बीबीएमबी के पानी पर हिमाचल को एनओसी न लेने की शर्त में केंद्र सरकार द्वारा दी गई छूट के मामले पर प्रधानमंत्री को लिखे पत्र पर उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने प्रतिक्रिया दी है। मंडी में मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल के पानी पर हिमाचल का हक है। इसपर हम बात करने के लिए भी तैयार हैं और अगर लड़ाई लड़नी पड़ी तो उसके लिए भी तैयार हैं। पंजाब पुर्नगठन के तहत हिमाचल प्रदेश की 7.19 प्रतिशत की हिस्सेदारी बनती है जिसके हजारों करोड़ रूपए अभी तक लेने को बकाया हैं। इन सभी विषयों पर राज्य सरकार बात करने को भी तैयार है और लड़ाई लड़ने के लिए भी। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि वाटर सेस लगाना भी राज्य सरकार का विशेषाधिकार है। इस विषय पर राज्य सरकार बिलकुल भी पीछे हटने वाली नहीं है। केंद्र सरकार की तरफ से जिस तरह से अडंगा अडाया जा रहा है वो उचित नहीं है। केंद्र सरकार ने कह दिया है कि कोर्ट में जाकर लड़ाई लड़ो तो उसके लिए भी राज्य सरकार तैयार है। इसमें यदि सरकार चाहे तो वार्तालाप किया जा सकता है लेकिन हकों को लेने में प्रदेश पीछे नहीं हटेगा। इससे पहले उन्होंने मंडी में एडीबी और जल शक्ति विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करके एशियन डेलेल्पमेंट के आगामी प्रोजेक्ट को लेकर चर्चा की। उन्होंने बताया कि एडीबी के माध्यम से 1062 करोड़ की ग्रामीण पेयजल सुधार एवं आजीविका परियोजना प्रदेश के लिए स्वीकृत हुई है। इससे 10 जिलों की 3.96 लाख जनसंख्या लाभांवित होगी। इस प्रोजेक्ट को 2024 की पहली तिमाही में शुरू कर दिया जाएगा और 2028 तक इसे पूरा कर लिया जाएगा।
उप मुख्यमंत्री व कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता मुकेश अग्निहोत्री ने भाजपा के नेताओं को कांग्रेस पार्टी पर परिवारवाद का आरोप लगाने पर आड़े हाथों लिया है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि ऐसा आरोप लगाने वाले भाजपा के नेताओं को अपने गिरेबान में झांक कर देख लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी देश की सबसे पुरानी पार्टी है ,देश के विकास में कांग्रेस का अहम योगदान है और राजनीति में हार जीत चली रहती है, हर कोई जो सत्ता में आता है वह अपने अनुसार काम करता है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी को यह गलतफहमी हो गई है ,कहीं कि देश का विकास 2014 के बाद ही हुआ है। मुकेश ने कहा कि देश के विकास का आधारभूत ढांचा कांग्रेस की सरकारों ने खड़ा किया। इस देश में निर्माण से लेकर विकास के हर आयाम को कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में तय किया गया है। उन्होंने कहा कि विकास निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है, इसलिए वह आधुनिकता से आगे बढ़ता है। उन्होंने कहा कि देश में कांग्रेस में सशक्त नेतृत्व दिया है ,जिसने हर मोर्चे पर विश्व मे अपनी अपने नेतृत्व का और राष्ट्र का डंका बजाया है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि भाजपा के नेता व कांग्रेस व केंद्र सरकार गांधी परिवार से खौफजदा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस मुक्त भारत का नारा देने वाली भाजपा को अब पता चल गया है कि धीरे-धीरे राज्य भाजपा से मुक्त हो रहे हैं। उन्होंने कि हिमाचल प्रदेश में जनता ने कांग्रेस को जनादेश दिया, कर्नाटक में जनता ने कांग्रेस को जनादेश दिया और आने वाले चुनावों में भी कांग्रेस बेहतर प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अगर अपने दल में ही देख लेगी और हिमाचल में ही देख लेगी तो उसे पता चल जाएगा कि भारतीय जनता पार्टी में परिवारवाद किस प्रकार से है। उन्होंने कहा कि योग्यता राजनीति व सामाजिक जीवन मे पैमाना चाहिए।मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि केवल राजनीति के लिए मात्र गुमराह पूर्ण बात करना ही भाजपा नेताओं की आदत बन गया है ।उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार ने 6 महीने में विकास को आगे बढ़ाने का काम किया है, केंद्र की सरकार में हिमाचल प्रदेश की आर्थिक रूप से कटौतियां करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि कर्ज की लिमट कम करना, एनपीएस का पैसा वापस ना देना आदि अनेक ऐसे मसले हैं जिन पर भाजपा के नेताओं के होंठ सिले हुए हैं ।उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार को व कांग्रेसी नेतृत्व को भाजपा के नेता कोसते नजर आए ,गारंटी पर बात करते नजर आए। बेहतर होता कि वे कर्मचारियों को ओपीएस देने पर अपना पक्ष रखते, हिमाचल की कांग्रेस सरकार ने कर्मचारियों को ओपीएस दी है । उन्होंने कहा कि कर्मचारी विरोधी चेहरा लगातार भाजपा दिखा रही है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को 1500 रुपये देने की शुरुआत कर दी गई है और जल्द ही इसकी योजना के अगले चरण को भी लागू किया जाएगा ।युवाओं को रोजगार देने के लिए कैबिनेट की कमेटी बनी है उस पर भी आगे बढ़े हैं और अन्य गारंटियों को चरणबद्व ढंग से हम पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता इनकी चिंता ना करें कांग्रेस की सरकार है कांग्रेस ने गारंटी दी है कांग्रेस ही पूरी करेगी और ठोक बजा कर पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि आज हालत यह है कि भाजपा के नेता आज भी अपने नेताओं पर विश्वास नहीं कर रहे, यह इनकी अंदरूनी राजनीति से समझ आ सकता है। भाजपा में गुटबाजी चरम पर है और जिस प्रकार से रेलिया फेल हो रही है, लोग नहीं जुट रहे उससे साफ है कि अब भाजपा का तिलिस्म टूट रहा है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने देश को एक संदेश दिया है, जनता की आवाज राहुल गांधी बने है।
देश में कई मौके ऐसे आएं है जब सरकारों ने अपने पक्ष में माहौल देखकर समय से पहले चुनाव करवा दिए। क्या आगामी लोकसभा चुनाव भी अपने तय वक्त से पहले हो सकते हैं, ये सवाल इन दिनों सियासी गलियारों में खूब गूंज रहा है। दरअसल, इसी साल के अंत में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने है। क्या मोदी सरकार इन्हीं के साथ लोकसभा चुनाव करवाने पर विचार कर रही है? क्या सरकार का नौ साल की उपलब्धियों के प्रचार में ताकत झोंकना इसका संकेत है? ये अहम सवाल है। 'सेवा सुशासन और गरीब कल्याण' के नारे के साथ भाजपा आक्रामक तरीके से मैदान में उतर चुकी है, मानो चुनाव की घोषणा हो चुकी हो। संभवतः सरकार और पार्टी के शीर्ष स्तर पर लोकसभा चुनावों को लेकर गंभीर मंथन हो रहा है। बीते 6 महीनो में हिमाचल प्रदेश और कर्णाटक में सत्ता से बेदखल हुई भाजपा निश्चित तौर पर आत्ममंथन जरूर कर रही होगी। हालांकि पूर्वोत्तर के नतीजों ने भाजपा को कुछ उत्साहित जरूर किया है। पर पार्टी को इस बात का भी इल्म है कि बीते कुछ समय में कांग्रेस पहले से ज्यादा नियोजित दिख रही है और एंटी इंकम्बैंसी को पूरी तरह खारिज करना भी गलत होगा। ये कहना गलत नहीं होगा कि भाजपा कुछ असहज है। ऐसे में भाजपा के रणनीतिकारों को सोचने की जरुरत है। बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव इसी साल नवंबर-दिसंबर में होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के साथ कराने का विचार हो रहा है। इसके पीछे एक तर्क ये हो सकता हैं कि विपक्ष अपनी तैयारी अगले साल मार्च-अप्रैल के हिसाब से कर रहा है और उसे समय नहीं मिलेगा। एक तर्क ये भी हैं कि अगर विधानसभा चुनावों में भाजपा को अनुकूल नतीजे नहीं मिले तो कार्यकर्ताओं का मनोबल कमजोर नहीं होगा, बल्कि अगर दोनों चुनाव साथ हो जाते हैं, तो पीएम मोदी की लोकप्रियता का लाभ राज्यों के चुनावों में भी होगा। मुद्दे भांप रही हैं भाजपा ! कांग्रेस और भाजपा, दोनों तरफ सियासी पैंतरेबाजी तेज हो चुकी है। अगला लोकसभा चुनाव अमीर बनाम गरीब, हिंदुत्व बनाम सामाजिक न्याय और बेतहाशा बढ़ी अमीरी के मुकाबले गरीबी रेखा के नीचे की आबादी में बढ़ोत्तरी जैसे मुद्दों के बीच देखने को मिल सकता हैं। जातीय जनगणना भी बड़ा मुद्दा बन सकती हैं। शायद भाजपा इसे समझ रही हैं और ऐसे में जल्द चुनाव से इंकार नहीं किया जा सकता। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ का फीडबैक भी कारण ! मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ से मिलने वाले फीड बैक भाजपा के लिए अच्छा नहीं बताया जा रहा है। राजस्थान में जरूर पार्टी अशोक गहलोत बनाम सचिन पायलट के झगड़े में लाभ तलश रही हैं लेकिन वसुंधरा राजे अगर नहीं साधी गई, तो मुश्किलें शायद भाजपा के लिए अधिक हो। उधर गहलोत सरकार की लोकलुभावन योजनाओं को भी खारिज नहीं किया जा सकता। इसी तरह बिहार, प. बंगाल और महाराष्ट्र में पिछले लोकसभा चुनावों के प्रदर्शन को न दोहरा पाने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता।
केंद्र सरकार में सूचना एवं प्रसारण व युवा खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने जिला ऊना के भंजाल में मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश को हर हक दिया है। हिमाचल प्रदेश की योजनाओं को प्राथमिकता पर जारी किया है, विकास की हजारों करोड रुपए की योजनाएं हिमाचल को दी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आर्थिक मोर्चे पर केंद्र सरकार को दोष देने का काम ना करें ।कांग्रेस के नेता अपने आप को अनुभवी कहते हैं, वे अपने अनुभव से सरकार को चलाएं और हिमाचल को कर्ज से मुक्त भी करें, अपनी गारंट पूरी करें। उन्होंने कहा कि 6 महीने के अंदर ही कांग्रेसी सरकार के हाथ पांव फूल गए। अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश को सबसे अधिक योजनाएं मिली है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का वर्तमान नेतृत्व केवल राजनीतिक बात कर रहा है।उन्होंने कहा कि जब हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार स्व. वीरभद्र सिंह नेतृत्व में रही तब भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश को योजनाएं दी, विकास को आगे बढ़ाने के लिए मदद की, जिससे हिमाचल का विकास आगे बढ़ा। प्रदेश में भाजपा सरकार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में बनी उस समय भी हिमाचल प्रदेश की योजनाओं को लागू किया गया। हिमाचल प्रदेश को सड़क के प्रोजेक्ट दिए गए, हिमाचल प्रदेश को प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत आगे बढ़ाया गया, स्वास्थ्य से लेकर हर क्षेत्र में योजनाएं दी गई ।उन्होंने कहा कि विकास की बात यहां है वहां केंद्र सरकार ने हर संभव मदद की है। अनुराग ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी विकास की राजनीति करती है और विकास को आगे बढ़ाने के लिए कभी भी किसी भी प्रदेश को रोका नहीं गया है और राजनीति के लिए कांग्रेस ने राजनीति करनी हो तो अलग बात है ,लेकिन कांग्रेस की सरकार भी जानती है कि किस प्रकार की मदद से हिमाचल में विकास की योजनाएं चल रही है और हर विभाग में केंद्र सरकार की मदद मिल रही है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार के 9 वर्षों में वह काम हुए हैं जो कांग्रेस अपने लंबे सत्ता काल में नहीं कर पाई।उन्होंने कहा कि भारत ने निर्माण के क्षेत्र में आगे छलांग लगाई है, आर्थिक मोर्चे पर भारत मजबूत हुआ है, भारत विश्व की ताकत बना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पांचवें नंबर की अर्थव्यवस्था बना है। उन्होंने कहा कि कल्याणकारी नीतियों से हर वर्ग को आगे बढ़ाने का काम किया गया है। अनुराग ने कहा कि महंगाई पर लगाम लगाने के लिए बेहतरीन कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि विश्व के अन्य देशों में देखें तो महंगाई बढ़ी है और भारत का जमीन आंकड़ा देखें तो भारत 9 वर्षों में औसत 5.9% महंगाई की दर बढ़ी है जो 6% से कम है।
ऊना जिले के त्युड़ी में रविवार सुबह हरियाणा रोडवेज की बस स्कूटर सवार को टक्कर मारने के बाद घर में जा घुसी। हादसे में स्कूटर सवार की मौत हो गई है, वहीं बस में सवार यात्रियों को भी हल्की चोटें आई हैं। मृतक की पहचान पदम चंद निवासी बसाल के तौर पर हुई है। सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटना के संबंध में मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार घटना के समय सोनीपत डिपो की बस ऊना से धर्मशाला की तरफ आ रही थी। इसी बीच त्युड़ी गांव में बस ने स्कूटर सवार को टक्कर मार दी। स्कूटर को टक्कर मारने के बाद बस अनियंत्रित हो गई और एक घर में जा घुसी। हादसे में बस का अगला हिस्सा भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुआ है। वहीं, बस की टक्कर से घायल हुए स्कूटर सवार को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बीच रास्त में ही उसने दम तोड़ दिया।