कुल्लू में आपदा झेल रहे ग्रामीण पहुंचे आराध्य देवता नाग धुंबल की शरण में

प्रदेश के कुल्लू जिला में भारी बारिश से हो रही तबाही के लिए स्थानीय देवता ने लोगों के कर्मों को जिम्मेदार ठहराया। दरअसल, बीती शाम को हलाण के ग्रामीण अपने आराध्य देवता नाग धुंबल की शरण में पहुंचे और प्राकृतिक आपदा को रोकने व उन्हें सुरक्षित रखने की प्रार्थना की।
ग्रामीणों ने देवता से प्राकृतिक आपदा रोकने और उन्हें सुरक्षित करने का आग्रह किया। इस पर देवता ने साफ कहा कि इस आपदा के लिए लोग जिम्मेदार है। देव आदेशों का पालन नहीं हो रहा। देव-नीति में राजनीति की जा रही है। जंगलों का विनाश हो रहा है।
नाग धुंबल देवता ने कहा, देवताओं के फैसलों की अवहेलना की गई है। विकास के नाम पर पेड़ों और पर्वतों का अंधाधुंध दोहन किया गया है। धार्मिक स्थलों की शुचिता का ध्यान नहीं रखा जा रहा।
नाग धुंबल ने कहा, '18 करडू' यानी 18 करोड़ देवी-देवता नाराज हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर देवी-देवताओं ने नजर फेर ली तो स्थिति और खराब हो सकती है। नाग धुंबल ने कहा कि वे '18 करडू' के आदेश पर ही इस स्थिति की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
देवता ने कहा कि वह अगला आदेश आज (मंगलवार) को देंगे। देवता नाग धुंबल के प्रमुख जवाहर लाल ने बताया, देवता के आदेशानुसार आज फिर पूछ (प्रश्न) डाली जाएगी, देवता जैसा आदेश करेंगे उसकी पालना होगी