शारदोत्सव में की मां दुर्गा के कात्यायनी स्वरूप की पूजा

बिलासपुर के धौलरा मंदिर में चल रहे शारदोत्सव यानी दुर्गा पूजा उत्सव में छठे नवरात्रे पर मां दुर्गा के कात्यायनी स्वरूप की पूजा की गई। मंदिर में उपस्थित भक्तजनों ने शिमला से आए पुजारी सुधांशु भट्टाचार्य जी महाराज के सानिध्य में विधिवत रूप से इस पूजा को किया। दुर्गा पूजन के दौरान गायत्री परिवार ने सप्तकुंडीय यज्ञ का आयोजन भी किया जिसमें लोगों ने सपरिवार भाग लिया। शारदोत्सव की 5वीं सांस्कृतिक लोक संस्कृति के नाम रही। ज़िला भाषा एवं संस्कृति विभाग के सौजन्य से आयोजित इस सांस्कृतिक संध्या पर लोक कलाकारों ने बिलासपुरी लोक गायन से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। वायस ऑफ कहलूर के नाम से वि यात गायक प्रकाश शर्मा, चलैहली के लोक कलाकरों सूंका राम ने झीड़ा व कलाकार स्वदेश ने बिलासपुर के प्रसिद्ध ऐतिहासिक रुक्मणि कुंड की गरिमा व महिमा को अपने लोक गीत में प्रस्तुत किया। इस सांस्कृतिक संध्या पर बिलासपुर के व्यवसायी अभिनंदन प्रिंटर्स के प्रोपराइटर प्यारे लाल ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने इन सभी लोक कलाकारों को दुर्गा पूजा समिति की ओर से मां दुर्गा की चुनरियां व उपहार देकर उन्हें सम्मानित किया। 5 अक्तूबर को सुबह 9 बजे मां दुर्गा की सप्तमी विहित पूजा होगी वहीं मां दुर्गा का नवपत्रिका प्रवेश व स्थापना भी विधिवत रूप से की जाएगी। सांध्याकालीन कार्यक्रमों में कक्षा 6वीं से 8वीं तथा कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों की सामूहिक धार्मिक व देशभक्ति नृत्य प्रतियोगिता होगी।