घर का मुखिया ही मुंह फेर ले तो किसके पास फरियाद लगाएं लोग : अभिषेक राणा

हिमाचल प्रदेश कांग्रेस सोशल मीडिया के चेयरमैन अभिषेक राणा ने कहा है कि मुख्यमंत्री के लिए पूरे प्रदेश की जनता परिवार की तरह होती है तथा मतदाता भी परिवार का मुखिया तभी चुनते हैं कि जब उनकी समस्याओं का निवारण हो सके। वहीं एक परिवार के दुख की घड़ी में साथ देने की बजाए मुंह फेरकर जाने वाले मुख्यमंत्री पहली बार देखे जबकि मृतका के परिजनों के साथ ढाल बनकर उनका दुखदर्द बांटने व महिला को इंसाफ दिलाने सैंकड़ों ग्रामीणों ने उनका साथ नहीं छोड़ा। उन्होंने कांग्रेस पार्टी की ओर से मृतक महिला के परिजनों से सहानुभूति जताते हुए कहा कि बेहतर होता कि मुख्यमंत्री भी मामले को समझते, लेकिन मुख्यमंत्री को उपचुनाव की जनसभा जरूरी दिखी। यहीं से पता चलता है कि सरकार कितनी संवदेनहीन है। उन्होंने कहा कि घर का मुखिया ही अगर मुंह फेर ले तो लोग किसके पास न्याय की फरियाद लगाएंगे। उन्होंने कहा कि विपदा की ऐसी घड़ी में दुश्मन भी मुंह नहीं फेरते लेकिन जिसे जनता अपना मुखिया बनाकर विधानसभा भेजती है, वे इस तरह का बर्ताव करें तो साबित होता है कि प्रदेश सरकार को जनता से कोई लेना-देना नहीं है।