मुख्यमंत्री को खिचड़ी और आरती में रखा उलझाए, जनहित मुद्दों के बारे में नहीं की गई चर्चा: निर्मला चौहान
तत्तापानी लोहड़ी मेले में जब मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिरकत कि तो उनका भव्य स्वागत किया गया, पर दुख कि बात है कि उन्हें खिचड़ी और आरती में उलझाए रखा गया और जनता के स्थानीय मुद्दे, उनके ध्यान में नहीं लाए गए। एक तरफ़ जहाँ खिचड़ी ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया वहीँ दूसरी ओर क्षेत्र कि हालत देखें तो चारो तरफ गंदगी फैली है। तत्तापानी में आम जनता के लिए स्नानागार की कोइ सुविधा नहीं है, जबकि यह पर्व महीने भर चलता है और यहाँ लोगों कि भीड़ उमड़ी रहती है। दूर प्रदेश और राज्यों से यहाँ लोग आते हैं पर उनके लिए सही सुविधाएं उपलब्ध नहीं कि गयी हैं। महिलाओं के लिए सही स्नानागार की सुविधा नहीं और न ही सार्वजानिक शौचालय की ठीक व्यवस्था है। तत्तापानी बाज़ार की हालत देखें तो चरों तरफ़ गंदगी फैली है। नालियों की खस्ताहालत है और ज़रूरी बात, सारी गंदगी सतलुज नदी पर फेंकी जा रहा है। वँहा एक तरफ़ आरती होती है तो दुसरी तरफ़ कूड़े व गदंगी के ढेर लगें होते हैं।
जिला परिषद बगशाड निर्मला चौहान का कहना है कि हमें बहुत खुशी है कि पर्यटन विभाग यंहा कुछ करना चाहता है। सरकार को सबसे पहले इस तीर्थ स्थल को बचाना चाहिए और इस जगह को डवलप करना चाहिए। मेले की हालत देखो आज मेले में दुकानें पानी के बीच डूबी हैं। कीचड़ और पानी भरे होने के कारण आम जनता को इधर उधर चलने के लिए दिक्कत हो रही है। बहुत खुशी की बात है कि खिचड़ी का वर्ल्ड रिकॉर्ड बना, पर इस क्षेत्र के विकास कि बात सबसे पहले होनी चाहिए थी। पर यह बात मुख्यमंत्री के ध्यान में नहीं लाइ गई और उन्हें खिचड़ी में उलझाए रखा गया।