दिल्ली चुनाव परिणामों पर कांग्रेस की बयानबाज़ी को पूर्व सीएम ने कहा बेतुकी
दिल्ली विधानसभा चुनावों में बीजेपी की हार को लेकर कांग्रेस की ओर से की जा रही बयानबाज़ी पर हिमाचल के वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रो० प्रेम कुमार धूमल ने कांग्रेस नेताओं को ऐसी बयानबाज़ी न करने की नसीहत दी है। समीरपुर में पूर्व मुख्यमंत्री धूमल ने कहा कि कांग्रेस का दो बार के चुनावों में वोटों में भारी गिरावट आना चिंता का विषय है और कांग्रेस पार्टी को अपनी चिंता करनी चांहिए। उन्होंने कांग्रेस पार्टी से पूछा कि कांग्रेस राष्ट्रवाद और हिन्दूवाद का नाम लेकर बीजेपी पर लांछन लगा रही है और कह रही है कि दिल्ली में राष्ट्रवाद हार गया तो वह खुद बताएं कि काग्रेंस राष्टवाद के साथ है या नहीं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हर पार्टी चुनाव जीतना चाहती है लेकिन कई बार राष्ट्र महत्व के मुददों को ध्यान में रखते हुए यदि कोई राजनीतिक नुकसान हो जाता है तो उसे नुकसान नहीं माना जाता है। उन्होंने कहा कि चुनाव में कई बार मतदाता तत्कालीन लाभ को देखते हुए प्रभावित हो जाता है और ऐसा ही दिल्ली चुनावों में देखने को आया है। प्रो० धूमल ने कहा कि भाजपा ने सोच समझ कर राष्ट्रवाद को लेकर नीति बनाई थी, लेकिन दिल्ली चुनाव परिणामों के बाद कांग्रेस नेताओं का राष्ट्रवाद के नाम पर बेतुकी बयानबाज़ी करना ठीक नहीं है। प्रो० धूमल ने कहा कि दिल्ली चुनावों में कांग्रेस का ग्राफ पूरी तरह से गिर चुका है क्योंकि दिल्ली में 15 वर्ष सत्ता में रहने के बाद चुनाव हुए तो कांग्रेस को 26 प्रतिशत वोट मिले, तो 2015 में लगभग 10 प्रतिशत और इस बार चार प्रतिशत वोट ही कांग्रेस को मिले है जेा कि कांग्रेस की गिरावट को दर्शाता है। लेकिन कांग्रेस के लोग फिर भी बयानबाज़ी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। वहीं कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष द्वारा हिमाचल में डबल इंजन फेल के बयानों पर प्रो० धूमल ने कहा कि केन्द्र की सरकार ने हिमाचल को 14वें और 15वें वित आयोग में ग्रांट की वृद्वि कर प्रदेश के विकास के इंजन को आगे बढ़ाने का काम किया है। कांग्रेस के लोग केवल डायलाॅग मारने में ही माहिर हैं लेकिन बीजेपी सरकारें काम करवाने में विश्वास रखती है। उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस बताए कि साठ साल तक प्रदेश में कांग्रेस का डबल इंजन रहा है तब भी प्रदेश कई मामलों में पिछड़ा रहा उसका क्या कारण है।