हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा शराब के लिए बनाई गई नीति गलत : ठाकुर हीरा पाल

हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा शराब के लिए बनाई गई नीति जिसमें शराब सस्ती की गई है, साथ ही देर रात 2 बजे तक होटल और बार के खुलने की बात की गई है जो उचित नहीं है। यह बात प्रदेश राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के सह संयोजक ठाकुर हीरापाल सिंह ने कही। ठाकुर ने आरोप लगाया कि एक तरफ जहां भाजपा सरकार प्रदेश को नशा मुक्त करने के लिए कई कार्यक्रम करती नजर आती है और साथ ही साथ कई नेताओं द्वारा बड़े-बड़े मंचों से नशा मुक्ति के लिए भाषण दिए जाते हैं वहीं ये खोखली नीतियां साफ साफ ज़ाहिर कर रही हैं कि किस तरह धड़ल्ले से सरकार नशे को बढ़ाने में ऐसी आबकारी नीतियों का समर्थन कर रही है। सरकार का दोहरा चरित्र नशाखोरी को लेकर प्रदर्शित होता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश का कोई भी ऐसा कोना नहीं जहां आज युवा नशे से अछूता हो। प्रदेश सरकार की नीति साफ जाहिर कर रही है कि वह इस नशाखोरी को समर्थन दे रहे हैं व युवाओं को गहरे अंधेरे की तरफ धकेला जा रहा है। ठाकुर ने कहा कि नशा न केवल स्वास्थ्य बल्कि सड़क हादसों को भी बढ़ावा दे रहा है। ज्यादातर सड़क हादसों का कारण शराब पीकर वाहनों का चलाना है। ठाकुर ने कहा कि आधी रात तक बार और होटल में शराब बिकती रहेगी तो अपराधों की घटनाएं दिन-प्रतिदिन बढ़ती चली जाएंगी, जिसकी जिम्मेदार सरकार की यह आबकारी नीति होगी। लगातार सड़कों की बढ़ती दुर्घटनाओं के बावजूद राज्य सरकार आंखें मूंदे हुई है। ऐसी आबकारी नीतियों को प्रदेश में ला रही है, जिसकी कांग्रेस पार्टी कड़े शब्दों में निंदा करती है। साथ ही सरकार को चेतावनी देती है कि जल्द इस नीति को वापस लिया जाए अन्यथा वह दिन दूर नहीं जब प्रदेश का हर युवा वर्ग नशे में धुत होगा और इस राष्ट्र का भविष्य अंधकार में होगा।