विद्यालय में सीखे गए संस्कारों से कभी विमुख नहीं होना चाहिए : शिव पाल मिन्हास

विद्यालय में सीखे गए संस्कारों से कभी विमुख नहीं होना चाहिए, क्योंकि यही संस्कार आयुपर्यन्त काम आते हैं तथा सभ्य समाज में जीने की कला सिखाते हैं। यह बात नगर के निहाल सेक्टर में स्थित सरस्वती विद्या मंदिर कन्या उच्च में आयोजित विदाई समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत कर रहे स्कूल अध्यक्ष शिव पाल मिन्हास ने कही। उन्होंने कहा कि सरस्वती विद्या मंदिर संस्कार का पर्याय है। वहीं स्कूल के प्रबंधक इंद्र डोगरा ने कहा कि अब परीक्षाओं का समय है तथा बच्चों को एकाग्रता से पढ़ाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विदाई समारोह का उद्देश्य स्मृतियों को संजोकर रखना है। उन्होंने बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि वे परीक्षाओं में कड़ी मेहनत करें ताकि जीवन की कसौटियों पर खरा उतर सके। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा ली गई परीक्षा में मेरिट में रहने वाली मेधावी बेटियों को सम्मानित किया गया। सम्मान प्राप्त करने वाले बच्चों में अनुष्का, शगुन, काजल, दीक्षा, इशिता, निधि, दिव्या, निधिका, ऋचा व अमिता शामिल रहे। इस कार्यक्रम में धनवीर सिंह, पूनम, अनिता धीमान, रितु मेहता, पूनम शर्मा, अंजना, कोमल, विमला, मीना, नीनू, कंचन, अनिता, विमला सेविका आदि मौजूद थे।