गरीबों के आंसू पोंछने वाला छोटी सी ही उम्र में चल बसा
( words)
गरीबों के आंसू पोंछने वाला छोटी सी उम्र का समाजसेवी निखिल बटाला के समीप एक कार दुर्घटना में चल बसा, समूचे नूरपुर में शोक की लहर। निखिल को जब मैने पहली बार अपने गांव मे नूरपुर कपड़ा बैंक के साथ देखा तो मेरे जेहन में पहली प्रतिक्रित्या यह थी ''इस उम्र में तो लड़के खेलते है, नशे में डूब जाते है लेकिन यह क्या पुण्य के काम मे पड़ गया।'' एक बार फिर मिला तब भी वह एक समाजहित के काम मे व्यस्त था। छोटी सी उम्र में बड़ा काम कर गया निखिल। शायद वह तभी समाजसेवा में जुट गया था, इसे जल्दी जो थी जाने में! अब आपको क्या कहूँ निखिल? निशब्द