टिका नन्द ने अपना एक साल का राशन भत्ता किया दान
कवि मैथिलीशरण गुप्त ने ठीक ही कहा है कि, 'वही पशु प्रवृत्ति है कि आप-आप ही चरे, वही मनुष्य है कि जो मनुष्य के लिए मरे।'
परोपकार को त्याग कर अपने स्वार्थ में लिप्त रहना मनुष्य का नहीं, पशुओं का काम है और परहित की भावना ही एक मानव को पशु से भिन्न करती है।
कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में सभी मदद के लिए हाथ बढ़ा रहे हैं। ऐसे में उपतहसील नित्थर चौकी में तैनात पुलिस कर्मी टिका नन्द ने पूरे साल में उनको मिलने वाला राशन भत्ता ज़रूरतमन्दों के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष के माध्यम से जमा किया है। जिला कुल्लू पुलिस के सभी रैंक के कर्मियों ने भी अपने एक माह का वेतन मदद के तौर पर देने का ऐलान कर लिया है। ऐसे में टिका नन्द शर्मा का आगे आना सचमुच क्षेत्र को गौरवान्वित करता है ।