कोरोना से लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभा रहे अशोक पठानियाँ
समाजसेवा के जज़्बे और अन्ना हजारे के आंदोलन से प्रेरित होकर विदेश में अच्छी खासी नौकरी को लात मारकर अशोक पठानियाँ आज इंदौर व नुरपर में एक चर्चित नाम है। कोरोना काल मे वे एक कोरोना योद्धा के रूप में सामने आए हैं। उन्होंने सेनिटाइजेशन व मास्क वितरण में इंदौरा में अग्रणी भूमिका निभाई है। मंगलवार शाम जब पंजाब सहित अन्य प्रदेशों से हिमाचल में आने बाले प्रवासियों को इंदौरा के डिग्री कालेज में ठहराने की व्यवस्था की जा रही थी तो अशोक पठानियाँ किसी फरिश्ते के समान वहां पहुंच गए व पूरे कालेज केम्पस को सेनेटाइज किया। उसके इस कदम से प्रशासन को भी सुगमता हुई। देर रात तक क्वारंटाइन सेंटर को आगंतुकों की मेजबानी के लिए तैयार कर दिया। बुधवार सुबह प्रवासी इंदौरा डिग्री कालेज में 14 दिन क्वारंटाइन के लिए पहुंच चुके हैं।