खंडहर नहीं, ये रोहड़ू के एक सरकारी स्कूल का भवन है जनाब
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल रनोल का भवन बीते छह सालों से अधर में लटका हुआ है। ठेकेदार की मनमर्जी व लोकनिवि की अनदेखी के कारण छह साल बीतने के बाद भी स्कूल भवन निर्माण का कार्य धरताल से उपर नहीं आया है। स्थानीय ग्रामीण लोनिवि कार्यालय के कई बार चक्कर काट चुके हैं लेकिन उन्हें हर बार ही आश्वासन प्राप्त हुए हैं। ऐसे में अब ग्रामिणों ने आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल रनोल के भवन का टेंडर हुए छह वर्ष बीत चुके हैं। भवन का निर्माण करीब डेढ करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है लेकिन आज तक भवन का निर्माण कार्य धरातल से उपर नहीं आया है। स्कूल भवन के अभाव में कक्षाएं एक निजि मकान के कमरों में चल रही है जहां सभी कक्षाओं को एक साथ चला पाने के लिए पर्याप्त स्थान उपलब्ध नहीं है। स्कूल में खेलकूद मैदान व उचित शौचालय की व्यवस्था भी नहीं है। जिस कारण छात्रों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण कई बार ठेकेदार व लोनिवि के अधिकारियों से मिलकर स्कूल भवन का शीघ्र निर्माण करने की मांग उठा चुके हैं। लेकिन ग्रामीण ठेकेदार की मनमर्जी व लोनिवि की अनदेखी के आगे ग्रामीण बेबस हो गए हैं।
रनोल पंचायत के उपप्रधान दिवान सिंह, राजेंद्र सिंह, दिवान चंद, प्रभु लाल, गुमान सिंह, मियां राम, बालक राम, विरेंद्र सिंह, तिलक राज, कुलदीप, छोटु लाल, दीप लाल, महेश्वर सिंह, राजेश कुमार, सुनील कुमार ने बताया कि रनोल स्कूल का पुराना भवन जर्जर स्थिति मेे था। जिसे असुरक्षित घोषित कर गिरा दिया गया था। उसके बाद नए स्कूल भवन के लिए डेढ करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत हुई। स्कूल भन के टेंडर छह वर्ष पूर्व लगा दिए गए हैं। लेकिन ठेकेदार ने छह वर्षों से अभी तक भवन निर्माण का कोई भी कार्य नहीं किया है। ग्रामीण धन राशि स्वीकृत होने के बाद भी ग्रामीणों को स्कूल भवन निर्माण करवाने के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है। ग्रामीण पुरी तरह से बेबस हो गए हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर स्कूल भवन निर्माण शीघ्र नहीं किया गया तो ग्रामीण आंदोलन करेंगे।
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता पवन गर्ग ने बताया कि ठेकेदार को एक सप्ताह के भीतर कार्य शुरू करने के लिए कहा गया है। शीघ्र ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा।