देश के प्रधान मंत्री लगातार कर रहे फिजूल खर्ची देश का कोई ध्यान नहीं : राजेश धर्माणी
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेश धर्माणी ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया है कि वे बेशक जितना चाहें अपनी विरोधी पार्टियों की निंदा-आलोचना अवश्य करें, किन्तु उन्हें विरोध पक्ष के नेताओं से बहुत कुछ सीखना अपने व देश हित्त में रहेगा। राजेश धर्माणी ने कहा कि इतिहास गवाह है कि भारत की आजादी की लड़ाई में निरंतर 16 वर्षों तक जेल की कठिन यातनाएं सहने वाले देश के प्रथम प्रधान मंत्री जवाहर लाल नेहरू का संबंध इलाहबाद के बहुत ही धनाड्य परिवार से था । उनके पिता राष्ट्रीय स्तर के बहुत बड़े वकील थे । उनके परिवार का रहन-सहन शाही ठाठबाठ व भारी खर्चों पर आधारित था । उनके परिवार के कपड़े तक विदेशों से प्रेस होकर आया करते थे । किन्तु आजादी कि लड़ाई में कूद कर सार्वजनिक और राजनैतिक क्षेत्र में आते ही जवाहरलाल नेहरू ने इन सभी एशोआराम का त्याग करके महात्मा गांधी के आह्वान पर केवल सूत के बने खादी वस्त्र पहनने आरंभ कर दिये थे, जिस स्वभाव को उन्होने प्रधान मंत्री बनने के बाद भी नहीं छोड़ा था । राजेश धर्माणी ने आश्चर्य व्यक्त किया कि नेहरू-गांधी परिवार को अपने आड़े –तिरछे हमलों का शिकार बनाने वाले प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी अपने आप को कभी चाय वाला तो कभी चौकीदार कहते हैं । किन्तु विश्व के सबसे समृद्ध व शक्तिशाली अमेरिका के राष्ट्रपति वाली सुविधाओं वाला अपने लिए 8,500 हज़ार करोड़ रुपए का हवाई जहाज खरीदते हैं । जबकि 10 लाख रुपए का विदेशों से मंगवाया गया सूट पहनते हैं । राजेश धर्माणी ने प्रधानमंत्री का ध्यान उनकी विदेश यात्रों की ओर खींचा जिन पर केवल कथित अपनी वाहवाही के लिए 580 करोड़ रुपए की राशि व्यय कर दी गई और इससे भी कई गुना राशियां उनका स्वागत करने वाले देशो को अनुदान के रूप में देने की घोषणा कर दी गई ।राजेश धर्माणी ने पूछा कि जिस देश की फौज बार- बार दो आक्रामक देशों से घिरे भारत देश को सुरक्षित रखने के लिए आधुनिक जहाजों, आधुनिक गोला –बारूद और सेफ़्टी जैकेट के अभाव को समाप्त करने की वर्षों से मांग कर रही हो, क्या उस देश के प्रधान मंत्री को इस प्रकार की फिजूल खर्ची शोभा देती है ।