सुजानपुर से भेदभाव सरकार को पड़ेगा महंगा:राणा
कांग्रेस कार्यकाल में सुजानपुर में स्वीकृत विकास कार्य क्यों और किस कारण से रुके हैं, सरकार स्पष्ट करे। यह बात कांग्रेस उपाध्यक्ष व सुजानपुर विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस ब्यान में कही। राणा ने कहा कि यह मामला उन्होंने प्लानिंग बैठक में शिमला में भी उठाया है। राणा ने कांग्रेस कार्यकाल में स्वीकृत करीब 3 से 4 सालों से रुके हुए विकास कार्यों का हवाला देते हुए कहा है कि सुजानपुर के औंसला में 33 केबी सब-स्टेशन करीब 4 साल पहले कांग्रेस कार्यकाल में स्वीकृत हुआ था लेकिन अभी तक क्षेत्र को सुविधा देने वाले इस सब-स्टेशन के नाम पर सरकार एक ईंट तक नहीं लगा पाई है। इसी तरह सुजानपुर के टाऊन हॉल का भी काम रुका हुआ है जबकि सिविल अस्पताल सुजानपुर, जिसपर कांगड़ा व मंडी के सीमांत क्षेत्र के मरीजों का भार भी है, वहां अभी तक मेडिकल व पैरा मेडिकल स्टाफ के लिए आवासीय कॉलौनी का काम भी रुका हुआ है। राणा ने कहा कि सुजानपुर सिविल अस्पताल में तीन जिलों के दबाव को देखते हुए सरकार यहां स्पेशलिस्ट डाक्टर तैनात करे। उन्होंने सरकार से पूछा है कि क्या कारण रहे कि चबूतरा प्राइमरी हेल्थ सेंटर के भवन व सुजानपुर में बनने वाले लोक भवन का निर्माण कार्य सरकार ने अभी तक शुरू नहीं किया है। राणा ने तंज कसते हुए कहा है कि सुजानपुर से लगातार हो रहे विकास कार्यों के भेदभाव पर सरकार को स्पष्ट करना होगा कि क्या सबका विकास और सबका साथ नीति इसी भेदभाव के फार्मूले पर चल रही है। राणा ने कहा कि सुजानपुर टीहरा को व नर्देश्वर मंदिर के आसपास नए निर्माण कार्यों पर तो रोक लगी है लेकिन इस क्षेत्र में सरकार ने मरम्मत कार्यों पर रोक लगाकर लोगों को परेशानी में डाला है, जिस कारण से लोगों के घर लगातार मरम्मत के अभाव में खराब होते जा रहे हैं व जर्जर होते भवनों में जान का जोखिम भी बना हुआ है। सरकार तुरंत इस क्षेत्र में जनता को मरम्मत की अनुमति दे। राणा ने प्लानिंग बैठक में सरकार से यह भी पूछा है कि सुजानपुर के डिग्री कालेज में शर्तें पूरी होने के बावजूद पीजी क्लासेज क्यों शुरू नहीं की जा रही है। बैठक में राणा ने यह भी मांग रखी कि टोणी देवी लोक निर्माण विभाग सबडिवीजन के अंतर्गत 500 किमी के करीब सड़कें आती हैं लेकिन इन सड़कों के मरम्मत और रख रखाव के लिए बेहद कम राशि स्वीकृत की है। उन्होंने कहा कि टोणी देवी डिवीजन के लिए सरकार कम से कम सवा करोड़ रुपए और स्वीकृत करे। राणा ने सुजानपुर से विकास कार्यों में हो रहे भेदभाव को कहा है कि अंतत: यह भेदभाव बीजेपी सरकार के पतन का कारण बनेगा, यह तय है।