सिसु में स्थापित होगा ठोस कचरा निस्तारण केंद्र
सिसु में ठोस कचरा प्रबंधन को लेकर कचरा निस्तारण केंद्र की स्थापना की जाएगी ताकि एकत्रित किए गए ठोस कचरे को आगामी उपयोग के लिए व्यवस्थित तरीके से एसीसी बरमाणा संयंत्र के सुपुर्द किया जाता रहे। तकनीकी शिक्षा, जनजातीय विकास एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ रामलाल मारकंडा ने यह बात आज विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण (साडा) की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।उन्होंने कहा कि अटल टनल रोहतांग के खुलने के बाद सिसु के अलावा पूरी लाहौल घाटी में पर्यटन के विभिन्न पहलुओं पर आधारित नए आयाम स्थापित हो रहे हैं। ऐसे में सिसु समेत पूरी लाहौल घाटी का कचरा मुक्त होना यहां के पर्यटन परिदृश्य को एक नया निखार दे पाने में सफल होगा और इसका सीधा लाभ पर्यटन व्यवसाय से जुड़े स्थानीय लोगों को भी मिलेगा। एसीसी बरमाणा अपने संयंत्र के लिए तमाम ठोस कचरे को उठाएगा जिसकी व्यवस्था कर दी गई है। जिला मुख्यालय केलांग में भी कचरा निस्तारण संयंत्र की स्थापना की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। उन्हें संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इसको लेकर जल्द कार्य योजना के अनुरूप अमलीजामा पहनाया जाना सुनिश्चित बनाया जाए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि केलांग कस्बे की सड़क की टारिन्ग में उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करें ताकि प्रतिकूल मौसम के बावजूद यह लंबे समय तक बनी रहे।
उन्होंने कहा कि केलांग और उदयपुर में 2- 2 हाई मास्ट लाइटों की स्थापना भी की जा रही है। इसके लिए आवश्यक धनराशि उपलब्ध करवा दी गई है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को कहा कि हाई मास्ट लाइटटों की स्थापना के लिए उपयुक्त जगह का चयन हर हाल में होना चाहिए ताकि अधिकाधिक क्षेत्र में रात के समय प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था रहे। बाद में उन्होंने जिला कल्याण समिति की बैठक की अध्यक्षता भी की। इस दौरान उन्होंने बताया कि विभिन्न सामाजिक सुरक्षा स्कीमों के तहत 5 करोड़ 22 लाख की राशि इस वर्ष खर्च की जा रही है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इन स्कीमों का प्रचार- प्रसार ग्रामीण स्तर तक होना चाहिए ताकि सभी पात्र व्यक्तियों को इनका लाभ मिलना सुनिश्चित हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि आंगनवाड़ी वर्कर और आशा वर्कर के माध्यम से भी छूटे हुए पात्र व्यक्तियों की जानकारी हासिल की जाए और उन्हें इन स्कीमों में शामिल किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि पात्र व्यक्तियों का चयन ग्राम सभा की गैर मौजूदगी में कमेटी के माध्यम से करना सुनिश्चित किया जाए ताकि जब तक ग्राम सभा का गठन नहीं होता है उस अवधि में भी लोगों को इन स्कीमों का लाभ मिल सके। बैठक में एसडीएम प्रिया नागटा, जिला कल्याण अधिकारी खुशविन्दर ठाकुर के अलावा अन्य विभागीय अधिकारी भी मौजूद रहे।