शून्य लागत प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए किनौर में निरीक्षण शुरू
शून्य लागत प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने को लेकर जिला कृषि विभाग की ओर से कल्पा स्थित बीज गुणन फार्म का जिला परिषद अध्यक्ष किन्नौर निहाल चारस ने निरीक्षण किया। जहर मुक्त खेती को लेकर कल्पा सहित बीज गुणन फार्म में राजमाह, धनिया, बन्दगोभी ,मूली आदि अन्य फसलों के बीजों को प्राकृतिक खेती से तैयार किया जा रहा है तथा इसके बीजों को प्रदेश के विभिन्न जिलों में भी भेजा जाता है। जिला परिषद अध्यक्ष निहाल चारस ने लोगों से प्राकृतिक खेती को अपनाकर जहर मुक्त खेती करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग द्वारा आगामी दिनों में जिले में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने से संबंधित शिविर का आयोजन किया जाता हैं तो पंचायती राज संस्थान के जनप्रतिनिधियों के सहयोग से ज्यादा से ज्यादा लोगों को शिविर में शामिल करें, ताकि किसान कम लागत पर प्राकृतिक खेती अपना कर अपनी आय को बढ़ा सके व जहर मुक्त खाद्य सामग्री के इस्तेमाल करने से होने वाले दुष्प्रभाव से भी बचे। उन्होंने कृषि विभाग को जिला परिषद की ओर से हरसंभव मदद देने की भी बात कही।
वहीं उप-परियोजना द्वितीय निदेशक (आत्मा) डॉ बलबीर ठाकुर ने बताया कि रासायनिक खाद व कीटनाशकों से होने वाले दुष्प्रभाव से बचने के लिए जिला के किसान प्राकृतिक खेती को अपनाते हुए जहर मुक्त खेती करें ताकि पर्यावरण सहित स्वयं के स्वास्थ्य पर भी इसका बुरा असर न पड़े। उन्होंने कहा कि आत्मा परियोजना के तहत विभिन्न स्कीमों में जैसे 3 ड्रम पर किसानों को 75 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है ताकि प्राकृतिक घटकों को तैयार कर जहर मुक्त खेती कर सके। वही तीनों खंडों में संसाधन भंडारण खोला जा रहा है तथा पशुशाला निर्माण के लिए भी 8 हजार रुपये की सब्सिडी दी जा रही है एवं प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए समय समय पर जागरूकता शिविर भी आयोजन जा रहा है। इस अवसर पर विशेष रुप से प्रोजेक्ट एडवाइजरी कमेटी के सदस्य सुनीता देवी, कृषि विस्तार अधिकारी अतेंद्र कुमार ,कल्पा ब्लॉक तकनीकी प्रबंधक सुधाकर नेगी व सहायक प्रौद्योगिकी प्रबंधक गुलशन कुमार सहित अन्य कृषि विभाग के सदस्य उपस्थित थे।