1919 में मोतीलाल बने थे अध्यक्ष, सौ साल बाद राहुल को छोड़नी पड़ी कुर्सी
कहते है समय बड़ा बलवान है। वर्ष 1919 में मोतीलाल नेहरू कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे और अजीब इत्तेफ़ाक़ है कि इसके ठीक सौ साल बाद 2019 में उनके वंशज राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष का पद छोड़ना पड़ा। इन सौ सालों में बिना गांधी-नेहरू परिवार के कांग्रेस की कल्पना भी नहीं की जा सकती, विशेषकर आज़ादी के बाद। इस दरमियान लगभग 42 वर्ष तक गांधी नेहरू परिवार ने ही कांग्रेस की सरदारी संभाली है। यदि आज़ादी के बाद के 72 वर्षों की बात करें तो इनमें से 37 वर्ष तक गांधी -नेहरू परिवार को ही को सदस्य कांग्रेस अध्यक्ष रहा है। इतना ही नहीं इस दौरान करीब 38 वर्ष तक नेहरू- गांधी परिवार के सदस्यों ने बतौर प्रधानमंत्री देश की भागदौड़ संभाली है। देश को तीन प्रधानमंत्री देने वाला ये परिवार बीते पांच साल में सबसे बुरे राजनैतिक अनुभव से गुजरा है। लोकसभा चुनाव में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी उन परिवार का गढ़ माने जाने वाली अमेठी सीट भी नहीं बचा पाए। यहीं कारण है राहुल को इस तरह अध्यक्ष पड़ छोड़ना पड़ा है।
ये नेहरू-गांधी रहे अध्यक्ष ...
- मोतीलाल नेहरू 1919 से 1920 तक कांग्रेस अध्यक्ष बने।
- वर्ष 1928 से 1929 तक एक बार फिर मोतीलाल नेहरू ने कांग्रेस की भागदौड़ संभाली।
-वर्ष 1929 से 1930 तक मोतीलाल नेहरू के पुत्र जवाहर लाल नेहरू कांग्रेस के अध्यक्ष रहे ।
-वर्ष 1936 और इसके बाद वर्ष 1937 में भी जवाहर लाल नेहरू ने कांग्रेस की सरदारी संभाली।
-जवाहर लाल नेहरू देश के प्रधानमंत्री रहते हुए वर्ष 1951 से 1952, वर्ष 1953 और वर्ष 1954 में भी कांग्रेस के अध्यक्ष रहे।
-जवाहरलाल नेहरू की बेटी इंदिरा गांधी वर्ष 1959 में पहली बार कांग्रेस की अध्यक्ष बनी।
- इंदिरा गांधी ने वर्ष 1978 से 1983 तक और वर्ष 1984 में भी पार्टी का अध्यक्ष पद संभाला।
- तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद उनके पुत्र राजीव गांधी ने वर्ष 1985 से 1991 तक पार्टी की भागदौड़ संभाली। वर्ष 1991 में राजीव गांधी की भी हत्या कर दी गई थी।
- राजीव गांधी की पत्नी सोनिया गांधी ने वर्ष 1998 में पार्टी की भागदौड़ संभाली । वे वर्ष 2017 तक कांग्रेस की अध्यक्ष रही ।
- 2017 में सोनिया व राजीव गांधी के पुत्र राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष बने । 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी पराजय के बाद उन्होंने अध्यक्ष पद छोड़ने का फैसला लिया था । अतः 3 जुलाई को उन्होंने आधिकारिक तौर पर कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ दिया ।