डॉ.राजीव सहजल से मिला अनुबंध फार्मासिस्टो संघ का एक प्रतिनिधिमंडल
हिमाचल प्रदेश अस्पताल अनुबंध फार्मासिस्ट संघ का एक प्रतिनिधिमंडल प्रदेशाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार नड्डा की अध्यक्षता में स्वास्थ्य मंत्री डॉ.राजीव सहजल से मिला और अपनी मांगों से संबंधित एक मांग पत्र सौंपा। स्वास्थ्य मंत्री ने प्रतिनिधिमंडल के डिमांड चार्टर को ध्यान से पढ़ा और सकारात्मक संकेत देते हुए समय रहते उनकी मांगों पर अमल करने का आश्वासन दिया।
वहीं मांगों का जिक्र मीडिया से करते हुए प्रदेशाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार नड्डा ने बताया कि सरकार अनुबंध फार्मासिस्टों के अनुबंध को तीन वर्ष से घटाकर दो वर्ष करे तथा जो यह समय पूरा कर चुके हैं उन्हें तुरंत नियमित करने के आदेश पारित करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अनुबंध फार्मासिस्ट बहुत ही कम वेतन पर पूरी योग्यता होने के बावजूद अपनी सेवाएं चौबीसों घंटे दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि फार्मासिस्ट वर्ग को अनुबंध काले से ही मूलत वेतन 10,300 पे-स्केल मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हजारों कर्मचारी इसी आस में बैठे हैं कि सरकार उनकी मांग को शीघ्र अमलीजामा पहनाएगी। उन्होंने स्मरण करवाया कि बीते विधानसभा चुनावों से पूर्व भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में वायदा किया था कि वे अनुबंध के कार्यकाल को तीन साल से घटाकर दो साल करेंगे लेकिन अब दो साल का समय बीत चुका है जबकि इस मांग पर कोई अमल नहीं किया गया। उन्होंन बताया कि प्रदेष के विभिन्न विभागों के करीब तीस हजार कर्मचारी ऐसे हैं जो अनुबंध में पूरी ईमानदारी और निष्ठा से कम वेतन पर भी सेवाएं दे रहे हैं।
अनुबंध फार्मासिस्ट संघ के प्रदेषाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार नड्डा ने कोविड-19 के दौरान प्रदेश के सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में अपनी जान को जोखिम में डालकर बहुत कम वेतन पर अपनी सेवाएं देने वाले इस वर्ग के बारे में सरकार को गंभीरता से विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने इससे पहले भी कई ऐतिहासिक निर्णय लेकर कर्मचारियों को राहत पहुंचाई है तथा इस बार भी सरकार अनुबंध कर्मचारियों को निराश नहीं करेगी। इस प्रतिनिधिमंडल में सुरेश नड्डा, रवि कांत, कमलेश कुमार, संजीव शर्मा व सुरेश भारती आदि मौजूद थे।