संदेशखाली में महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में एबीवीपी ने धर्मशाला में किया धरना-प्रदर्शन
** राहुल राणा बोले, टीएमसी नेताओं ने राज्य सरकार के संरक्षण में महिलाओं का जीना किया दुश्वार
** उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित कर उठाई न्याय की मांग
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने पश्चिम बंगाल के उत्तर चौबीस परगना जिले के संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस नेताओं द्वारा महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार, जमीन कब्जाने तथा अपराध से भयमुक्त वातावरण निर्माण कर स्थानीय हिंदू परिवारों को पलायन करने को मजबूर करने के विरुद्ध देश भर में प्रदर्शन किया। यह देशव्यापी प्रदर्शन देश के सभी राज्यों की राजधानियों तथा 500 से अधिक जिलों व महानगरों में हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने भाग लिया।
इसी संदर्भ में आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला कांगड़ा द्वारा उपायुक्त कार्यालय धर्मशाला के बाहर महिला विरोधी ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी और धरना प्रदर्शन किया गया।
अभाविप के राष्ट्रीय मंत्री राहुल राणा ने कहा कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी लगातार जनविरोधी नीतियों को बढ़ावा दे रही हैं। संदेशखाली में जिन पीड़िताओं के साथ ज्यादती हुई, उनमें से अधिकांशत: पिछड़े वर्ग तथा अनुसूचित जाति वर्ग की महिलाएं हैं। पश्चिम बंगाल में हो रहे अपराधों का विरोध देश के प्रत्येक कोने में विद्यार्थी परिषद करेगी।
महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद पश्चिम बंगाल की महिलाएं सुरक्षित नहीं : शिल्पा कुमारी
वहीं, अभाविप की केंद्रीय कार्य समिति सदस्य शिल्पा कुमारी ने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं के साथ अत्याचारों का घटनाक्रम जब सामने आया तभी से विद्यार्थी परिषद न्याय की मांग को लेकर पूरे देश के शैक्षणिक संस्थानों में प्रदर्शन कर रही है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद पश्चिम बंगाल की महिलाओं की सुरक्षा तथा सम्मानपूर्ण जीवन सरकार की प्राथमिकता में नहीं है। परिषद ने आज उपायुक्त कांगड़ा के माध्यम से राष्ट्रपति को भीज्ञापन सौंपा है। अगर इस मामले को लेकर कड़ी से कड़ी कार्रवाई अपराधियों पर नहीं की गई तो आने वाले समय में विद्यार्थी परिषद को हजारों लाखों की संख्या में महिलाओं की आवाज को बुलंद करने के लिए पश्चिम बंगाल के संदेशखाली के लिए कूच भी करना पड़े तो उस को लेकर भी विद्यार्थी परिषद गुरेज नहीं करेगी।