आनी : कोठी स्कूल में शिक्षक के बिना कैसे संवरेगा बच्चों का भविष्य
आनी स्कूलों में बिना शिक्षकोंके बच्चों के बेहतर भविष्य की कल्पना नामुमकिन है। आनी खंड के बहुत से विद्यालयों में शिक्षकों की कमी के चलते बच्चे व अभिभावक परेशान हैं। ऐसा ही हाल राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोठी का है, जहां शिक्षकों की कमी पढ़ाई में बाधा बनती जा रही है। शिक्षकों की कमी से करीब 300 विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, जिससे कई बच्चें पलायन करने को मजबूर हैं। विद्यालय में हमेशा से ही शिक्षकों की कमी रही है। पूरे टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ़ की तैनाती यहां कभी नहीं हो पाई।
यहां प्रधानाचार्य, प्रवक्ता अंग्रेज़ी, हिंदी, इतिहास समेत भाषा अध्यापक, शारीरिक शिक्षक समेत लिपिक, लैब अटेंडेंट के पद खाली चल रहे हैं । एसएमसी अध्यक्ष खेम चंद ने बताया कि विद्यालय जब 2011 में अपग्रेड हुआ, तब से लैब अटेंडेंट का पद नहीं भरा गया, जबकि प्रवक्ता अंग्रेज़ी पिछले 5, इतिहास 6 सालों से खाली है। हिंदी के प्रवक्ता की तैनाती तो हुई लेकिन उनका भी तबादला हो गया। ऐसे में अभिभावकों ने सरकार से मांग की है कि जल्द इन पदों को भरा जाए, ताकि बच्चों की पढ़ाई सुचारू रूप से चल सके।