सरकाघाट पशु चिकत्सको ने ऑपरेशन कर बचाई गाय की जान
मनोहर लाल निवासी गांव बड़ौहा नजदीक कोटली की गाभिन गाय ने अचानक खाना वह गोबर करना छोड़ दिया पशु चिकित्सालय बड़ौदा में प्रारंभिक उपचार के बाद हालत में सुधार न होने पर पशु चिकित्सालय अलग में संपर्क किया गया वहां डॉक्टर कुणाल पंडित ने गाय के निरीक्षण के दौरान पाया कि गाय में इंटेस्टाइन intussusceptor हो गई है जिसमें जिसमें की आंतों का एक भाग दूसरी में घुस जाता है सभी के लक्षण भी इसी रोग की ओर इशारा कर रहे थे परंतु बिना किसी डायग्नोस्टिक ऐड के नतीजे पर आना मुश्किल था इसलिए डॉक्टर ने मालिक को उपचार हेतु पालमपुर जाने का निर्देश दिया जिस पर मालिक ने असहमति जताई जिस पर स्थानीय चिकित्सक अधिकारी ने पॉलीक्लिनिक भंगरोटू से सहायता मांगी जिसको जिसमें उन्होंने हामी भरी और ऑपरेशन के लिए मालिक के घर आने का निर्णय लिया गया 4 माह की गाभिन थी जिससे यह कार्य और भी मुश्किल था । जनवरी 20/2021 की सुबह डॉक्टरों की टीम जिसमें डॉक्टर पल्लवी भंगरोटू डॉक्टर रोहित गुलेरिया गुरू डॉ प्रदीक कश्यप डॉ निशांत भंगरोटू डॉ कुणाल अलग तथा महेंद्र सिंह फार्मासिस्ट मौजूद थे । डॉक्टरों की टीम ने गाय के मालिक के घर ऑपरेशन की तैयारी शुरू कि और ऑपरेशन में लगभग 4 घंटे तक सर्जरी चलती रही जिसमें खराब आंतों के भाग को निकालकर स्वस्थ आंतों को आपस में जोड़ दिया गया। सर्जरी को लगभग 15 दिन हो गए हैं तथा गाय एकदम स्वस्थ है इस तरह के ऑपरेशन करना बहुत मुश्किल होता है यह लगभग बड़े अस्पतालों में किए जाते हैं परंतु यह सारे डॉक्टर बधाई के पात्र हैं जिन्होंने इस तरह की पहली सर्जरी कोटली में की। डॉक्टर पल्लवी शर्मा सुपुत्री जगदीश शर्मा एवं उषा शर्मा निवासी कलेहडी, पंचायत भद्रवाड़, सरकाघाट से संबंध रखतीं हैं और भंगरोटू में कार्यरत हैं।