अतुल भारद्वाज ने कहा, 'आवश्यकता पड़ी तो लड़ूंगा चुनाव'
आज सामाजिक कार्यकर्ता अतुल भारद्वाज ने धर्मशाला के कुछ मुद्दो को लेकर प्रशासकीय आधिकारियो की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए कहा की धर्मशाला में अब स्थानीय जनता की आवाज को सुनने वाला कोई भी नहीं है जनता परेशान और हताश है। इन सब परस्थितियों के लिए कांग्रेस पार्टी का शीर्ष नेतृत्व व प्रदेश सरकार जिम्मेदार है।
आज धर्मशाला की हर समस्या को नजरंदाज किया जा रहा है। उन्होंने बढ़ते हुए स्ट्रीट वेंडर,आवारा पशुओं, स्मार्ट सिटी व भिखारियों की समस्या को चर्चा का बिंदु बनाते हुए कहा कि लिखित शिकायतों के बावजूद भी आधिकारी इस संबंध में कोई भी कार्यवाही नहीं कर रहें हैं। स्ट्रीट वेंडर की रोजी रोटी छीनी जा रही है। उनके ऊपर अनवश्यक कार्यवही की जा रही है उन्हें डराया धमकाया जा रहा है।जो सहनीय नहीं है। उन्होंने वर्तमान में चाटुकार नेताओं को लताड़ लगाते हुए कहा कि सभी एक दूसरे को नीचा दिखाने में लगे हुए हैं, तथा जनता के हितों के लिए कोई भी आगे नहीं आया जिसके कारण से जनता की परेशानियों का कोई भी समाधान नहीं हो पा रहा है।अतुल भारद्वाज ने प्रेस वार्ता में कहा कि यदि चुनाव लड़कर ही इन समस्याओ का समाधान हो सकता है तो ऐसे में यदि अवश्यक हुआ तो जनता के हितों की रक्षा के लिए विकल्प की तालाश करेगे। यदि आवश्कता हुई तो स्वयं धर्मशाला की जनता की आवाज़ बनेंगे और चुनावों में उतरने से भी गुरेज नहीं करेगे।