कांगड़ा : तकीपुर कॉलेज में विद्यार्थियों को नशे के सेवन के विरुद्ध चलाया जागरूकता अभियान

मनोज कुमार। कांगड़ा
हिमाचल प्रदेश पुलिस, "एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स" द्वारा अटल बिहारी बाजपेयी राजकीय महाविद्यालय तकीपुर में मादक पदार्थों के सेवन को रोकने के हेतु जन जागरूकता अभियान के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें महाविद्यालय के समस्त विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता संजय शर्मा (डीएसपी कांगड़ा) एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का प्राचार्य डॉ. केएस अत्री ने रोजिट लगाकर स्वागत किया। प्राचार्य डॉ केएस अत्री ने अपने संबोधन में कहा कि देश के अनेक महापुरुषों, धर्म प्रचारकों, समाज सुधारकों एवं ज्ञानी लोगों ने समय-समय पर नशे की इस दुष्प्रवृत्ति की निंदा की है, जो मनुष्य जीवन को अंदर ही खोखला कर रही है। उन्होंने कहा कि आज समाज के नशाखोरो की कमी नहीं है। हमारी युवा पीढ़ी इसका शिकार हो रही है, जो दुर्भाग्यपूर्ण बात है। युवा पीढ़ी हमारे देश का भविष्य है। उन्होंने कहा कि इन मादक पदार्थों का सेवन लोग तरह-तरह से करते हैं। कोई गोली के रूप में, कोई सिगरेट भरकर, कुछ इंजेक्शन के द्वारा लिया करते हैं। इन मादक पदार्थों का सेवन चाहे जिस तरीके से लिया जाए परंतु इसका सीधा असर शरीर के अंगों पर पड़ता है। जिसका परिणाम होता है, एक अस्त-व्यस्त जीवन और जीवन का एक दुखद अंत है। प्राचार्य ने कहा अगर समय रहते हमें किसी नशा करने वाले व्यक्ति का पता चलता है, तो उस नशेड़ी व्यक्ति को नशा मुक्ति केंद्र में पहुंचाना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए, ताकि उसकी जिंदगी बच जाए। उनका कहना है कि राज्य सरकार द्वारा हिमाचल प्रदेश राज्य को नशा मुक्त करने के लिए कई कानून बनाए हैं, परंतु जब तक समाज के लोगों में स्वयं इस बात का एहसास नहीं होगा कि नशा एक बुरी आदत है। इससे जितनी जल्दी हो सके छुटकारा पाना चाहिए। इसलिए जरूरी है कि नशे के विरुद्ध लोगों के अंदर पहले जागरूकता लाई जाए। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता संजय शर्मा डीएसपी कांगड़ा ने अपने संबोधन में छात्र-छात्राओं को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षाें में भारत के साथ ही पूरे विश्व भर में नशा करने और उस से पीड़ित लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हुआ है। इस गंभीर लत ने कई लोगों को मौत का ग्रास बना दिया है। इस अवसर पर अध्यापक वर्ग से डॉ. सुरेंद्र सोनी, डॉ. भगवान दास, प्रो. पवन, डॉ. प्रीति वाला, डॉ. अश्विनी शर्मा, प्रो. सुनील, प्रो. लेखराज, प्रो. सतपाल एवं अन्य शिक्षक वर्ग भी उपस्थित रहे।