बिलासपुर रेलवे प्रोजेक्ट का मैनेजर भी चिट्टा रैकेट में शामिल, सुंदरनगर पुलिस ने कसा शिकंजा

सुंदरनगर/बिलासपुर - सुंदरनगर में 7 ग्राम चिट्टे के साथ पकड़े गए मुख्य सप्लायर धर्मेन्द्र उर्फ जॉन से पूछताछ में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए बिलासपुर रेलवे प्रोजेक्ट में कार्यरत एक निजी कंपनी के प्रबंधक को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, धर्मेन्द्र चिट्टा लेकर सुंदरनगर आने से पहले रात को इसी प्रबंधक के पास रुका था। सुबह जब वह बस से सुंदरनगर की ओर जा रहा था, तो भवाना में पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट (एसआईयू) के हत्थे चढ़ गया। जांच में यह भी पता चला है कि मुख्य सप्लायर और गिरफ्तार किए गए प्रबंधक के बीच फोन पर लगातार संपर्क था और उनके बीच कई बैंक ट्रांजैक्शन के माध्यम से पैसों का लेन-देन भी हुआ है। सूत्रों की मानें तो पुलिस की पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि प्रबंधक मुख्य सप्लायर के जरिए लोगों को चिट्टा मुहैया करवाता था और खुद भी इस नशे का आदी बताया जा रहा है। एसआईयू टीम ने शुक्रवार शाम को दबिश देकर आरोपी प्रबंधक अनुज ठाकुर, निवासी गांव कलौहड़, तहसील सुंदरनगर को बिलासपुर स्थित उसके ठिकाने से हिरासत में ले लिया। देर शाम उसे आगे की कार्रवाई के लिए सुंदरनगर थाने के सुपुर्द कर दिया गया। मंडी की एसपी साक्षी वर्मा ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि चिट्टा मामले के मुख्य सप्लायर की गिरफ्तारी के बाद जांच में एक और व्यक्ति की संलिप्तता पाई गई थी। उन्होंने कहा कि एसआईयू टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को बिलासपुर से गिरफ्तार कर लिया है। एसपी वर्मा ने यह भी बताया कि दोनों आरोपियों के बीच हुए वित्तीय लेन-देन और बैंक खातों की गहन जांच की जा रही है और इस मामले में आगे और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है। पुलिस इस रैकेट की जड़ों तक पहुंचने के लिए हर पहलू पर बारीकी से जांच कर रही है।