राफेल ने हिंडन एयरबेस में दिखाया अपना जलवा
8 अक्तूबर 1932 में भारतीय वायुसेना की नींव रखी गई थी। आज भारतीय वायु सेना 88 साल की हो गई है। हर साल की तरह इस साल भी भारतीय वायुसेना दिवस (IAF Day : Indian Air Force Day) बड़ी धूम धाम से मनाया गया। हालांकि कोरोना वायरस के कारण इस साल पहले की तरह बड़ा कार्यक्रम आयोजित नहीं हुआ। पर इस साल IAF में जुड़े नए विमान प्रमुख आकर्षण रहे। राफेल लड़ाकू विमान के अलावा सुखोई, मिग, ग्लोबमास्टर, अपाचे, चिनूक हेलिकॉप्टर ने भी आसमान में अपनी ताकत दिखाई। इस बार फ्लाइ पास्ट में कुल 56 विमान शामिल हुए, जिनमें देशी-विदेशी कई लड़ाकू और अन्य विमान-हेलिकॉप्टर शामिल रहे। इनके अलावा सूर्यकिरण और सारंग टीम ने भी अपनी ताकत का एहसास करवाया।
गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर हुए विशेष कार्यक्रम में वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने संबोधित किया। उन्होंने देश की जनता को सुरक्षा का भरोसा दिल्या और कहा कि हमारे क्षेत्र में खतरा बढ़ता जा रहा है, पड़ोसी देश के जरिए आतंकियों के खतरे को बढ़ाया जा रहा है तो वहीं साइबर स्पेस के चलते भी हमें नई चुनौतियां देखने को मिल रही हैं। वायुसेना हर मोर्चे पर अपने आप को तैयार कर रही है, साथ ही बॉर्डर पर पैनी निगाहें बनाई हुई है।
वायुसेना प्रमुख ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों ने हमें और ताकतवर तैयारी करने के लिए सजग किया है। वायुसेना लगातार अपने बेड़े में नए विमानों को शामिल कर रही है, अपाचे और राफेल इसका ही उदाहरण हैं। कई पुराने एयरक्राफ्ट का अपग्रेडेशन भी किया जा रहा है। वायुसेना प्रमुख ने इस मौके पर कई वायुवीरों का सम्मान किया।