महिला डाकिया के घर से कॉल लेटर, 1029 आधार कार्ड और ढाई हजार से अधिक स्पीड पोस्ट किए बरामद, गिरफ्तार
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में सरकाघाट के तहत बस्थला गांव से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि डाक विभाग में बतौर डाकिया तैनात ऊषा पर उसके ससुराल वालो और ग्रामीणों ने कई आरोप लगाए हैं। जिसमे की पति को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में महिला जेल में है। ससुर मेहर चंद और जेठ संजय कुमार ने बताया कि आरोपी महिला के कारण न सिर्फ उसका पति आत्महत्या करने को मजबूर हुआ, बल्कि उसकी वजह से कई लोगों की जिंदगियां भी बर्बाद हुई हैं। महिला द्वारा अपनी ड्यूटी ढंग से नहीं की गई और समय पर लोगों के कॉल लेटर, प्रमाण पत्र, रजिस्ट्रियां, पोस्ट, रसीद आदि उन तक नहीं पहुचाएं गए। महिला के पास से हजारों जरूरी कागजात मिले हैं, जो लोगों तक समय से नहीं पहुंच पाए हैं। वह 2014 से लेकर अब तक 14 स्टेशन बदल चुकी थी। इनमें नबाही, चोलथरा, रखोह, सरकाघाट, बेहना, बलद्वाड़ा, गोपालपुर, नरोला आदि जगहों पर यह तैनात हो चुकी थी। इसके पास से 1029 आधार कार्ड, ढाई हजार से अधिक स्पीड पोस्ट, कॉल लेटर, एलआई रसीद बुक, चेक बुक, प्रमाण पत्र से भरी तीन बोरियां मिली हैं। कई दस्तावेज तो खराब हो चुके हैं। उधर, विश्वकर्मी सभा गोपालपुर के पूर्व प्रधान एवं प्रदेश संयोजक एनसी भारद्वाज, ग्रामीण अमर सिंह, जगत राम आदि ने मांग की है कि इस लापरवाही कर्मचारी पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। सरकाघाट डाकघर के निरीक्षक आशीष कुमार ने कहा कि महिला कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया है, जो डाक के दस्तावेज उसने अपने पास जमा कर रखे थे, उनकी जिम्मेदारी उसी कर्मचारी की है। लेकिन हम सभी दस्तावेज लोगों तक पहुंचाएंगे।