अनुराग सिंह ठाकुर ने सरकार से हर तीन ज़िले पर मेमोग्राफ़ी सेंटर सेवा शुरू करने की उठाई मांग
केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने पंचायती राज दिवस के अवसर पर प्रदेश वासियों को शुभकामनाएं दी। जिसके चलते सरकार द्वारा आयोजित वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग बैठक में अनुराग सिंह ठाकुर ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश में तीन स्थानों पर पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू हो रही टेलीमेडिसिन सेवा को सफल बनाने के लिए अधिकारियों से अपना शत प्रतिशत योगदान देने की अपील की है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान स्वास्थ्य देखभाल उद्योग वर्तमान में बड़े पैमाने पर परिवर्तनशील दौर से गुज़र रहा है और टेलीमेडिसिन स्वास्थ्य क्षेत्र में एक क्रांति है। पंचायती राज दिवस के अवसर पर प्रदेश सरकार द्वारा पायलट आधार पर थाना कलां, अवाहदेवी व थुनाग में टेलीमेडिसिन सेवा की शुरुआत एक स्वागत योग्य कदम है। इन टेलीमेडिसिन केंद्रों से स्थानीय लोग सीधा चण्डीगढ़ पीजीआई के वरिष्ठ चिकित्सकों से जुड़ कर परामर्श प्राप्त कर सकेंगे। टेलीमेडिसिन सभी समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता है, लेकिन कई समस्याओं के निराकरण में बहुत महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। टेली-हेल्थ, टेली-एजुकेशन और टेली-होम हेल्थकेयर जैसी सेवाएँ स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में चमत्कारिक साबित हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य में जहाँ भौगोलिक दृष्टि से दूर दराज़ के इलाक़ों में समयाभाव की स्थिति में तुरंत स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँचाना थोड़ा कठिन कार्य है ऐसे में टेलीमेडिसिन सेवा एक वरदान साबित हो सकती है। सुदूर क्षेत्रों तक आसान पहुँच, परिवहन लागत और समय की बचत, लाइन में लगने की समस्या से निराकरण व कोरोना आपदा के इस कठिन समय में सामाजिक दूरी की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए टेलीमेडिसिन सेवा अत्यंत प्रभावी साबित हो सकती है। हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के दूर-दराज़ गाँवों में घर-घर तक उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवा पहुँचाने के लिए स्थानीय स्वयंसेवी संस्था प्रयास के माध्यम से तीन वर्ष पूर्व एक पायलट सेवा के तौर पर सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा की शुरूआत की थी। हर्ष का विषय है कि इन तीन वर्षों में इस सेवा ने 5 जिलों, 17 विधानसभा, 800 पंचायतों के 5000 गाँवों में घर द्वार घूम कर 5 लाख 11 हज़ार से ज़्यादा लोगों को मुफ़्त जाँच, दवा व उपचार उपलब्ध करवाई है। इसी के साथ उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील करते हुए कहा कि यदि हर ज़िले में सम्भव ना हो सके तो हर तीन ज़िले के बीच में एक मेमोग्राफ़ी का सेंटर खुलवाने व हमीरपुर, बिलासपुर, ऊना में सीटी स्कैन की सुविधा शुरू करवाने का पुनीत कार्य करें।