शिमला : डीज़ल-पेट्रोल के दामों में केंद्रीय उत्पाद शुल्क में कमी, केंद्र सरकार का ढोंग-नरेश चौहान
फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला
प्रदेश कांग्रेस ने डीज़ल-पेट्रोल के दामों में केंद्रीय उत्पाद शुल्क में कमी कर केंद्र सरकार गरीब हितैषी होने का ढोंग रच रही है। उन्होंने कहा है कि केंद्र की मोदी सरकार ने आज देश मे गरीब व मध्यम वर्ग के लोगों का बढ़ती महंगाई से जीना दूभर कर दिया है। भाजपा बढ़ती महंगाई पर घड़याली आंसू बहाने का प्रयास कर रही है। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष नरेश चौहान ने कहा है कि आज जब पेट्रोल और डीज़ल के मूल्यों में भारी बढ़ोतरी हो रही है और आम लोगों की पहुंच से बाहर हो रहा है, तो लोगों का गुस्सा शांत करने का असफल प्रयास किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि अब दो राज्यों हिमाचल व गुजरात मे होने वाले विधानसभा चुनावों में राजनीतिक लाभ लेने के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने केंद्रीय उत्पाद शुल्क में राहत देने की एक चाल चली है। नरेश चौहान ने कहा कि प्रदेश में चार उप चुनावों के बाद जब यहां भाजपा को 4,0 से करारी हार का मुंह देखना पड़ा था, तो उस समय भी केंद्र सरकार ने इन पेट्रोलियम पदार्थों में कुछ कमी कर लोगों के भाजपा सरकार के खिलाफ बढ़ते गुस्से को शांत करने का प्रयास किया था।
उन्होंने कहा कि कुछ समय तक तो पेट्रोल डीजल के मूल्य स्थिर रहें पर उसके पश्चात चार राज्यों के चुनावों के बाद इसमें दिन प्रति दिन बृद्धि कर लोगों को महंगाई का तोफा दिया। नरेश चौहान ने कहा कि आज खाने का तेल से लेकर दाल,चावल आटा महंगा हो गया है। सब्जियों के भाव आसमान छू रहें है। उन्होंने कहा कि क्या सरकार इनके बढ़ते मूल्यों में भी कमी का कोई प्रस्ताव है। आवश्यक दवाईयां लोगों की पहुंच से बाहर होती जा रही है। सरकार का इस ओर कोई भी ध्यान नही है। उन्होंने कहा कि चुनावों से पहले मोदी सरकार पेट्रोलियम पदार्थों के दामों में कमी करती रही है और बाद में इस कमी की पूरी इसके मूल्यों में बढ़ोतरी कर लोगों से इसकी पूरी बसूली कर ली जाती है।
नरेश चौहान ने कहा है कि एलपीजी सिलेंडर के दाम 1100 के पास पहुंच चुके हैं। लोगों को घर चलाना मुश्किल होता जा रहा है। प्रधानमंत्री की उज्जवला योजना दम तोड़ चुकी है। सरकार अब इस योजना के तहत 200 रुपए की सबसिडी देने की बात कर रही है। उन्होंने मांग की है कि सरकार एलपीजी सिलेंडर के दामों में भी कमी करें, जिससे आम लोगों को बढ़ती महंगाई से कुछ राहत मिल सकें।