रिकांगपिओ : राज्य स्तरीय जनजातीय नृत्य एवं शिल्प महोत्सव का सीएम ने किया शुभारंभ-डीसी
समर नेगी। रिकांगपिओ
राज्य स्तरीय जनजातीय नृत्य एवं शिल्प महोत्सव किन्नौर की तैयारियों को लेकर उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित हुई। उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि राज्य स्तरीय जनजातीय नृत्य एवं शिल्प महोत्सव का 22 जून को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर शुभारंभ करेंगे तथा 24 जून को समापन समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर करेंगे। महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जिला की विभिन्न विकासात्मक योजनाओं के लोकपर्ण तथा शिलान्यास भी करेंगे। वहीं, मुख्यमंत्री इस अवसर पर जिला में एफआरए व नौ-तौड़ के तहत जिला के 103 लाभार्थियों को पट्टे भी प्रदान करेंगे। मुख्यमंत्री इस दौरान विशाल जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
उन्होंने बताया कि महोत्सव का मुख्य आकर्षण राज्य स्तरीय नृत्य प्रतियोगिता रहेगी, जो 22 जून को आयोजित की जाएगी, जिसमें भरमौर, उदयपुर, कांगड़ा के गद्दी समुदाय का सांस्कृतिक दल, काजा सहित किन्नौर जिला के निचार, कल्पा व पूह उपमंडल सहित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रिकांग पिओ के सांस्कृतिक दल रंगा-रंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगें। इसके अलावा तीन दिवसीय महोत्सव के दौरान मिस-किन्नौर प्रतियोगिता, जिला स्तरीय नृत्य एवं लोक वाद्य-यंत्र प्रतियोगिता, फैंसी ड्रैस प्रतियोगिता, रस्सा-कस्सी प्रतियोगिता, तीरंदाजी प्रतियोगिता, कुर्सी-दौड़ व चम्मच-दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान जिला के विभिन्न स्कूलों के बच्चों व महिला मंडलों द्वारा रंगा-रंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा।
उपायुक्त ने बताया कि तीन दिवसीय राज्य स्तरीय जनजातीय नृत्य एवं शिल्प महोत्सव में रात्रि के समय स्थानीय कलाकारों द्वारा रंगा-रंग किन्नौरी गानों पर आधारित नाईट-शो आयोजित किए जाएंगे जिसमें जिले के नामी कलाकार भाग लेंगें। उन्होंने बताया कि इस दौरान जनजातीय क्षेत्रों की समृद्ध हस्तशिल्प, हथकरघा, मूर्तिकला, पेंटिंग व काष्ठ-कला से संबंधित उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी ताकि मेले में आने वाले देश-विदेश के पर्यटकों को किन्नौर जिले सहित प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर से एक ही स्थल पर रू-ब-रू होने का अवसर प्राप्त हो सके। महोत्सव के दौरान बच्चों व मेला प्रेमियों के लिए झूल्हे व अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध रहेंगी। इस अवसर पर मेले में आने वाले स्थानीय लोगों सहित पर्यटकों को बैठने के लिए भी अलग से स्थान उपलब्ध करवाया जाएगा।