पालमपुर : प्रधानाचार्य का कार्यकाल पूरे होने पर अध्यापकों व छात्रों ने किया कार्यक्रम आयाेजित

प्रतिमा राणा। पालमपुर
पालमपुर के सबसे प्रसिद्ध ऐतिहासिक विद्यालय सेंट पॉल स्कूल पालमपुर के प्रधानाचार्य के दस वर्ष के कार्याकाल के पूरा होने पर अध्यापकों व छात्रों के द्वारा अनेक प्रकार के कार्यक्रमों से विद्यालय के प्रधानाचार्य रेवरेंड विरेंद्र पाल सिंह का सत्कार किया गया। प्रधानाचार्य के दस वर्ष के कार्यकाल में ऐतिहासिक विद्यालय ने अनेक प्रकार की उपलब्धियों को प्राप्त किया है। ये सभी कार्य व उपलब्धियां प्रधानाचार्य के अथक प्रयासों तथा भावी सोचों का नतीजा है कि आज विद्यालय उन्नतियों या प्रगतियों की ओर अग्रसर है। इसमें प्रधानाचार्य का अटूट विश्वास था, जो आज समाज के सामने हैं तथा इसमें समाजिक लोगों का आत्म विश्वास भी हैं, जो कि विद्यालय को लगातार प्रगति की ओर अग्रसर कर रहा है। प्रधानाचार्य के आने के बाद शैक्षिक स्तर तथा शिक्षण स्तर पर भी काफी अधिक प्रभाव देखने को मिला।
प्रधानाचार्य के आने के बाद विद्यालय के परिणाम लगातर शत-प्रतिशत रहे हैं और आगे भी आते रहेंगे तथा विद्यालय में बच्चों की जरूरतों को देखते हुए भव्य इमारतों व भवनों का निर्माण भी प्रधानाचार्य के द्वारा ही करवाया गया। आज भी प्रधानाचार्य के ड्रीम प्रोजक्टों में एक ईमारत बन रही है, जिसमें विद्यार्थियों के लिए लैबों का कार्य चल रहा है। भगवान ने चाहा, तो जल्द ही ये भी प्रधानाचार्य के प्रयासों से शीघ्र ही पूरा होने जा रहा है। साथ ही प्रधानाचार्य का एक ड्रीम प्रोजेक्ट अभी शेष है। वो भी जल्द समाज या समाजिक लोगों के सामने आ जाएगा। सेंट पॉल अगले वर्ष शताब्दी की ओर अग्रसर हैं। साथ ही शताब्दी वर्ष के प्रतीक चिन्ह का भी विमोचन किया गया।
इस उपलक्ष्य में नए भवन को डाइसिस के चेयरमैन व विशप के द्वारा उद्घाटन भी किया जाएगा, जो कि ये भवन विद्यालय के छात्रों को समर्पित किया जाएगा, ताकि वे अपने भविष्य में इसका प्रयोग करके जीवन को साकार बना सकेंगे। प्रधानाचार्य द रेवरेंड वीरेंद्र पाल ने अपने वक्तव्य में विद्यालय की इस उपलब्धि का श्रेय ईश्वर को माना हैं व अपने विशप एंड चेयरमैन द मोस्ट रेवरेंड डॉ. पीके समताराय के प्रति आभार व्यक्त किया, जिससे ये सभी कार्य सफल हुए है। साथ ही प्रधानाचार्य ने अध्यापकों एवं अभिवावकों का भी धन्यावाद किया।