कोरोना से लड़खड़ाते भारत के लिए रूस-अमेरिका और UK से आई मदद की खेप
देश में कोरोना कहर दिनोंदिन बढ़ रहा है। कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 2 लाख के पर पहुंच गया है। कोरोना महामारी हर रोज़ अपने पुराने रिकॉर्ड तोड़ रही है। पिछले चौबीस घंटे में 3.60 लाख कोरोना के केस दर्ज किए गए। भारत में सबसे बुरा हाल महाराष्ट्र, दिल्ली और यूपी का है। महाराष्ट्र में बीते 24 घंटे में 985 लोगों की जान चली गई। वहीं पूरे देश में एक दिन में 3.2 हजार लोगों की कोरोना के कारण मौत हो गई। महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में 63,309 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इन आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि देश में कोरोना से स्थिति कितना भयंकर रूप ले चुकी है।
इस स्थिति में भारत की मदद के लिए रूस, अमेरिका और UK सहित कई विदेशी राज्य आगे आए है। रूस की तरफ से 20 Oxygen concentrator, 75 वेंटिलेटर, 150 बेड साइड मॉनिटर और Fabipiravir दवाइयां भारत पहुंची हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्विटर बताया कि यूके से एक और शिपमेंट भारत पहुंच चुका है। 120 ऑक्सीजन संकेंद्रक वीरवार सुबह ही भारत पहुंचे है।
बीते दिन ही अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत की मदद करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया था। अब अमेरिका से मदद की पहली खेप का आना शुरू हो चुका है। अमेरिका से आने वाले जहाज में 440 ऑक्सीजन सिलेंडर, रेगुलेटर, 960,000 Rapid Diagnostic Tests और 100,000 N-95 मास्क भारत पहुंच चुके हैं।
दूसरी तरफ यूनाइटेड नेशंस ने भी भारत की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। UN विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूनीसेफ ऑक्सीजन सप्लाई के लिए 7000 ऑक्सीजन CONCENTRATORS और 500 NASAL devices की खरीदारी कर रही है। इसके अलावा कोविड-19 टेस्टिंग मशीन, ऑक्सीजन जनरेटिंग प्लांट्स और प्रोटेक्टिव किट्स भी खरीद रही हैं।