हमीरपुर : कमलाह में पुलिस ने पकड़ी सरकारी सीमेंट की 50 बोरियां
सरकारी सीमेंट रखने के आरोप में पुलिस ने दुकानदार को किया गिरफ्तार, मामला दर्ज
मीनाक्षी साेनी। हमीरपुर
जिला हमीरपुर की नेरी पंचायत के कमला में पुलिस ने एक दुकान से सरकारी सीमेंट की खेप पकड़ी है। हमीरपुर पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर उक्त स्थान पर दुकान में छापेमारी की। इस छापेमारी के दौरान दुकान के ग्राउंड फ्लोर में पुलिस ने सरकारी एसीसी सीमेंट के पचास बैग बरामद किए हैं। जिस दुकान में सरकारी सीमेंट मिला है। दुकान का मालिक इस सीमेंट के बारे में कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाया है, जिसके चलते पुलिस ने बरामद किए सरकारी सीमेंट के बैगों को कब्जे में ले लिया है। वहीं, सरकारी सीमेंट रखने के आरोप में दुकान के मालिक को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस आरोपी दुकानदार से सरकारी सीमेंट के बारे में पुछताछ कर रही है। इस मामले में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस आगामी कार्यवाही में जुट गई है। दुकान के ग्राउंड फ्लोर पर रखा सरकारी सीमेंट किस व्यक्ति का है और इसे दुकान के भीतर क्यों रखा गया है। यह सरकारी सीमेंट किसके कहने पर कहां से दुकान के भीतर पहुंचा इन सभी सवालों के जबाव आरोपी से जानने के लिए पुलिस गहनता से पुछताछ कर रही है।
बताया यह भी जा रहा है कि दुकान के ग्राउंड फ्लोर पर रखा सरकारी सीमेंट किसी ठेकेदार का है और उक्त ठेकेदार आरोपी के साथ मिलकर इस सरकारी सीमेंट को काम पर न लगाकर इसे बाहर बेचता है। हालांकि इस बात का कोई प्रत्यक्ष प्रमाण अभी सामने नहीं आया है, लेकिन पुलिस गिरफ्तार किए गए व्यक्ति से पता लगाने में जुटी हुई है कि यह सरकारी सीमेंट किसी ठेकेदार का है या फिर इस सरकारी सीमेंट के तार स्थानीय पंचायत से जुड़े हुए हैं। उल्लेखनीय है कि कुछ लोग सरकारी काम ठेके पर लेने के बाद निर्माण कार्य में उपयोग होने वाली समाग्री को चंद पैसों के लालच के चक्कर में लोगों को सस्ते दामों पर बेच देते हैं और निर्माण कार्य में घटिया व कम रेशो डाल कर निर्माण कार्य को पूर्ण कर विभाग की आंखों में धूल झोंक कर किए गए कार्य की अदायगी करवा लेते हैं और सरकारी सीमेंट जैसी समाग्री को बाजार से कम दामों में बेचकर चांदी कूट रहे हैं।
सरकारी सीमेंट की काला बाजारी को गैर कानूनी तरीके से दिया जा रहा अंजाम
दुकान के ग्राउंड फ्लोर पर रखा था सरकारी एसीसी सीमेंट
ऐसे लोगों को समाज में खरीददार भी आसानी से मिल जाते हैं, लेकिन इस तरह के गैर-कानूनी कार्य से संबंधित लोगों द्वारा किए गए निर्माण कार्यों की बैध्यता कम होती है, जिस कारण आय दिन कई बड़ी दुर्घटनाएं भी पेश आ चुकी हैं। बावजूद इसके इस तरह के लोग कानूनी दायरे में रहकर गैर-कानूनी कार्यों को अंजाम देने में पीछे नहीं रह रहे हैं। सरकार व प्रशासन को ऐसे लोगों पर नकेल कसने के लिए सख्त व उचित कानूनी कार्यवाही अमल में लाने की जरूरत है। केवल लाईसेंस रद्द करने व नाममात्र जुर्माना लगाने से इस तरह की काला बाजारी से प्रदेश को मुक्ति नहीं मिल सकती है। प्रदेश सहित जिला हमीरपुर में यह पहला मामला नहीं है, जब पुलिस या सरकारी विभागों ने सरकारी सीमेंट की खेप पकड़ी हो इस से पहले भी इस तरह के कईं मामलें सामने आ चुके हैं, लेकिन बिड़म्वना यह रही कि सरकारी सीमेंट के चोरी मामले में आरापियों के खिलाफ कोई बड़ी कार्यवाही का प्रावधान नहीं हो पाया है, जिस कारण ऐसे लोग कानून के दायरे में रहते हुए गैर-कानूनी कार्यों को बिना किसी खौफ के आए दिन अंजाम दे रहे हैं। जिसका जीता जागता उदाहरण हमीरपुर पुलिस द्वारा कमलाह में पकड़ी गई 50 सरकारी सीमेंट की बोरियां खुद-ब-खुद बयान कर रही हैं।
ग्राम पंचायत नेरी के प्रधान विपिन ठाकुर ने कहा कि पंचायत में सरकारी सीमेंट पकड़ने से संबंधित मामला मेरे ध्यानार्थ नहीं है। इस बारे में कुछ नहीं बता सकता हूं।
एएसपी हमीरपुर अशाेक वर्मा ने कहा कि पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर ग्राम पंचायत नेरी के कमलाह गांव में एक दुकान में छापेमारी की है। छापेमारी के दौरान दुकान के ग्राउंड फ्लोर पर सरकारी एसीसी सीमेंट की 50 बोरियां बरामद हुई हैं। सीमेंट व सीमेंट रखने वाले को हिरासत में लिया गया है। पुलिस इस सीमेंट से संबंधित जानकारी जुटाने के लिए आरोपी से पूछताछ कर रही है। शीघ्र ही इस पूरे मामले पर सच्चाई सामने आ जाएगी।