भंजाल वार्ड की हार, कांग्रेस और चैतन्य दोनों के लिए झटका
भंजाल लोअर जिला परिषद उपचुनाव के नतीजे कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है। वीरवार को घोषित हुए नतीजों में भाजपा उम्मीदवार सुशील कालिया करीब 2700 मतों से विजयी रहे है। दिलचस्प बात ये है कि ये वार्ड गगरेट विधानसभा क्षेत्र के अधीन आता है और इसी वार्ड से वर्ष 2021 में चैतन्य शर्मा करीब 12 हज़ार के बड़े अंतर से जीते थे। फिर पिछले वर्ष हुए विधानसभा चुनाव से पहले चैतन्य कांग्रेस में शामिल हो गए थे और गगरेट विधानसभा सीट से बड़े अंतर जीतकर विधायक भी बन गए। लेकिन अब महज चंद महीनो में ही जनता का कांग्रेस से मोहभंग हो गया और पार्टी प्रत्याशी की हार हुई। स्वाभाविक बात है कि इस हार की आंच के दायरे में विधायक भी आते है। आखिर ऐसा क्या हुआ कि कभी इस वार्ड से 12 हार के अंतर से चुनाव जीतने वाले विधायक चैतन्य भी यहाँ कांग्रेस उम्मीदवार को जीत नहीं दिला सके, ये चिंतन का विषय जरूर है। ये हार कांग्रेस की हुई है या हार के पीछे कोई और वजह है, इस पर पार्टी को मंथन करना होगा। माहिर मानते है कि यहाँ भीतरघात की सम्भावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता।
विदित रहे कि ये प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री का गृह जिला है और ऐसे में जाहिर है कांग्रेस संगठन भी इस हार के कारणों की तह तक जायेगा। उधर, युवा विधायक चैतन्य के लिए भी ये बड़ा झटका है और ये कहना भी अतिश्योक्ति नहीं होगा कि विधायक बनने बाद अपनी पहली परीक्षा में चैतन्य पार्टी की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरे है। पार्टी के साथ -साथ चैतन्य को भी चिंतन और मंथन की आवश्यकता है।